Chandrayaan 3 Mission Challenges- 5 अगस्त का दिन चंद्रयान-3 के लिए बेहद खास है. इस दिन चंद्रमा कल चांद की ऑर्बिट को पकड़ने का प्रयास करेगा.इस समय चंद्रयान की चांद से दूरी करीब 35 हजार किलोमीटर के लगभग थी. Chandrayaan-3 के लिए यह वक्त परीक्षा की घड़ी है. ISRO ने बताया है कि चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की ओर दो-तिहाई यात्रा पूरी कर ली है. धीरे-धीरे वह चांद के नजदीक पहुंच रहा है. करीब 35 हजार किलोमीटर की दूरी पर चंद्रमा की ग्रैविटी उसे अपनी ओर खींचेगी. चंद्रयान-3 भी चांद के ऑर्बिट को पकड़ने का प्रयास करेगा. इसरो के वैज्ञानिकों ने कहा कि वो चंद्रयान-3 को चंद्रमा के ऑर्बिट में डालने में कामयाब होंगे. 5 अगस्त की शाम करीब सात बजे के आसपास चंद्रयान-3 का लूनर ऑर्बिट इंजेक्शन (Lunar Orbit Injection – LOI) कराया जाएगा. यानी चांद के पहले ऑर्बिट में डाला जाएगा. 6 अगस्त की रात 11 बजे के आसपास चंद्रयान को चांद के दूसरे ऑर्बिट में डाला जाएगा. 9 अगस्त की दोपहर पौने दो बजे के आसपास तीसरी ऑर्बिट मैन्यूवरिंग होगी. 14 अगस्त को दोपहर 12 बजे के आसपास चौथी और 16 अगस्त की सुबह साढ़े आठ बजे के आसपास पांचवां लूनर ऑर्बिट इंजेक्शन होगा. 17 अगस्त को प्रोपल्शन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल अलग होंगे.
अगर चंद्रयान अपने अंतिम पड़ाव का पार कर लेता है तो वह 23 अगस्त को चंद्रमा पर लैंड कर जाएगा. चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से जीएसएलवी मार्क 3 (एलवीएम 3) हेवी-लिफ्ट लॉन्च वाहन से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था, चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की दो तिहाई दूरी तय कर ली है.
Chandrayaan-3 Mission: The spacecraft has covered about two-thirds of the distance to the moon.
पणजी। गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तवाडकर ने शुक्रवार को मणिपुर हिंसा पर सदन में चर्चा की मांग वाले एक सदस्य के निजी संकल्प को अस्वीकार कर दिया, जिसके बाद विपक्ष ने हंगामा किया। यह प्रस्ताव विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक क्रूज सिल्वा द्वारा पेश किया गया था।
प्रस्ताव में सिल्वा ने कहा कि मणिपुर हिंसा पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष तवाडकर ने कहा यह एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। मणिपुर सरकार पहले से ही इस मामले को देख रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय भी इस मुद्दे को देख रहा है। इसलिए, मैं इस प्रस्ताव को अस्वीकार करता हूं। कांग्रेस, आप, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) समेत अन्य विपक्षी सदस्यों ने तवाडकर के कदम के खिलाफ सदन में शोर-शराबा किया।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि मणिपुर उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय इस मुद्दे से जुड़े सभी पहलुओं पर सुनवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा संसद में इस मुद्दे पर कोई विरोध नहीं है। सभी (मणिपुर की) शांति, सुरक्षा और विकास के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवा के लोग पहले से ही मणिपुर की एकता, शांति और समृद्धि के पक्ष में हैं। चूंकि, इस मुद्दे पर पहले ही उच्चतम न्यायालय में सुनवाई हो रही है, इसलिए विपक्ष को इसे (विधानसभा में विरोध) सस्ती लोकप्रियता का हथकंडा नहीं बनाना चाहिए।
विधानसभा के दोपहर के भोजन के बाद के सत्र के दौरान विपक्ष ने इस मुद्दे को फिर से उठाने की कोशिश की, लेकिन अध्यक्ष ने उनसे राज्य की शांति और सद्भाव को खराब न करने का आग्रह करते हुए फिर से अनुमति नहीं दी। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में 3 मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में मेइती समुदाय की आबादी करीब 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे अधिकतर पर्वतीय जिलों में रहते हैं।
Punjab News: देश में टमाटर की बढ़ती कीमतों ने हर किसी की सब्जी का जायजा खराब कर दिया है. टमाटर की बढ़ी कीमतों से आम आदमी बहुत प्रभावित हुआ है. लेकिन अब टमाटर का प्रयोग तो पंजाब के राज भवन में भी नहीं होने वाला. ये फैसला लिया है पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने. बढ़ती खाद्य कीमतों के प्रभाव का सामना कर रहे पंजाब के आम लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए राजभवन में टमाटर का उपयोग करने की मनाही की गई है.
