मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को ठाणे जिले में हुए क्रेन हादसे में श्रमिकों की मौत पर शोक जताया और मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि ठाणे में समृद्धि एक्सप्रेसवे निर्माण के तीसरे चरण के दौरान एक क्रेन के पुल के स्लैब (पट्टी) पर गिर जाने से 17 श्रमिकों की मौत हो गई और 3 अन्य घायल हो गए। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के एक अधिकारी ने कहा कुछ लोगों के अब भी फंसे होने की आशंका है और उन्हें बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। हादसे में 3 लोग घायल हुए हैं और उन्हें ठाणे के कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि हादसे में घायल लोगों को इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी। शिंदे ने बताया कि हादसा समृद्धि महामार्ग के तीसरे चरण के निर्माण कार्य के दौरान हुआ। समृद्धि महामार्ग को ‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग’ के नाम से जाना जाता है। यह मुंबई और नागपुर को जोड़ने वाला 701 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है, जो नागपुर, वाशिम, वर्धा, अहमदनगर, बुलढाणा, औरंगाबाद, अमरावती, जालना, नासिक और ठाणे सहित 10 जिलों से होकर गुजरता है। समृद्धि महामार्ग का निर्माण कार्य महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम कर रहा है।
नागपुर को शिरडी से जोड़ने वाले इस एक्सप्रेसवे के पहले चरण का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसंबर 2022 में किया था। पहले चरण के तहत 520 किलोमीटर लंबा मार्ग बनाया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 26 मई को इगतपुरी तालुका के भारवीर गांव से शिरडी तक समृद्धि महामार्ग के 80 किलोमीटर लंबे दूसरे चरण का उद्घाटन किया था। शिंदे ने मई में कहा था कि एक्सप्रेसवे के तीसरे और आखिरी चरण का निर्माण कार्य इस साल दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा।