Sunday, July 6, 2025
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हिमाचल में बाढ़ का कहर, राजधानी में भी यमुना खतरे के निशान से ऊपर

देश की राजधानी दिल्ली में मौसम और बारिश काल कहर लगातार जारी है यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर आ गया है रविवार को जब सुबह हथिनीकुंड बैराज से 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़े गया तो  नदी का जलस्तर सुबह 7 बजे 205.81 मीटर तक पहुंच गया था।इससे पहले शनिवार को पानी का लेवल खतरे के निशान (205.33 मीटर) के आसपास रहा। पानी का लेवल कम होने के कारण जो लोग अपने घरों में लौट गए थे, उन लोगों ने फिर से शनिवार को राहत शिविर की शरण ले ली

पिछले दिनों में हिमाचल के कुल्लू व शिमला में बादल फटने से आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया, हिमाचल में अलग-अलग हादसों में 7 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, इससे प्रदेश में मानसून में मरने वालों का आंकड़ा 150 के पार हो गया। वहीं शनिवार को गुजरात के जूनागढ़ शहर में लगातार 4 घंटे तक बारिश हुई, इन 4 घंटो तक लगातार हुई 10 इंच बारिश से शहर में बाढ़ आ गई। कुछ समय बाद बारिश बंद हो गई लेकिन शहर के कई इलाकों में अब भी 5-6 फीट तक पानी भरा हुआ है।

Maharashtra Landslide: खोज एवं बचाव अभियान फिर शुरू, 81 लोग अब भी लापता

मुंबई। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों ने महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में हुए भूस्खलन के बाद रविवार को चौथे दिन खोज एवं बचाव अभियान फिर से शुरू किया।

अधिकारियों ने बताया कि इस भूस्खलन में कम से कम 27 लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ के एक अधिकारी के अनुसार, रविवार सुबह खोज एवं बचाव अभियान बहाल होने के बाद अभी तक कोई शव बरामद नहीं किया गया है। मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर दूर तटीय रायगढ़ जिले की खालापुर तहसील में एक पहाड़ी पर स्थित आदिवासी गांव में बुधवार रात भूस्खलन हुआ था। गांव के 48 में से कम से कम 17 मकान पूरी तरह से या आंशिक रूप से मलबे में दब गए।

इससे पहले, अधिकारियों ने कहा था कि शनिवार को भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 27 हो गई, जबकि 81 लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अंधेरे और खराब मौसम के कारण शनिवार रात को खोज एवं बचाव अभियान बंद कर दिया गया था। रविवार सुबह इसे फिर से शुरू किया गया। बचाव अभियान में मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है, क्योंकि गांव तक जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं होने के कारण वहां मिट्टी की खुदाई करने वाले यंत्रों को ले जाना आसान नहीं है। अभी तक बरामद हुए 27 शवों में से 12 शव महिलाओं, 10 पुरुषों और 4 बच्चों के हैं, जबकि एक व्यक्ति की शिनाख्त अभी नहीं हो पाई है।

उन्होंने बताया कि इस हादसे में एक ही परिवार के 9 सदस्यों की मौत हो गई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता उद्धव ठाकरे ने शनिवार को इरशालवाड़ी के निवासियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भूस्खलन के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बसाया जाना चाहिए।

टमाटर का ट्रक हाइजैक

बेंगलुरु। तमिलनाडु के एक दंपति को बेंगलुरु में 2.5 टन टमाटर से लदे ट्रक को हाइजैक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, वेल्लोर निवासी दंपति राजमार्गों पर लूटपाट करने वाले एक गिरोह के सदस्य हैं और उन्होंने 8 जुलाई को चित्रदुर्ग जिले के चिक्काजाला में हिरियुर के एक किसान मल्लेश को रोका और यह दावा करते हुए उससे पैसे ऐंठने की कोशिश की कि उसके ट्रक ने उनकी कार में टक्कर मारी है।

पुलिस के मुताबिक, जब मल्लेश ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो दंपति ने उससे मारपीट की, उसे ट्रक से बाहर निकाल दिया और 2.5 लाख रुपये से अधिक कीमत के 2.5 टन टमाटर से लदे ट्रक को लेकर फरार हो गए।

