Friday, June 20, 2025
Home Blog Page 369

Nepal Landslide : नेपाल में भूस्खलन की चपेट में आई 2 बसें त्रिशूली नदी में बहीं,65 यात्री लापता,रेस्क्यू जारी

काठमांडू, नेपाल में भूस्खलन की चपेट में आई 2 बसों के उफनाई नदी में बहने से उनमें सवार कम से कम 65 यात्रियों के लापता होने की खबर है. समाचार पोर्टल ‘माईरिपब्लिका’ की खबर के मुताबिक, 65 यात्रियों को ले जा रही दो बसें चितवन जिले के सिमलताल इलाके में नारायणघाट-मुगलिंग मार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आने के बाद उफनाई त्रिशूली नदी में बह गईं.चितवन के मुख्य जिला अधिकारी इंद्र देव यादव ने इस हादसे की पुष्टि की.

यादव ने बताया कि बचावकर्मियों ने भूस्खलन के मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया है.उन्होंने कहा कि हादसे के संबंध में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है.प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने त्रिशूली नदी में दो बसों के बहने की घटना पर दुख जताते हुए युद्धस्तर पर तलाश एवं बचाव अभियान के निर्देश जारी किए हैं.

Jaipur Airport पर क्रू मेंबर ने CISF के जवान को मारा थप्पड़,पुलिस ने किया गिरफ्तार,जानें पूरा मामला

जयपुर,राजस्थान में जयपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के एक जवान को थप्पड़ मारने के आरोप में एक विमानन कंपनी के क्रू मेंबर में शामिल महिला को गिरफ्तार कर लिया गया.पुलिस ने यह जानकारी दी.

कैसे हुई थप्पड़ मारने की घटना

पुलिस उपायुक्त (पूर्व) कावेन्द्र सिंह सागर ने बताया कि घटना आज (गुरुवार) सुबह जयपुर हवाई अड्डे पर उस समय हुई जब सहायक उपनिरीक्षक ने महिला चालक दल को बिना सुरक्षा जांच के अंदर घुसने से रोक लिया.उन्होंने बताया कि सुरक्षा जांच के लिए रोके जाने पर महिला और CISF कर्मी के बीच बहस हो गई और महिला ने जवान को थप्पड़ मार दिया.अधिकारी ने बताया कि सुबह के समय हवाई अड्डे पर महिला कर्मी नहीं थी, जिस कारण पुरुष कर्मी को जांच के लिए लगाया गया था.

क्रू मेंबर अनुराधा रानी को किया गिरफ्तार

उन्होंने बताया कि CISF कर्मी की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर आरोपी महिला अनुराधा रानी को गिरफ्तार कर लिया गया और मामले की जांच की जा रही है.पुलिस के अनुसार, अनुराधा ‘स्पाइसजेट’ की चालक दल की सदस्य है और उसने वाहन गेट से बिना सुरक्षा जांच के हवाई अड्डे में घुसने का प्रयास किया था.

Stock Market Closing : उतार चढ़ाव के बीच फ्लैट बंद हुआ शेयर बाजार,जानिए किन शेयरों में रहा उछाल

मुंबई, स्थानीय शेयर बाजारों में गुरुवार को उतार-चढ़ाव के बीच बीएसई सेंसेक्स 27 अंक के मामूली नुकसान में रहा.निवेशकों ने कंपनियों के जून तिमाही के नतीजों से पहले प्रमुख कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली की.

Sensex मामूली गिरावट के साथ बंद

30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 27.43 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,897.34 अंक पर बंद हुआ.शुरुआती कारोबार में इसमें अच्छी तेजी थी और यह 245.32 अंक चढ़कर दिन के उच्चतम स्तर 80,170.09 अंक तक चला गया था.लेकिन बाद में प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से यह नीचे आया और एक समय 460.39 अंक तक लुढ़क गया था.

Nifty भी गिरावट के साथ बंद

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 8.50 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 24,315.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 24,402.65 अंक तक गया और नीचे में 24,193.75 अंक तक आया.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा,”दोनों मानक सूचकांक में कारोबार सीमित दायरे में रहा। कंपनियों के पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम से पहले बाजार शेयरों के उच्च मूल्यांकन को युक्तिसंगत ठहराने को संघर्ष करता दिख रहा है.”

