चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ के बड़ीसादड़ी में एक चौंकानें वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने सोमवार देर रात 3 बच्चों को जन्म दिया जिनमें से एक लड़का और 2 लड़कियां हैं। 3 मिनट में तीनों बच्चों का जन्म हुआ। तीनों बच्चे और मां स्वस्थ है। फिलहाल तीनों बच्चों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया हैं।
बड़ीसादड़ी CHC के प्रमुख सर्जन चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ.राजीव मंगल ने बताया कि उदयपुर के वल्लभनगर के गांव मंगरी फला की रहने वाली कविता मीणा को रात 11:45 बजे भर्ती किया गया था।
ऑपरेशन के बाद रात 12:36 बजे लड़के को जन्म दिया, 12:37 बजे लड़की और 12:37 बजे 1 और लड़की को जन्म दिया। बच्चों के पिता मदन लाल रावत सूरत में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने में डॉक्टर मंगल ने सोनोग्राफी कर बता दिया गया था कि पत्नी के गर्भ में 3 बच्चे है।
जयपुर। मंगलवार को राजस्थान पुलिस में बड़ा फेरबदल किया गया. पुलिस विभाग ने आदेश जारी कर 61 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों का तबादला कर दिया. इससे पहले सोमवार देर रात 3 भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), 2 भारतीय पुलिस सेवा(आईपीएस) और 336 राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के अफसरों का तबादला किया गया. तबादलों में राज्य के गृह सचिव और जयपुर पुलिस कमिश्नर को बदल दिया गया है जयपुर के नए पुलिस कमीश्नर अब बीजू जॉर्ज जोसफ होंगे जिन्होने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई थी. वही मौजूदा पुलिस कमिश्नर आनंद कुमार श्रीवास्तव को लॉ एंड ऑर्डर के एडीजी का पद दिया.
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, चरमपंथ और आंतकवाद से मुकाबला जैसी वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए भारत की ओर देख रहा है।
भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस के 2022 बैच) के परिवीक्षाधीन अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की भूमिका और प्रभाव वैश्विक विकास और वैश्विक शासन की सशक्त आवाज के रूप में तेजी से बढ़ रहा है। राष्ट्रपति ने कहा भारत के बढ़ते कद का अभिप्राय है कि अब न केवल आपको अपने पारंपरिक कर्तव्यों का निर्वहन करना है बल्कि आपके कंधों पर हमारे राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक हितों की सेवा करने की भी जिम्मेदारी है।
राष्ट्रपति ने कहा कि यह नई प्रौद्योगिकी में साझेदारी, भारतीय सामान और सेवा के लिए नए बाजार सुरक्षित करने, मानवीय सहायता या भारतीय समुदाय को मदद के रूप में हो सकता है। अधिकारियों को बहुआयामी और परिस्थितियों के अनुकूल ढलने वाला होना चाहिए, उसके पास सूचनाएं होनी चाहिए और विभिन्न भूमिकाओं को निभाने के तौर तरीके सीखने चाहिए। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने कहा आज, अंतरराष्ट्रीय समुदाय जटिल वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए भारत की ओर देख रहा है, फिर चाहे वह सतत विकास हो, जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, आपदा से निपटना हो या चरमपंथ एवं आतंकवाद से निपटना। आप जैसे युवा कूटनीतिज्ञों के लिए यह नई चुनौतियों के साथ अभूतपूर्व अवसर प्रदान करता है। मुर्मू ने सुझाव दिया कि उनकी सभी कोशिशों एवं गतिविधियों का एकमात्र उद्देश्य हमारे अपने देश की प्रगति और विकास होना चाहिए।
दिल्ली। मणिपुर हिंसा मामले को लेकर दिल्ली महिला आयोग ने मंगलवार एक अगस्त को अपनी रिपोर्ट भेजी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजी गई रिपोर्ट में दिल्ली महिला आयोग ने मणिपुर में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. रिपोर्ट में अंतरिम रुप से राज्य में हुई झड़प की जांच करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में SIT के गठन की सिफारिश की है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल मई से मणिपुर में हो रही जातीय हिंसा के पीड़ित लोगों से मुलाकात करने पिछले हफ्ते पूर्वोत्तर राज्य गयी थीं. उन्होंने अंतरिम सिफारिशों को सूचीबद्ध करते हुए एक रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेजी है.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘हिंसा तथा दो समुदायों के बीच ध्रुवीकरण को देखते हुए भारतीय संविधान के अनुच्छेद 356 के अनुसार राज्य में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए. प्रशासन निष्पक्ष व्यक्तियों द्वारा चलाए जाने की आवश्यकता है, जिन पर दोनों समुदाय भरोसा कर सकें।’’
अंतरिम सिफारिशों के रूप में डीसीडब्ल्यू ने कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और जातीय झड़प तथा सरकार की प्रतिक्रिया की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय की निगरानी में एसआईटी गठित की जानी चाहिए. साथ ही रिपोर्ट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केंद्रीय मंत्रियों को तत्काल राज्य का दौरा करने की मांग की है.