क्या बोले राज्यपाल पुरोहित?
राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित की तरफ से कहा गया कि किसी वस्तु की खपत रोकने या कम करने से उसकी कीमत पर असर पड़ना तय है. क्योंकि अगर मांग कम होगी तो कीमत अपने आप कम होती चली जाएगी. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि लोग फिलहाल अपने घरों में टमाटर के विकल्पों का उपयोग करके इसकी कीमतों में वृद्धि को कम करने में मदद करेंगे. राज्यपाल ने टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए सप्लाई चेन में परेशानी, मार्केट डायनेमिक को जिम्मेदार ठहराया.
टमाटर के लगातार बढ़ रहे दाम
टमाटर की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है. केंद्रशासित प्रदेशों के अलावा लगभग सभी राज्यों में टमाटर के दाम लगातार बढ़ रहे है. टमाटर की बढ़ती कीमतों के लिए जलवायु परिस्थितियों के अलावा कई चीजों को जिम्मेदारी ठहराया गया है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने स्थिति को देखते हुए 14 जुलाई से रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी. जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में तो टमाटर की कीमतों में कमी आने लगी थी, लेकिन टमाटर की आपूर्ति कम होने से कीमतों में फिर बढ़ोतरी होने लगी. बुधवार को टमाटर की खुदरा कीमत 203 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई थी. टमाटर के थोक व्यापारियों के अनुसार टमाटर की कीमत 300 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकती है. आवक कम होने से टमाटर के दाम बढ़ सकते है.
चंडीगढ़। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में हाल में हुई सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में अब तक कुल 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। विज ने कहा कि झड़पों के संबंध में अब तक 102 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें से आधी अकेले नूंह में और बाकी गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल सहित अन्य जिलों में दर्ज की गई हैं।
उन्होंने अंबाला में संवाददाताओं से कहा मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि इन घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। विज ने कहा जांच जारी है। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनसे कानून के मुताबिक पूछताछ की जा रही है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार की नमाज का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्होंने नूंह, फरीदाबाद और गुरुग्राम के उपायुक्तों से बात की है और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। विज ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव से हरियाणा के बाकी हिस्सों में जहां भी शुक्रवार की नमाज होती है, वहां पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के बारे में चर्चा की। सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं, लेकिन कुछ मौलवियों ने घर पर नमाज अदा करने का आह्वान किया है।
नूंह में साइबर अपराध थाने को निशाना बनाए जाने के सवाल पर विज ने कहा हमने घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि थाने पर हमला किसने किया और वे कौन से रिकॉर्ड नष्ट करना चाहते थे। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की शोभायात्रा पर सोमवार को भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद मुस्लिम बहुल नूंह समेत हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में हुई झड़पों में होम गार्ड के 2 जवान और एक इमाम सहित 6 लोगों की मौत हो गई। एक सवाल के जवाब में विज ने कहा कि सोशल मीडिया पर नजर रखने और निगरानी के लिए एक समिति बनाई गई है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट साझा नहीं करने की अपील की।