पुलिस ने बताया कि किसान की शिकायत पर आरएमसी यार्ड पुलिस ने गिरोह का पता लगाया और शनिवार को भास्कर (28) और उसकी पत्नी सिंधुजा (26) को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनके 3 अन्य साथी अब भी फरार हैं।

भारतीय निशानेबाजों ने रचा इतिहास

नई दिल्ली। भारतीय पुरुष और महिला 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल टीमों ने शनिवार को कोरिया के चांगवोन में चल रही आईएसएसएफ (अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ) विश्व जूनियर चैंपियनशिप में 2 और कांस्य पदक जीते।

प्रतियोगिता के सातवें दिन इन 2 पदकों के बाद भारत के नाम 4 स्वर्ण, 5 रजत और 5 कांस्य पदक हो गये है। टीम पदक तालिका में चीन के बाद दूसरे स्थान पर बरकरार है। चीन ने अब तक 12 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 26 पदक अपने नाम किये है।

उनिश होलिन्दर, रणदीप सिंह और अक्षय कुमार ने पुरुषों की 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल में कुल 1671 का स्कोर बनाकर टीम को कांस्य पदक दिलाया। याशिता शौकीन, प्रार्थना खन्ना और तियाना ने महिलाओं की संबंधित स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। इन तीनों का कुल स्कोर 1573 था। एक साथ चल रहे पुरुष और महिला ट्रैप क्वालीफायर के दूसरे दिन कुछ भारतीय निशानेबाज शीर्ष 6 में जगह बनाने के लिए अच्छी स्थिति में थे।

पुरुषों की स्पर्धा में शपथ भारद्वाज 4 दौर के बाद 94 के स्कोर के साथ आठवें स्थान पर हैं। शपथ के साथी बख्तियारुद्दीन मालेक और शार्दुल विहान 93 अंकों के साथ क्रमशः नौवें और 10वें स्थान पर रहे।

महिलाओं में आशिमा अहलावत 4 दौर में 88 के स्कोर के साथ सातवें स्थान पर है। प्रीति रजक 87 अंकों के साथ नौवें और भव्या त्रिपाठी 86 अंकों के साथ 10वें स्थान पर है। पांचवें और अंतिम क्वालीफाइंग दौर के बाद ट्रैप फाइनल रविवार को होना है।

70 यात्रियों से भरी बस फसी नदी में, JCB से किया रेस्क्यू

बिजनौर । उत्तरप्रदेश के बिजनौर से एक वीडियो सामने आया है इस वीडियो में एक बस नदी में फंस गई है जिसमें 70 यात्रियों के होने की सूचना है नदी की उफनती धारा में बस के फंसने से यात्रियों की जान हल्के आ गई  . मामला  बिजनौर के भागूवाला की कोटवाली नदी का है जिसमें बारिश के बाद नदी का स्तर काफी बढ़ गया. इस दौरान एक बस जो नजीबाबाद से हरिद्वार जा रही थी  बस के चालक ने नदी को पार करने का निर्णय लिया. नदी को पार करने के दौरान रूपहडिया डिपो की बस पानी के तेज बहाव में फंस गई. बस में बैठे यात्रियों की जान हलक में आ गई ।


जेसीबी से करना पड़ा रेस्क्यू

बस के नदी में फंसने की सूचना स्थानीय प्रशासन और पुलिस को दी सूचना मिलते ही प्रशासन अर्लट मोड़ पर आ गया । यात्रियों को बचाने के लिए पुलिस के अधिकारी जेसीबी और पोकलेन मशीन लेकर नदी पर पहुंचे. यात्रियों को बस के अंदर से खिड़की के सहारे निकाला गया उसके बाद  जेसीबी की मदद से नदी से बाहर सुरक्षित लाया गया. बाद में नदी के बीच से बस को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है. सभी सवारियों ने बाहर निकलने के बाद
पुलिस के अधिकारियों ने राहत की सांस ली । सभी यात्रियों ने पुलिस अधिकारियों और स्थानीय लोगो को धन्यवाद किया ।

दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्यपाल नहीं जानते कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना वैध या नहीं – भगवंत मान

चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि यह ”बहुत दुर्भाग्यपूर्ण” है कि पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित नहीं जानते कि विधानसभा का जून में बुलाया गया 2 दिवसीय विशेष सत्र वैध था, या नहीं।

पुरोहित ने 17 जुलाई को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि उनका मानना है कि विशेष सत्र आहूत करना ‘कानून और कार्य प्रणाली का उल्लंघन’ था। मान ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पूर्ववर्ती अमरिंदर सिंह सरकार के कार्यकाल के दौरान राज्यपाल की अनुमति के बिना 2 बार विधानसभा का सत्र बुलाया गया था क्योंकि सत्रावसान नहीं हुआ था। मान ने कहा, ”यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब के राज्यपाल को यह नहीं पता कि सत्र वैध था, या अवैध।”

उन्होंने कहा कि संविधान विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद सत्र बुलाया गया।

मुख्यमंत्री, पुरोहित के उस पत्र पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें राज्यपाल ने कहा था कि विधानसभा का सत्र बुलाना संभवतः कानून और कार्य प्रणाली का उल्लंघन है। साथ ही, उन्होंने संकेत दिया था कि वह सदन की बैठक के दौरान पारित विधेयकों पर शीघ्र हस्ताक्षर नहीं कर सकते हैं।

पुरोहित ने विधेयकों की वैधता पर भी सवाल उठाया था और कहा था कि वह इन पर अटॉर्नी जनरल की सलाह लेने, या उन्हें राष्ट्रपति के पास भेजने पर विचार कर रहे हैं। मान द्वारा राज्यपाल से सिख गुरुद्वारा (संशोधन) विधेयक, 2023 पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किये जाने के बाद पुरोहित की यह प्रतिक्रिया आई। विधेयक का उद्देश्य अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से ‘गुरबानी’ का ‘फ्री-टू-एयर’ प्रसारण सुनिश्चित करना है।

यह उन 4 विधेयकों में से एक है जिन्हें 19-20 जून को बुलाए गए सत्र में पारित किया गया था। मान ने राज्यपाल पर सिख गुरुद्वारा (संशोधन) विधेयक, 2023 पर हस्ताक्षर करने में देरी का भी आरोप लगाया। एक सवाल के जवाब में मान ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास करने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) की आलोचना की कि स्वर्ण मंदिर से ‘गुरबानी’ का प्रसारण अधिकार सिर्फ एक टीवी चैनल के पास रहे।

उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की उस मंशा पर फिर से सवाल उठाया जिसके तहत वह दोनों पक्षों के बीच करार 23 जुलाई को समाप्त होने के बाद भी एक विशेष टेलीविजन चैनल को ‘गुरबानी’ का प्रसारण जारी रखने के लिए कह रही है।

मान ने सवाल किया, ‘‘एसजीपीसी केवल एक चैनल के लिए अनुरोध क्यों कर रही है? यह एक निजी चैनल है। यह (गुरबानी के प्रसारण के लिए) अन्य टीवी चैनलों से अनुरोध क्यों नहीं कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि कई चैनल गुरबानी के प्रसारण के लिए तैयार हैं।

मान ने कहा कि सिखों की सर्वोच्च संस्था अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार ने एक साल पहले गुरबानी के ‘फ्री-टू-एयर’ प्रसारण के लिए एक चैनल शुरू करने की वकालत की थी, लेकिन एसजीपीसी तब से गहरी नींद में है।

मान ने कहा कि मौजूदा जत्थेदार ने पिछले महीने पंजाब सरकार और एसजीपीसी को लिखे अपने पत्र में ‘गुरबानी’ के सीधे प्रसारण के लिए किसी विशेष चैनल का नाम नहीं लिया था, लेकिन अनावश्यक रूप से एसजीपीसी ने केवल अपने आकाओं को खुश करने के लिए उसी चैनल से सिख भजनों का प्रसारण जारी रखने के लिए कहा है।

