Sunday, June 8, 2025
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Delhi Excise Policy Case: क्या BRS नेता के कविता को मिलेगी बेल ? जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट इस तारीख को करेगा सुनवाई

नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार और धन शोधन मामलों में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता की जमानत याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई करेगा. न्यायालय ने 12 अगस्त को कविता की जमानत याचिकाओं पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा था.

20 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई

न्यायालय ने उक्त मामलों में कविता को जमानत देने से इनकार करने के दिल्ली हाईकोर्ट के एक जुलाई के फैसले के खिलाफ बीआरएस नेता की याचिकाओं को सुनने पर सहमति जताई.शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड की गई 20 अगस्त की वाद सूची के अनुसार, न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति के वी विश्वनाथन की पीठ उनकी याचिकाओं पर सुनवाई करेगी.

कविता के वकील ने दी थी ये दलील

कविता की ओर से 12 अगस्त को पेश वकील ने पीठ से कहा था कि उनकी मुवक्किल करीब 5 महीने से हिरासत में हैं और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आरोप पत्र तथा अभियोजन शिकायत दाखिल कर चुके हैं. ईडी की अभियोजन शिकायत आरोप पत्र के समान होती है.

कविता के वकील ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया की याचिकाओं पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि कविता को जमानत का अधिकार है.शीर्ष अदालत ने कथित घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी थी.सिसोदिया को कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार और धन शोधन, दोनों मामलों में जमानत दी गई.

हाईकोर्ट ने कही थी ये बात

हाईकोर्ट ने एक जुलाई को कविता की जमानत याचिकाएं खारिज करते हुए कहा था कि वह प्रथम दृष्टया दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 (जो अब रद्द की जा चुकी है) को तैयार करने और लागू करने से संबंधित आपराधिक साजिश रचने वाले मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक हैं. मामला नीति को बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार और धनशोधन से संबंधित है.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कविता (46) को 15 मार्च को हैदराबाद में उनके बंजारा हिल्स स्थित घर से गिरफ्तार किया था.केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में 11 अप्रैल को उन्हें गिरफ्तार किया था. कविता इन आरोपों को लगातार खारिज करती रही हैं.

Kolkata Doctor Rape-Murder Case : क्या अपराध के पीछे थी कोई साजिश ? CBI तीसरे दिन आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्राचार्य से करेगी पूछताछ

कोलकाता, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष को एक महिला चिकित्सक के कथित दुष्कर्म और हत्या मामले की जांच के संबंध में लगातार तीसरे दिन पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है.

शनिवार 13 घंटे की गई पूछताछ

जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, ”घोष से शनिवार सुबह 10 बजे से मध्यरात्रि तक करीब 13 घंटे पूछताछ की गई. उन्हें रविवार सुबह फिर से पेश होने के लिए कहा गया है, क्योंकि CBI अधिकारियों को उनसे कई और सवाल पूछने हैं.”

CBI के पास सवालों की पूरी फेहरिस्त

CBI अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ”पूर्व प्राचार्य को आज सुबह 11 फिर से आने के लिए कहा गया है.हमारे पास उनसे पूछने के लिए सवालों की एक फेहरिस्त है.उन्होंने बताया कि घोष को चिकित्सक की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी भूमिका स्पष्ट करने के लिए कहा गया है कि उन्होंने किससे संपर्क किया और (पीड़िता के) माता-पिता को करीब 3 घंटे तक का इंतजार क्यों कराया.

”क्या अपराध के पीछे कोई साजिश थी”

अधिकारी के अनुसार, पूर्व प्राचार्य से यह भी पूछा गया कि घटना के बाद अस्पताल की आपातकालीन इमारत के सेमीनार हॉल के पास कमरों की मरम्मत का आदेश किसने दिया था. उन्होंने कहा,”हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या अपराध के पीछे कोई साजिश थी या पहले से इसकी योजना बनाई गई थी. प्राचार्य क्या कर रहे थे और क्या वह किसी भी तरीके से घटना में शामिल हैं.”

अब तक 20 से अधिक लोगों से की जा चुकी पूछताछ

सीबीआई अधिकारी के मुताबिक, घोष के जवाबों का मिलान वारदात की रात को चेस्ट मेडिसिन विभाग में ड्यूटी पर मौजूद अन्य चिकित्सकों और प्रशिक्षुओं के बयानों से किया जाएगा.अभी तक सीबीआई ने अपनी जांच के संबंध में कोलकाता पुलिस के कई अधिकारियों समेत 20 से अधिक लोगों से पूछताछ की है.

