Wednesday, February 5, 2025
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देर रात प्रशासनिक सर्जरी : राजस्थान में 39 आईएएस के तबादले, कई जिलों के कलेक्टर बदले, आईएएस गौरव गोयल का बढ़ा कद

जयपुर। विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार प्रशासनिक मशीनरी को पूरी तरह से मुस्तैद कर देना चाहती है। इसी कड़ी में गुरुवार देर रात सरकार ने प्रदेश में 39 आईएएस अधिकारियों को इधर-उधर कर दिया।

बदल डाला सारा घर

सूची में कई जिलों के कलेक्टर को बदल दिया गया तो सचिवालय में बैठे वरिष्ठ अफसरों के विभाग भी बदल दिए। सीनियर आईएएस शिखर अग्रवाल को प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया तो अजमेर के राजस्व मंडल में रजिस्ट्रार के पद पर तैनात महावीर प्रसाद को डीजी पंजीयन एवं मुद्रांक का प्रभार दिया गया।सीकर, नागौर, उदयपुर, श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर के कलेक्टरों को बदल दिया गया।

ये अधिकारी बदले

नवीन महाजन, भानूप्रकाश एटरू, नीरज के. पवन, भंवरलाल मेहरा, कैलाशचंद मीणा, आनंदी, महेशचन्द्र शर्मा, राजन विशाल, अर्चना सिंह, इन्द्रजीत सिंह, नेहा गिरि, विश्वमोहन शर्मा, ताराचंद मीणा, आशीष गुप्ता, अंशदीप, अरविंद कुमार पोसवाल, श्रुति भारद्वाज, पीयूष सामरिया, प्रियंका गोस्वामी, जगजीत सिंह मोंगा, रामनिवास मेहता, अरूण गर्ग, राजेन्द्र कुमार वर्मा, अल्पा चौधरी, हर्ष सावनसुखा, अाशुतोष गुप्ता, बाबूलाल गोयल, बालमुकुंद असावा, नारायण सिंह, किशोर कुमार, बचनेश कुमार अग्रवाल, वासुदेव मालावत, सौरभ स्वामी, डॉ. अमित यादव, श्रीनिधि बीटी, टी. शुभमंगला, अभिषेक खन्ना और मयंक मनीष।

जोधपुर और बीकानेर के संभागीय आयुक्त बदले

सरकार ने जोधपुर और बीकानेर में नए संभागीय आयुक्त लगा दिए। जो अधिकारी वहां से हटाए गए उनको जयपुर लगा दिया।

गौरव गोयल की बढ़ीं जिम्मेदारियां

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सचिव आईएएस गौरव गोयल को सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के साथ मुख्यमंत्री के राजस्थान एवं शासन सचिव का अतिरिक्त कामकाज भी सौंपा गया। उनका कद और बढ़ गया।

विपुल चौधरी को 7 साल की सजा

गुजरात। मेहसाणा की एक अदालत ने गुजरात के पूर्व मंत्री और दूधसागर डेयरी के पूर्व अध्यक्ष विपुल चौधरी को धोखाधड़ी के मामले में 7 साल कैद की सजा सुनाई।

चौधरी पर आरोप था कि उन्होंने उचित प्रक्रियाओं का पालन किए बिना महाराष्ट्र को पशुचारा आपूर्ति करके 2014 में डेयरी को 22.5 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया था। मेहसाणा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड को दूधसागर डेयरी के नाम से जाना जाता है। चौधरी गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (gcmmf) के पूर्व अध्यक्ष भी हैं। gcmmf अमूल ब्रांड का मालिक है।

मेहसाणा के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वाई आर अग्रवाल ने चौधरी और 14 अन्य को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 420 के तहत धोखाधड़ी के लिए दोषी ठहराया और 7 साल की जेल की सजा सुनाई। गुजरात के सहकारी क्षेत्र का एक प्रमुख चेहरा चौधरी 1996 में शंकरसिंह वाघेला सरकार में मंत्री थे। अदालत ने 15 आरोपियों को IPC की धारा 406 (विश्वास का उल्लंघन), 465 (जालसाजी) और 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) के तहत दोषी ठहराया और उन्हें 1 से 4 साल तक की जेल की सजा सुनाई।

चौधरी और अन्य के खिलाफ मेहसाणा ‘बी’ डिवीजन पुलिस स्टेशन में 2014 में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, उस वक्त वह दूधसागर डेयरी के साथ-साथ gcmmf के अध्यक्ष थे। पशुचारा खरीद में कथित भ्रष्टाचार को लेकर उन्हें gcmmf और दूधसागर डेयरी दोनों जगह से बर्खास्त कर दिया गया था। प्राथमिकी के मुताबिक, डेयरी अध्यक्ष के तौर पर चौधरी ने 2014 में सूखा प्रभावित महाराष्ट्र में मवेशियों का चारा भेजने का फैसला लिया था।