जयपुर। ये दीवाने कहां चले, जेल-चले,जेल चले ! इन्ही नारो के साथ भाजपा का महाघेराव अंतिम मोड में आ गया. भाजपा के नेताओं द्वारा प्रदर्शन के बाद सांकेतिक गिरफ्तारी दी जा रही है. धरना स्थल से पुलिस इन्हे जयपुर के दूर दराज पुलिस थानों में ले जाएगी. गिरफ्तारी के बाद रोडवेज बसों द्वारा कार्यकर्ताओं को धरना स्थल से ले जाया जा रहा है.
इससे पहले बीजेपी ने आज गहलोत सरकार के खिलाफ जयपुर में बड़ा प्रदर्शन किया. भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर सभा के साथ सभी ने सचिवालय घेराव के लिए कूच किया. प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने बैरकैडिंग तोड़ने की कोशिश की. बैरकैडिंग से दूर हटाने के लिए पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. वही प्रदर्शन के दौरान उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया की पुलिस से झड़प भी हुई. बीजेपी लगातार इस बात का दावा कर रही थी कि सचिवालय महाघेराव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से लाखों लोग जयपुर आए. बीजेपी के ‘चलो जयपुर’ नारे को पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके समर्थन दिया. इस आंदोलन के जरिए ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान अपने समापन मोड़ पर आ गया. इससे पहले प्रदर्शन कार्यक्रम में पुलिस प्रशासन ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को स्टेचू सर्किल पर रोक दिया था. कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछारें भी की गई. भगदड़ में कई बीजेपी के कार्यकर्ता घायल भी हो गए. घायल कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वार SMS अस्पताल के ट्रोमा सेंटर ले जाया गया. जहा पर चिकित्सकों की टीम पहले से अलर्ट मोड़ पर थी. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्त्ताओं ने लगातार ‘लाल डायरी कहा मिलेगी नाथी तेरे बाड़े में’ के नारे लगाए.
लाखों कार्यकर्ताओं का दावा करने वाली भाजपा के सचिवालय महाघेराव प्रदर्शन में पूर्व सीएम वसुधंरा राजे गायब रही. प्रदर्शन में भाजपा के तमाम बड़े नेता शामिल रहे. एकजुटता के साथ इतने बड़े प्रदर्शन वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का गायब रहना किस बात का संकेत दे रही है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन पूर्व सीएम वसुधंरा राजे का इस प्रदर्शन से गायब रहना सामान्य बात नहीं है गौरतलब है कि पूरे साढ़े 4 साल बाद बड़े अवसर पर वसुंधरा राजे की गैरमौजूदगी से भाजपा की अंदरुनी कलह सामने आ रही है.
भाजपा के सचिवालय महाघेराव में प्रदेश अध्यक्ष सीपीजोशी, सासंद गजेंद्र सिंह शेखावत, अरुण सिंह, कमल कनकटारा, सांसद बाबा बालक नाथ, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, अशोक परनामी, राहुल कस्वा, सासंद रामचरण बोहरा, सांसद राजवर्धन सिंह राठौड़, सांसद दीया कुमारी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे. भाजपा के नेता और कार्यकर्ता अक्सर यह कहते हुए पाए जाते है कि हमारे प्रदर्शन में भीड़ नही जनता आती है. लेकिन इस बात को इंकार नही किया जा सकता कि इस तरह के प्रदर्शनों में जनता सिर देखती है.
