हैदराबाद, सिविल सेवा परीक्षा में पहला स्थान हासिल करने वाले आदित्य श्रीवास्तव ने मंगलवार को कहा कि IAS के लिए चयन होना उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा है. यहां राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (एनपीए) में IPS प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे श्रीवास्तव ने कहा कि वह भगवान से प्रार्थना कर रहे थे कि उन्हें शीर्ष 70 में जगह मिले और जब उन्हें पता चला कि वह पहले स्थान पर हैं तो कुछ देर के लिए उन्हें यकीन ही नहीं हुआ.
”IAS बनना लंबे समय से सपना था”
संघ लोकसेवा आयोग ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2023 के परिणाम घोषित किए,जिसमें श्रीवास्तव ने पहला स्थान हासिल किया है. उन्होंने पीटीआई से कहा,” IAS बनना लंबे समय से सपना था, मैं इसे हकीकत में बदलना चाहता था और इसीलिए मैं NPA आने के बाद भी इसमें लगा रहा.”
कैसे हुई सिविल सेवा परीक्षा देने की शुरुआत
उन्होंने कहा,”इसकी शुरुआत (सिविल सेवा परीक्षा देने की यात्रा) मेरे जीवन में काफी पहले हो चुकी थी. क्योंकि उत्तर प्रदेश, बिहार में यह एक आम बात है कि लोग आपको सिविल सेवाओं के लिए प्रोत्साहित करते हैं. वह एक शुरुआत थी, उसके बाद IIT और उससे मिले अवसर के कारण मैं कॉरपोरेट सेक्टर में भी गया.लेकिन फिर मैं सिविल सेवाओं के लिए लौट आया.”
कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक
उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने श्रीवास्तव (27) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई पूरी की और उनके पास एमटेक की डिग्री भी है. UPSC परीक्षा में उनका वैकल्पिक विषय इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग था.
आदित्य ने बताया सफलता का मूल मंत्र
श्रीवास्तव ने कहा कि परीक्षाओं में सफल होने के लिए निरंतरता व कड़ी मेहनत जरूरी है.इसके अलावा पिछले वर्षों के प्रश्नों का विश्लेषण और खुद को इस दिशा में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करना कुछ ऐसी चीजें हैं जिनकी इस परीक्षा को पास करने के लिए सभी को जरूरत होती है.उनके पिता एक सरकारी कर्मचारी और माता गृहिणी हैं.श्रीवास्तव ने कहा कि माता-पिता के सहयोग के बिना इस मंजिल तक पहुंचना संभव नहीं था.