राज्य सरकार ने हालांकि आरोप लगाया था कि 22.5 करोड़ रुपये का पशु चारा भेजने का निर्णय डेयरी की बोर्ड बैठक में कोई प्रस्ताव लाये बिना या कोई निविदा जारी किये बिना लिया गया था। जिन अन्य आरोपियों को 7 साल की सजा सुनाई गई है उनमें दूधसागर डेयरी के पूर्व बोर्ड सदस्य, इसके पूर्व उपाध्यक्ष जलाबेन ठाकोर और पूर्व प्रबंध निदेशक निशिथ बख्शी शामिल हैं।

मुझे नजरबंद कर दिया गया है – Mehbooba Mufti

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (peoples democratic party) (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने गुरुवार को आरोप लगाया कि 1931 में आज के ही दिन डोगरा शासक की सेना के हाथों मारे गए 22 कश्मीरी लोगों को श्रद्धांजलि देने से रोकने के लिए उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया है।

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा (Mehbooba Mufti) ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हमारे इतिहास को विकृत करने या हमारे नायकों को भूला देने नहीं देंगी। उन्होंने Twitter पर लिखा  आज शहीदों की कब्र पर जाने से रोकने के लिए मुझे घर में नजरबंद कर दिया गया है। यह ऐसे समय किया गया है जब भारत सरकार ने  SC (उच्चतम न्यायालय) में विश्वासघात-अनुच्छेद 370 के अवैध निरसन- को सही ठहराने के लिए स्थिति सामान्य हो जाने के अपने ऊंचे दावों का इस्तेमाल किया है।

महबूबा (Mehbooba Mufti) ने तस्वीरें और वीडियो भी पोस्ट किए जिसमें शहर के बाहरी इलाके खिंबर में उनके आवास का मुख्य द्वार बाहर से बंद दिख रहा है।  उन्होंने कहा भाजपा घृणा फैलाने एवं समाज में विभाजन पैदा करने वाले अपने नायकों वीर सावरकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, गोलवलकर और गोडसे को हम पर नहीं थोप सकती है। हमारे लिए जिन लोगों ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की जड़ें जमाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया, उनके साहसपूर्ण कार्य की हमेशा सराहना की जाएगी।

महबूबा (Mehbooba Mufti) ने कहा  हम आपको हमारे इतिहास को विकृत करने या हमारे नायकों को भूला देने की अनुमति नहीं देंगे। शहीद दिवस के मौके पर, मैं तानाशाहों के खिलाफ बहादुरी से लड़ने के लिए उनके साहस को सलाम करती हूं।

इस देश के पास है दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना

दुनियाभर में सेनाओं की ताकत का विश्लेषण करते हुए ग्लोबल फायरपावर (जीएफपी) ने ‘सैन्य ताकत रैंकिंग 2023’ के लिए 60 से अधिक व्यक्तिगत कारकों का आकलन किया। रक्षा संबंधी डेटा रखने वाली वेबसाइट ग्लोबल फायरपावर की ‘सैन्य ताकत सूची-2023’ में दुनिया के 145 देशों की सेनाओं की क्षमताओं का विश्लेषण कर रैंकिंग जारी की है।

ग्लोबल फायर पावर के मुताबिक यह मिलिट्री यूनिट, आर्थिक स्थिति, क्षमताएं और भूगोल को देखकर किसी देश का पावर इंडेक्स निर्धारित करता है। किसी देश की कुल मारक क्षमता को पावर इंडेक्स कहा जाता है।

ग्लोबल फायरपावर के मुताबिक, अमेरिका के पास दुनिया की सबसे मजबूत सैन्य शक्ति है। अमेरिका की पावरइंडेक्स वैल्यू 0.0712 है। इस सूची में दूसरे स्थान पर रूस और तीसरे स्थान पर चीन हैं। रूस की पावरइंडेक्स वैल्यू 0.0714 है, वहीं चीन की पावरइंडेक्स वैल्यू 0.0722 है। चीन के पास 20 लाख सैनिक हैं। वहीं, भारत ने चौथे स्थान पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। पिछले साल भी इस सूची में भारत चौथे नंबर पर ही था। भारत में 14.44 लाख सक्रिय सैन्यकर्मी हैं, जो दुनिया में दूसरे नंबर पर है। भारत की पैरामिलिट्री फोर्स में 25,27,000 सैनिक हैं। भारतीय सेना के पास 4,500 टैंक और 538 लड़ाकू विमान हैं। भारत की पावरइंडेक्स रैंकिंग वैल्यू 0.1025 है।

