लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) की 5 महिला आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। यह पहला मौका है जब पुलिस ने महिला आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। पंजाब पुलिस के काउंटर टेररिज्म विभाग (सीटीडी) ने बताया कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुये पुलिस ने लाहौर एवं शेखूपुरा से इन पांचों महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
सीटीडी ने बयान जारी कर बताया कि महिला आतंकियों के पास से हथियार, नकदी, प्रतिबंधित साहित्य और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। बयान में कहा गया है, महिलाएं आईएसआईएस की सक्रिय सदस्य हैं और देश में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रही हैं।
गिरफ्तार आतंकवादियों की पहचान ऐमन, जावेरिया, सादिया, फैजा और फाखरा के रूप में की गई है। उनके खिलाफ आतंकवाद के मामले दर्ज किये गये हैं। उन्हें आगे की जांच के लिए एक अज्ञात स्थान पर भेज दिया गया है।
पिछले महीने सीटीडी ने 20 से अधिक आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था जो देशभर में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना चाहते थे। उनमें से अधिकांश प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और आईएसआईएस से संबंधित थे।
जयपुर। राजस्थान उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उस जनहित याचिका पर कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें न्यायपालिका पर टिप्पणी का स्वत: संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ आपराधिक अवमानना की कार्यवाही शुरू करने का अनुरोध किया गया था।
न्यायपालिका में भ्रष्टाचार की तरफ इशारा करने वाली गहलोत की टिप्पणी के बाद स्थानीय अधिवक्ता शिवचरण गुप्ता ने बृहस्पतिवार को यह जनहित याचिका दायर की थी। न्यायमूर्ति एम एम श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति आशुतोष कुमार की खंडपीठ ने शनिवार को याचिका पर सुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
गहलोत ने बुधवार को जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया था कि न्यायपालिका में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है। उन्होंने कहा था मैंने सुना है कि कई वकील तो फैसला लिखकर ले जाते हैं और वही फैसला सुनाया भी जाता है।
हालांकि, आलोचना के बाद मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया था कि न्यायपालिका में भ्रष्टाचार के संबंध में उन्होंने एक दिन पहले जो कहा था, वह उनकी निजी राय नहीं थी और उन्होंने हमेशा न्यायपालिका का सम्मान किया है और उसमें विश्वास जताया है। गहलोत की टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को जोधपुर में अधिवक्ताओं ने उच्च न्यायालय और निचली अदालतों में काम का बहिष्कार किया था।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के पहले सूर्य मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनंसुधान संगठन (इसरो) और इसके वैज्ञानिकों को शनिवार को बधाई दी।
After the success of Chandrayaan-3, India continues its space journey.
Congratulations to our scientists and engineers at @isro for the successful launch of India’s first Solar Mission, Aditya -L1.
Our tireless scientific efforts will continue in order to develop better…
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए अतंरिक्ष की बेहतर समझ विकसित करने के वास्ते हमारे अथक वैज्ञानिक प्रयास जारी रहेंगे।
इसरो ने कुछ दिन पहले चंद्रमा पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग करने के बाद एक बार फिर इतिहास रचने के उद्देश्य से शनिवार को देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल1 का आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से सफल प्रक्षेपण किया।
इसने बताया कि आदित्य-एल1 यान पीएसएलवी रॉकेट से सफलतापूर्वक अलग हो गया है। भारत का यह मिशन सूर्य से संबंधित रहस्यों से पर्दा हटाने में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री ने लिखा भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए हमारे वैज्ञानिकों तथा इंजीनियरों को बधाई।
मध्य प्रदेश । मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक पूर्व सैन्यकर्मी ने पत्नी से विवाद के दौरान बीच-बचाव करने आए अपने भाई और भतीजे की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि घटना में उसकी भतीजी घायल हो गई। सनौधा थाने के निरीक्षक आर पी दुबे ने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर लालेपुर गांव में शुक्रवार को हुई गोलीबारी के मामले में पुलिस ने आरोपी रामाधार तिवारी (50) को गिरफ्तार कर लिया है।
