Tuesday, July 8, 2025
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Manipur Case : मणिपुर मुद्दा पैदा कर सकता है देश की सुरक्षा के लिए समस्याएं – अधीर रंजन चौधरी

इंफाल। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (INDIA) ने रविवार को कहा कि अगर मणिपुर में करीब 3 महीने से चल रहे जातीय संघर्ष को जल्द हल नहीं किया जाता है, तो इससे देश के लिए सुरक्षा समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के 21 सांसदों ने मणिपुर का दौरा करने के बाद राजभवन में राज्यपाल अनसुइया उइके से मुलाकात की और उन्हें पूर्वोत्तर राज्य के मौजूदा हालात पर एक ज्ञापन सौंपा। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा राज्यपाल ने हमारी बातें सुनीं और उन पर सहमति जताई। उन्होंने हिंसा पर दुख जताया और लोगों की पीड़ा बताई। चौधरी ने कहा राज्यपाल ने कहा कि मेइती और कुकी समुदायों के बीच अविश्वास खत्म करने के लिए सभी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल को उनसे बातचीत करने के लिए मणिपुर का दौरा करना चाहिए।

उन्होंने बताया कि सांसदों ने मणिपुर में जो स्थिति देखी, उसके बारे में संसद में एक रिपोर्ट पेश करेंगे और केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे। चौधरी ने कहा हम मणिपुर में राज्य और केंद्र सरकार की चूक पर संसद में बोलेंगे। हम केंद्र सरकार से संसद में इस मुद्दे पर चर्चा कराने की अपील करते हैं। उन्होंने दावा किया कि मणिपुर में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। 2 दिवसीय दौरे के अपने अनुभव के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि ऐसे हालात बन गए हैं कि घाटी के लोग (मेइती) पर्वतीय क्षेत्र में नहीं जा सकते जहां कुकी रहते हैं और पर्वतीय क्षेत्र के लोग घाटी में नहीं आ सकते हैं।

उन्होंने कहा राशन, चारा, दूध, बच्चों के भोजन और अन्य आवश्यक सामान की भारी किल्लत है। छात्रों की शिक्षा पर भी असर पड़ा है। हमने राज्यपाल को ये सभी बातें बताई हैं जिन्होंने कहा कि इन मुद्दों को मिलकर हल किया जाना चाहिए। विपक्ष का प्रतिनिधिमंडल दोपहर को दिल्ली के लिए रवाना हो गया। वे जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए शनिवार को मणिपुर पहुंचे थे और हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की थी। 2 दिवसीय दौरे के पहले दिन प्रतिनिधिमंडल इंफाल के अलावा बिष्णुपुर जिले के मोइरांग और चुराचांदपुर में कई राहत शिविरों में गया और जातीय संघर्ष से प्रभावित लोगों से मुलाकात की।

इस प्रतिनिधिमंडल में अधीर और लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई के अलावा तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सुष्मिता देव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की महुआ माजी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पीपी मोहम्मद फैजल, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के जयंत चौधरी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज कुमार झा, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन के प्रेमचंद्रन और वीसीके से टी. तिरुमावलावन एवं डी रविकुमार भी शामिल रहे। जनता दल (यूनाइटेड) के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं अनिल प्रसाद हेगड़े, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के संदोश कुमार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के ए ए रहीम, सपा के जावेद अली खान, आईयूएमएल के ई टी मोहम्मद बशीर, आम आदमी पार्टी के सुशील गुप्ता और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अरविंद सांवत भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में 3 मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पूर्वोत्तर राज्य की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं।

एक्सपायर दवाओं से बढ़ रहे मौत के मामले – अखिलेश यादव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍था पर कटाक्ष किया। अखिलेश ने रविवार को दावा किया कि राज्य में एक्सपायर हो चुकी दवाओं से मौत के मामले बढ़ रहे हैं। अखिलेश ने प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए लोगों को अस्पतालों में दी जाने वाली दवाओं की सावधानीपूर्वक जांच-परख कर लेने की सलाह दी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया चेतावनी! उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में मरीज और उनके परिजन यह अच्छी तरह से जांच-परखकर ही दवा, इंजेक्शन या ग्लूकोज लें कि कहीं इस्तेमाल की अ‍वधि के लिहाज से वे बेकार या एक्सपायर तो नहीं हो गए हैं। दवाओं, इंजेक्शन और ग्लूकोज के जानलेवा साबित होने की खबरें लगातार बढ़ रही हैं। भाजपा सरकार मरीजों को तो अपने भ्रष्टाचार से दूर रखे। अखिलेश ने एक अन्य ट्वीट में एक वीडियो साझा किया, जिसमें लोग एंबुलेंस को धक्का देते नजर आ रहे हैं। उन्होंने लिखा खस्ताहाल भाजपा सरकार में एंबुलेंस को खुद ही एंबुलेंस की जरूरत है।

