Saturday, June 7, 2025
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गुर्जर समाज के कद्दावर नेताओं ने थामा भाजपा का दामन

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 6 फीसदी आरक्षण मूल ओबीसी को देने की घोषणा क्या की जाट समाज कांग्रेस से नाराज हो गया, दूसरी ओर गुर्जर समाज ने भाजपा का दामन थामना शुरू कर दिया है। इसकी बानगी शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में देखने को मिली, जहां गुर्जर समाज के दिग्गज नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। ऐसा लग रहा है कि सीएम अशोक गहलोत की ओबीसी वर्ग से चुनावी फायदा लेने की रणनीति को पंचर करने के लिए भाजपा ने काम शुरू कर दिया है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने गुर्जर समाज के दिग्गज नेताओं, सेवानिवृत्त प्रशासनिक-न्यायिक अधिकारियों और कर्मचारी नेताओं को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई।

इन अफसर-नेताओं ने जॉइन की बीजेपी

भाजपा का दामन थामने वालों में सेवानिवृत्त न्यायाधीश किशन लाल गुर्जर, पूर्व पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश पवन कुमार जैन, अनिता कटारा, युगवीर पटेल, पूर्व कृषि निदेशक सुभाष सिंह, अतर सिंह गुर्जर, सुशीला खैरवा, सीएम गहलोत के पूर्व ओएसडी महेन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक मोतीलाल खरेरा, गोपीचंद गुर्जर, मृदुरेखा चौधरी, प्रोफेसर भरत सिंह, डॉ. दिनेश यादव, कर्मचारी नेता महेश कुमार व्यास और डॉ. किशन लाल मेघवाल, राजगिरी महाराज, विजय सिंह, मिश्रीनाथ, राजन राजावत, चाकसू गुर्जर समाज अध्यक्ष रामसहाय रावत, देवकरण सरपंच, राजाराम गुर्जर और भगवान सिंह गुर्जर शामिल हैं। भाजपा जॉइन करने वाले अफसर-नेता अजमेर, भरतपुर, अलवर और जयपुर ग्रामीण सहित अन्य स्थानों से ढोल नंगाड़ों की धुन पर नाचते-गाते समर्थकों के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, राष्ट्रीय सचिव डॉ. अल्का गुर्जर सहित ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी मौजूद रहे।

भारतीय हाकी टीम ने रचा इतिहास, फाइनल मुकाबले में मलेशिया को हरा चौथी बार जीती एशियन हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी

भारत ने दो गोल से पिछड़ने के बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई में शानदार वापसी करके शनिवार को यहां मलेशिया को 4-3 से हराकर रिकॉर्ड चौथी बार एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (एसीटी) हॉकी प्रतियोगिता का खिताब जीता और हांगझोउ एशियाई खेलों के लिए अपनी तैयारियों का पुख्ता सबूत पेश किया।

भारत तीसरे क्वार्टर के अंतिम मिनट तक 1-3 से पीछे चल रहा था लेकिन इसके बाद उसने आखिरी 16 मिनट में मैच का पासा पलटने में देर नहीं लगाई। भारत ने पहले 30 सेकंड के अंदर दो गोल किए और फिर आखिरी क्वार्टर में निर्णायक बढ़त हासिल की। भारत का यह चौथा खिताब है और उसने पाकिस्तान (तीन खिताब) को पीछे छोड़ा।

भारत के लिए जुगराज सिंह (नौवें मिनट), कप्तान हरमनप्रीत सिंह (45वें), गुरजंत सिंह (45वें) और आकाशदीप सिंह (56वें) ने जबकि  मलेशिया की तरफ से अबू कमाल अजराई (14वें),  रहीम राजी (18वें) और मोहम्मद अमीनुदीन (28वें)  ने गोल किए। मलेशिया ने खेल शुरू होते हैं दबाव बनाने की रणनीति अपनाई तथा उसके स्टार खिलाड़ी अजराई ने पहले मिनट में ही भारतीय गोल में सेंध लगाने की नाकाम कोशिश की। भारतीय टीम ने हालांकि जल्द ही अपनी लय पकड़ी और आठवें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया जिसे जुगराज ने ताकतवर ड्रैग फ्लिक से गोल में बदला। कप्तान हरमनप्रीत सिंह उस समय मैदान में नहीं थे लेकिन जुगराज ने उनकी कमी नहीं खलने दी।