घोष ने मीडिया के सवालों का जवाब देने से किया इनकार

घोष ने रविवार देर रात को सॉल्ट लेक में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित CBI कार्यालय से निकलते वक्त मीडिया के सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया.सीबीआई अधिकारियों ने सबसे पहले शुक्रवार को घोष से पूछताछ की थी. इसके बाद उन्हें शनिवार को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था.

घोष ने अपने ऊपर हमले का जताया था डर

घोष ने 9 अगस्त को महिला चिकित्सक का शव मिलने के 2 दिन बाद प्राचार्य पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अपने ऊपर हमले का डर जताया था, जिसके बाद उनके वकील ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से सुरक्षा मांगी थी. अदालत ने उन्हें एकल पीठ के पास जाने का निर्देश दिया था. परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव 9 अगस्त को आर जी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था. पुलिस ने इस सिलसिले में अगले दिन एक आरोपी को गिरफ्तार किया था.

Udaipur में आज भी इंटरनेट सेवाएं बंद, इस बीच घायल छात्र के परिजनों ने निकाली रैली, अस्पताल में मिलने नहीं जाने देने का लगाया आरोप

राजस्थान के उदयपुर में एक सरकारी स्कूल के 10वीं कक्षा के छात्र द्वारा अपने सहपाठी को चाकू घोंपने की घटना के बाद भड़के सांप्रदायिक तनाव के बीच जिले के कई इलाकों में रविवार को भी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं. इस बीच, हमले में घायल हुए छात्र के परिजन समेत बड़ी संख्या में लोग रविवार को यहां मुखर्जी नगर चौक पर एकत्र हुए और उन्होंने महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय तक रैली निकाली. उन्होंने उन्हें अस्पताल में घायल छात्र से मिलने नहीं दिए जाने का आरोप लगाया.

उदयपुर पुलिस अधीक्षक ने कही ये बात

उदयपुर पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने कहा,”कुछ भ्रम था कि परिवार के सदस्य घायल छात्र से नहीं मिल सकते लेकिन उन्हें मिलने की अनुमति है. घायल छात्र की हालत स्थिर लेकिन गंभीर है.जल्द ही छात्र के स्वास्थ्य के संबंध में मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया जाएगा.”

”मोबाइल इंटरनेट सेवाएं रहेंगी बंद ”

उन्होंने बताया कि बाजार खुले हैं लेकिन कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए रविवार को भी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी.इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.

आरोपी को भेजा गया किशोर गृह

पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी को शनिवार को अदालत में पेश किया गया था और उसे किशोर गृह भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि आरोपी के पिता को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

उदयपुर के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी

छात्र द्वारा अपने सहपाठी को चाकू घोंपने की घटना के बाद भड़के सांप्रदायिक तनाव के बीच जिले के कई इलाकों में शुक्रवार रात से मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं.उदयपुर के सभी सरकारी और निजी स्कूल में आगामी आदेश तक अवकाश घोषित कर दिया गया है.

पुलिस प्रशासन ने अब तक की ये कार्रवाई

पुलिस ने बताया कि हमले में घायल छात्र का जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है और आरोपी छात्र को हिरासत में ले लिया गया है. दोनों छात्र नाबालिग हैं.अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने JCB की मदद से आरोपी छात्र का घर ढहा दिया है. इस कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.

”वन भूमि पर बना था आरोपी का घर ”

उदयपुर के जिलाधिकारी अरविंद पोसवाल ने कहा,”अपराध करने वाले व्यक्ति के मन में प्रशासन का डर जरूरी है.जांच में पाया गया कि आरोपी का घर वन भूमि पर बना था और नियमों के अनुसार नोटिस देने के बाद तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई.”

Vinesh Phogat: ‘हमारी लड़ाई जारी रहेगी, सच्चाई की जीत होगी’, पेरिस से भारत लौटने पर बोलीं विनेश फोगाट, कुश्ती में वापसी पर कही ये बात

नई दिल्ली, पेरिस ओलंपिक से स्वदेश लौटने पर भव्य स्वागत से अभिभूत पहलवान विनेश फोगाट ने कहा है कि भारतीय कुश्ती की बेहतरी के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी और सच्चाई की जीत होगी. ओलंपिक में 50 किग्रा फाइनल में पहुंचने के बाद अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित की गईं विनेश का शनिवार को यहां पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. विनेश ने अपनी अयोग्यता के खिलाफ खेल पंचाट में अपील की थी लेकिन उसके तदर्थ प्रभाग ने उसे खारिज कर दिया था.

