Monday, April 28, 2025
Home Blog Page 804

सीधी पेशाब कांड – पीड़ित ने की आरोपी की रिहाई की मांग, जानें पूरा मामला…

मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में पेशाब प्रकरण के पीड़ित आदिवासी ने राज्य सरकार से इस कृत्य में शामिल आरोपी को रिहा करने का आग्रह करते हुए कहा है कि उसे अपनी गलती का एहसास हो गया है।

आदिवासी समुदाय से आने वाले पीड़ित दशमत रावत पर पेशाब करने के आरोपी प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया था। घटना का एक वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया था। भारतीय दंड संहिता और SC/ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम के अलावा, शुक्ला के खिलाफ कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत भी कार्रवाई शुरू की गई है। शुक्ला वर्तमान में जेल में बंद है। सीधी में शुक्ला के घर का कथित अवैध हिस्सा भी ध्वस्त कर दिया गया है।

रावत ने शुक्रवार को आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर पत्रकारों से कहा, सरकार से मेरी मांग है कि (आरोपी द्वारा) गलती की गई है। अब प्रवेश शुक्ला को रिहा किया जाना चाहिए। अतीत में जो कुछ भी हुआ लेकिन उसे अपनी गलती का एहसास हो गया है। आरोपी के अपमानजनक कृत्य के बावजूद यह मांग किए जाने के बारे में पूछे जाने पर पीड़ित ने कहा, हां, मैं सहमत हूं। वह हमारे गांव का पंडित है, हम सरकार से उसे रिहा करने की मांग करते हैं। रावत ने यह भी कहा कि गांव में एक सड़क के निर्माण के अलावा वह सरकार से और कुछ नहीं मांगते हैं।

मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और यहां पेशाब प्रकरण ने एक राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि आरोपी एक स्थानीय भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक से जुड़ा था। वहीं, BJP उससे किसी भी तरह के संबंध से इनकार कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को भोपाल में मुख्यमंत्री आवास पर पीड़ित के पैर धोए और इस अपमानजनक घटना पर उससे माफी भी मांगी, लेकिन विपक्षी दल ने चौहान के इस कदम को महज नाटक करार दिया। राज्य सरकार ने पीड़ित को 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी मंजूर की और उसके घर के निर्माण के लिए 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि प्रदान की।

एक ब्राह्मण संगठन ने शुक्रवार को शुक्ला के घर का एक हिस्सा गिराए जाने का विरोध करते हुए कहा कि शुक्ला का कृत्य निंदनीय है लेकिन उसके व्यवहार के लिए उसके परिवार के सदस्यों को दंडित नहीं किया जा सकता है।

राहुल ने चलाया ट्रैक्टर

चंडीगढ़। कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार सुबह अचानक हरियाणा के सोनीपत जिले के एक गांव पहुंचे, जहां उन्होंने लोगों से बातचीत की और खेतों में काम कर रहे किसानों के साथ वक्त बिताया।

कांग्रेस की हरियाणा इकाई के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि राहुल ने धान की बुआई में भी हिस्सा लिया।

राहुल शनिवार तड़के सोनीपत जिले के मदीना गांव पहुंचे। सोनीपत में गोहाना से कांग्रेस विधायक जगबीर सिंह मलिक ने कहा, यह एक आकस्मिक दौरा था… राहुल ने ग्रामीणों और खेतों में काम कर रहे किसानों से बातचीत की। उन्होंने धान की बुआई में हिस्सा लिया और ट्रैक्टर भी चलाया। गांव में मौजूद मलिक ने कहा कि राहुल दिल्ली से संभवत: हिमाचल प्रदेश जा रहे थे।

कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पोस्ट की गई तस्वीरों में राहुल अपनी चिर-परिचित सफेद टी-शर्ट पहने हुए दिखे। वह ग्रामीणों के साथ खेतों में भी गए। गुजरात उच्च न्यायालय ने ‘मोदी उपनाम’ वाली टिप्पणी को लेकर आपराधिक मानहानि मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दोषसिद्धि के फैसले पर रोक लगाने का अनुरोध करने संबंधी उनकी याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी थी।