मुंबई। भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा और पाकिस्तान के क्रिकेटर शोएब मलिक की हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर गतिविधियों से फिर यह कयास लगाये जा रहे है कि दोनों खिलाड़ी अलग हो गये है या अलगाव की राह पर है। उनकी तलाक की अटकलें पिछले साल से ही चल रही हैं लेकिन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है। दोनों के अलग होने की खबर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
आपको बता दें सानिया और शोएब की शादी 2010 में हुई थी। इस शादी ने दोनों देशों के प्रशंसकों के बीच भारी दिलचस्पी पैदा कर दी थी और अब उनके अलग होने की अटकलें भी लगाई जा रही थीं। दोनों हालांकि तलाक को लेकर हो रहे हंगामे के बावजूद पाकिस्तान में रियलिटी टीवी कार्यक्रम ‘द मिर्जा मलिक शो’ के लिए एक साथ आए। इस कार्यक्रम में उन्होंने मेजबान की भूमिका निभाई और पाकिस्तान की मशहूर हस्तियों का साक्षात्कार लिया। उनका एक बेटा इजहान भी है जिसका जन्म 2018 में हुआ था।
शुक्रवार को उनके रिश्ते की स्थिति पर फिर से चर्चा होने लगी क्योंकि मलिक ने अपने इंस्टाग्राम बायो से सानिया के बारे में संदर्भ हटा दिया। इस 41 वर्षीय हरफनमौला ने अपने इंस्टाग्राम बायो से सुपरवुमन सानिया मिर्जा के पति का संदर्भ हटा दिया, जिस पर प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएं शुरू हो गई। उन्होंने अपने बायो में अब लिखा है फादर ऑफ वन ट्रू ब्लेसिंग (एक बच्चे का पिता)। वहीं इस साल मार्च में हैदराबाद में एक प्रदर्शनी मैच खेलकर पेशेवर टेनिस से संन्यास लेने वाली 36 वर्षीय सानिया ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से मलिक की तस्वीरें भी हटा दी हैं।
उनके परिवार से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि बेटा इजहान उनकी प्राथमिकता है इसलिए वह इस मुद्दे पर अभी कुछ कहना नहीं चाहते है। सूत्र का कहना है कि सानिया और शोएब दोनों का मानना है कि यह उनकी निजी जिंदगी है इसलिए वे अलग से या संयुक्त रूप से कोई आधिकारिक बयान नहीं देना चाहते। अगर उनकी निजता का सम्मान किया जाए तो वे आभारी रहेंगे।
कोटा। कोचिंग हब कोटा में सुसाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोटा में एक और कोचिंग छात्र के फांसी लगाने की खबर सामने आई है। आत्महत्या करने वाला छात्र मनजोत सिंह यूपी के रामपुर का रहने वाला था। वो कोटा में रहकर मेडिकल (NEET) की तैयारी कर रहा था। मनजोत सिंह 18 साल का था अप्रैल में ही कोटा आया था।
मनजोत के मामले में माता-पिता ने संस्थान और हॉस्टल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे की हत्या की गई है। वो सुसाइड नहीं कर सकता। छात्र के परिजन एसपी से मिलने पहुंचे और मामले की जांच की मांग की। माता पिता का कहना है कि बच्चे के मुंह पर पॉलीथिन डालकर गले में रस्सी बंधी थी. पीछे से हाथ बंधे थे तो वह सुसाइड कैसे कर सकता है. उसकी हत्या की गई है और सुसाइड नोट तो कोई भी लिख सकता है. एक छात्र की मां ने कहा कि पुलिस के आने से पहले ही हॉस्टल स्टॉफ और संस्थान से कुछ लोग आए थे, उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया था.