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और पार्टी की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सीपी जोशी समेत अन्य नेताओं ने महिलाओं के खिलाफ अपराध और प्रश्न पत्र लीक सहित कई मुद्दों को लेकर मंगलवार को राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लोगों से आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को जनादेश देने का आह्वान किया।
राज्य सरकार के खिलाफ नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत जयपुर में आयोजित सचिवालय का घेराव कार्यक्रम के लिए कूच करने से पहले पार्टी कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस के शासन में जनता त्रस्त है, अपराध बढ़ गए हैं और भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक हो रहे हैं। उन्होंने दावा किया जनता अगले चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए तैयार है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जोशी ने राज्य सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को कथित लाल डायरी के बारे में लोगों को जवाब देना चाहिए। सभा के बाद राज्य भर से आए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत सचिवालय की ओर मार्च किया। इस प्रदर्शन को देखते हुए सचिवालय के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। स्टेच्यू सर्कल पर कई जगह बैरिकेड लगाए गए हैं और यातायात मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार को राज्य विधानसभा को सूचित किया कि पुलिस की साइबर अपराध शाखा इंस्टाग्राम जैसे माइक्रोब्लॉगिंग मंचों पर राज्य को बदनाम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
वास्को विधायक दाजी सालकर ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि गोवा आने वाले कुछ लोग इंस्टाग्राम पर अपनी सामग्री के माध्यम से राज्य और धार्मिक आस्था को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इनमें से कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने राज्य के बारे में गलत जानकारी फैलाई है।
सालकर ने ऐसे इंस्टाग्राम खातों को बंद करने की मांग करते हुए कहा हम पर्यटकों का स्वागत करते हैं, लेकिन राज्य को बदनाम नहीं होने दे सकते। सालकर को जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सावंत ने कहा कि वह राज्य पुलिस की साइबर अपराध शाखा को मामले में कार्रवाई करने का निर्देश देंगे।
पुणे। PM नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार ग्रहण करते हुए कहा कि एक-दूसरे पर भरोसा ही देश को मजबूत बनाएगा। PM मोदी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि अगर अविश्वास का माहौल है तो विकास असंभव है।
इस कार्यक्रम में PM ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के साथ मंच साझा किया। PM ने कहा कि लोकमान्य तिलक स्वतंत्र प्रेस के महत्व का समझते थे। PM मोदी ने कहा उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम की दिशा बदल दी। अंग्रेजों ने उन्हें भारतीय अशांति का जनक कहा था। वह लोकमान्य तिलक के नाम पर पुरस्कार पाकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रिम कतार में थे।
PM मोदी ने कहा अगर विदेशी आक्रमणकारियों के नाम पर रखी गई चीजों का नाम बदल दिया जाता है तो आज कुछ लोग असहज हो जाते हैं। लोकमान्य तिलक में युवा प्रतिभाओं की पहचान करने की अनूठी क्षमता थी। वीर सावरकर इसका एक उदाहरण थे। PM ने कहा कि तिलक को वीर सावरकर की क्षमता का एहसास हुआ और उन्होंने विदेश में उनकी शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब किसी पुरस्कार का नाम लोकमान्य तिलक के नाम पर रखा जाता है तो जिम्मेदारी बढ़ जाती है।
PM ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में पुणे के योगदान की भी सराहना की। इस अवसर पर पवार ने कहा कि भारत में पहली सर्जिकल स्ट्राइक छत्रपति शिवाजी के कार्यकाल में हुई थी। राकांपा नेता ने कहा कि देश ने 2 युग देखे हैं- एक तिलक का और दूसरा महात्मा गांधी का।