राहुल ट्रक चालकों की समस्याओं को सुनने के लिए 23 मई को ट्रक पर सवार होकर दिल्ली से चंडीगढ़ गए थे। उन्होंने रात में ट्रक से सफर किया था। तस्वीरों और वीडियो में सफेद टी-शर्ट पहने राहुल एक ट्रक में चालक के साथ यात्रा करते हुए और एक ढाबे पर ट्रक चालकों से बात करते हुए नजर आए थे।

राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तेलंगाना के भाजपा प्रभारी नियुक्त

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तेलंगाना के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए शुक्रवार को केंद्रीय प्रभारियों और सह-प्रभारियों की नियुक्ति की। इन राज्यों में इस साल के अंत तक चुनाव होने हैं।

पार्टी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को राजस्थान, वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश माथुर को छत्तीसगढ़, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को मध्य प्रदेश और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को तेलंगाना का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है।

गुजरात के पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और हरियाणा के कुलदीप बिश्नोई को राजस्थान का सह-प्रभारी बनाया गया है, जबकि केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया को छत्तीसगढ़ का सह-प्रभारी नियुक्ति किया गया है। पार्टी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को मध्य प्रदेश का और भाजपा महासचिव सुनील बंसल को तेलंगाना का सह-प्रभारी नियुक्त किया है।

प्रत्येक राज्य के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा केंद्रीय प्रभारी और सह-प्रभारियों की नियुक्ति करती है। प्रभारी और सह प्रभारी चुनावी राज्यों के पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठकें करते हैं और चुनावी रणनीति को धार देने में भूमिका निभाते हैं। चुनाव के दौरान उम्मीदवारों के चयन में भी उनकी अहम भूमिका होती है। प्रभारी और सह-प्रभारी राज्य नेतृत्व व केंद्रीय नेतृत्व के बीच सेतु का काम भी करते हैं।

Rahul Gandhi की याचिका खारिज, गोवा में कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन

गोवा। गोवा में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने ‘मोदी उपनाम’ वाली टिप्पणी से जुड़े आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी की याचिका गुजरात उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने और सजा पर रोक लगाने से इनकार करने के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (GPCC) के अध्यक्ष अमित पाटकर के नेतृत्व में 100 से ज्यादा Congress  कार्यकर्ताओं ने दोपहर में यहां आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

पाटकर ने पत्रकारों से कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा लिया गया फैसला ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ और ‘लोकतंत्र की हत्या’ है। उन्होंने कहा, हमें यह समझना होगा कि राहुल गांधी को क्यों निशाना बनाया जा रहा है। वह आम लोगों के मुद्दे उठा रहे हैं और वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ हैं। मोदी सरकार लोगों को बांट रही है और राहुल गांधी उन्हें एक साथ लाना चाहते हैं।

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि मोदी और अडानी समूह के बीच संबंधों पर सवाल उठाने के बाद मोदी सरकार ने राहुल गांधी के खिलाफ फर्जी मामले उठाकर उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित करा दिया। गुजरात उच्च न्यायालय ने राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने वाली याचिका को यह कहते हुये खारिज कर दिया कि कांग्रेस नेता पहले से ही पूरे भारत में 10 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।

अदालत ने कहा कि गांधी को उनकी टिप्पणियों के लिये 2 साल की जेल की सजा देने का निचली अदालत का आदेश ‘उचित और विधिसम्मत’ था और सजा पर रोक लगाने का कोई उचित आधार नहीं है।