एसजीपीसी ने शुक्रवार को जीनेक्स्ट मीडिया (पीटीसी चैनल) के प्रबंधन से अपील की थी कि सिख समुदाय की भावनाओं और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा दिए गए आदेश को ध्यान में रखते हुए, जब तक एसजीपीसी का खुद का सैटेलाइट चैनल स्थापित नहीं हो जाता तब तक स्वर्ण मंदिर से ‘गुरबानी’ का प्रसारण जारी रखा जाए। एसजीपीसी का जीनेक्स्ट मीडिया (जो अभी गुरबानी का प्रसारण कर रही है) से करार 23 जुलाई को समाप्त हो जाएगा। पीटीसी का संबंध अक्सर बादल परिवार से जोड़ा जाता है।

करोड़ों नौकरियां खत्म, युवाओं का भविष्य अंधकार में – कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा करीब 70 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र सौंपे जाने की पृष्ठभूमि में शनिवार को आरोप लगाया कि पिछले 9 वर्षों के दौरान करोड़ों नौकरियां खत्म हो गई और लगभग 20 हजार लघु एवं मध्यम इकाइयां बंद हो गई।

पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री किश्तों में भर्ती पत्र बांटकर ऐसे जता रहें हैं कि मानो उन्होंने हर साल 2 करोड़ नौकरियों का वादा पूरा कर दिया हो, जबकि उनकी सरकार के तहत युवाओं का भविष्य अंधकार में है।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि एमएसएमई क्षेत्र इस ‘अमृतकाल’ में अपने सबसे बुरे दौर का सामना कर रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को करीब 70 हजार लोगों को डिजिटल माध्यम से नियुक्ति पत्र सौंपा। इस अवसर उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान सत्ता के लोभ में राष्ट्रीय हितों को तिलांजलि दी गई।

खरगे ने ट्वीट किया, ‘‘देश में 3 वर्षों में ही क़रीब 20,000 एमएसएमई उद्योग ठप्प हुए। अकेले सरकारी महकमों में ही 30 लाख पद ख़ाली हैं। पर ‘इवेंटजीवी’ मोदी सरकार के मुखिया, मोदी किश्तों में भर्ती पत्र बांटकर ऐसे जता रहें हैं कि मानो उन्होंने 2 करोड़ नौकरियां, प्रति वर्ष देने का भाजपाई वादा पूरा कर दिया हो। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘वो तो सरकार के स्वीकृत पद हैं, वो तो कब के भर जाने चाहिए थे ! पिछले 9 वर्षों में स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया, स्टैंडअप इंडिया आदि का इवेंट तो बनाया गया, पर लाखों एमएसएमई को मोदी सरकार की ग़लत नीतियों का दंश झेलना पड़ा !’’

खरगे ने आरोप लगाया, ‘‘करोड़ों युवाओं की नौकरिया ख़त्म हो गई। उनका भविष्य अंधकारमय हो गया। एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस को तो ख़ासा चोट पहुंची। देश के युवा अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस युवा विरोधी सरकार को जाना होगा। भारत जुड़ेगा, ‘इंडिया’ जीतेगा !’’

रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री का सारा ध्यान सिर्फ अपने चुनिंदा पूंजीपति मित्रों को फ़ायदा पहुंचाने पर है। देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले एमएसएमई को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। लोकसभा में सरकार ने ख़ुद माना कि 3 साल में क़रीब 20 हज़ार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम बंद हुए हैं। यह अनुमान भी वास्तविकता से बेहद कम है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘एमएसएमई क्षेत्र अभी तक नोटबंदी और जीएसटी की मार से नहीं उबरा है। सरकार की तरफ़ से पर्याप्त कदम भी नहीं उठाए जा रहे हैं। यही कारण है कि जो सेक्टर युवाओं को रोज़गार देने में अहम भूमिका निभा सकता था, देश की अर्थव्यवस्था को मज़बूती प्रदान कर सकता था, वो तथाकथित अमृत काल में अपने सबसे बुरे दौर में है।’’

Manipur Case :  महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में 5वां आरोपी गिरफ्तार

इंफाल। मणिपुर पुलिस ने राज्य के कांगपोकपी जिले में 4 मई को 2 आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के संबंध में 5वें व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी उम्र लगभग 19 वर्ष है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