इन कंपनियों के शेयर रहे नुकसान में

सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, सन फार्मा, नेस्ले, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट और लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख रूप से नुकसान में रहे.

इन कंपनियों के शेयर रहे लाभ में

लाभ में रहने वाले शेयरों में आईटीसी, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स और टाइटन शामिल हैं.

एशिया के बाजारों का हाल

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे.

यूरोपीय बाजारों का हाल

यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी कारोबार के दौरान तेजी का रुख था. अमेरिकी बाजार बुधवार को उल्लेखनीय रूप से बढ़त में रहे थे.शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 583.96 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.21 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85.26 डॉलर प्रति बैरल रहा.बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 426.87 अंक टूटा था, जबकि एनएसई निफ्टी 108.75 अंक के नुकसान में रहा था.

‘इंडियन रेसिंग फेस्टिवल’ से पहले सौरव गांगुली ने खरीदी कोलकाता रॉयल टाइगर्स टीम

नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने इस साल अगस्त और सितंबर के बीच होने वाले ‘इंडियन रेसिंग फेस्टिवल’ 2024 में कोलकाता रॉयल टाइगर्स टीम खरीदी.कोलकाता की रेसिंग टीम इस प्रतियोगिता में डेब्यू करेगी जिसमें हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, गोवा, कोच्चि और अहमदाबाद की 7 टीमें भी इसमें हिस्सा लेंगी.इंडियन रेसिंग फेस्टिवल में 2 मुख्य चैम्पियनशिप होंगी जो इंडियन रेसिंग लीग और फॉर्मूला 4 इंडियन चैम्पियनशिप हैं.

सौरव गांगुली ने कही ये बात

इस जुड़ाव पर उत्साह से भरे भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पूर्व प्रमुख सौरव गांगुली ने कहा,”मैं ‘इंडियन रेसिंग फेस्टिवल’ में कोलकाता की टीम के साथ इस यात्रा को शुरू कर काफी उत्साहित हूं. मोटरस्पोर्ट हमेशा ही मेरा जुनून रहा है और कोलकाता रॉयल टाइगर्स के साथ हमारा उद्देश्य ‘इंडियन रेसिंग फेस्टिवल’ में एक मजबूत विरासत बनाने के साथ नई पीढ़ी को प्रेरित करना है.”

रेसिंग प्रोमोशंस प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अखिलेश रेड्डी ने गांगुली का स्वागत किया.भारत के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने हाल में अमेरिका गैम्बिट्स में हिस्सेदारी हासिल की जो वैश्विक शतरंज लीग के दूसरे चरण में हिस्सा लेगी.

Budget 2024: बजट से पहले प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री ने की अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक,23 जुलाई को पेश होगा बजट

नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस महीने पेश होने वाले बजट को लेकर अर्थशास्त्रियों के विचार और सुझाव जानने के लिए गुरुवार को उनके साथ बैठक की.एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी.केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को संसद में वित्त वर्ष 2024-25 का बजट पेश करेंगी.बैठक में जाने-माने अर्थशास्त्रियों के अलावा नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी और अन्य सदस्य शामिल हुए.

बैठक में वित्त मंत्री सीतारमण, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन और योजना मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन और अर्थशास्त्री सुरजीत भल्ला, अशोक गुलाटी सहित अन्य लोग उपस्थित थे.यह बजट मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला प्रमुख आर्थिक दस्तावेज होगा. इसमें अन्य बातों के अलावा, 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का खाका पेश किये जाने की उम्मीद है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पिछले महीने संसद की संयुक्त बैठक में अपने संबोधन में संकेत दिया था कि सरकार सुधारों की गति को तेज करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाएगी.उन्होंने यह भी कहा था कि बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य के दृष्टिकोण का एक प्रभावी दस्तावेज होगा.