जापान ने दक्षिण कोरिया को 5-3 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया

जापान ने शुरू से ही दबदबा बनाते हुए शनिवार को यहां गत चैंपियन दक्षिण कोरिया को 5-3 से पराजित करके एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी ( एसीटी) हॉकी टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया। जापान की तरफ सेरयोमा ओका (तीसरे), रयोसी काटो (नौवें), केंटारो फुकुदा (28वें), शोता यामादा (53वें) और केन नागायोशी (58वें) ने गोल दागे जबकि कोरिया के लिए जोंगह्युन जांग (15वें और 33वें) और चेओलियन पार्क (26वें) ने गोल किए। तीसरे स्थान के प्लेऑफ मैच में जापान ने शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया और पहले नौ मिनट में दो गोल करके अपना दबदबा बना दिया।

CM गहलोत ने विधायक आवास परियोजना का किया लोकार्पण  

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को जयपुर में विधानसभा के पास विधायक आवास परियोजना का लोकार्पण किया। इस परियोजना में 444 करोड़ रुपए की लागत से कुल 160 फ्लैट बनाए गए हैं। गहलोत ने इस अवसर पर कहा कि विजन 2030 के तहत राज्य को विकसित श्रेणी के राज्यों में लाना सरकार का लक्ष्य है।

अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना के तहत 6 बहुमंजिला टावर में 3,200 स्क्वायर फुट वाले कुल 160 फ्लैट में विधायकों की सुरक्षा का विशेष रूप से ध्यान रखा गया है। पूरे परिसर के कॉमन एरिया (पार्किंग, ड्राइव-वे, बेसमेंट, लिफ्ट) में 80 से ज्यादा अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

परिसर में डबल बेसमेंट में स्मार्ट पार्किंग की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है, जिसमें दोनों बेसमेंट को मिलाकर 921 चौपाहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने राजस्थान आवासन मण्डल की 4 वर्षों की उपलब्धियों की पुस्तिका का विमोचन भी किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने कहा कि इस परियोजना के माध्यम से जनप्रतिनिधियों एवं उनके परिवारों को बेहतर आवासीय सुविधाएं मिल सकेंगी।

नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार ने विधायक आवास परियोजना की पहल की और इसे रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया।

भारत ने 9 विकेट से विंडीज को मात, 5 मैचों की सीरीज में की 2-2 से बराबर

फ्लोरिडा। शनिवार को भारत-वेस्टइंडीज सीरीज का चौथा मैच खेला गया. 5 मैचों की सीरीज में टीम इंडिया ने वापसी कर ली. लगातारा पहले 2 मुकाबले हारने के बाद 2-0 से पिछड़ने वाली भारतीय टीम अब 2-2 की बराबरी है. भारत टीम के लिए चौथा मैच करो या मरो की स्थिति वाला था. भारत की टीम ने शनिवार को टी-20 मुकाबले में वेस्टइंडीज को 9 विकेट से हरा कर इस सीरीज में वापसी कर ली है.

शनिवार को खेले गए मैच में शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल ने 94 बॉल पर 165 रनों की की साझेदारी की. यह वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की ओर से टी-20 की सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप है. गिल-जायसवाल ने केएल राहुल और रोहित शर्मा के 135 रन की साझेदारी के रिकॉर्ड को तोड़ा, जो राहुल-रोहित वानखेड़े में 11 दिसंबर 2019 को बनाया था। यशस्वी जायसवाल ने पिछले मुकाबले में डेब्यू किया है जायसवाल 21 साल की उम्र में टी-20 में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले भारतीय बैटर बन गए हैं.

इस मैच में वेस्टइंडीज ने पहले खेलते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 178 रन बनाए. जवाब में भारतीय टीम ने यह स्कोर सिर्फ 1 विकेट खो कर हासिल कर लिया. अमेरिका के फ्लोरिडा में खेले गए 5 मैचो की सीरीज के चौथे टी20 में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को बुरी तरह पटखनी दी. 9 विकेट से हारने के बाद आब च मैचों की टी20 सीरीज में भारत 2-2 की बराबरी पर आ गई है. वेस्टइंडीज ने पहले खेलने के बाद शिमरन हेटमायर की 61 रनों की पारी की बदौलत 20 ओवर में 178 रन बनाए थे. इसके जवाब में भारतीय टीम ने 17 ओवर में ही सिर्फ एक विकेट खोकर आसानी से लक्ष्य का पीछा कर लिया. भारत के लिए यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा 84 रन बनाए. वहीं शुभमन गिल ने 77 रनों की पारी खेली.