”सच्चाई की जीत होगी”

विनेश ने अपने प्रशंसकों को संबोधित करते हुए कहा, ”हमारी लड़ाई खत्म नहीं हुई है. लड़ाई जारी रहेगी और मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि सच्चाई की जीत होगी.”

गौरतलब है कि विनेश और उनके साथी ओलंपियन बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 1 साल से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. विनेश सहित 6 पहलवान पिछले साल WFI के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे.

”मैं वापस कुश्ती में लौट सकती हूं”

विनेश ने यह भी कहा कि उनका जिस तरह से शानदार स्वागत किया गया उससे उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली है,मुझे अपने देशवासियों, मेरे गांव और परिवार के सदस्यों से जो प्यार मिला उससे मुझे इस झटके से उबरने में मदद मिलेगी. मैं वापस कुश्ती में लौट सकती हूं.”

”पदक से चूकना मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा झटका”

उन्होंने कहा,”ओलंपिक पदक से चूकना मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा झटका है. मैं नहीं जानती कि मुझे इससे उबरने में कितना समय लगेगा.मैं नहीं जानती कि मैं कुश्ती में वापसी करूंगी या नहीं लेकिन आज मुझे जो साहस मिला है उसका मैं सही दिशा में इस्तेमाल करना चाहती हूं.”

सूडान में अर्धसैनिक समूह के लड़ाकों ने निहत्थे ग्रामीणों पर बरसाई गोलियां, 85 लोगों को उतारा मौत के घाट, 150 से अधिक घायल

काहिरा, सूडान में अर्धसैनिक समूह के लड़ाकों ने एक गांव में तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी के बाद महिलाओं एवं बच्चों समेत कम से कम 85 लोगों की हत्या कर दी. प्राधिकारियों और स्थानीय निवासियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. देश में 18 महीने से जारी विनाशकारी संघर्ष में रक्तपात की यह ताजा घटना है.

RSF के लड़ाकों ने बरसाई अंधाधुंध गोलियां

सूडान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अर्धसैन्य बल ‘रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF)’ ने जुलाई में सेन्नार प्रांत के गलगानी में हमले शुरू किए और पिछले सप्ताह आरएसएफ लड़ाकों ने गांव के निहत्थे निवासियों पर अंधाधुंध गोलीबारी की.”

150 से अधिक ग्रामीण घायल

बयान के अनुसार, ग्रामीणों ने अपहरण और महिलाओं व लड़कियों के साथ यौन शोषण का विरोध किया, जिसके बाद उन पर हमला किया गया. इसमें बताया गया है कि हमले में 150 से अधिक ग्रामीण घायल हो गए.

एक स्वास्थ्य देखभाल कर्मी ने बताया कि शुक्रवार तक चिकित्सा केंद्र में 24 महिलाओं और नाबालिगों समेत कम से कम 80 मृतकों के शव आए.एक ग्रामीण मोहम्मद तजाल अमीन ने कहा कि उसने शुक्रवार को 6 पुरुष और एक महिला का शव सड़क के बीचोंबीच पड़ा देखा.

Paetongtarn Shinawatra : पैतोंगतार्न शिनावात्रा ने थाईलैंड की प्रधानमंत्री बन रचा इतिहास, पीएम मोदी ने दी बधाई

बैंकॉक, थाइलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा की बेटी पैतोंगतार्न शिनावात्रा रविवार को शाही मंजूरी पत्र मिलने के बाद देश की प्रधानमंत्री बन गईं.थाइलैंड की संसद ने थाकसिन शिनावात्रा की सबसे छोटी बेटी पैतोंगतार्न शिनावात्रा को शुक्रवार को देश की नई प्रधानमंत्री चुना था. पूर्ववती प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन को इससे 2 दिन पहले संवैधानिक न्यायालय ने नैतिकता उल्लंघन के कारण पद से हटा दिया था.पैतोंगतार्न अब थाविसिन की जगह फेउ थाई पार्टी की नई नेता होंगी और उस गठबंधन का नेतृत्व करेंगी, जिसमें पार्टी की पिछली सरकार को अपदस्थ करने वाले तख्तापलट से जुड़े सैन्य दल शामिल हैं.