मृतक छात्र के पिता हरजोत सिंह ने कहा कि पुलिस हत्या को सुसाइड बनाने में लगी हुई है। हॉस्टल के मालिक और दोनों मैनेजर के खिलाफ नामजद शिकायत की है जो भी बच्चे के मर्डर में शामिल है, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। छात्र के पिता ने कहा कि बच्चे का कत्ल किया गया है, उसे बेरहमी से मारा गया है। रूम की खिड़की के पीछे के दोनों दरवाजे कटे हुए हैं, दोनों हाथ रस्सी से टाइट बंधे हुए हैं, मुंह पर पन्नी डालकर गला घोंटा गया है।
कोटा में इस साल जनवरी से अब तक 19 छात्रों ने आत्महत्या की है। इससे पहले रविवार रात को भी एक छात्र की आत्महत्या की खबर सामने आई थी। आपको बता दें सुसाइड करने वाले अधिकतर छात्रों की उम्र 15 से 18 साल के बीच ही है। वहीं कई छात्र ऐसे हैं जिन्हें यहां आए हुए 1 या 2 महीने या इससे भी कम समय हुआ था।
वहीं डेढ़ महीने पहले उत्तर प्रदेश के जौनपुर से 17 वर्षीय छात्र आदित्य सेठ कोटा आया था। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी के लिए उसने विद्यापीठ कोचिंग संस्थान में एडमिशन लिया था, फिर 27 जून को छात्र आदित्य ने आत्महत्या कर ली और अपने पीछे एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अपनी इच्छा से यह कदम उठाया है।
गौरतलब है कि कोटा में मेडिकल-इंजीनियरिंग सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में देशभर से 2 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं आते हैं। एक कोचिंग की सालाना फीस 2 से 3 लाख रुपए है।
जयपुर। सीएम अशोक गहलोत ने आज 19 नए जिले और 3 संभागो का गठन किया। CMR पर आज कैबिनेट की बैठक हुई। इस कैबिनेट ने 19 नए जिलों के साथ 3 नए संभागो पर मुहर लग गई. कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम गहलोत ने प्रेस कांफ्रेस की. प्रेस कांफ्रेस में सीएम गहलोत ने कहा कि मै तो राजस्थान का सेवक हूं सीएम गहलोत से जब पूछा गया कि आप 2024 में पीएम पद के दावेदार हो सकते है क्या ? तो सीएम गहलोत ने कहा कि मैं मरते दम तक राजस्थान की ही सेवा करता रहूंगा. कांग्रेस पार्टी से पीएम पद के दावेदार राहुल गांधी है.
इससे पहले कैबिनेट की बैठक में सीएम गहलोत ने 19 नए जिलों पर मुहर लगाई. नए बनने वाले जिलों में अपूनगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन, दूदू,गंगापुरसिटी, जयपुर, जयपुर (ग्रामीण), केकड़ी,जोधपुर,जोधपुर (ग्रामीण), कोटपूतली बहरोड़, खैरथल तिजारा, नीम का थाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर, शाहपुरा है. आइए जानते है नए जिलों में कौन सी तहसील कौन से जिले में आएगी
अनूपगढ़– अनूपगढ़, रायसिंहनगर, श्रीविजयनगर, घड़साना, रावला, छत्तरगढ, सहित खाजूवाला तहसील को शामिल किया गया है.
बालोतरा– जिले में पचपदरा, कल्याणपुर, सिवाना, समदड़ी, बायतु, गिड़ा, सिणधरी को शामिल किया गया है.
ब्यावर– जिले में ब्यावर, टाटगढ़, जैतारण, रायपुर, मसूदा, विजयनगर, बदनोर को शामिल किया गया है.
डीग– नव निर्मित जिले डीग में डीग, जनथूर, कुम्हेर, रारह, नगर, सीकरी, कामां, जुरहरा, पहाड़ी तहसील को शामिल किया गया है
डीडवाना-कुचामन– जिले में डीडवाना, मौलासर, छोटी खाटू, लाडनूं, परबतसर, मकराना, नावां, कुचामनसिटी को शामिल किया गया है.
