वायनाड (केरल), केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 201 पर पहुंच गई है जबकि 264 लोग घायल हुए हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 82 महिलाओं और 28 बच्चों सहित 201 शव बरामद किए गए हैं.इसके अतिरिक्त, विभिन्न शवों के 130 अंग भी बरामद किए गए हैं.विभाग ने कहा कि 116 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं.
आपदा में 264 लोग घायल,176 को उपचार के बाद छुट्टी
विभाग ने बताया कि इस आपदा में 264 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 176 को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, दो को अन्य अस्पतालों में रेफर कर दिया गया तथा 86 का जिले के विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने सोशल मीडिया पर कहा कि भूस्खलन में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के इलाज के लिए वायनाड के सरकारी अस्पतालों में ICU तैयार किए गए हैं.इससे पहले दिन में, वायनाड की जिलाधिकारी मेघाश्री डी.आर. ने बताया कि शवों की शिनाख्त आनुवंशिक परीक्षण के जरिए की जा रही है.केरल के एडीजीपी एम.आर. अजित कुमार ने सुबह कहा था कि लगभग 300 लोग अब भी लापता हैं.जिला प्रशासन के अनुसार, वायनाड में 9,328 लोग 91 राहत शिविरों में रह रहे हैं.
बचाव अभियान में ली जा रही GPS की मदद
वायनाड की जिलाधिकारी मेघाश्री डी. आर. ने पत्रकारों को बताया कि सबसे अधिक प्रभावित मुंदक्कई और चूरलमाला कस्बों को 6 जोन में बांटा गया है. इन क्षेत्रों में भारी मशीनरी और स्वान दस्ता के साथ बचाव कर्मियों की 40 टीम तैनात की गई हैं.उन्होंने कहा कि ड्रोन से ली गई तस्वीरों और GPS निर्देशांकों की मदद से ऐसे कई स्थानों को चिह्नित किया गया है, जहां खोज एवं बचाव अभियान चलाया जा सकता है.
बचाव कर्मियों की 40 टीमें तैनात
जिलाधिकारी ने कहा,”हमने प्राप्त डेटा सभी टीम को दे दिया है, ताकि खोज एवं बचाव अभियान अच्छी तरह और तेजी से आगे बढ़ सके.उन्होंने कहा कि 40 टीम भूस्खलन प्रभावित 6 जोन – अट्टामाला और आरणमाला, मुंदक्कई, पुंचिरिमट्टम, वेल्लारीमाला गांव, जीवीएचएसएस वेल्लारीमाला और नदी किनारे – में अभियान चलाएंगी.