राजस्थान में सरकार ने छात्रसंघ चुनावों पर लगाई रोक, छात्रों के आक्रोश से मचा बवाल

जयपुर। राजस्थान विवि सहित प्रदेश के राजकीय विवि एवं कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव पर शनिवार को राज्य सरकार ने रोक लगा दी। आदेश के तहत प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव नहीं होंगे।
उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव की ओर से देर रात जारी आदेशों में लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों और हाईकोर्ट के आदेशों के तहत 180 दिनों के कार्य दिवस का हवाला दिया गया। इधर, निर्णय के बाद समूचे प्रदेश के विवि एवं महाविद्यालयों में छात्रों के बीच आक्रोश फूट पड़ा और राज्य सरकार के इस फैसले को दमनकारी बताया गया। मामले में छात्रसंघ अध्यक्ष सहित विभिन्न पदों के लिए दावेदारी जता रहे विद्यार्थियों ने फैसले की कड़ी निंदा की और इसे लोकतंत्र में छात्रहितों पर कुठाराघात बताया।

उल्लेखनीय है कि विश्व युवा दिवस पर आयोजित ‘युवा महापंचायत’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में शांति व्यवस्था का हवाला देते हुए छात्रसंघ चुनाव न करवाने के संकेत दिए थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश में बंद पड़े छात्रसंघ चुनाव मैंने सरकार में आने के बाद ही शुरू करवाए थे, लेकिन आज इन चुनावों में प्रचार की क्या हालत हो गई है। छात्र नेताओं को देखकर लगता है कि विधायक-सांसद के चुनाव की तरह प्रचार किया जा रहा और पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है।

गहलोत का कहना, माहौल रखेंगे शांत
उन्होंने मौजूद युवाओं से कहा कि आखिर इतना पैसा इन लोगों के पास कहां से आता है? गहलोत ने कहा कि चुनावों के लिए लिंगदोह कमेटी बनाई गई थी, लेकिन कहीं भी उसकी पालना नहीं हो रही है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव भी आ रहे हैं और बीते दिनों जोधुपर में एबीवीपी के 2 छात्र नेताओं ने कॉलेज कैंपस में ही नाबालिग का रेप कर दिया और वो चुनाव प्रचार में ही आए हुए थे। गहलोत ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि प्रदेश में माहौल शांत रखा जाए।

सीएमओ में दो महीने से फाइल अटकी
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो छात्रसंघ चुनावों की फाइल जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दी गई थी। लेकिन मुख्यमंत्री ने समय रहते इस पर निर्णय नहीं लिया। इधर, इसकी दूसरी वजह भी चर्चा में है। इसके तहत आतंरिक रिपोर्ट में अधिकांश विवि एवं कॉलेजों में युवा शक्ति के बीच सचिन पायलट का दबदबा सामने आया है, ऐसे में आगामी चुनावों को देखते हुए राज्य सरकार के इस फैसले को चुनावी बताया जा रहा है।

वर्ष 2004 से 2009 तक नहीं हुए थे छात्रसंघ चुनाव
वर्ष 2004 से 2009 तक छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये गए थे। वर्ष 2010 से छात्रसंघ चुनाव सुचारू हुए, लेकिन कोविड काल के दौरान भी वर्ष 2020 एवं 2021 में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये गए थे। इसी को दृष्टिगत मानते हुए राज्य सरकार ने मौजूदा वर्ष 2023-24 में भी छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने का फैसला लिया।

कोरोना गया, लेकिन उसका असर कायम है, जानिए क्यों बदल रहा है पैरों का रंग

लंबे समय तक कोविड से पीड़ित व्यक्ति के पैर नीला पड़ने का मामला सामने आया

नई दिल्ली। लंबे समय तक कोविड से पीड़ित रहे व्यक्ति के 10 मिनट खड़े रहने के बाद उसके पैर नीले पड़ने का एक असामान्य मामला सामने आया है। इस मामले का उल्लेख ‘द लैंसेट’ पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में किया गया है।

