सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को नीट-यूजी परीक्षा में अनियमित्ताओं का आरोप लगाने वाली याचिकाओं पर सुनवाई हुई.करीब 38 याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कहा कि पेपर लीक हुआ है.CJI ने कहा, “ये तो साफ है कि पेपर लीक हुआ है.सवाल यह है कि इसकी पहुंच कितनी व्यापक है? पेपर लीक होना एक स्वीकार्य तथ्य है.लीक की प्रकृति कुछ ऐसी है, जिसका हम पता लगा रहे हैं.
हमें लीक की प्रकृति के बारे में सावधान रहना चाहिए : SC
आप केवल इसलिए पूरी परीक्षा रद्द नहीं कर सकते, क्योंकि 2 छात्र धांधली में शामिल थे.इसलिए हमें लीक की प्रकृति के बारे में सावधान रहना चाहिए.दोबारा परीक्षा का आदेश देने से पहले हमें लीक की सीमा के बारे में जानना होगा.
परीक्षा को रद्द करना आखिरी विकल्प :CJI
CJI सुनवाई करते हुए कहा कि परीक्षा को रद्द किया जाना अंतिम उपाय होना चाहिए.फिलहाल हमें यह जानना है कि क्या पूरी परीक्षा प्रभावित हुई है और क्या NEET में मैलप्रैक्टिस करने वालों को ढूंढा जा सकता है? अगर ऐसा है तो नीट यूजी री टेस्ट सिर्फ उतने ही स्टूडेंट्स के लिए आयोजित करवाया जा सकता है.
कब होगी मामले की अगली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि NTA,केंद्र और CBI के हलफनामे बुधवार, 10 जुलाई को शाम 5 बजे तक रिकॉर्ड पर रखे जाएं.कोर्ट ने NTA को निर्देश दिया कि वह बताए कि प्रश्नपत्र पहली बार कब लीक हुआ.वह प्रश्नपत्र लीक होने की घटना और 5 मई को परीक्षा आयोजित होने के बीच की समय अवधि के बारे में भी बताए. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए 11 जुलाई की तारीख तय की है.