सीतारमण आगामी बजट पर पहले ही अर्थशास्त्रियों और भारतीय उद्योग जगत के प्रमुखों सहित विभिन्न पक्षों के साथ विचार-विमर्श कर चुकी हैं.कई विशेषज्ञों ने सरकार से उपभोग को बढ़ावा देने के लिए आम आदमी को कर में राहत देने और मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने तथा आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है.सीतारमण ने लोकसभा चुनाव के कारण इस साल फरवरी में 2024-25 का अंतरिम बजट पेश किया था.

Manvi Madhu Kashyap: मानवी मधु बनीं देश की पहली ट्रांसजेंडर दारोगा,बोलीं ‘पुलिस की वर्दी में अपने गांव जाकर देना चाहती हूं संदेश’,बताई अपने संघर्ष की दास्तां

पटना, बिहार पुलिस में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात होने वाली पहली ट्रांसजेंडर महिला बनी मानवी मधु कश्यप ने कहा कि यह उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा है.मानवी मधु कश्यप ने पुलिस में उपनिरीक्षक पद के लिए बिहार पुलिस अधीनस्थ चयन आयोग (बीपीएसएससी) की परीक्षा उत्तीर्ण की है.BPSSC द्वारा मंगलवार को उपनिरीक्षक परीक्षा के परिणामों की घोषणा की गई.

”यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है”

मानवी मधु सहित 3 ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों ने पहली बार यह परीक्षा उत्तीर्ण की.बिहार के बांका जिले के एक छोटे से गांव से आने वाली मधु ने पीटीआई वीडियो सेवा को बताया,”यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है.मैं हर उस व्यक्ति के लिए अविश्वसनीय रूप से आभारी हूं जिन्होंने सफलता पाने में सहयोग किया.मैं अपनी भावना को शब्दों में बयां नहीं कर सकती.मैं रेशमा मैडम (एक जानी-मानी ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता) और अपने शिक्षक रहमान सर की आभारी हूं.क्योंकि आज मैं जो कुछ भी हूं, वह सब उन्हीं की वजह से हूं.”

”मेरी सफलता का मार्ग चुनौतियों से भरा था”

मधु ने कहा,”मेरी सफलता का मार्ग चुनौतियों से भरा था.खासकर एक ट्रांसजेंडर महिला के रूप में मेरी पहचान के कारण.मुझे कई बाधाओं और भेदभाव का सामना करना पड़ा.ट्रांसजेंडर समुदाय की बेहतरी के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत है.”उन्होंने कहा कि पहले दक्षिणी राज्यों में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को पुलिस की नौकरियों में चुना जाता था.

”मैं पुलिस की वर्दी में अपने गांव जाकर यह संदेश देना चाहती हूं”

मधु ने कहा, ‘मैं यह भी कहना चाहूंगी कि आने वाले दिनों में हमारे समुदाय के लोगों को बेहतर अवसर मिलेंगे.अगर हमारे समुदाय को पर्याप्त अवसर दिए जाएं, तो हम समाज के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं.मैं पुलिस की वर्दी में अपने गांव जाकर यह संदेश देना चाहती हूं कि कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी कुछ हासिल कर सकता है.’2011 की जनगणना के अनुसार,बिहार में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की कुल आबादी 40,827 है

बिहार पुलिस में उपनिरीक्षक के लिए मानवी मधु कश्यप के चयन पर टिप्पणी करते हुए प्रसिद्ध ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता और बिहार स्थित गैर सरकारी संगठन ‘दोस्तानासफर’की संस्थापक सचिव रेशमा प्रसाद ने कहा, ‘बेशक, यह ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए जश्न का विषय है.लेकिन, मैं यह जरूर कहना चाहूंगी कि इसी पद के लिए चुने गए अन्य 2 ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को आगे आकर समुदाय की बेहतरी के लिए अपनी आवाज उठानी चाहिए.’