अध्ययन में 33 वर्ष के एक व्यक्ति के मामले का उल्लेख किया गया है, जिसमें ‘एक्रोसायनोसिस’ नामक स्थिति विकसित हुई, जिसमें पैरों की नसों में रक्त जमा हो जाता है। ब्रिटेन के लीड्स विश्वविद्यालय के अध्ययन में कहा गया है कि खड़े होने के एक मिनट बाद, उनके पैर लाल पड़ने लगे और समय के साथ नीले होते गए जबकि नसें दिखने लगीं। दस मिनट खड़े होने के बाद रंग अधिक स्पष्ट हो गया, जबकि रोगी ने अपने पैरों में भारीपन, खुजली की महसूस करने की शिकायत की। हालांकि, उसके बैठने के दो मिनट बाद मूल रंग बहाल हो गया। शोधकर्ताओं ने अध्ययन में कहा कि मरीज ने बताया कि उसे कोविड​​-19 संक्रमण के बाद से रंग में बदलाव का अनुभव होना शुरू हो गया था।

इसलिए बदल जाता है पैरों का रंग

अध्ययन के लेखक एवं विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन में एसोसिएट क्लीनिकल प्रोफेसर, मनोज सिवन ने कहा, यह एक मरीज में ‘एक्रोसायनोसिस’ का एक मामला था, जिसने अपने कोविड​​-19 संक्रमण से पहले इसका अनुभव नहीं किया था। रोगी को ‘पोस्टुरल ऑर्थोस्टैटिक टैचीकार्डिया सिंड्रोम (पीओटीएस) होने का पता चला था जो एक ऐसी स्थिति होती है जिसके कारण खड़े होने पर हृदय गति में असामान्य वृद्धि हो जाती है। लंबे समय तक कोविड से पीड़ित होने से शरीर में कई प्रणालियों के प्रभावित होने की बात सामने आई है जिसमें तंत्रिका तंत्र भी शामिल है, जो शरीर में हृदय गति, रक्तचाप, श्वसन, पाचन और यौन उत्तेजना जैसी अनैच्छिक प्रक्रियाओं को विनियमित करने के लिए जिम्मेदार है।

देश कोई केक नहीं जो जोमैटो पर ऑर्डर कर लेंगे – कन्हैया कुमार

जयपुर। कांग्रेस नेता और JNU छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने युवाओं से आलोचनात्मक नजरिया अपनाने का आह्वान करते हुए शनिवार को कहा कि इस देश की आजादी को बचाए रखना उनकी (युवाओं की) जिम्मेदारी है। युवा नेता ने कहा कि देश को बनाने में दशकों लगते हैं और बड़ी कुर्बानियां देनी पड़ती हैं। उन्होंने कहा कि देश कोई केक नहीं है जिसे जोमैटो पर ऑर्डर कर लेंगे। वह यहां राज्य स्तरीय युवा महापंचायत के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा युवा होने का मतलब यह है कि हम हर चीज ज्यादा महसूस करते हैं। अगर हमारे आसपास किसी इंसान के साथ उसके कपड़े के चलते, उसके प्रेम करने के चलते, उसके खाने के चलते उसके साथ कोई अत्याचार हो रहा है अगर हम चुप हो गए तो मान लीजिए आप नौजवान नहीं है चाहे आपकी उम्र कुछ भी हो। अगर हमने आवाज उठाई तो हम नौजवान हैं चाहे हमारी उम्र कुछ भी हो।

कन्हैया कुमार ने कहा अपने आसपास होने वाले अत्याचारों को महसूस करना.. ।आलोचनात्मक दृष्टि से देखने का मतलब केवल नकारात्मक देखना नहीं होता है आलोचनात्मक होने का मतलब होता है कि तब नकारात्मकता भी देखेंगे जब खाली सकारात्मकता की बात हो रही होगी और तब सकारात्मकता भी देखेंगे जब सिर्फ नकारात्मकता की बात हो रही हो। आलोचना का मतलब होता है कि चीज को पूरी तरह देखना। उन्होंने कहा कि नौजवान होने का मतलब है कि पुरानी पीढ़ी की जो अच्छी चीजें हैं, गौरवशाली परंपरा के तौर पर उन्हें आगे बढ़ाएंगे और जो चीजें अप्रासंगिक हो गई हैं नौजवान होने के दम पर उसे चुनौती देंगे।