थाईलैंड की कमान संभालने वाली शिनावात्रा परिवार की तीसरी सदस्य

पैतोंगतार्न थाईलैंड की कमान संभालने वाली शिनावात्रा परिवार की तीसरी सदस्य बन गई हैं. इससे पहले उनके अरबपति पिता थाकसिन शिनावात्रा और चाची यिंगलक शिनावात्रा इस पद पर रह चुकी हैं. पैतोंगतार्न अपनी चाची के बाद थाईलैंड की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनी हैं. थाकसिन और यिंगलक को तख्तापलट के जरिये सत्ता से बेदखल कर दिया गया था और उन्हें देश छोड़कर जाना पड़ा था, लेकिन फेउ थाई पार्टी के सरकार बनाने पर थाकसिन पिछले साल थाईलैंड लौट आए थे.

पैतोंगतार्न को बैंकॉक स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन के वरिष्ठ सदस्य और उनके पिता भी उपस्थित थे.थाकसिन की कोई औपचारिक भूमिका नहीं है, लेकिन उन्हें फ्यू थाई पार्टी का वास्तविक नेता माना जाता है. पिता-पुत्री एक ही कार में आए और मुस्कुराते हुए एवं एक-दूसरे का हाथ थामे हुए साथ-साथ चलते नजर आए.

पैतोंगतार्न ने कही ये बात

पैतोंगतार्न ने थाई नरेश, लोगों और सांसदों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह अपने कर्तव्यों का पालन ‘‘खुले दिमाग से’’ करेंगी और ‘‘थाईलैंड को एक ऐसा स्थान बनाएंगी, जो थाई लोगों को सपने देखने, सृजन करने और अपना भविष्य स्वयं तय करने का अवसर प्रदान करेगा.’

पैतोंगतार्न को पीएम मोदी ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने थाईलैंड की प्रधानमंत्री बनने पर रविवार को पैतोंगतार्न शिनावात्रा को बधाई दी और कहा कि वह दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हैं.पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”थाईलैंड की प्रधानमंत्री चुने जाने पर पैतोंगतार्न शिनावात्रा को बधाई.एक बहुत ही सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं.”उन्होंने लिखा, ”सभ्यता, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच संपर्क की मजबूत नींव पर आधारित भारत और थाईलैंड के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं.

WI vs SA Test : दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को दी करारी शिकस्त, लगातार 10वीं बार जीती टेस्ट सीरीज, केशव महाराज ने की शानदार गेंदबाजी

प्रोविडेंस (गयाना), केशव महाराज की शानदार गेंदबाजी के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को दूसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन ही 40 रन से हराकर 2 टेस्ट मैच की श्रृंखला 1-0 से जीती. दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज के सामने 263 रन का लक्ष्य रखा था लेकिन उसकी टीम 222 रन पर आउट हो गई.

लगातार 10वीं बार वेस्टइंडीज से टेस्ट श्रृंखला जीती

यह लगातार 10वां अवसर है जबकि दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज से टेस्ट श्रृंखला जीती. पहली पारी में 2 विकेट लेने वाले महाराज ने दूसरी पारी में 37 रन देकर 3 विकेट लिए. तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा ने 50 रन देकर 3 विकेट लिए.वेस्टइंडीज की तरफ से नौवें नंबर के बल्लेबाज गुडाकेश मोती ने सर्वाधिक 45 रन बनाए.

दक्षिण अफ्रीका के सबसे सफल स्पिनर बने महाराज

महाराज ने टेस्ट क्रिकेट में अपने कुल विकेटों की संख्या 171 पर पहुंचा दी है और इस तरह से वह दक्षिण अफ्रीका के सबसे सफल स्पिनर बन गए हैं.उन्होंने ह्यू टेफील्ड को पीछे छोड़ा. महाराज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वर्तमान श्रृंखला में 13 विकेट लिए.

वेस्टइंडीज को मिला था 263 रन का लक्ष्य

इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने 5 विकेट पर 223 रन से अपनी पारी आगे बढ़ाई लेकिन उसकी पूरी टीम 246 रन पर आउट हो गई.वेस्टइंडीज के सामने 263 रन का लक्ष्य था लेकिन उसके शीर्ष क्रम के बल्लेबाज नहीं चल पाए. मोती और जोशुआ डा सिल्वा (27) ने 77 रन की साझेदारी करके उम्मीद जगाई लेकिन महाराज ने इन दोनों को आउट करके दक्षिण अफ्रीका की जीत सुनिश्चित की.

पहला टेस्ट मैच रहा था ड्रॉ

दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 160 रन बनाए थे. इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 144 रन पर आउट हो गई थी. इन दोनों टीम के बीच बारिश से प्रभावित रहा पहला टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था.अब इन दोनों टीम के बीच 3 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच की श्रृंखला खेली जाएगी.