ताजिया जुलूस के दौरान हुआ बड़ा हादसा

धौलपुर। राजस्थान के धौलपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में रविवार सुबह मोहर्रम का ताजिया दफनाने जा रहे 3 युवकों की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। इस घटना में एक अन्य युवक के झुलसने की भी खबर है।

पुलिस के मुताबिक, चारों युवक इस्लामपुरा का पंचायती ताजिया लेकर शेरगढ़ किले के पास कर्बला जा रहे थे। ताजिया रास्ते में सड़क पर ऊपर से गुजर रहे 11 हजार किलोवॉट के बिजली के तार की चपेट में आ गया, जिससे उसे ले जा रहे चारों युवक झुलस गए।

पुलिस के अनुसार, चारों युवकों को अस्पताल ले जाया गया, जहां मोबीन (25), अनवर (19) और रेहान (18) ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि वसीम (18) का इलाज जारी है। घटना के बाद प्रशासन ने इलाके में तैनात 2 सिपाहियों और बिजली विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता और एक लाइनमैन को निलंबित कर दिया है। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बिना महरम हज यात्रा करना एक बड़ा बदलाव – प्रधानमंत्री

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुस्लिम महिलाओं के बिना महरम (पुरुष साथी) हज यात्रा करने को एक बड़ा बदलाव करार देते हुए रविवार को इसका श्रेय हज नीति में किए गए परिवर्तन को दिया। उन्होंने इन महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था करने के लिए सऊदी सरकार का आभार भी जताया। आकाशवाणी पर प्रसारित मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 103वीं कड़ी में अपने विचार साझा करते हुए मोदी ने कहा कि इस बार उन्हें हज यात्रा से लौटी महिलाओं के कई पत्र भी मिले हैं, जो मन को बहुत ही संतोष देते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा ये वे महिलाएं हैं, जिन्होंने हज यात्रा बिना महरम पूरी की। ऐसी महिलाओं की संख्या सौ-पचास नहीं, बल्कि 4,000 से ज्यादा है। यह एक बड़ा बदलाव है। मोदी ने कहा कि पहले मुस्लिम महिलाओं को बिना महरम हज करने की इजाजत नहीं थी। इस्लाम में महरम वह पुरुष होता है, जो महिला का पति या ख़ून के रिश्ते में हो। बीते कुछ वर्षों में हज नीति में जो बदलाव किए गए हैं, उनकी भरपूर सराहना हो रही है। हमारी मुस्लिम माताओं और बहनों ने इस बारे में मुझे काफी कुछ लिखा है। अब, ज्यादा से ज्यादा लोगों को हज पर जाने का मौका मिल रहा है।

मोदी ने कहा कि हज यात्रा से लौटे लोगों ने, खासकर माताओं और बहनों ने चिट्ठी लिखकर जो आशीर्वाद दिया है, वह अपने आप में बहुत प्रेरक है। मोदी ने कहा कि वह ‘मन की बात’ के माध्यम से सऊदी अरब सरकार का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं कि उसने बिना महरम हज यात्रा पर गई महिलाओं के लिए विशेष रूप से महिला समन्वयकों की नियुक्ति की। केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय ने साल 2018 में 45 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को बिना महरम हज यात्रा पर जाने की अनुमति दी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने 2018 के जनवरी महीने में प्रसारित ‘मन की बात’ की कड़ी में इसकी घोषणा की थी।

लता की आवाज़ से गूंजा लंदन

लंदन। लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर के लाइव कंसर्ट के करीब 49 साल बाद इस ऐतिहासिक स्थल पर एक बार फिर उनके गीत गूंजे। आयोजकों ने लता को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित विशेष संगीत कार्यक्रम में उनके लोकप्रिय गीत बजाये। ‘लता मंगेशकर : बॉलीवुड लीजेंड’ कार्यक्रम ‘ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन’ (बीबीसी) के मशहूर ऑर्केस्ट्रा संगीत कार्यक्रम ‘प्रोम’ के वार्षिक समारोह का हिस्सा है। लता के गानों के जरिये आमतौर पर पश्चिमी शास्त्रीय संगीत के लिए समर्पित इस कार्यक्रम का दायरा बढ़ाने का प्रयास किया गया है, ताकि भारतीय समुदाय भी इसकी ओर आकर्षित हो।