उन्होंने कहा देश कोई केक नहीं है कि हम जामैटो पर इसको आर्डर कर लेंगे। देश को बनाने में दशकों लगे हैं और लोगों ने अपनी जिंदगी की कुर्बानियां दी हैं। युवाओं से आजादी की कीमत समझते हुए इसे बचाए रखने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि आजाद देश में, आजाद नागरिक की तरह, आजादी से जिंदगी जीने का हमारा अधिकार है लेकिन इस आजादी को बचाना भी हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि इस आजादी को बचाना और उस आजादी पर जब भी कोई आंच आए तो खुल कर डटकर उसके सामने खड़ा हो जाना भी नौजवान होना होता है। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे।

जानिए कमाई के मामले में कौन निकला आगे, ‘गदर 2’ या ‘ओएमजी-2’

इस लॉन्ग वीकेंड पर दर्शकों को मनोरंजन का दोगुना तड़का मिला है। एक ओर सनी देओल की फिल्म ‘गदर 2’ रिलीज हुई तो दूसरी ओर अक्षय कुमार की फिल्म ‘ओएमजी-2’। हालांकि एडवांस बुकिंग के साथ ही प्रदर्शन में भी गदर 2 काफी आगे निकल गई है। सनी के फैंस में उन्हें लेकर गजब का क्रेज है। वहीं पाकिस्तान के खिलाफ लगते नारों और इमोशनल ड्रामे ने दर्शकों के दिल को छू लिया है। दूसरी ओर दर्शकों को ‘ओएमजी-2’ भी पसंद आ रही है। हालांकि बोल्ड सब्जेक्ट के कारण उसके दर्शक सीमित ​दिख रहे हैं।

सनी देओल की ‘गदर 2’ ने पहले दिन की छप्पर फाड़ कमाई

सनी देओल, अमीशा पटेल और उत्कर्ष शर्मा अभिनीत फिल्म ‘गदर 2’ ने रिलीज के पहले दिन 40.10 करोड़ रुपये की कमाई की। फिल्म निर्माताओं ने शनिवार को यह जानकारी दी। ‘गदर 2’, वर्ष 2001 में आई सुपरहिट फिल्म ‘गदर: एक प्रेम कथा’ की अगली कड़ी है। फिल्म का निर्देशन अनिल शर्मा ने किया है। यह फिल्म शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई।फिल्म निर्माताओं ने एक प्रेस नोट में कहा, सनी देओल अभिनीत ‘गदर 2’ ने शुक्रवार को बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी और भारत में 40.10 करोड़ रुपये का असाधारण शुद्ध संग्रह किया। जी स्टूडियोज के बैनर तले बनी इस फिल्म में सनी देओल- तारा सिंह, अमीषा पटेल- सकीना और उत्कर्ष शर्मा- चरणजीत के किरदार में हैं। फिल्म निर्माताओं के मुताबिक, यह फिल्म इस साल पहले दिन कमाई के मामले में दूसरी सबसे बड़ी फिल्म बनकर उभरी है। इससे पहले शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ ने रिलीज के पहले दिन 55 करोड़ रुपये की कमाई की थी।

अक्षय कुमार की फिल्म ‘ओएमजी-2’ रह गई काफी पीछे

अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी अभिनीत फिल्म ‘ओएमजी-2’ ने रिलीज के पहले दिन घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 10.26 करोड़ रुपये की कमाई की। फिल्म निर्माताओं ने शनिवार को यह जानकारी दी। अमित राय द्वारा लिखित और निर्देशित फिल्म ‘ओएमजी 2’ में पंकज त्रिपाठी भगवान शिव के भक्त कांति शरण मुद्गल और अक्षय कुमार भगवान के दूत की भूमिका में हैं। फिल्म में अभिनेत्री यामी गौतम भी अहम भूमिका में हैं। निर्माताओं ने एक प्रेस नोट में कहा, ‘हम पर भरोसा रखने के लिए धन्यवाद, फिल्म ने पहले दिन 10.26 करोड़ रुपये की कमाई की।’ वायाकॉम 18 स्टूडियोज के बैनर तले तथा ‘केप ऑफ गुड फिल्म्स’ और ‘वाकाओ’ द्वारा निर्मित यह फिल्म किशोरों के विभिन्न मुद्दों और यौन शिक्षा के महत्व पर आधारित है। यह फिल्म 2012 की ‘ओएमजी- ओह माय गॉड’ की अगली कड़ी है।