Delhi में मुनक नहर का टूटा बैराज,बवाना की जेजे कॉलोनी हुई जलमग्न,बने बाढ़ जैसे हालात,देखें VIDEO

नई दिल्ली, हरियाणा से दिल्ली में आने वाली मुनक नहर का तटबंध टूटने से बवाना की एक आवासीय कॉलोनी के कुछ हिस्सों में घुटनों तक पानी भर गया जिससे लोग घरों में कैद हो गए.पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुनक नहर के बैराज से पानी गुरुवार तड़के उत्तर पश्चिमी दिल्ली की जेजे कॉलोनी के जे, के और एल ब्लॉक में घुस गया जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

अधिकारी ने कहा,”नहर का पानी बाहर आने के बारे में हमने आधी रात को ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), बाढ़ नियंत्रण विभाग, जन कल्याण विभाग और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सहित सभी संबंधित विभागों को सूचित कर दिया था.”उन्होंने बताया कि सोनीपत की तरफ से पानी का प्रवाह कम हो गया है और अधिकारियों ने हरियाणा से नहर के गेट बंद करने का अनुरोध किया है ताकि प्रवाह को नियंत्रित किया जा सके.यह नहर हरियाणा के करनाल जिले के मुनक में यमुना नदी से निकलती है.

घटना के बारे में दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,”आज सुबह मुनक नहर से निकलने वाली छोटी नहर का तटबंध टूट गया.मुनक नहर की देखभाल करने वाले हरियाणा के सिंचाई विभाग के साथ दिल्ली जल बोर्ड समन्वय स्थापित किए हुए है.उन्होंने कहा,”नहर के पानी के प्रवाह को अन्य छोटी नहर की तरफ मोड़ दिया गया है.मरम्मत का काम शुरू हो चुका है और आज दोपहर तक पूरा हो जाएगा.”

Rajasthan Budget Session : राजस्थान विधानसभा में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर हंगामा,आंकड़ों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने

जयपुर, राजस्थान में महिलाओं के उत्पीड़न के मामलों को लेकर गुरुवार को विधानसभा में काफी हंगामा हुआ.सरकार ने जहां कहा कि उसके 6 महीने के कार्यकाल में महिला उत्पीड़न के मामलों में 6 प्रतिशत की कमी आई है तो वहीं उनके जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने हंगामा व नारेबाजी की.

”महिला उत्पीड़न के मामलों में आई 6 प्रतिशत की कमी”

प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा के एक प्रश्न के जवाब में प्रभारी मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि राज्य में एक जनवरी 2024 से 30 जून 2024 तक महिला उत्पीड़न के 20767 प्रकरण दर्ज हुए हैं.उन्होंने कहा कि गत कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के 6 महीनों से तुलना की जाए तो ऐसे मामलों में 6 प्रतिशत की कम आयी है.मंत्री ने कहा,”2022 से 2024 तक जनसंख्या तो बढ़ी है लेकिन ऐसे मामले इस दौरान 6 प्रतिशत कम हुए हैं. महिला उत्पीड़न के मामलों में छह प्रतिशत कमी आई है.”

सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की दी जानकारी

महिला उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा,”7400 स्थान चिन्हित किए हैं जहां महिलाओं का आवागमन ज्यादा होता है और 20615 नए सीसीटीवी कैमरे के लिए ऑर्डर किए गए हैं.”विपक्ष ने मंत्री द्वारा मामलों की तुलना को गलत बताते हुए हंगामा शुरू कर दिया.विधायक इंदिरा ने डिंपल मीणा प्रकरण को भी उठाया.

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कही ये बात

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि मंत्री सदन को गुमराह न करें क्योंकि अप्रैल 2024 में 2861 मामले दर्ज हुए जबकि मई में 4088 मामले दर्ज हुए.उन्होंने कहा,”एक महीने में 43 प्रतिशत के आसपास की वृद्धि हुई है.आप 6 प्रतिशत की कमी कहां से बता रहे हैं?”

सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर हुई बहस

मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायक सीटों से उठकर नारेबाजी करने लगे और अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए.इसको लेकर सत्ता पक्ष व विपक्ष में काफी देर तक बहस होती रही.हालांकि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अगला प्रश्न पुकार लिया.राज्य विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है.

