नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर और कुछ अन्य क्षेत्रों में रविवार से टमाटर 80 रुपये किलोग्राम के भाव पर बेचने की घोषणा की है। टमाटर की ऊंची कीमतों से आम लोगों को राहत देने के लिए पहले सरकार इसकी बिक्री 90 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर कर रही थी।
सरकार ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में मोबाइल वैन के जरिये रियायती 90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी। शनिवार को कुछ अन्य शहरों में सरकार ने रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘सरकार के हस्तक्षेप के बाद टमाटर की थोक कीमतों में कमी आई है। सरकार ने देश में कई स्थानों पर 90 रुपये की रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी।’’
बयान में कहा गया है कि देश में 500 से अधिक स्थानों से मिली सूचनाओं के आधार पर सरकार ने स्थिति का आकलन किया है। अब सरकार ने रविवार 16 जुलाई से 80 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर टमाटर की बिक्री करने का फैसला किया है। सहकारी समितियों…भारतीय राष्ट्रीय कृषि विपणन संघ (नेफेड) और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) के माध्यम से दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, पटना, मुजफ्फरपुर और आरा में कई स्थानों पर रविवार से 80 रुपये किलो के भाव पर टमाटर की बिक्री शुरू हो गई है। सोमवार से कुछ और शहरों में रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की जाएगी।
भारत सरकार उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है। सहकारी समितियां एनसीसीएफ और नेफेड केंद्र की ओर से मोबाइल वैन के जरिये टमाटर बेच रही हैं। मानसूनी बारिश और कम उत्पादन के सीजन की वजह से देश के प्रमुख शहरों में खुदरा बाजारों में टमाटर के दाम ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। कई शहरों में तो यह 250 रुपये किलो के भाव पर बिक रहा है। सरकार के अनुसार, शनिवार को टमाटर का अखिल भारतीय औसत दाम लगभग 117 रुपये प्रति किलोग्राम था।
उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की औसत अखिल भारतीय खुदरा कीमत शनिवार को 116.86 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि अधिकतम कीमत 250 रुपये प्रति किलोग्राम और न्यूनतम 25 रुपये प्रति किलोग्राम थी। टमाटर का मॉडल दाम 100 रुपये प्रति किलो था। महानगरों की बात करें, तो दिल्ली में टमाटर 178 रुपये प्रति किलोग्राम पर था। इसके बाद मुंबई में 150 रुपये और चेन्नई में 132 रुपये प्रति किलोग्राम था। सबसे ज्यादा 250 रुपये प्रति किलो का भाव हापुड़ में था।
टमाटर की कीमतें आमतौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर की अवधि के दौरान बढ़ती हैं। ये आमतौर पर कम उत्पादन के महीने होते हैं। एनसीसीएफ के प्रबंध निदेशक ए. जोसफ चंद्रा ने पीटीआई-भाषा से कहा कि टमाटर मदनपल्ली (आंध्र प्रदेश), कोलार (कर्नाटक) और सांगानेरी (महाराष्ट्र) से खरीदे जा रहे हैं। एनसीसीएफ ने पिछले दो दिन में 35,000 किलोग्राम टमाटर बेचे हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को दिल्ली-एनसीआर में 20,000 किलोग्राम, वाराणसी में 15,000 किलोग्राम, लखनऊ और कानपुर में 10,000 किलोग्राम टमाटर बिकने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि एनसीसीएफ ने शनिवार को लखनऊ में लगभग 7,000 किलोग्राम टमाटर बेचा। इससे टमाटर का थोक दाम 130 रुपये से घटकर 115 प्रति किलोग्राम पर आ गया। जोसफ चंद्रा ने कहा, ‘‘टमाटर की बिक्री 80 रुपये प्रति किलो के भाव पर करने से आने वाले दिनों में इसके दाम और नीचे आएंगे।’’ अभी एनसीसीएफ मोबाइल वैन और दिल्ली-एनसीआर में नेफेड के स्वामित्व वाले 4-5 आउटलेट के जरिये से टमाटर बेच रहा है। इसकी बिक्री रविवार से केंद्रीय भंडार की खुदरा दुकानों के माध्यम से शुरू की जा रही है।