आरोप है कि भीड़ ने महिलाओं का छोड़ने से पहले उनका यौन उत्पीड़न किया। बुधवार को इस घटना का 26 सेकेंड का वीडियो सामने आया था। बी. फाइनोम गांव में महिलाओं की परेड कराने वाली भीड़ में शामिल रहे व्यक्ति को 1 महिला को घसीटते हुए देखा गया था। यह व्यक्ति घटना की व्यापक निंदा होने के बाद गुरुवार को गिरफ्तार किए गए 4 लोगों के साथ शामिल था।

पुलिस ने कहा कि इन 4 लोगों को शुक्रवार को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। जिन 2 महिलाओं के साथ यह शर्मनाक घटना हुई, उनमें से एक भारतीय सेना के पूर्व जवान की पत्नी है, जिसने असम रेजिमेंट में सूबेदार के रूप में सेवाएं दी थीं और करगिल युद्ध में भी हिस्सा लिया था।

घटना से जुड़े वीडियो को लेकर कांगपोकपी जिले के सैकुल पुलिस थाने में 21 जून को शिकायत दर्ज कराई गई थी।

मामले में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, भीड़ ने 4 मई को एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी, जिसने कुछ लोगों को अपनी बहन से दुष्कर्म करने से रोकने की कोशिश की थी। प्राथमिकी के मुताबिक, इसके बाद 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया और दूसरे लोगों के सामने ही उनका यौन उत्पीड़न किया गया।

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की बहुसंख्यक मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 3 मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

Defamation Case :  सेना अधिकारी को 2 करोड़ रुपये का मुआवजा

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने रक्षा खरीद में भ्रष्टाचार में कथित तौर पर शामिल होने संबंधी एक समाचार पोर्टल के ‘खुलासे’ के कारण भारतीय सेना के एक अधिकारी की जो बदनामी हुई, उसे लेकर उन्हें 2 करोड़ रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया है।

न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा ने मेजर जनरल एम एस अहलूवालिया द्वारा दायर मुकदमे का फैसला करते हुए शुक्रवार को निर्देश दिया कि इस राशि का भुगतान समाचार पोर्टल तहलका डॉट कॉम, इसकी मालिक कंपनी मेसर्स बफेलो कम्युनिकेशंस, इसके मालिक तरुण तेजपाल और 2 पत्रकारों-अनिरुद्ध बहल एवं मैथ्यू सैमुअल द्वारा किया जाएगा। अदालत ने कहा कि किसी ईमानदार सैन्य अधिकारी की प्रतिष्ठा को गंभीर नुकसान पहुंचाने का इससे बड़ा मामला नहीं हो सकता और प्रकाशन के 23 वर्षों के बाद माफ़ी मांगना ‘न सिर्फ अपर्याप्त बल्कि बेतुका भी है।’’ समाचार पोर्टल ने कथित ‘‘खुलासा’’ 2001 में किया था।

अदालत ने हालांकि कहा कि वादी ज़ी टेलीफिल्म लिमिटेड और उसके अधिकारियों की ओर से मानहानि के किसी भी कृत्य को साबित नहीं कर सके, जिसने समाचार पोर्टल के साथ एक समझौते के बाद संबंधित खबर का प्रसारण किया था। अदालत ने कहा कि वादी की न केवल जनता की नजरों में प्रतिष्ठा धूमिल हुई बल्कि उनका चरित्र भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से खराब हुआ, जिसे बाद में किसी खंडन या निवारण से बहाल ठीक नहीं किया जा सकता।

फैसले में कहा गया है, ‘‘अब्राहम लिंकन ने भी उद्धृत किया है कि सच्चाई को बदनामी के खिलाफ सबसे अच्छा उपाय माना जाता है। फिर भी, सत्य में उस प्रतिष्ठा को बहाल करने की क्षमता नहीं होती है जो व्यक्ति समाज की नज़रों में खो देता है। यह निराशाजनक वास्तविकता है कि खोया हुआ धन हमेशा वापस अर्जित किया जा सकता है; लेकिन किसी की प्रतिष्ठा पर एक बार जो दाग लग जाता है, वह नुकसान के अलावा कुछ नहीं देता।’’ अदालत ने अपने फैसले में कहा, ‘मुद्दा संख्या 1 और 2 के निष्कर्षों के मद्देनजर, प्रतिवादी संख्या 5 से 7 के खिलाफ मुकदमा खारिज किया जाता है, और मानहानि को लेकर वादी को मुकदमे की लागत के साथ 2 करोड़ रुपये का हर्जाना दिया जाता है।’’