PM ने किया संत रविदास के मंदिर सह स्मारक का शिलान्यास

मध्य प्रदेश। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश के सागर जिले में कवि और समाज सुधारक संत रविदास को समर्पित 100 करोड़ रुपये के मंदिर-सह-स्मारक की आधारशिला रखी। मोदी ने राज्य के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार की मौजूदगी में बडतूमा गांव में भूमि पूजन किया और आधारशिला रखी। उन्होंने संत रविदास की मूर्ति के सामने हाथ जोड़कर माथा टेका।

प्रधानमंत्री ने इस समारोह में आगामी स्मारक-सह-मंदिर के लघु मॉडल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने मध्यप्रदेश के दौरे की शुरुआत खजुराहो हवाईअड्डे पर पहुंचने के साथ की जिसके बाद वह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हेलीकॉप्टर से बडतूमा गए। दिन में बाद में उनका सागर जिले के ढाना में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने और विभिन्न सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखने के अलावा बीना-कोटा रेलवे लाइन के दोहरीकरण परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करने का कार्यक्रम है।

इस कार्यक्रम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की चल रही समरसता (सद्भाव) यात्राओं के समापन भी होगा जो 25 जुलाई को राज्य के 5 स्थानों से शुरू की गई थीं। अधिकारियों के मुताबिक समाज सुधारक को समर्पित यह मंदिर-सह-स्मारक 11 एकड़ भूमि में फैला होगा। यह संरचना संत रविदास की शिक्षाओं को प्रदर्शित करेगी और इसमें एक संग्रहालय, आर्ट गैलरी और अन्य सुविधाओं के अलावा भक्तों के लिए आवासीय सुविधाएं भी होंगी। भाजपा शासित इस राज्य में प्रधानमंत्री की एक महीने से अधिक समय के भीतर यह दूसरी यात्रा है। मध्य प्रदेश में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। एक जुलाई को मोदी ने शहडोल जिले के पकरिया गांव में आदिवासी नेताओं, स्वयं सहायता समूहों की सदस्य महिलाओं और युवा फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ बातचीत की थी।

डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक बना अधिनियम…

नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में इसी सप्ताह पारित डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को यह जानकारी दी। डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण (DPDP) कानून के तहत भारतीय नागरिकों के व्यक्तिगत डिजिटल डेटा का दुरपयोग या उसकी रक्षा नहीं कर पाने पर जिम्मेदार इकाई पर 250 करोड़ रुपये तक के जुर्माने का प्रस्ताव है।

उपयोगकर्ताओं के डेटा का इस्तेमाल कर रहीं कंपनियों को उसके व्यक्तिगत डाटा की सुरक्षा करनी होगी और व्यक्तिगत डेटा के उल्लंघन के मामले की सूचना डेटा संरक्षण बोर्ड (DPB) और उपयोगकर्ता को देनी होगी। वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) और स्वदेशी ऐप कू पर लिखा DPDP विधेयक अब अधिनियम बन गया है। माननीय राष्ट्रपति की मंजूरी मिली।

राज्यसभा ने 9 अगस्त को DPDP विधेयक को मंजूरी दी थी, जिसमें व्यक्तिगत डेटा के संग्रह और उपयोग को लेकर कई प्रावधान पेश किए गए थे। DPDP कानून के अनुसार, बच्चों के डेटा का उपयोग उसके संरक्षक की मंजूरी के बाद ही किया जा सकेगा। इस विधेयक को लोकसभा में 7 अगस्त को मंजूरी मिली थी। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने इसी सप्ताह कहा था कि सरकार को उम्मीद है कि इस अधिनियम को 10 महीने के भीतर लागू कर दिया जाएगा।

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