‘प्रोम 18’ में लता के उन गीतों की गूंज भी सुनाई दी, जो उन्होंने मार्च 1974 में रॉयल अल्बर्ट हॉल में गाए थे। इनमें ‘ऐ मेरे वतन के लोगो…’ और ‘आएगा आने वाला आएगा…’ शामिल हैं। कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाली गायिका पलक मुच्छल ने कहा भारतीय संगीत की एक ऐसी दिग्गज गायिका, जिन्हें दुनियाभर में सराहा जाता है, उन्हें श्रद्धांजलि देना मेरे लिए बहुत खास पल है। पार्श्व गायिका और समाजसेवी मुच्छल ने 1978 में प्रदर्शित फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ के शीर्षक गीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड की लोकप्रिय फिल्मों, मसलन ‘मुगल-ए-आजम’, ‘कभी-कभी’ और ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ से लेकर ‘कभी खुशी कभी गम’ तक के गाने गाए।

बीबीसी प्रोम ने एक बयान में कहा एक शाम सात दशक के शानदार करियर की सिर्फ एक झलक दिखा सकती है। एक ऐसा करियर, जिसमें उन्होंने अनगिनत फिल्मों में करीब 50,000 गीत गाए। लता की न केवल आवाज मधुर थी, बल्कि उन्होंने 36 अलग-अलग भाषाओं में भावनाओं की अभिव्यक्ति करने में इसका इस्तेमाल किया, जिसने उन्हें ‘भारत की स्वर कोकिला’ का तमगा दिलाया। वार्षिक प्रोम में यह एक दशक से भी अधिक समय बाद पहला मौका था, जब दर्शक बॉलीवुड की धुनों पर थिरके। लता का पिछले साल फरवरी में 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उनका मुंबई में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था।

ISRO को मिली बड़ी सफलता

आंध्र प्रदेश। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सिंगापुर के 7 उपग्रहों को ले जा रहे अपने भरोसेमंद PSLV रॉकेट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया और इन उपग्रहों को उनकी निर्धारित कक्षा में स्थापित किया।

ISRO ने बताया कि प्रक्षेपण के करीब 23 मिनट बाद प्रमुख उपग्रह रॉकेट से अलग हुआ और उसके बाद 6 अन्य उपग्रह भी अलग हुए और अपनी-अपनी निर्धारित कक्षा में स्थापित हुए। उपग्रह को निर्धारित कक्षाओं में सफलतापूर्वक स्थापित करने पर ISRO ने ट्वीट किया, ‘‘पीएसएलवी-सी56/डीएस-एसएआर मिशन : मिशन सफलतापूर्वक पूरा हो गया। पीएसएलवी-सी56 प्रक्षेपण यान ने सभी सातों उपग्रह को उनकी निर्धारित कक्षाओं में स्थापित किया। इस अनुबंध के लिए न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड और सिंगापुर का शुक्रिया।’’

इस महीने बहुप्रतीक्षित Chandrayaan -3 को प्रक्षेपित करने के बाद यह ISRO की वाणिज्यिक इकाई ‘न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड’ का एक समर्पित मिशन है। अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि 360 किलोग्राम वजन वाला डीएस-एसएआर उपग्रह डीएसटीए (सिंगापुर सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाला) और एसटी इंजीनियरिंग, सिंगापुर के बीच साझेदारी के तहत विकसित किया गया है। इस उपग्रह का उपयोग सिंगापुर सरकार की विभिन्न एजेंसियों की उपग्रह चित्रण आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया जाएगा।

ISRO ने कहा कि उपग्रहों को निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित करने के लिए उसके विश्वसनीय रॉकेट पीएसएलवी ने रविवार के मिशन में 58वीं उड़ान और ‘कोर अलोन कॉन्फ़िगरेशन’ के साथ 17वीं उड़ान को अंजाम दिया।  अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक ‘कोर अलोन कॉन्फ़िगरेशन’ रॉकेट का अभिप्राय ऐसे रॉकेट से होता है जो ठोस ‘स्ट्रैप ऑन मोटर’ का इस्तेमाल पहले चरण में नहीं करता, जैसा कि इससे अन्य संस्करण पीएसएलवी-एक्सएल, क्यूएल और डीएल करते हैं, जो क्रमश: छह, चार या दो बूस्टर का इस्तेमाल करते हैं। डीएस-एसएआर में इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज द्वारा विकसित सिंथेटिक एपर्चर रडार (एसएआर) लगाया गया है। यह उपग्रह को सभी मौसमों में दिन और रात तस्वीर लेने में सक्षम बनाता है। अन्य उपग्रहों में वेलोक्स-एएम 23 किलोग्राम का सूक्ष्म उपग्रह, एआरसीएडीई (एटमॉस्फेरिक कपलिंग और डायनेमिक्स एक्सप्लोरर), प्रायोगिक उपग्रह स्कूब-2, 3यू नैनोसैटेलाइट, गैलासिया-2, ओआरबी-12 स्ट्राइडर शामिल हैं।