समाचार पोर्टल ने 13 मार्च 2001 को, नए रक्षा उपकरणों के आयात से संबंधित रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए एक खबर प्रकाशित की थी। वकील चेतन आनंद के जरिए वादी ने दावा किया कि उन्हें ‘ऑपरेशन वेस्ट एंड’ खबर में बदनाम किया गया था और इसे गलत तरीके से प्रसारित किया गया और बताया गया था कि उन्होंने रिश्वत ली थी।

मुख्य न्यायाधीश ने IIT मद्रास के दीक्षांत समारोह में दिया संबोधन

चेन्नई। भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने तकनीक का हानिकारक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किए जाने को लेकर आगह करते हुए कहा कि प्रौद्योगिकी को उपयोगकर्ताओं के मन में भय पैदा नहीं करना चाहिए अन्यथा लोग खुले एवं मुक्त रूप से अपने विचार व्यक्त नहीं कर पायेंगे।

IIT मद्रास के 60वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में शनिवार को भारत के मख्य न्यायाधीश ने कहा, ‘‘ कोई भी प्रौद्योगिकी निर्वात में जन्म नहीं लेती है, बल्कि वह उस समय की सामाजिक वास्तविकता और कानूनी, आर्थिक एवं राजनीतिक व्यवस्था का परिचायक होती है।’’

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया ने आज राष्ट्रीयता समेत कई बाधाओं को समाप्त कर दिया है और कोई भी एक बार में लाखों संदेश भेज सकता है जो ऑफलाइन माध्यम से संभव नहीं है।

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि लेकिन प्रौद्योगिकी के उद्भव के साथ ही नये व्यवहार का जन्म भी हुआ है और यह आनलाइन मध्यम से धमकी, गाली गलौच करने और ‘ट्रोल’ करने का है। उन्होंने कहा कि जब हम भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं तब प्रौद्योगिकी के विकास के साथ इन विषयों पर भी विचार करने की जरूरत है।

भारत के प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘ आज कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) ऐसे शब्द हैं जो हर किसी की जुबान पर हैं। कृत्रिम बुद्धिमता के माध्यम से कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की क्षमता बढ़ाने में मदद मिली है।’’

उन्होंने कहा कि एआई के साथ चैट जीपीटी साफ्टवेयर का उपयोग भी बढ़ा है जो चुटकुले बनाने से लेकर कोडिंग करने और कानूनी विषयों को लिखने तक में देखा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि यहां तक कि उच्चतम न्यायालय में भी कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग (सीधे प्रसारण) के लिए पायलट आधार पर एआई का उपयोग कर रहे हैं।

न्यायमूर्ति चंद्रचूड ने कहा कि जब हम भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं तब हमें यह देखना चाहिए कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी किस प्रकार से मानव विकास में मदद कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के विकास के साथ ऑनलाइन धमकी, गाली गलौच और परेशान किये जाने की घटनाएं भी आ रही हैं और यह बात भी स्पष्ट होती है कि प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल हानिकारक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।

भारत के प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘ प्रौद्योगिकी को उपयोगकर्ताओं के मन में भय पैदा करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए अन्यथा लोग खुले एवं मुक्त रूप से अपने विचार व्यक्त नहीं कर पायेंगे।’’

IIT मद्रास के 60वें दीक्षांत समारोह में 2571 छात्रों को स्नातक डिग्री प्रदान की गई।

इस अवसर पर IIT मद्रास के निदेशक प्रो. वी कामकोटि ने छात्रों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि IIT मद्रास पहला IIT है जिसका परिसर देश से बाहर जंजीबार-तंजानिया में स्थापित किया जा रहा है।   

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