Wednesday, July 9, 2025
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The Challenges and Benefits of Internet dating in Different Ethnicities

As our society becomes even more connected, seeing across cultures is becoming progressively more common. This really is both a blessing and a challenge, for the reason that different ethnicities have different approaches to relationships and love. In this post, we definitely will explore some of the unique challenges and benefits of internet dating in different civilizations.

One of the most worthwhile reasons for having dating someone from a unique culture is the fact it gives you a chance to 3 ingredients . new persuits, traditions, and beliefs. You might also have the opportunity to try new food, music types, and art work forms that you would not include otherwise got the chance to knowledge. In addition , dating someone out of a different lifestyle can be an wonderful way to improve your language abilities and become even more culturally hypersensitive.

Another gain of dating an individual from a different sort of culture is that you can learn regarding different family group dynamics. You can be exposed to new ways of demonstrating respect and appreciation for your loved ones or perhaps you may discover how different groups approach communication and resolve conflicts. Additionally , you will get the opportunity to study different holiday celebrations and traditions.

However , one of the biggest strains of seeing in a distinct culture is that you will likely need to confront your own social identity and beliefs. You may be convinced to absorb in order to fit into your partner’s culture, but this can bring about a lack of self-identity and even resentment. In order to avoid this, it is important https://brides-ru.net/info/do-russian-like-american/ to speak openly and honestly with your partner with regards to your expectations and values.

Chandrayaan-3 : चंद्रमा बस 5 दिन दूर…

बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मंगलवार को कहा कि चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकल गया है और अब चंद्रमा की ओर बढ़ रहा है। अंतिरक्ष यान को पृथ्वी की कक्षा से ऊपर उठाकर चंद्रमा की ओर बढ़ाने की प्रक्रिया को मंगलवार तड़के अंजाम दिया गया। इससे चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलकर ट्रांसलूनर कक्षा में चला गया और चंद्रमा की कक्षा की ओर बढ़ने लगा। उसे अब चंद्रमा की कक्षा तक पहुंचने में करीब 5 दिन लगेंगे।

अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क में चंद्रयान-3 को चंद्रमा के करीब ले जाने की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। इसरो ने चंद्रयान को ट्रांसलूनर कक्षा में प्रवेश करवाया। चंद्रयान-3 ने पृथ्वी के आसपास अपनी कक्षाओं का चक्कर पूरा कर लिया है और अब वह चंद्रमा की ओर बढ़ रहा है। अगला कदम : चंद्रमा है। उसके चंद्रमा के करीब पहुंचने के बीच 5 अगस्त 2023 को लूनर-ऑर्बिट इंसर्शन (चंद्र-कक्षा अंतर्वेश) की प्रक्रिया को अंजाम देने की योजना है।

इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को ट्रांसलूनर-इंजेक्शन (टीएलआई) के बाद चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकल गया और अब वह उस पथ पर अग्रसर है, जो उसे चंद्रमा के करीब ले जाएगा। इसरो ने कहा है कि वह आगामी 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने की कोशिश करेगा। इससे पहले, चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को प्रक्षेपित किए जाने के बाद से उसे कक्षा में ऊपर उठाने की प्रक्रिया को 5 बार सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया था।

CM योगी ने कहा ज्ञानवापी के अंदर त्रिशूल कहा से आया, मुस्लिम समाज से हुई ऐतिहासिक गलती

लखनऊ- सोमवार का सीएम योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर सख्त लहजा दिखाया. सीएम योगी ने कहा कि अगर ज्ञानवापी को हम मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा. भगवान ने जिसको दृष्टि दी है, वो देखे न. मस्जिद के अंदर त्रिशूल क्या कर रहा है?  हमने तो नहीं रखे हैं न। ज्योर्तिलिंग हैं… देव प्रतिमाएं हैं। पूरी दीवारें चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही हैं.

न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये बातें कही. योगी ने कहा कि मुस्लिम समाज द्वारा यह ऐतिहासिक गलती हुई है समाज को यह गलतियां दुरुस्त करनी चाहिए. मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की तरफ से आना चाहिए कि साहब, ऐतिहासिक गलती हुई है. उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो.

दरअसल ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने ज्ञानवापी के ASI सर्वे पर रोक लगा रखी है. अब इस मामले में कोर्ट 3 अगस्त को फैसला सुनाएगा.

