प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में भाजपा की सत्ता में वापसी के लिए हुंकार भरेंगे। यहां मोदी का मेगा रोड शो भी निकलेगा।। इसके लिए तीन किलोमीटर के क्षेत्र को नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में ड्रोन, हॉट एयर बलून आदि प्रतिबंधित रहेंगे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की इंदौर में दो सभा और एक रोड शो के बाद भाजपा ने पीएम मोदी के रूप में जवाबी रणनीति को तैयार किया है।
पीएम मोदी 55 मिनट का रोड शो करेंगे। इसकी शुरुआत विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक के बड़ा गणपति मंदिर से होगी। समापन विधानसभा क्षेत्र क्रमांक तीन के राजवाड़ा पर होगा। पहले पीएम मोदी पांच विधानसभा क्षेत्रों से गुजरने वाले थे। लेकिन अब नए रूट के हिसाब से केवल तीन ही विधानसभा सीटें कवर हो सकेंगी। लगभग डेढ़ किमी लंबे इस रोड शो के लिए भगवा कॉरिडोर बनाया जाएगा। सड़क के दोनों ओर भगवा रंग के कपड़े लगाए जाएंगे। बड़ा गणपति पर शाम करीब 5.30 बजे 101 बटुक वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रधानमंत्री की अगवानी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी रोड शो के दौरान राजवाड़ा पर देवी अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसी के साथ यह रोड शो समाप्त हो जाएगा।
इंदौर एक से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय उम्मीदवार हैं, कांग्रेस से संजय शुक्ला उन्हें टक्कर दे रहे हैं। दूसरी तरफ क्षेत्र क्रमांक तीन से भाजपा के गोलू शुक्ला उम्मीदवार हैं। यहां से कांग्रेस ने पिंटू जोशी को उतारा है। इस सीट से पहले कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय विधायक थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इन क्षेत्रों में भाजपा को कड़ी टक्कर थी। कुछ ऐसा ही मुकाबला 2023 के चुनावों में भी देखने को मिल रहा है। 2018 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने न केवल विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक सीट जीती, बल्कि इंदौर क्षेत्र क्रमांक पांच और इंदौर क्षेत्र क्रमांक तीन शहरी इलाके सीट भी बहुत कम मार्जिन से हारी थी। इसके बाद से कांग्रेस लगातार इन क्षेत्रों में एक्टिव रही। इन चुनावों में उम्मीदवार भी ऐसे उतारे, जिनका क्षेत्र में काफी दबदबा और पकड़ है।
मध्यप्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों जोर लगा रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान अमित शाह ने दो रोड शो किए थे। शाह ने आखिरी रोड शो मतदान से ठीक दो दिन पहले किया था। शाह के इस रोड शो के बाद कार्यकर्ताओं में जोश भर गया था। 2013 के विधानसभा चुनावों में इंदौर जिले की 9 विधानसभा सीटों में से 8 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। जबकि 2018 के चुनावों में जिले की 9 विधानसभा सीटों में से 5 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। 2018 में लंबे समय बाद कांग्रेस देपालपुर, सांवेर, इंदौर एक और राऊ में जीत हासिल की थी। हालांकि सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर जाने के बाद सांवेर सीट पर उप चुनाव हुए थे। यहां से सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट भाजपा के टिकट पर विधायक बने थे।