दूदू– जिले में मौजमाबाद, दूदू, फागी को शामिल किया गया हैं.
गंगापुर-सिटी– जिले में गंगापुर सिटी, तलावड़ा, बजीरपुर, बामनवास, बरनाला, टोडाभीम, नादोती को शामिल किया है.
जयपुर– जिले में जयपुर तहसील को नगर निगम जयपुर हेरीटेज व नगर निगम ग्रेटर के अन्तर्गत आने वाला समस्त भाग. तहसील कालवाड़ में जयपुर नगर निगम ग्रेटर के अन्तर्गत आने वाले समस्त भाग. आमेर तहसील के जयपुर नगर निगम हेरीटेज के अन्तर्गत आने वाला समस्त भाग.सांगानेर तहसील का जयपुर नगर निगम ग्रेटर के अन्तर्गत आने वाला समस्त भाग शामिल है.
जयपुर ग्रामीण– जयपुर ग्रामीण जिले में आमेर, जालसू, बस्सी, तूंगा, चाकसू, कोटखावदा, जमवारामगढ, चौमू, सांभरलेक, आंधी, चौमू, माधोराजपुरा, रामपुरा, डाबडी, किशनगढ़ रेनवाल, जोबनेर, जेवनेर, रामपुरा डावडी, माधोराजपुरा, फुलेरा सांभरलेक को शामिल किया गया है.
केकड़ी– जिले में केकड़ी, सायर, भिनाय, सरवाड़, टांटोटी, टोड़ारायसिंह शामिल है
जोधपुर एवं जोधपुर ग्रामीण– जिले में चामूं, औसियां, बावड़ी, भोपालगढ़, तिंवरी, शेखकला, शेरगढ़, बालेसर, झांवर, लूनी, बिलारा, पीपाड़ सिटी शामिल है.
कोटपुतली-बहरोड– जिल में बहरोड़, बानसूर, नीमराणा, मांढव, नारायणपुर, कोटपुतली, विराटनगर, पावटा शामिल हैं.
खैरथल-तिजारा– जिले में तिजारा, किशनगढ़बास, खैरथल, कोटकासिम, हरसोली, टपूकड़ा, मुंडावर को शामिल किया है
नीम का थाना– जिले में नीम का थाना, पाटन, श्रीमाधोपुर, उदयपुरवाटी, खेतड़ी को शामिल किया गया है.
फलौदी– जिले में फलौदी, लोहावट, आऊ, देचू, सेतरावा, बाप, घंटियाली, बापिणी को शामिल किया.
सलूम्बर– जिले में सराड़, सेमारी, लसाडिया, सलूम्बर, झल्लारा को शामिल किया है
सांचौर– जिले में सांचौर, बागोड़ा, चितलवाना, रानीवाड़ा को शामिल किया है.
शाहपुरा– जिले में शाहपुरा, जहाजपुर, काछोला, फूलियाकलां, बनेड़ा, कोटडी को शामिल किया है.
