कश्मीर में अनंतनाग जिले के गाडोल कोकेरनाग इलाके में आतंकियों के साथ एनकाउंटर दूसरे दिन यानी 14 सितंबर, गुरुवार को भी जारी है। बड़े पैमाने पर गोलीबारी के बाद धमाके हो रहे हैं। पूरे इलाके पर नजर रखने के लिए सेना और स्थानीय पुलिस सहित सुरक्षा बलों को छोटे Quadcopter और बड़े ड्रोन से मदद दी जा रही है।
अनंतनाग जिले के गाडोल में 3 से 4 आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सेना और पुलिस ने मंगलवार शाम जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया था। रात होने पर ऑपरेशन रोक दिया गया था।
बुधवार सुबह जब दोबारा तलाश शुरू की गई, तो आतंकियों ने घने जंगल में घात लगाकर हमला किया। उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट और एक जवान शहीद हो गए। एक अन्य जवान लापता है।
कुलगाम में भी इन्हीं आतंकियों ने बनाया था सेना को निशाना
अफसरों के अनुसार ये वही आतंकी हैं, जिनसे 4 अगस्त को कुलगाम के जंगल में मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए थे। कश्मीर में पिछले तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले कश्मीर के हंदवाड़ा में 30 मार्च 2020 को 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हुए थे।