प्रेमी ने इस वजह से मारा प्रेमिका को चाकू

जयपुर। मानसरोवर थाना इलाके में शराब के पैसे नहीं देने पर एक गुस्साए प्रेमी ने अपनी प्रेमिका पर चाकू से चार-पांच वार कर दिए। युवती की चीख पुकार कि आवाज सुनकर आसपास लोग मौके पर पहुंचे जिन्हे देखकर आरोपी हाथ में चाकू लिए मौके से भाग निकला, लेकिन पड़ौसियों ने पीछा कर आरोपी को कुछ ही दूरी पर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।

पुलिस के बताए अनुसार अशोक विहार, मानसरोवर निवासी संध्या (22) का आरोप है कि उसकी मुलाकात 6 साल पहले इरशाद मध्यप्रदेश निवासी से हुई थी और दोनों भाग कर मध्यप्रदेश के राजगढ चले गए थे तभी से दोनों लिव इन रिलेशनशिप में साथ रह रहें थे। बताया जा रहा है कि 4 जुलाई को संध्या इरशाद के साथ जयपुर आई थी और 5 जुलाई को वो अपने माता पिता से मिलने के लिए पहुंची।

तभी इरशाद ने दोपहर करीब 2 बजे संध्या से शराब पीने के लिए पैसे मांगे, लेकिन संध्या ने इरशाद को पैसे देने से इंनकार कर दिया। इस पर इरशाद आवेश में आ गया और चाकू से संध्या पर हमला कर दिया। आरोपी ने पीड़िता के सिर और गालों पर 3,4 वार किए, सध्या को लहूलुहान हालत में देखकर आरोपी भागने लगा, तभी शोर शराबे की आवाज सुनकर आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंच गए। लेकिन आरोपी हाथ में चाकू लेकर भागने लगा तो पड़ोसियों ने पीछा कर इरशाद को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।

संध्या का आरोप है कि लिव इन रिलेशन में रहने के कुछ ही दिनों बाद से इरशाद उसके साथ जातिसूचक शब्दो का इस्तेमाल करने लगा था। पुलिस ने इरशाद के खिलाफ SC-ST का मामला दर्ज कर लिया है। मामलें की जांच मानसरोवर SP अभिषेक शिवहरी कर रहे है।

महिला ने तीन बच्चों के साथ की आत्महत्या

बीकानेर । राजस्थान के बीकानेर जिले के पांचू थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम को एक महिला ने अपने 3 बच्चों के साथ बरसाती पानी के कुंड में कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।

पुलिस उपनिरीक्षक मनोज कुमार ने शुक्रवार को बताया कि स्वरूपसर गांव की रहने वाली नैनी देवी (32) ने अपनी 2 बेटियों-पूजा (4) और उर्मिला (5) और बेटे भावेश (1) के साथ खेत में बने बरसाती पानी के कुंड में कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। प्रारंभिक जांच से पता चला कि घटना के समय महिला का पति, ससुर और बड़ा बेटा पास के खेत में काम पर गए हुए थे।

उन्होंने बताया कि चारों शव अस्पताल के मुर्दाघर में रखवा दिए गए हैं और परिजनों की सहमति के बाद उनका पोस्टमार्टम किया जाएगा। कुमार के अनुसार, घटना के संबंध में फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।

यह है दुनिया का सबसे अमीर भिखारी…

दुनिया के सबसे अमीर व्‍यक्ति, भारत के सबसे अमीर व्‍यक्ति और एशिया के अरबपतियों के बारे में तो आपने बहुत सुना होगा। लेकिन क्‍या एक भिखारी के बारे में कभी सुना है, जिसके पास करोड़ों की दौलत हो? वैसे तो भिखारी का नाम सुनते ही दिमाग में ऐसा व्यक्ति आता है, जिसके पास ना रहने के लिए घर हो, कपड़े गंदे हो और वह आर्थिक रूप से कमजोर हो, लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे अमीर भिखारी कौन है? कहां रहता है? उसकी कुल संपत्ति कितनी है? आज हम आपको दुनिया के सबसे अमीर भिखारी भरत जैन के बारे में बताने जा रहे हैं।