दुबे के मुताबिक, रामाधार अपनी पत्नी संध्या से झगड़ रहा था, तभी उसके बड़े भाई राममिलन (62) और भतीजे अज्जू (36) ने दखल देते हुए उसे शांत रहने को कहा। दुबे के अनुसार, इसके बाद आरोपी ने भाई और भतीजे पर गोली चला दी। उन्होंने बताया कि आरोपी ने घर के बाहर खड़ी भतीजी वर्षा (24) को भी गोली मारी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
दुबे के मुताबिक, गोलीबारी के बाद रामाधार अपनी कार में सवार होकर घटनास्थल से भाग गया, लेकिन उसे कुछ घंटे बाद पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि गोलीबारी में घायल राममिलन और अज्जू ने अस्पताल में दम तोड़ दिया, जबकि वर्षा का बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि आरोपी सेना का पूर्व जवान है और उसने लाइसेंसी बंदूक से गोलीबारी की। पुलिस के मुताबिक, आरोपी की 4 बेटियां और 1 बेटा है और गोलीबारी के समय उसके 2 बच्चे स्कूल में थे।
बीजिंग। दक्षिणी चीन में शनिवार सुबह तूफान साओला ने दस्तक दी। चेतावनी को देखते हुए एक दिन पहले ही लगभग 9 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था। इसके अलावा तूफान के चलते हांगकांग के अधिकतर हिस्से और तटीय दक्षिणी चीन के अन्य हिस्सों में व्यापारिक गतिविधियां, परिवहन सेवा और स्कूल बंद कर दिए गए।
गुआंग्डोंग प्रांत के मौसम विज्ञान ब्यूरो ने बताया कि हांगकांग के ठीक दक्षिण में झुहाई शहर में रात 3 बजकर 30 मिनट यह शक्तिशाली तूफान आया। अनुमान जताया गया था कि तूफान 17 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गुआंग्डोंग तट के साथ दक्षिण-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा, लेकिन पहले से ही यह कमजोर पड़ने लगा।
चेतावनी को देखते हुए शुक्रवार को ही गुआंग्डोंग में 7,80,000 लोगों को जोखिम वाले क्षेत्रों से बाहर निकाल लिया गया, जबकि पड़ोसी फुजियान प्रांत में 1,00,000 अन्य लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया। ज्यादातर कामकाजी लोग घरों पर ही रहे और विभिन्न शहरों में स्कूलों को अगले सप्ताह तक के लिए बंद कर दिया गया है।
हांगकांग के शेयर बाजार में शुक्रवार को कामकाज बंद कर दिया गया। इसके अलावा लगभग 460 उड़ानें रद्द होने से सैकड़ों लोग हवाई अड्डे पर फंसे रहे। समाचार चैनल सीसीटीवी ने अपनी खबर में बताया कि रेल अधिकारियों ने शुक्रवार रात से शनिवार शाम तक गुआंग्डोंग प्रांत में आने वाली और यहां से रवाना होने वाली रेलगाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया।
डरबन। कप्तान मिशेल मार्श ने की शानदार फॉर्म और मैथ्यू शार्ट की अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी की बदौलत आस्ट्रेलिया ने दूसरे टी20 क्रिकेट मैच में दक्षिण अफ्रीका को आठ विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में अजेय बढ़त हासिल कर ली. 3 मैचो की सीरीज के दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले टॉस जीता. लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने पहले गेंदबाजी का फैसला लिया. और दक्षिण अफ्रीका की टीम को 164 रन पर ही ढेर कर दिया. ऑस्ट्रेलिया ने लह लक्ष्य दो विकेट खोकर हासिल कर लिया.
बुधवार को खेले गए पहले मैच में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ नाबाद 92 रन की पारी खेलने वाले मार्श ने दूसरे मैच में नाबाद 76 रन बनाए जबकि शार्ट ने 30 गेंदों पर 66 रन की पारी खेली. इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी की. ऑस्ट्रेलिया ने पहला मैच 111 रन के बड़े अंतर से जीता था. तीसरा और अंतिम मैच रविवार को खेला जाएगा.
दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और एक समय उसका स्कोर चार विकेट पर 46 रन था। कप्तान एडेन मार्कराम (49), सलामी बल्लेबाज तेंबा बावुमा (35) और ट्रिस्टन स्टब्स (27) के प्रयासों से वह सम्मानजनक स्कोर बनाने में सफल रहा. मार्कराम ने स्टब्स के साथ 51 रन और गेराल्ड कोएट्ज़ी (11) के साथ 41 रन की साझेदारी की. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सीन एबोट और नाथन एलिस ने तीन-तीन विकेट लिए.
श्रीहरिकोटा। शनिवार को 11 बजकर 50 मिनिट पर भारत ने अपने पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 को लॉन्च कर दिया. चांद पर चमत्कार करने के बाद अब भारत के कदम सूरज की और अग्रसर हो गए है. भारत के साथ-साथ पूरे विश्व की निगाहें हमारे मिशन सूर्य अध्ययन यानी Aditya-L1 पर टिकी हैं. आदित्य एल-1 अंतरिक्ष यान को पृथ्वी और सूर्य के बीच की एक फीसदी दूरी तय करके L-1 पॉइंट पर पहुंचा देगा. लॉन्चिंग के ठीक 127 दिन बाद यह अपने पॉइंट L1 तक पहुंचेगा. इस पॉइंट पर पहुंचने के बाद Aditya-L1 बेहद अहम डेटा भेजना शुरू कर देगा.