वहीं यूनाइटेड किंगडम 5वें स्थान पर है। दक्षिण कोरिया की बात करे तो यह देश सैन्य ताकत रैंकिंग में छठें नंबर पर है। वहीं 7वें नंबर पर पाकिस्तान ने जगह बनाई है। पाकिस्तान में पैरामिलिट्री फोर्स की संख्या सिर्फ 5 लाख है। पाकिस्तान की पावरइंडेक्स वैल्यू 0.1694 है।

जापान इस सूची में 8 वें पायदान पर है। 9वें नंबर पर है फ्रांस और 10 वें नंबर पर है इटली। ग्लोबल फायर पावर की सूची में शामिल कुल 145 देशों में से भूटान सैन्य रूप से सबसे कम शक्तिशाली देश है। भूटान इस लिस्ट में 145वें स्थान पर है।

अमिताभ बच्चन बने इस कंपनी के ब्रांड अम्बैसडर

नई दिल्ली। पुणे की रियल एस्टेट कंपनी गेरा डेवलपमेंट्स ने बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को कंपनी का ब्रांड अम्बैसडर बनाया है।

गेरा डेवलपमेंट्स ने कहा कि वह जल्द ही बच्चन को लेकर मीडिया अभियान शुरू करेगी। कंपनी घर खरीदारों के साथ बेहतर तरीके से जुड़ने के लिए कई गतिविधियों की योजना भी बना रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक रोहित गेरा ने कहा गेरा डेवलपमेंट्स की पहचान के रूप में बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन को पाकर हमें बेहद खुशी हो रही है। बच्चन बेहतरीन काम करने वाले व्यक्ति हैं।

बच्चन ने कहा मैं गेरा डेवलपमेंट्स के साथ जुड़कर उत्साहित हूं। मुझे विशेष रूप से उनकी नई अवधारणा और बच्चों के लिए खासतौर से बनाए गए घर पसंद आए।

CBSE छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी

कोच्चि। केरल उच्च न्यायालय ने राज्य सड़क परिवहन निगम के उस फैसले पर 1 महीने के लिए रोक लगा दी है जिसमें केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के छात्रों को बस किराए में मिलने वाली छूट में कटौती करने और स्कूल प्रबंधन को टिकट की कीमत के 35 प्रतिशत भुगतान के लिए उत्तरदायी बनाया गया था।

केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) की ओर से स्व-वित्तपोषित कॉलेज, गैर सहायता प्राप्त स्कूल और मान्यता प्राप्त स्कूलों के संबंध में 27 फरवरी को जारी ज्ञापन के खंड-4 में कहा गया था कि टिकट किराए का 35 प्रतिशत भुगतान छात्र और 35 प्रतिशत संस्थान के प्रबंधन करेंगे और केवल 30 प्रतिशत की रियायत दी जाएगी। इसके बाद CBSE स्कूलों के प्रबंधकों के याचिकाकर्ता संघ की ओर से उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई, जिस पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने KSRTC के फैसले पर 1 माह के लिए रोक लगा दी है।  

याचिका में ज्ञापन के खंड-4 को रद्द करने की मांग की गई है। साथ ही KSRTC को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने की मांग रखी गई है कि जिस संस्थान में छात्र पढ़ रहे हैं, उसके आधार पर बसों में यात्रा करने वाले छात्रों से भेदभाव न किया जाए। अदालत ने केरल सरकार और KSRTC को भी नोटिस जारी किया और 9 अगस्त को होने वाली सुनवाई में याचिका में किए गए दावों पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।

7 से 15 जुलाई के बीच 406 पैसेंजर ट्रेन रद्द, जानें वजह

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नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के बाद पटरियों पर जलभराव के कारण 7 जुलाई से 15 जुलाई के बीच 300 से अधिक मेल व एक्सप्रेस ट्रेन और 406 पैसेंजर ट्रेन रद्द कर दी गई हैं।

अधिकारियों ने बताया कि पटरियों पर पानी भरने की वजह से 600 से अधिक मेल/एक्सप्रेस ट्रेन, 500 पैसेंजर ट्रेन की सेवाएं प्रभावित हुई। उत्तर पश्चिम भारत में शनिवार से 3 दिन तक लगातार बारिश हुई। जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में भारी से बेहद भारी बारिश दर्ज की गई। इस वजह से नदी-नालों में जलस्तर बढ़ गया और बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में आवश्यक सेवाएं भी प्रभावित हुई।

अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि इस क्षेत्र में सेवाओं का संचालन करने वाले उत्तर रेलवे ने करीब 300 मेल/एक्सप्रेस ट्रेन को रद्द कर दिया। 100 ट्रेन को बीच रास्ते में रोक दिया गया और 191 अन्य का मार्ग बदला गया। कुल 67 ट्रेन निर्धारित गंतव्य की जगह दूसरे स्थान से शुरू हुई। भारी जलभराव के कारण उत्तर रेलवे ने भी 406 पैसेंजर ट्रेन रद्द कीं, 28 ट्रेन के मार्ग बदले गए, 54 ट्रेन को बीच रास्ते में रोक दिया गया और 56 ट्रेन निर्धारित गंतव्य की जगह दूसरे स्थान से शुरू हुई।

उत्तर रेलवे के एक बयान के मुताबिक, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश और खराब मौसम के कारण अंबाला, दिल्ली, फिरोजपुर और मुरादाबाद मंडलों पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई। यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन पर हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है। ट्रेन रद्द करने, निर्धारित गंतव्य से पहले रद्द करने/मार्ग बदलने /यात्रा शुरू करने के संबंध में स्टेशन पर नियमित रूप से घोषणाएं की जा रही हैं। यात्रियों को टिकट की जानकारी और पैसे वापस करने के लिए उत्तर रेलवे में विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त काउंटर खोले गए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि जलभराव संबंधी जानकारी देने के लिए रेलवे कर्मचारियों को तैनात किया गया है और स्थिति की नियमित निगरानी की जा रही है।

इसरो अध्यक्ष ने की श्री चेंगलम्मा परमेश्वरिनी मंदिर में पूजा-अर्चना  

तिरुपति। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ ने ‘चंद्रयान-3’ मिशन के प्रक्षेपण से पहले गुरुवार को सुल्लुरपेटा स्थित श्री चेंगलम्मा परमेश्वरिनी मंदिर में पूजा-अर्चना की।

सोमनाथ ने श्रीहरिकोटा से 22 किलोमीटर पश्चिम में तिरुपति जिले में स्थित मंदिर में पूजा की। ‘चंद्रयान-3’ मिशन का प्रक्षेपण 14 जुलाई (शुक्रवार) को अपराह्न 2 बजकर 35 मिनट पर श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से किया जाएगा। इसके लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।

अंतरिक्ष विभाग के सचिव और अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष सोमनाथ ने कहा कि ‘चंद्रयान-3’ को शुक्रवार के दिन अपराह्न 2:35 बजे प्रक्षेपित किया जाएगा। उन्होंने कहा, चंद्रयान-3 कल अपनी यात्रा शुरू करेगा। हम उम्मीद कर रहे हैं कि सबकुछ ठीक रहेगा और यह 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरेगा।

सोमनाथ के अनुसार, इसरो का अगला प्रक्षेपण कार्यक्रम जुलाई के अंत में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) के जरिए एक वाणिज्यिक उपग्रह का होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सूर्य का अध्ययन करने के लिए भारत का अंतरिक्ष आधारित पहला मिशन ‘आदित्य-एल1’ अगस्त में संभावित है। इसके अलावा, इसरो अध्यक्ष ने कहा कि उपग्रह का अभी परीक्षण चल रहा है और यदि परिणाम अच्छे रहे तो प्रक्षेपण निर्धारित समय (10 अगस्त) या उस तारीख के आसपास होगा।

‘चंद्रयान-1’ मिशन पर इसरो प्रमुख ने कहा कि यह एक ‘‘सुपरहिट मिशन’’ था, जिसके अच्छे नतीजे आए और यह लंबे समय तक अस्तित्व में रहा, जिसमें चंद्रमा पर पानी की खोज भी शामिल थी। उन्होंने कहा कि ‘चंद्रयान-2’ ने ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ को छोड़कर कई वैज्ञानिक जानकारियां जुटाईं और पानी की मौजूदगी की पुष्टि की। यह रेखांकित करते हुए कि प्रत्येक प्रक्षेपण कई मायनों में सफल होता है, उन्होंने कहा कि ‘चंद्रयान-3’ भी वैसा ही होगा।

इस बीच, चेंगलम्मा मंदिर के कार्यकारी अधिकारी श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि रॉकेट प्रक्षेपण से पहले इसरो अधिकारियों का इस मंदिर में आना एक परंपरा बन गया है। रेड्डी ने कहा, हर रॉकेट प्रक्षेपण की पूर्व संध्या पर उल्टी गिनती शुरू होने से पहले, वे चेंगलम्मा मंदिर में पूजा करते हैं और फिर अपना प्रक्षेपण कार्य शुरू करते हैं।