Manish Sisodia Bail Plea : सुप्रीम कोर्ट के जज ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कही ये बात,टालनी पड़ी सुनवाई,जानें क्या कहा

नई दिल्ली,सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजय कुमार ने आम आदमी पार्टी के नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की उन याचिकाओं पर सुनवाई से गुरुवार को खुद को अलग कर लिया जिनमें आबकारी नीति घोटाला मामलों में उनकी जमानत याचिकाओं पर नए सिरे से विचार करने का अनुरोध किया गया था.

पीठ ने क्या कहा ?

न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति संजय करोल और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ ने कहा कि आबकारी नीति घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा दायर मामलों में सिसोदिया की जमानत याचिकाओं पर नए सिरे से विचार के लिए उनकी 2 अलग-अलग याचिकाओं पर एक ऐसी पीठ सुनवाई करेगी जिसके सदस्य न्यायमूर्ति कुमार नहीं हों.जैसे ही मामले की सुनवाई शुरू हुई न्यायमूर्ति खन्ना ने कहा,”हमारे भाई को कुछ परेशानी है.वह व्यक्तिगत कारणों से इस मामले की सुनवाई नहीं करना चाहते.”

सिसोदिया की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने पीठ से मामले को तत्काल सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया.उन्होंने कहा कि दोनों मामलों में अभी तक सुनवाई शुरू नहीं हुई है.

”एक अन्य पीठ 15 जुलाई को मामले पर करेगी विचार”

पीठ ने कहा कि एक अन्य पीठ 15 जुलाई को इस मामले पर विचार करेगी.शीर्ष अदालत ने कथित शराब नीति घोटाले के संबंध में सीबीआई और ईडी द्वारा दर्ज मामलों में सिसोदिया की जमानत याचिका पर विचार करने से 4 जून को इनकार कर दिया था.आप नेता सिसोदिया ने दिल्ली उच्च न्यायालय के 21 मई के फैसले को चुनौती देते हुए शीर्ष अदालत का रुख किया था, जिसमें उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई थी.

सिसोदिया ने निचली अदालत के 30 अप्रैल के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी, जिसमें अब रद्द कर दी गई दिल्ली आबकारी नीति के निर्माण और क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मामलों में उनकी जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया गया था.सीबीआई ने सिसोदिया को शराब नीति मामले में उनकी कथित भूमिका के लिए 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था.ईडी ने उन्हें 9 मार्च 2023 को सीबीआई की प्राथमिकी पर आधारित धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था.

NEET Supreme Court Hearing: नीट-यूजी मामले पर सुनवाई टली,अब 18 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट सुना सकता है फैसला,जानें कोर्ट ने क्या कहा ?

नई दिल्ली, उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को कहा कि वह विवादों से घिरी राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 से जुड़ी याचिकाओं पर 18 जुलाई को सुनवाई करेगा.प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि केंद्र सरकार और नीट-यूजी का आयोजन करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शीर्ष अदालत के 8 जुलाई के निर्देश के अनुसार अपना-अपना हलफनामा दाखिल कर दिया है.

पीठ ने मामले पर क्या कहा ?

पीठ ने आगे कहा कि कुछ याचिककर्ताओं की पैरवी कर रहे वकीलों को केंद्र और NTA की ओर से दाखिल हलफनामों की प्रति अभी तक नहीं मिली है. इसी के साथ उसने मामले को 18 जुलाई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया.

शीर्ष अदालत नीट-यूजी 2024 से जुड़ी कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है, जिनमें 5 मई को आयोजित इस परीक्षा में अनियमितताओं और कदाचार का आरोप लगाने वाली और नये सिरे से परीक्षा आयोजित करने का निर्देश देने का अनुरोध करने वाली याचिकाएं भी शामिल हैं.

Met Gala 2025: Bollywood Celebrities जिसने लूटी महफ़िल – शाहरुख, आलिया और भी कई सितारे ₹25,000 के अंदर बेस्ट Phones: Top 7 Smartphones with Best Features & Performance! महाशिवरात्रि 2025: जानिए पूजा विधि, मंत्र जाप और रहस्यमयी महत्व Naga Sadhu Facts: नागा साधुओं के बारे में 7 रोचक तथ्य: रहस्य, साधना और जीवनशैली Best Indoor Cat Breeds- सबसे अच्छी इनडोर बिल्लियाँ