ISOR द्वारा लॉन्च किए गए आदित्य-L1 का वजन 1480.7 किलोग्राम है. अपनी लॉचिंग से बस 63 मिनट बाद रॉकेट से आदित्य-L1 स्पेसक्राफ्ट अलग हो जाएगा. वैसे तो आदित्य एल-1 को रॉकेट 25 मिनट में ही तय कक्षा में पहुंचा देगा. यह इस रॉकेट की सबसे लंबी उड़ानों में से एक है. आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट से की गई है. इस रॉकेट की यह 25वीं उड़ान थी. रॉकेट PSLV-XL आदित्य को उसके तय ऑर्बिट में छोड़ने निकल गया है. लॉन्च के करीब एक घंटे बाद आदित्य-एलवन अपनी तय कक्षा में पहुंचेगा.
सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष यान
‘आदित्य एल1’ सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष यान होगा. आदित्य एल-1 को 11 बजकर 50 मिनट पर इसरो के भरोसेमंद पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) के जरिये श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से प्रक्षेपित किया जाएगा. ‘आदित्य एल1’ के 125 दिनों में लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर लैग्रेंजियन बिंदु ‘एल1’ के आसपास हेलो कक्षा में स्थापित होने की उम्मीद है, जिसे सूर्य के सबसे करीब माना जाता है.
मिशन का मुख्य उद्देश्य
मिशन का मुख्य उद्देश्य सौर वातावरण में गतिशीलता, सूर्य के परिमंडल की गर्मी, सूर्य की सतह पर सौर भूकंप या कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई), सूर्य के धधकने संबंधी तिविधियों और उनकी विशेषताओं तथा पृथ्वी के करीब अंतरिक्ष में मौसम संबंधी समस्याओं को समझना है. ‘आदित्य एल1’ सात पेलोड ले जाएगा, जिनमें से चार सूर्य के प्रकाश का निरीक्षण करेंगे. इसरो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘चंद्रयान-3’ की सॉफ्ट लैंडिंग में मिली कामयाबी के बाद इस मिशन को अंजाम दे रहा है.
सूर्य का अध्ययन करने के लिए आदित्य एल-1 मिशन पर इसरो के पूर्व चेयमैन जी. माधवन नायर ने कहा, “ये मिशन बहुत महत्वपूर्ण है. आदित्य एल-1 को लैग्रेंजियन प्वाइंट 1 के आसपास रखा जाएगा, जहां पृथ्वी और सूर्य का गुरुत्वाकर्षण बल खत्म हो जाता है और न्यूनतम ईंधन के साथ, हम वहां अंतरिक्ष यान बनाए रख सकते हैं. इसके अलावा 24 घंटे सातों दिन ऑब्जर्वेशन संभव है. अंतरिक्ष यान में सात उपकरण लगाए गए हैं. इस मिशन का डेटा वायुमंडल में होने वाली विभिन्न घटनाओं, जलवायु परिवर्तन अध्ययन आदि को समझाने में मदद करेगा.
सीएम अशोक गहलोत ने दी इसरो को शुभकामनाएं
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने एक्स (ट्वीट) पर पोस्ट करते हुए बधाई दी. सीएम गहलोत ने कहा कि ‘चंद्रमा के बाद अब सूर्य की बारी,दुनिया देख रही काबिलियत हमारी! सोलर मिशन के तहत #AdityaL1 की लॉन्चिंग हेतु @ISRO की पूरी टीम को असीम शुभकामनाएं। पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर लेंगरेंज प्वाइंट वन पर रहकर Aditya-L1 द्वारा सूर्य की स्टडी से कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाकर भारत अंतरिक्ष विज्ञान में कीर्तिमान स्थापित करेगा और पूरी दुनिया भारत की महिमा गाएगी।
चंद्रमा के बाद अब सूर्य की बारी दुनिया देख रही काबिलियत हमारी!