भरत दुनिया का सबसे अमीर भिखारी है और इसके पास 7 करोड़ रुपये से ज्‍यादा की संपत्ति है। इतनी संपत्ति होने के बावजूद भरत जैन मुंबई की संड़कों पर भीख मांगता हैं। वो 10 से 12 घंटे में प्रति दिन 2 हजार रुपये से लेकर 2500  रुपये जुटा लेता हैं।  आपको बता दें कि वो भीख मांगकर हर महीने 60,000-75,000 रुपए कमाता हैं। उसके पास मुंबई में 1.2 करोड़ रुपए की क़ीमत वाला एक फ्लैट है। भरत मुंबई की कई सड़कों पर भीख मांगता है। जानकारी के अनुसार गरीबी के कारण उसकी पढ़ाई नहीं हो सकी, इसके बाद वह मुंबई में भीख मांगने लगा। दुनिया के सबसे अमीर भिखारी भरत जैन के परिवार में पत्नी, 2 बच्चे, 1 भाई और पिता हैं।

कुत्ते को कार से कुचला, वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने किया मामला दर्ज

नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी इलाके में कार चालक द्वारा एक कुत्ते को कुचलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसी सम्बन्ध में विकासपुरी थाने में मामला दर्ज किया गया है।

आपको बता दें भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने कार का नंबर शेयर कर दिल्ली पुलिस से कार चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।

वीडियो में देखा जा सकता है कि कुत्ता सड़क पर बैठा है तभी काले रंग की एसयूवी कार के चालक ने अगला पहिया कुत्ते पर चढ़ा दिया। वीडियो में कुत्ता दर्द से कराहता दिख रहा है और उठ भी नहीं पा रहा है।

पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विचित्र वीर ने कहा कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर दिया गया है। इस सम्बन्ध में विकासपुरी पुलिस थाने को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं।

ऋण प्रतिभूतियों के खुलासा प्रावधान में SEBI ने किए बदलाव

नई दिल्ली। बाजार नियामक सेबी ने ऋण प्रतिभूतियां जारी करने वाले संस्थानों को बार-बार दस्तावेज जमा करने से राहत देने के लिए नियमों को अधिसूचित कर सामान्य सूचना और प्रमुख सूचना दस्तावेज़ की संकल्पना पेश की है।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने गुरुवार को जारी एक अधिसूचना में कहा कि प्रतिभूति जारीकर्ताओं की तरफ से दाखिल किए जाने वाले सामान्य सूचना दस्तावेज़ (GID) में सामान्य अनुसूची में उल्लिखित सूचनाएं और खुलासे शामिल होंगे। पहली बार प्रतिभूति जारी करते समय शेयर बाजारों के पास इसे जमा करना होगा।

SEBI ने कहा कि GID की वैधता अवधि 1 वर्ष होगी। इसके बाद वैधता अवधि के भीतर गैर-परिवर्तनीय प्रतिभूतियों के निजी आवंटन के लिए प्रतिभूति जारीकर्ताओं को शेयर बाजारों के पास केवल 1 प्रमुख सूचना दस्तावेज (KID) दाखिल करना होगा। KID में वित्तीय जानकारियों का ब्योरा शामिल होगा।

SEBI के मुताबिक, GID और KID की संकल्पना को शुरुआती दौर में 31 मार्च, 2024 तक ‘अनुपालन या स्पष्टीकरण’ के आधार पर लागू किया जाएगा और उसके बाद इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा।  

SEBI ने इस अधिसूचना के जरिये ऋण प्रतिभूतियों या गैर-परिवर्तनीय तरजीही शेयरों को जारी करने के मसौदे में किए जाने वाले खुलासों के बीच समरूपता स्थापित करने की कोशिश की है। संशोधित नियम बृहस्पतिवार से लागू हो गए हैं।

अहंकारी सत्ता सच को दबाने के लिए आजमा रही हर हथकंडे – Priyanka Gandhi

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ‘मोदी उपनाम’ वाली टिप्पणी से जुड़े आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी की याचिका गुजरात उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने के बाद शुक्रवार को आरोप लगाया कि अहंकारी सत्ता सच को दबाने के लिए हर हथकंडे आजमा रही है।