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष से मिलकर राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने का आग्रह किया। बिरला से मुलाकात के बाद चौधरी ने यह भी कहा कि उच्चतम न्यायालय से राहुल गांधी को राहत मिलना सच्चाई की जीत है। उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी बोलें।
चौधरी ने राहुल गांधी को मोदी उपनाम टिप्पणी से संबंधित मानहानि के मामले में उच्चतम न्यायालय से राहत मिलने के बाद शुक्रवार को लोकसभा में आसन से आग्रह किया कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष को सदन की बैठक में शामिल होने की अनुमति दी जाए। चौधरी ने पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल के समक्ष यह मांग उठाई। उन्होंने कहा हमारे नेता राहुल गांधी को उच्चतम न्यायालय से राहत मिल गई है। उन्हें सदन में आने की अनुमति दी जाए। यह हमारी मांग है। अग्रवाल ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष इस पर संज्ञान लेंगे।
उच्चतम न्यायालय ने मोदी उपनाम को लेकर की गई कथित विवादित टिप्पणी के संबंध में 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाते हुए शुक्रवार को उनकी लोकसभा की सदस्यता बहाल करने का रास्ता साफ कर दिया। शीर्ष अदालत गुजरात उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली राहुल की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। उच्च न्यायालय ने मोदी उपनाम से जुड़े मानहानि मामले में कांग्रेस नेता की दोषसिद्धि पर रोक लगाने के अनुरोध वाली उनकी याचिका खारिज कर दी थी।
गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी सभा में मोदी उपनाम के संबंध में की गई कथित विवादित टिप्पणी को लेकर राहुल के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। राहुल ने सभा में टिप्पणी की थी कि सभी चोरों का एक ही उपनाम मोदी कैसे हो सकता है?
नई दिल्ली। देशभर के 7,500 गांवों में शहीद बहादुरों को सम्मानित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान अगले सप्ताह 9 अगस्त से शुरु होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अगस्त को कर्तव्य पथ पर आजादी का अमृत महोत्सव के समापन के अवसर पर एक भव्य समारोह को संबोधित करेंगे। इस समारोह में 7,500 गांवों की मिट्टी विशेष कलशों में लाई जाएगी।
सरकार ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना के तहत राष्ट्रीय राजधानी में और 7,500 गांवों में स्वदेशी और स्थानीय पौधों का एक उद्यान ‘अमृत वाटिका’ बनाने की योजना तैयार की है। ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान में देश के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले बहादुरों और स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने के लिए ग्राम पंचायतों में स्मारक पट्टिकाएं शिलाफलकम भी स्थापित की जाएंगी। सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंदा ने बताया कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की सफलता के बाद सरकार आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक महत्वाकांक्षी भागीदारी कार्यक्रम लेकर आई है। आजादी का अमृत महोत्सव 12 मार्च, 2021 को शुरू किया गया था।
उन्होंने बताया कि बहादुरों को श्रद्धांजलि के तौर पर शिलाफलकम स्थापित करना, ‘मिट्टी का नमन’ और ‘वीरों का वंदन’ ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान के प्रमुख घटक हैं। ‘शिलाफलकम’ का उद्देश्य गांव, पंचायत, खंड, कस्बे, शहर, नगर, नगर पालिका में स्थानीय बहादुरों के बलिदान की भावना को सलाम करना है और इसे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित किया जाएगा। ‘शिलाफलकम’ में प्रधानमंत्री का संदेश होगा जिसमें उस क्षेत्र से संबंधित उन लोगों के नाम होंगे जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया। चंदा ने कहा कि शिलाफलकम गांव का एक युद्ध स्मारक होगा जिसमें सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के शहीदों के नाम अंकित होंगे। संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने बताया कि दिल्ली में ‘अमृत वाटिका’ बनाने के लिए 7,500 कलशों में देश के कोने-कोने से मिट्टी लेकर ‘अमृत कलश यात्रा’ निकाली जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस पहल में बड़े पैमाने पर जन भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए, एक वेबसाइट भी शुरू की गई है जिसमें लोग मिट्टी या मिट्टी का दीपक पकड़कर सेल्फी अपलोड कर सकते हैं। ‘मेरी माटी, मेरा देश’ कार्यक्रम 9 अगस्त को, स्वतंत्रता दिवस तक चलने वाले कार्यक्रमों के साथ शुरू होगा। अधिकारियों ने बताया कि 16 अगस्त से खंड, नगर पालिका और राज्य स्तर पर कार्यक्रम होंगे।
देश की प्रमुख वाहन कंपीन Tata ने अपनी नयी SUV लांच की है. CNG वैरियंट में आने वाली यह एसयूवी Exter से भी सस्ती है. Tata की इस नयी Punch के लांच होने के बाद SUV का मार्केट में और भी रोमांच बन गया. वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने 4 अगस्त को अपनी एसयूवी Punch CNG को आधिकारिक तौर पर बिक्री के लिए कुल 5 वेरिएंट्स में लॉन्च कर दिया. Tata Punch की शुरुआती कीमत 7.10 लाख रुपये से लेकर 9.68 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच पेश रखा गया है
Tata Pucnh Suv की कीमत सबसे नजदीकी प्रतिद्वंदी Hyundai Exter के सीएनजी वेरिएंट से काफी कम रखी गई है. इसके लांच होने के बाद ये Exter CNG को टक्कर देगी. Exter की शुरुआती कीमत 8.24 लाख रुपये है.