सोलर मिशन के तहत #AdityaL1 की लॉन्चिंग हेतु @ISRO की पूरी टीम को असीम शुभकामनाएं।
पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर लेंगरेंज प्वाइंट वन पर रहकर Aditya-L1 द्वारा सूर्य की स्टडी से कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाकर भारत…
शुक्रवार को सिंगापुर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय मूल के अर्थशास्त्री थर्मन शनमुगरत्नम जीत हासिल की. भारतीय मूल के शनमुगरत्नम ने साल 2011 के बाद पहली बार हुए राष्ट्रपति चुनाव में चीनी मूल के दो प्रतिद्वंद्वियों को हराया. भारतीय मूल के शनमुगरत्नम करीब 20 सालों से पीपुल्स एक्शन पार्टी (PAP) के साथ जुड़े हुए हैं.
पीएम मोदी ने दी बधाई
भारतीय मूले के थरमन शणमुगारत्नम को सिंगापुर का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद भारत कते पीएम नरेंद्र मोदी ने बधाई देते हुए कहा कि “मैं भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं।” भारतीय मूल के सिंगापुरी अर्थशास्त्री थरमन (66) देश के नौवें राष्ट्रपति होंगे.
पॉलिसी मेकिंग के किंग है भारतीय मूल के शनमुगरत्नम
भारतीय मूल के शनमुगरत्नम ने पहले सिंगापुर के उपप्रधानमंत्री व वित्त मंत्री के रुप में भी काम का हैं. सिंगापुर की राजनीति में थर्मन शनमुगरत्नम का नाम एक अनुभवी राजनेता के रुप में जाना जाता है. पॉलिसी मेकिंग के मामले में शनमुगरत्नम का कोई जवाब नहीं हैं. शनमुगरत्नम के परिवार में कुल 6 लोग है. इनकी पत्नी का नाम युमिको इटोगी है. इनके 4 बच्चे हैं भारतीय मूल के होने के कारण इन्होनें अपने चारों बच्चों के नाम माया, आकाश, कृष्ण और अर्जुन ऱखे हैं. थर्मन शनमुगरत्नम के बच्चे अपने माता-पिता के नक्शेकदम पर चले हैं. सबसे बड़ा बच्चा माया एक सामाजिक उद्यमी और वकील है, जबकि दूसरा बच्चा आकाश एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. वहीं दो छोटे भाई-बहन, कृष्ण और अर्जुन क्रमांक इकोनॉमिक, पॉलिटिक्स और संगीत, आर्ट्स के स्टूडेंट हैं.
2001 में शुरु किया अपना राजनीतिक जीवन
शनमुगरत्नम ने अपना राजनीतिक जीवन 2001 में शुरु किया. उन्होंने चार बार सिंगापुर के सांसद का चुनाव जीता. वर्ष 2006, 2011, 2015 और 2020 तक लगातार वो सांसद रहे. इसके अलावा वो 2019 से 2023 तक सिंगापुर कैबिनेट में सीनियर मिनिस्टर के पद पर भी रहे. अपने कार्यकाल के दौरान 2003 से 2008 के बीच उन्होंने शिक्षा मंत्री का पद भी संभाला. वर्ष 2007 से 2015 तक वो सिंगापुर सरकार में वित्त मंत्री भी रहे हैं. वर्ष 2011-2012 में मानव हितों के लिए काम किया इस दौरान वे ह्यूमन रिसोर्स मिनिस्टर रहे. 2015 से 2023 तक उन्होने देश में सोशल पॉलिसीज़ मिनिस्टर का पद संभाला.
श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) देश के पहले सूर्य मिशन के तहत ‘आदित्य एल1’ यान को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से शनिवार को प्रक्षेपित करने के लिए तैयार है. ‘आदित्य एल1’ को सूर्य परिमंडल के दूरस्थ अवलोकन और पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर ‘एल1’ (सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु) पर सौर हवा का वास्तविक अवलोकन करने के लिए डिजाइन किया गया हैय
सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष यान
‘आदित्य एल1’ सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष यान होगा. आदित्य एल-1 को 11 बजकर 50 मिनट पर इसरो के भरोसेमंद पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) के जरिये श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से प्रक्षेपित किया जाएगा. ‘आदित्य एल1’ के 125 दिनों में लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर लैग्रेंजियन बिंदु ‘एल1’ के आसपास हेलो कक्षा में स्थापित होने की उम्मीद है, जिसे सूर्य के सबसे करीब माना जाता है.
मिशन का मुख्य उद्देश्य
मिशन का मुख्य उद्देश्य सौर वातावरण में गतिशीलता, सूर्य के परिमंडल की गर्मी, सूर्य की सतह पर सौर भूकंप या कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई), सूर्य के धधकने संबंधी तिविधियों और उनकी विशेषताओं तथा पृथ्वी के करीब अंतरिक्ष में मौसम संबंधी समस्याओं को समझना है. ‘आदित्य एल1’ सात पेलोड ले जाएगा, जिनमें से चार सूर्य के प्रकाश का निरीक्षण करेंगे. इसरो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘चंद्रयान-3’ की सॉफ्ट लैंडिंग में मिली कामयाबी के बाद इस मिशन को अंजाम दे रहा है.