ब्राजील में अपना संचालन बंद करेगा एक्स, शीर्ष अदालत पर सेंसरशिप लागू करने का लगाया आरोप, कंपनी ने कही ये बात

मेक्सिको सिटी, सोशल मीडिया मंच एक्स ने ब्राजील में अपना संचालन बंद करने की शनिवार को घोषणा की. कंपनी ने आरोप लगाया कि ब्राजीलियाई उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश एलेक्जांद्रे डि मोरेज ने ‘सेंसरशिप’ से जुड़े आदेशों का अनुपालन न करने पर ब्राजील में एक्स के न्यायिक प्रतिनिधि को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी है.

एक्स ने कही ये बात

एक्स ने कहा कि वह ब्राजील में अपने सभी शेष कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटा रहा है.हालांकि, कंपनी ने भरोसा दिलाया कि ब्राजील के लोगों के लिए साइट की सेवाएं जारी रहेंगी. एक्स ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह ब्राजील में संचालन बंद करने के बाद देश के लोगों को साइट की सेवाएं उपलब्ध कराना कैसे जारी रखेगा.

साल के शुरुआत में एक्स का हुआ था ये विवाद

साल की शुरुआत में एक्स पर अभिव्यक्ति की आजादी, धुर दक्षिणपंथी खातों और गलत सूचनाओं के प्रसार को लेकर कंपनी का न्यायमूर्ति डि मोरेज से मतभेद हुआ था. एक्स ने आरोप लगाया कि न्यायमूर्ति डि मोरेज का हालिया आदेश ‘सेंसरशिप’ के समान है.उसने एक्स संबंधी आदेश की एक प्रति भी साझा की.
उच्चतम न्यायालय के मीडिया कार्यालय ने मामले में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.उसने एक्स द्वारा साझा किए गए दस्तावेजों की प्रमाणिकता की भी पुष्टि नहीं की.

एलन मस्क के खिलाफ दिए थे जांच के आदेश

न्यायमूर्ति डि मोरेज ने अप्रैल में ‘एक्स’ पर मानहानिकारक फर्जी खबरों के प्रसार को लेकर कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे.उन्होंने एक्स पर आपराधिक समूहों की कथित गतिविधियों, संभावित व्यवधानों और उकसावे वाले पोस्ट की जांच करने को भी कहा था.

न्यायमूर्ति डि मोरेज पर लग चुके ये आरोप

ब्राजील के दक्षिणपंथी दल न्यायमूर्ति डि मोरेज पर अभिव्यक्ति की आजादी पर लगाम कसने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने और राजनीतिक उत्पीड़न में शामिल होने का आरोप लगाते आए हैं.

जस्टिस डि मोरेज ने दिए है कई कठोर आदेश

न्यायमूर्ति डि मोरेज ने पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई कठोर आदेश पारित किए हैं, जिन्हें वह लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी मानते हैं. इनमें पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच से लेकर उनके धुर दक्षिणपंथी सहयोगियों के सोशल मीडिया खातों पर प्रतिबंध लगाना और 8 जनवरी 2023 को सरकारी इमारतों पर धावा बोलने वाले समर्थकों की गिरफ्तारी का आदेश देना शामिल है.

डि मोरेज न्याय पर बड़ा कलंक : एलन मस्क

‘एक्स’ ने एक बयान में कहा, “डि मोरेज ने कानून या उचित प्रक्रिया का सम्मान करने के बजाय ब्राजील में हमारे कर्मचारियों को धमकाने का विकल्प चुना है.” वहीं, मस्क ने पोस्ट किया कि डि मोरेज “न्याय पर बड़ा कलंक हैं.”

Earthquake in Russia: रूस में आए भूकंप के तेज झटके,फिर फटा ज्वालामुखी, आसमान में 8 KM तक उठता दिखा गुबार

पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की (रूस), रूस के सुदूर पूर्वी तट के निकट प्रशांत महासागर में रविवार तड़के एक प्रमुख नौसैन्य अड्डे के पास 7.0 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया. बहरहाल, इस भूकंप के कारण जान-माल के किसी प्रकार के नुकसान की कोई प्रारंभिक सूचना नहीं मिली है. भूकंप के कारण सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी, जिसे बाद में वापस ले लिया गया.