मुहर्रम जुलूस में हिंसा, 12 लोग घायल

नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई इलाके में शनिवार को मुहर्रम के जुलूस के दौरान लोगों के एक समूह और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गयी, जिसमें 6 पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुहर्रम के ताजिया जुलूस के पूर्व निर्धारित मार्ग को बदलने को लेकर हुई बहस के बाद जुलूस में शामिल लोगों ने पुलिस पर पथराव किया जिसके बाद झड़प हुई।

पुलिस ने लोगों की अनियंत्रित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त हरेन्द्र सिंह ने कहा  नांगलोई इलाके में कई ताजिया जुलूस निकाले जा रहे थे और उनमें करीब 8 से 10 हजार लोग शामिल हुए थे। एक-दो आयोजक बेकाबू हो गये और उन्होंने अपने जुलूस का जो रूट पहले से तय किया था, उसे बदलने की कोशिश की। सिंह ने कहा जब पुलिस ने इसका विरोध किया तो उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और उन्हें इलाके से खदेड़ दिया।

पुलिस के मुताबिक, पथराव में 12 लोगों को मामूली चोटें आई हैं जिनमें 6 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इस घटना में पुलिस के कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। फिलहाल इलाके में स्थिति नियंत्रण में है। इस घटना के कुछ कथित वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए हैं। इस्लामी कैलेंडर मुहर्रम के 10वें दिन यानी यौम-ए-आशूरा पर मुसलमान मातम मनाकर पैगंबर मोहम्मद के नाती इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हैं। हुसैन 680 ईसवी में करबला (इराक) में हुई जंग में शहीद हो गए थे।

कैंसर से महिलाएं अधिक मर रही

कोच्चि। भारत में कैंसर से पुरुषों की मृत्यु दर में सालाना 0.19 प्रतिशत की कमी आई है, लेकिन महिलाओं में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस प्रकार, कैंसर की वजह से दोनों लिंग के व्यक्तियों की मृत्यु दर में 0.02 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह बात एक हालिया अध्ययन में सामने आई है।

आंकड़ों का विश्लेषण
ये निष्कर्ष भारतीय आबादी में मुख्य तौर पर 23 प्रकार के कैंसर से हुई मृत्यु के आंकड़ों के विश्लेषण का हिस्सा थे। वर्ष 2000 और 2019 के बीच विभिन्न प्रकार के कैंसर के कारण 1.28 करोड़ भारतीयों की मौत हुई। अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लीनिकल ऑन्कोलॉजी से संबद्ध पत्रिका जेसीओ ग्लोबल ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन, अमृत अस्पताल के अजील शाजी, डॉ. के. पवित्रन के और डॉ. डीके विजयकुमार द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक प्रभाग इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर की डॉ. कैथरीन सॉवागेट के सहयोग से किया गया।


अध्ययन कहता है—
2000 और 2019 के बीच फेफड़े, कोलोरेक्टम, लिम्फोमा, मल्टीपल मायलोमा, पित्ताशय, अग्न्याशय, गुर्दे और मेसोथेलियोमा के कैंसर की मृत्यु दर में वृद्धि देखी गई। इसमें कहा गया है कि दोनों लिंगों के बीच अग्नाशय कैंसर में मृत्यु दर में सबसे अधिक 2.7 प्रतिशत (पुरुषों में 2.1 प्रतिशत और महिलाओं में 3.7 प्रतिशत) की वार्षिक वृद्धि देखी गई। हालांकि, पेट, ग्रासनली, ल्यूकेमिया, कंठनाली और मेलेनोमा कैंसर की मृत्यु दर में गिरावट देखी गई। ये कमी पुरुष और महिलाओं दोनों में देखी गई।
यहां अमृत अस्पताल में कैंसर रजिस्ट्री के प्रमुख अजील शाजी ने कहा कि भारत की आबादी में कैंसर से मृत्यु दर का दस्तावेजीकरण नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा, ”इसलिए, हमने ग्लोबल हेल्थ ऑब्जर्वेटरी (जीएचओ) डेटाबेस के आधार पर 2000 और 2019 के बीच 23 प्रमुख कैंसर के लिए समग्र और व्यक्तिगत कैंसर मृत्यु दर का विश्लेषण किया।”