जयपुर। ज्यूडिशियरी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर सूबे में उबाल आया हुुआ है। वकीलों ने शुक्रवार को प्रदेशभर में न्यायिक कार्य ठप रखा। हाई कोर्ट से लेकर ज्यादातर अधीनस्थ अदालतों में कामकाज प्रभावित होने से लाेग परेशान रहे। इधर वकीलों ने मुख्यमत्री के बयान के विरोध में भाजपा के पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी की अगुवाई में गवर्नर को ज्ञापन दिया। इससे पूर्व कलेक्ट्रेट सर्किल पर वकीलों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री का पुतला जलाया। वकीलों ने मुख्यमंत्री के पोस्टर फाड़ डाले। वकील चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अपने बयान के लिए बिना शर्त उनसे माफी मांगें। इस तरह का बयान देकर उन्होंने न्यायपालिका की अवमानना की है।
कलेक्ट्रेट सर्किल पर वकीलों ने शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन के दौरान रास्ता रोका। उन्होंने राहगीरों से जमकर अभद्रता की और उत्पात मचाया। प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने यहां से गुजर रहे एक स्कूटर सवार को आगे जाने से रोका। स्कूटर सवार ने आगे जाने की विनती की। इस पर वकीलों का समूह उग्र हो गया। इनमें से एक वकील ने स्कूटर सवार को गलत शब्द कहते हुए लौट जाने को कहा। नहीं जाने पर हाथ पकड़ा और तमाचा जड़ दिया। इस पर स्कूटर सवार रोने लगा और पास ही खड़े पुलिसकर्मी से शिकायत की। इस पर पुलिसकर्मी बेबस दिखा और वह भी बचकर निकल गया। उच्च अधिकारी के पास जब यह वाकया पहुंचा तो इन पर कार्रवाई के लिए भी उन्हें सोचना पड़ गया। बाद में राहगीर व अन्य लोग डरकर लौट गए। यह तमाशा काफी देर तक चला। इस सारे घटनाक्रम को अपने कैमरे में हमारे सीनियर फोटो जर्नलिस्ट मुकेश शर्मा ने कैद किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनकारियों से समझाइश भी की।
सीएम गहलोत के खिलाफ पीआईएल दायर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद उनके खिलाफ हाई कोर्ट में जनहित याचिका भी दायर हो चुकी हैं। हाई कोर्ट में पीआईएल दायर करके अधिवक्ता शिवचरण गुप्ता ने कहा- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह बयान न्यायपालिका को शर्मशार करने वाला है। यह न्यायपालिका की प्रतिष्ठा को धूमिल करता है। गहलोत का यह बयान अवमानना की परिभाषा में आता है।
बार ने किया निंदा प्रस्ताव पारित
द डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट बार एसोसिएशन ने गहलोत की टिप्पणी पर निंदा प्रस्ताव पारित किया। बार के महासचिव गजराज सिंह राजावत ने बताया कि न्यायिक कार्य का बहिष्कार शुक्रवार को भी जारी रहा। बार ने प्रधानमंत्री , राष्ट्रपति , सीजे उच्चतम न्यायालय, सीजे राजस्थान उच्च न्यायालय, के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया है। उन्होने बताया कि समस्त राजस्थान में राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर, राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर, अधीनस्थ न्यायालय जोधपुर, अधीनस्थ न्यायालय जयपुर में न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया गया। बार काउंसिल के पूर्व उपाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह तंवर ने राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा कि गहलोत ने न्यायपालिका पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सार्वजनिक रूप से बयान दिया है।
लगातार हो रहे वकीलों के प्रदर्शन
गहलोत के बयान के बाद वकील लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को हाई कोर्ट परिसर में वकीलों ने उनका पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं, आज जयपुर के सैशन कोर्ट में वकीलों ने सीएम गहलोत के खिलाफ प्रदर्शन करके मांग रखी कि सीएम गहलोत तुरंत अपने बयान के लिए माफी मांगें।
यह कहा था गहलोत ने
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि ज्यूडिशियरी में भयंकर भ्रष्टाचार हो रहा है। मैंने सुना है कि कई वकील तो जजमेंट लिखकर ले जाते हैं। वही जजमेंट आता है। ज्यूडिशियरी के अंदर यह क्या हो रहा है? चाहे लोअर ज्यूडिशियरी हो या अपर। हालात गंभीर हैं। देशवासियों को सोचना चाहिए।