Tata Punch का CNG वैरियंट तीन ट्रिम्स में उपलब्ध है- प्योर, एडवेंचर और एक्म्प्लिश्ड – टाटा टॉप-स्पेक क्रिएटिव ट्रिम में CNG का विकल्प नहीं मिलता है. टाटा टियागो, टिगोर और अल्ट्रोज़ के बाद यह टाटा की तरफ से पेश की जाने वाली चौथा CNG मॉडल है. Tata Punch लांच होने के साथ हा टाटा का CNG पोर्टफोलियो को और भी मजबूती मिली है. CNG वेरिएंट प्रत्येक पेट्रोल ट्रिम के मुकाबले तकरीबन 1.60 लाख रुपये तक महंगा है. Tata Punch के पेट्रोल वेरिएंट की शुरुआती कीमत 6 लाख रुपये है.Tata Punch CNG को कंपनी ने पहली बार बीते ऑटो एक्सपो के दौरान प्रदर्शित किया था, SUV सेग्मेंट में Tata ने अपीन सबसे सुरक्षित Punch ने CNG में कंपनी ने 1.2-लीटर, तीन-सिलेंडर इंजन का इस्तेमाल किया है जो कि पेट्रोल वेरिएंट में मिलता है. यह इंजन पेट्रोल के साथ 86hp की पावर और 113Nm का टॉर्क जेनरेट करता है, और CNG मोड में 73.4hp की पावर और 103Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है, और इसे केवल 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ पेश किया गया है. यानी कि, CNG के ग्राहकों को ऑटोमेटिक का लाभ नहीं मिलेगा.
इसी के साथ SUV कारों में से एक है, ग्लोबल NCAP. क्रैश टेस्ट में इस कार को 5-स्टार रेटिंग मिली है. Tata Punch की इस SUV में CNG होने के बावजूद आपको बूट-स्पेस से कोई समझौता नहीं करना होगा. इसमें CNG के सिलिंडर को बूट के नीचे स्थापित किया गया है और ऊपर से एक मजबूत ट्रे दी गई है, जो इसके बूट को ऊपर-नीचे दो हिस्सों में बांटता है. टाटा मोटर्स का दावा है कि ये देश की पहली सीएनजी SUV है जो कि डुअल सिलिंडर टेक्नोलॉजी के साथ आती हैं. यानी कि एक कार में दो सिलिंडर दिए गए हैं. इसमें 30-30 लीटर की धारिता का कुल 60 लीटर का सीएनजी टैंक मिलता है. Hyundai ने हाल ही में भारतीय बाजार में अपनी सबसे किफायती SUV Exter को लॉन्च किया है. इस SUV के पेट्रोल वेरिएंट की शुरुआती कीमत 6 लाख रुपये है, और CNG वेरिएंट की कीमत 8.24 लाख रुपये से शुरू होती है. कीमत के मामले पंच सीएनजी तकरीबन 1.15 लाख रुपये सस्ती है. दोनो कारों का भारतीय बाजार में प्रदर्शन कितना किफायती होगा यह देखने वाली बात होगी.