इंदौर (मध्यप्रदेश),पिछले 35 साल से इंदौर लोकसभा सीट पर जीत की बाट जोह रही कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने पार्टी को तगड़ा झटका देते हुए सोमवार को नामांकन वापस ले लिया.वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में औपचारिक रूप से शामिल होंगे.प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ‘‘एक्स’’ खाते पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें बम उनके साथ कार में बैठे नजर आ रहे हैं.गाड़ी में उनके साथ स्थानीय भाजपा विधायक रमेश मेंदोला भी नजर आए.मेंदोला को विजयवर्गीय का विश्वस्त माना जाता है.
कैलाश विजयवर्गीय ने दी भाजपा ज्वॉइन करने की जानकारी
विजयवर्गीय ने तस्वीर के साथ लिखा,”इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है.”इस बीच, बम के पत्रकार कॉलोनी स्थित घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है. उनके घर के बाहर कांग्रेस के स्थानीय नेता जुटने शुरू हो गए हैं.
अक्षय कांति बम का राजनीतिक करियर
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मजबूत गढ़ कहे जाने इंदौर में कांग्रेस ने एकदम नये-नवेले चेहरे बम (45) को अपना उम्मीदवार बनाया था.बम ने अपने राजनीतिक कॅरियर में अब तक एक भी चुनाव नहीं लड़ा है. कांग्रेस ने उन्हें इंदौर से ऐसे वक्त उम्मीदवारी का मौका दिया था, जब जिले में कांग्रेस के 3 पूर्व विधायकों समेत पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव से पहले पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं.
शंकर लालवानी से होना था मुकाबला
इंदौर सीट पर बम का मुकाबला मुख्य रूप से भाजपा के निवर्तमान सांसद शंकर लालवानी (62) से होना माना जा रहा था.मतदाताओं की तादाद के लिहाज से प्रदेश में सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र इंदौर में 25.13 लाख लोगों को मताधिकार हासिल है जहां भाजपा ने इस बार 8 लाख मतों के अंतर से जीत का नारा दिया है.