इसके अलावा, इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम ने चंद्र अन्वेषण मिशन की शुरुआत से पहले आज सुबह पास के तिरुमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का दौरा किया। इसरो टीम में 3 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल थे। गुरुवार सुबह उनके मंदिर पहुंचने की तस्वीरें वायरल हो गई। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के एक अधिकारी ने उनके मंदिर पहुंचने की पुष्टि की।

घर से पैदल निकले उमर अब्दुल्ला, जानें पूरा मामला

श्रीनगर। पुलिस द्वारा कथित तौर पर अनुरक्षक वाहन (एस्कॉर्ट वाहन) देने से मना करने और ITBP की सुरक्षा से वंचित किये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला गुरुवार को पार्टी कार्यालय पहुंचने के लिये अपने घर से पैदल निकले।

नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष अब्दुल्ला, आज ही के दिन 13 जुलाई 1931 को डोगरा शासक की सेना द्वारा मारे गये 22 कश्मीरियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये पार्टी मुख्यालय, नवा-ए-सुबह पहुंचकर वहां आयोजित एक समारोह को संबोधित करने वाले थे। अबदुल्ला ने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उन्हें पार्टी मुख्यालय जाने के लिए सुरक्षा एस्कॉर्ट वाहन और ITBP सुरक्षा देने से इनकार कर दिया। हालांकि, पुलिस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।

उसके बाद अब्दुल्ला शहर के गुपकर इलाके में स्थित अपने घर से पैदल ही जीरो ब्रिज के पास स्थित कार्यालय के लिये निकल पड़े। इस दौरान, जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक शाखा के विशेष सुरक्षा समूह के कुछ कर्मी उनके साथ चलते हुए नजर आए। पुलिस की यह शाखा VVIP की सुरक्षा के लिये जिम्मेदार है।

अब्दुल्ला ने Twitter पर एक Video साझा करते हुए लिखा, जम्मू-कश्मीर पुलिस यह मत सोचो कि मुझे एस्कॉर्ट वाहन और ITBP  सुरक्षा देने से इनकार करने के बाद मैं रुक जाउंगा। मुझे जहां जाना है, वहां पैदल जाऊंगा और अब मैं बस यही कर रहा हूं। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, अब, जब मैं कार्यालय पहुंच गया हूं और अपने तय कार्यक्रम के साथ आगे बढूंगा तब आप सब कुछ भेजेंगे। तथ्य यह है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आज मेरे कई वरिष्ठ सहयोगियों को भी रोकने की वही रणनीति अपनाकर उन्हें नेशनल कॉफ्रेंस कार्यालय में पहुंचने से रोक दिया।

तत्कालीन जम्मू और कश्मीर राज्य में 13 जुलाई को सार्वजनिक अवकाश होता था और हर साल इस दिन आधिकारिक तौर पर एक समारोह का आयोजन किया जाता था। इस मौके पर मुख्यमंत्री या राज्यपाल मुख्य अतिथि होते थे।

पवार और पटेल ने की भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात

नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार रात को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की।

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना-भाजपा गठबंधन में नये शामिल हुए राकांपा के मंत्रियों को विभाग आवंटन को लेकर चल रहे मंथन के बीच यह मुलाकात हुई। अजित पवार और राकांपा के 8 अन्य विधायक शरद पवार की अगुवाई वाली पार्टी से अलग होकर 2 जुलाई को अचानक से शपथ लेकर राज्य सरकार में शामिल हो गये थे।

पटेल ने कहा कि शाह और अन्य भाजपा नेताओं के साथ यह एक ‘शिष्टाचार भेंट’ थी क्योंकि वह और अजित पवार महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने के बाद से औपचारिक रूप से इन वरिष्ठ नेताओं से नहीं मिले थे। राकांपा मंत्रिमंडल में वित्त और जल संसाधन जैसे अहम मंत्रालय चाह रही है और समझा जाता है कि शिवसेना इसके खिलाफ है। पटेल ने कहा कि विभागों के आवंटन में कुछ मुद्दे रहेंगे क्योंकि पिछले साल सरकार बनते समय भाजपा और शिवसेना ने ये विभाग बांट लिये थे। उन्होंने बुधवार रात को संवाददाताओं से कहा अब उन सभी को हमारे लिए कुछ विभाग छोड़ने होंगे।

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