इसके साथ ही प्रियंका ने कहा कि जनता के हितों से जुड़े सवालों से ध्यान भटकाने के लिए केंद्र सरकार साम, दाम, दंड, भेद का सहारा ले रही है। उन्होंने रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता का एक अंश उद्धृत करते हुए ट्वीट किया, ‘समर शेष है, जनगंगा को खुल कर लहराने दो, शिखरों को डूबने और मुकुटों को बह जाने दो, पथरीली ऊंची जमीन है तो उसको तोड़ेंगे, समतल पीटे बिना समर की भूमि नहीं छोड़ेंगे, समर शेष है, चलो ज्योतियों के बरसाते तीर, खण्ड-खण्ड हो गिरे विषमता की काली जंजीर।’

प्रियंका गांधी ने कहा, ‘राहुल गांधी इस अहंकारी सत्ता के सामने सत्य और जनता के हितों की लड़ाई लड़ रहे हैं। अहंकारी सत्ता चाहती है कि जनता के हितों के सवाल न उठें, अहंकारी सत्ता चाहती है कि देश के लोगों की जिंदगियों को बेहतर बनाने वाले सवाल न उठें, अहंकारी सत्ता चाहती है कि उनसे महंगाई पर सवाल न पूछे जाएं, युवाओं के रोजगार पर कोई बात न हो, किसानों की भलाई की आवाज न उठे, महिलाओं के हक की बात न हो, श्रमिकों के सम्मान के सवाल को न उठाया जाए।’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘अहंकारी सत्ता सच को दबाने के लिए हर हथकंडे आजमा रही है, जनता के हितों से जुड़े सवालों से भटकाने के लिए साम, दाम, दंड, भेद, छल, कपट सब अपना रही है। लेकिन, सत्य, सत्याग्रह और जनता की ताकत के सामने न तो सत्ता का अहंकार ज्यादा दिन टिकेगा और न ही सच्चाई पर झूठ का परदा।’ उनका कहना था कि राहुल गांधी ने इस अहंकारी सत्ता के सामने जनता के हितों से जुड़े सवालों की ज्योति जलाकर रखी है।

प्रियंका ने कहा, इसके लिए राहुल गांधी हर कीमत चुकाने को तैयार हैं और तमाम हमलों और अहंकारी भाजपा सरकार के हथकंडों के बावजूद एक सच्चे देशप्रेमी की तरह जनता से जुड़े सवालों को उठाने से पीछे नहीं हटे हैं। जनता का दर्द बांटने के कर्तव्य पथ पर डटे हुए हैं। सत्य की जीत होगी। जनता की आवाज जीतेगी।

गुजरात उच्च न्यायालय ने मोदी उपनाम वाली टिप्पणी को लेकर आपराधिक मानहानि मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाने का अनुरोध खारिज कर दिया।

गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक पूर्णेश मोदी द्वारा दायर 2019 के मामले में सूरत की मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने 23 मार्च को राहुल गांधी को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं 499 और 500 (आपराधिक मानहानि) के तहत दोषी ठहराते हुए 2 साल जेल की सजा सुनाई थी। फैसले के बाद राहुल गांधी को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों के तहत संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। राहुल गांधी 2019 में केरल के वायनाड से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे।

₹25,000 के अंदर बेस्ट Phones: Top 7 Smartphones with Best Features & Performance! महाशिवरात्रि 2025: जानिए पूजा विधि, मंत्र जाप और रहस्यमयी महत्व Naga Sadhu Facts: नागा साधुओं के बारे में 7 रोचक तथ्य: रहस्य, साधना और जीवनशैली Best Indoor Cat Breeds- सबसे अच्छी इनडोर बिल्लियाँ Makar Sakranti: मकर संक्रांति का पतंगों और सूर्य से क्या संबंध है?