भूकंप का केंद्र पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से 63 मील पूर्व में था

अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप सतह से 18 मील (29 किलोमीटर) की गहराई में आया और इसका केंद्र पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 63 मील (102 किलोमीटर) पूर्व में था. पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की 1,81,000 से अधिक लोगों की आबादी वाला एक बंदरगाह शहर है, जो ज्वालामुखियों से घिरा हुआ है.

सुनामी को लेकर भी जारी की थी चेतावनी

होनोलुलु स्थित अमेरिकी राष्ट्रीय मौसम सेवा के प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने शुरुआत में चेतावनी दी थी कि भूकंप के केंद्र से 300 मील (480 किलोमीटर) के दायरे में स्थित तटों पर सुनामी की खतरनाक लहरें उठ सकती हैं, लेकिन बाद में घोषणा की गई कि सुनामी का खतरा नहीं है. केंद्र ने कहा कि भूकंप स्थल के पास कुछ तटीय क्षेत्रों में समुद्र के जलस्तर में कई घंटों तक मामूली उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है.

भूकंप के तेज झटकों के बाद फटा ज्वालामुखी

भूकंप के तेज झटकों के बाद शिवलुच ज्वालामुखी फट गया है. समुद्र तल से 8 किलोमीटर ऊपर तक ज्वालामुखी से निकली राख देखी जा सकती है.शिवलुच ज्वालामुखी पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 280 मील दूर स्थित है, जो एक तटीय शहर है. यह रूस के कामचटका में स्थित है. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के मुताबिक भूकंप का केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 55 मील दूर था.

UPSC पास किए बिना मंत्रालय में अफसर बनने का मौका, 45 पदों पर निकली भर्ती, लाखों मिलेगी सैलरी

नई दिल्ली, शासन की सुगमता के लिए नई प्रतिभाओं को शामिल करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत केंद्र के विभिन्न मंत्रालयों में संयुक्त सचिवों, निदेशकों और उप सचिवों के प्रमुख पदों पर जल्द ही 45 विशेषज्ञ नियुक्त किए जाएंगे.आमतौर पर ऐसे पदों पर अखिल भारतीय सेवाओं भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय वन सेवा (IFOS) – और अन्य ग्रुप ए सेवाओं के अधिकारी होते हैं.

UPSC ने 45 पदों के लिए दिया विज्ञापन

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने शनिवार को 45 पदों के लिए विज्ञापन दिया, जिनमें 10 संयुक्त सचिव और 35 निदेशक/उप सचिव के पद शामिल हैं.इन पदों को अनुबंध के आधार पर ‘लेटरल एंट्री’ के माध्यम से भरा जाना है.

विज्ञापन में कहा गया, ”भारत सरकार संयुक्त सचिव और निदेशक/उप सचिव स्तर के अधिकारियों की लेटरल एंट्री के जरिये नियुक्ति करना चाहती है. इस तरह, राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के आकांक्षी प्रतिभाशाली भारतीय नागरिकों से संयुक्त सचिव या निदेशक/उप सचिव के स्तर पर सरकार में शामिल होने के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं.”

आवेदन की अंतिम तिथि

विभिन्न मंत्रालयों, विभागों में रिक्तियों को अनुबंध के आधार पर 3 साल की अवधि के लिए (प्रदर्शन के आधार पर 5 साल तक बढ़ाया जा सकता है) आवेदन UPSC की वेबसाइट www.upsconline.nic.in के माध्यम से 17 सितंबर तक किए जा सकते हैं.

पदों का विवरण

गृह, वित्त और इस्पात मंत्रालयों में संयुक्त सचिवों के 10 पद हैं.कृषि एवं किसान कल्याण, नागर विमानन और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालयों में निदेशक/उप सचिव स्तर के 35 पद भरे जाएंगे.

बता दें कि केंद्र सरकार में संयुक्त सचिव, निदेशक और उप सचिव के स्तर पर ‘लेटरल एंट्री’ भर्ती 2018 से ही की जा रही है, ताकि विशिष्ट कार्य के लिए व्यक्तियों की नियुक्ति की जा सके.इसमें संबंधित क्षेत्र में व्यक्ति के विशेष ज्ञान और विशेषज्ञता को ध्यान में रखा जाता है. इन स्तरों पर अधिकारी नीति-निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

अब तक लेटरल एंट्री के जरिए 63 नियुक्तियां

अब तक ‘लेटरल एंट्री’ के जरिए 63 नियुक्तियां की गई हैं, जिनमें से 35 नियुक्तियां निजी क्षेत्र से हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, इस समय 57 अधिकारी मंत्रालयों, विभागों में विभिन्न पदों पर हैं.

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