रांची। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय महासचिव अतुल कुमार अंजान ने आरोप लगाया कि मणिपुर जातीय संघर्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। भाजपा ने आरोप को खारिज करते हुए कहा कि वामपंथियों को दूसरों को लोकतंत्र का उपदेश देने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने के लिए रांची आए अंजान ने संवाददाताओं से कहा जब मणिपुर जल रहा था, भाजपा नेता कर्नाटक में वोट मांगने में व्यस्त थे। उन्होंने कहा कि केवल 31 लाख की आबादी वाले मणिपुर में लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं। राज्य में जो कुछ हुआ है उसके बाद एन बीरेन सिंह को मणिपुर का मुख्यमंत्री क्यों बने रहना चाहिए। अंजान के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा जो वामपंथी दल केरल में राजनीतिक हत्याओं में शामिल हैं, वे दूसरों को लोकतंत्र का उपदेश दे रहे हैं। यह हास्यास्पद है। मैं भाकपा नेता से पूछना चाहता हूं कि उनकी पार्टी झारखंड में आदिवासियों के बलात्कार, उन पर हमले और हत्या पर चुप क्यों है।
आपको बता दें मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में मेइती समुदाय की आबादी करीब 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे अधिकतर पर्वतीय जिलों में रहते हैं।
हरियाणा। हरियाणा के हिंसा प्रभावित नूंह जिले में अधिकारियों ने मंगलवार को कर्फ्यू लगा दिया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा निकाली जा रही यात्रा को रोकने की भीड़ द्वारा कोशिश किए जाने के कारण भड़की हिंसा में नूंह में 4 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने मंगलवार को बताया कि नूंह जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। नूंह में मंगलवार को किसी ताजा हिंसा की जानकारी नहीं मिली, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि नूंह और अन्य इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि नूंह में भड़की हिंसा गुरुग्राम में भी फैल गई और शहर के सेक्टर-57 में एक मस्जिद पर भीड़ के हमले में 26 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस हिंसा में मृतक संख्या बढ़कर 5 हो गई है।
नूंह में हिंसा के दौरान सोमवार को होमगार्ड के 2 जवानों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। हिंसा के दौरान सोमवार को घायल हुए 2 और लोगों ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। विज ने अंबाला में संवाददाताओं से कहा कि नूंह में हिंसा अचानक हुई प्रतीत नहीं होती। जिस स्तर पर हिंसा हुई और अलग-अलग जगहों पर हुई, जिस तरह से पत्थर एकत्र किए गए, हथियार दिखाए गए, गोलियां चलाई गई, उससे ऐसा नहीं लगता कि यह सब अचानक हुआ है। वहां दोनों समुदाय शांति से रहते हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य एवं देश में शांति भंग करने का इरादा रखने वाले किसी ने इस घटना की साजिश रची। उनका प्राथमिक उद्देश्य स्थिति को नियंत्रण में लाना और शांति बनाए रखना है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से मामले की गहन जांच करने को कहा है। जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
हरियाणा के मंत्री ने कहा कि नूंह में हिंसा भड़कने के बाद पड़ोसी पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर और रेवाड़ी जिलों से बलों को वहां भेजा गया। आज हरियाणा के अन्य हिस्सों से भी बलों को भेजा जा रहा है। उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला से बात की है और राज्य के लिए केंद्रीय बलों की 20 कंपनी आवंटित की गई हैं। उन्होंने कहा कि वायुसेना को दूर-दराज के किसी स्थान से बलों को हवाई मार्ग से लाने की आवश्यता पड़ने की स्थिति में तैयार रहने के लिए कहा गया है। केंद्रीय बलों की कुछ कंपनी पहले ही नूंह पहुंच चुकी हैं और अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। हिंसा को लेकर विज ने कहा कि 2 होम गार्ड की मौत हुई है और कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि 15 लोगों को नल्हड़ स्थित मेडिकल कॉलेज लाया गया और एक व्यक्ति मृत अवस्था में वहां लाया गया। उन्होंने कहा कि अभी तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है।
राज्य के गृह मंत्री ने बताया कि गोली लगने से घायल हुए 3 पुलिसकर्मी वेंटिलेटर पर हैं। कई लोगों को एक मंदिर में बंधक बना लिया गया था और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह के नेतृत्व वाले एक दल ने उन्हें वहां से सुरक्षित निकाला। नूंह में सांप्रदायिक तनाव को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार की आलोचना की है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को कहा था कि घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ट्वीट किया आज की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं सभी लोगों से प्रदेश में शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। दोषी लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।