मुहर्रम जुलूस में करंट लगने से दो की मौत

राजकोट। गुजरात के राजकोट शहर में शनिवार दोपहर को मुहर्रम के जुलूस के दौरान करंट लगने से दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि घटना धोराजी शहर के रसुल पारा इलाके में उस समय हुई जब जुलूस में शामिल लोगों द्वारा ले जाया जा रहा ‘ताजिया’ 22 किलोवाट क्षमता के ओवरहेड तार की चपेट में आ गया।

स्थानीय पुलिस थाना के निरीक्षक अनिरुद्धसिंह गोहिल ने कहा कि घटना में दो लोगों की मौत हो गई और 22 अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान जुनैद मजोठी (22) और साजिद समा (20) के तौर पर की गई है।
पैगंबर मुहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत का मातम मुहर्रम के महीने में मनाया जाता है और इसी दौरान ‘ताजिया’ निकाली जाती है। ‘ताजिया’ इमाम हुसैन की मजार की प्रतिकृति होता है।

सपना था कुत्ता बनने का, खर्च किए 11.65 लाख और इंसान से बन गया कुत्ता, देखिए Viral  Video

आपने भारत के पूर्व राष्ट्रपति ड़ा.कलाम की वो पंक्तिया तो सुनी होगी की सपने पूरे करने के लिए सोना नही जगना पड़ता है और मेहनत भी करनी होती है. लेकिन जब सपना इंसान से कुत्ता बनने का हो तो क्या कहेंगे. ऐसा ही एक मामला जापान से सामने आया है वहा परल टोको नाम के जापानी शक्स का बचपन से सपना था कि वह कुत्ता बनें. यहां कुत्ते जैसा स्वभाव की नहीं बल्कि असलियत में कुत्ता बन जाने की बात हो रही है. और उस व्यक्ति ने अपने आपको कुत्ता बना लिया है. इतना ही नहीं टोको नाम के इस जापानी व्यक्ति ने कुत्ता बनने के लिए 11.65 लाख रुपए खर्च भी किए हैं.

11 लाख के खर्च कर बन गया इंसान से कुत्ता

अपना सपना पूरा करने के लिए टोको ने सबसे बढ़िया शूट बनाने वाली जापानी कंपनी जेपेट से अनुबंध किया. टोको ने कंपनी के अधिकारियों से कहा कि वे कुत्ते जैसी डिजाइन वाला पोशाक बनाएं जिसे पहनकर वह एकदम कुत्ते जैसा दिखे. भले ही आपको यह बात सुनकर थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन यह सच है. अब टोको का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जानकारी के अनुसार टोको बताते है कि उन्हें कुत्ता बनकर बेहद खुशी होती है. वे बचपन से ही कुत्ता बनना चाहते थे, यह सपना अब जाकर पूरा हुआ है. टोको बताते है कि आदमी से कुत्ता बनने के लिए उन्हें एक अलग तरह के परिवर्तन से गुजरना पड़ा.

इस तरह तैयार हुई कुत्ते की पोशाक

कुत्ते की पोशाक तैयार करने वाली जापानी कंपनी ने बताया कि इस प्रक्रिया में हाइपर लेकिन असली कुत्ते जैसी पोशाक तैयार की गई. यह एक कोली की तरह है जिसकी लागत दो मिलियन येन (INR 11.65 लाख) है. इस कंपनी का मुख्य काम टीवी विज्ञापनों और फिल्मों के लिए पोशाकें बनाना हैं. यह कंपनी मूर्तियां, बॉडी सूट और 3-डी मॉडल के पोशाक भी बनाती है.

यूट्यूब चैनल के जरिए मिली जानकारी

‘आई वांट टू बी एन एनिमल’ नामक यूट्यूब चैनल पर टोको ने अपनी इस जर्नी के अनुभन साझा किए. टोको के इस चैनल के 31 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं. इस वीडियो को अब तक 1 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है. इस वीडियो का प्रसारण सबसे पहले जर्मन टीवी आरटीएल द्वारा इंटरव्यू के दौरान किया गया था. अपने यूट्यूब चैनल के बायो में टोको ने लिखा है कि उनकी जानवर बनने की इच्छा पूरी हुई. उन्होंने खुद को एक रफ कोली के रूप में पेश किया और बताया कि जानवर बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने इस रूप में बदलाव किया है

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