सीएम योगी ने कहा कि देश संविधान से चलेगा, मत और मजहब से नहीं. योगी ने इंटरव्यू में कहा कि देखिए मैं ईश्वर का भक्त हूं, लेकिन किसी पाखंड में विश्वास नहीं करता. आपका मत, आपका मजहब, अपने तरीके से होगा, अपने घर में होगा. अपनी मस्जिद, अपने इबादतगाह तक होगा. सीएम योगी ने कहा कि नेशन फर्स्ट (देश पहले है)। अगर देश में किसी को रहना है तो राष्ट्र को सर्वोपरि मानना है, अपने मत और मजहब को नहीं।

वही विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A  पर सीएम योगी ने निशाना साधते हुए कहा कि गठबंधन को इंडिया नहीं बोलना चाहिए. यह तो डॉट कॉम ग्रुप है.चोला बदलने से उन्हें पिछले कर्मों से मुक्ति नहीं मिल जाएगी.

राजस्थान में रोजाना बलात्कार के 17-18 मामले – अरुण सिंह 

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाले सरकार के तहत कथित भ्रष्टाचार, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, चरमराती कानून व्यवस्था और बेरोजगारी के विरोध में मंगलवार को राज्य सचिवालय के घेराव की घोषणा की।

यह प्रदर्शन नवंबर-दिसंबर में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान का हिस्सा है। राजस्थान भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, सुखबीर सिंह जौनपुरिया और भागीरथ चौधरी ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह के साथ राज्य सरकार पर निशाना साधा। पार्टी के राजस्थान मामलों के प्रभारी अरुण सिंह ने आरोप लगाया कि राजस्थान में हत्या और बलात्कार जैसे गंभीर अपराध बड़े पैमाने पर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 28 जुलाई को 24 घंटे के भीतर ऐसी 21 घटनाएं हुई और आरोप लगाया कि रोजाना बलात्कार के 17-18 मामले सामने आ रहे हैं।

भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा जैसे कांग्रेस नेता महिलाओं के मुद्दों पर इतना शोर मचाते हैं, लेकिन राज्य में अत्याचार के पीड़ितों से नहीं मिलते है। उन्होंने कहा कि राजस्थान महिलाओं के खिलाफ अपराधों में देश में नंबर 1 राज्य है। मीणा ने आरोप लगाया कि केंद्र द्वारा जल जीवन मिशन के लिए राज्य को 30,000 करोड़ रुपये का आवंटन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी द्वारा इस मुद्दे को उजागर करने के बाद फर्जी कंपनियों से जुड़ी कई निविदाएं और आदेश रद्द कर दिए गए हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के परिवार के सदस्यों को वादा तो किया गया, लेकिन आज तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया। मीणा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने के 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ और अब 20,000 से अधिक किसानों को उनके बकाया कर्ज के कारण उनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए नोटिस भेजे गए हैं। मीणा, चौधरी और जौनपुरिया ने भर्ती परीक्षा से संबंधित पेपर लीक के मामलों को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा।

World Coffee Conference : विश्व कॉफी सम्मेलन पहली बार भारत में

बेंगलुरु। भारत में पहली बार विश्व कॉफी सम्मेलन (डब्ल्यूसीसी) आयोजित किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन (आईओसी) के सहयोग से 25 में 28 सितंबर को इसे बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा। संगठन इस कार्यक्रम का आयोजन कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया के साथ मिलकर कर रहा है।

आईओसी अंतरसरकारी संगठन है जो कॉफी व्यापार और कॉफी उत्पादक और इसका उपभोग करने वाले देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए काम करता है। कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं सचिव के. जी. जगदीश ने सोमवार को डब्ल्यूसीसी 2023 का प्रतीक चिन्ह जारी करते हुए कहा कि टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना इस आयोजन के ब्रांड एंबेसडर होंगे।

जगदीश ने कहा एशिया में पहली बार डब्ल्यूसीसी (2023) का आयोजन किया जा रहा है और इससे भारत में कॉफी की खेती करने वालों को बहुत फायदा होने वाला है। उन्होंने कहा वैश्विक मंच पर भारत की कॉफी को बढ़ावा देने से इस कार्यक्रम से कॉफी के किसानों को नए अवसर मिलेंगे और उनके लिए नया बाजार तैयार होगा। आईओसी पांचवी बार डब्ल्यूसीसी का आयोजन कर रहा है। इससे पहले ब्रिटेन(2001), ब्राजील (2005), ग्वाटेमाला (2010) और इथियोपिया (2016) में इसका आयोजन किया जा चुका है।

ERCP संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमण्डल ने CM अशोक गहलोत से की मुलाकात

जयपुर। सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर ERCP के संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमण्डल ने सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की. मुलाकात में सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य के 13 जिलों में आमजन और किसानों के लिए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस योजना से राजस्थान के एक बड़े क्षेत्र में पेयजल व सिंचाई के लिए जलापूर्ति आपूर्ति सुनिश्चित होगी. सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार का लपेटे में लेते हुए कहा की मोदी सरकार को शीघ्र ही ERCP को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करनी चाहिए. इस कार्य में अनावश्यक देरी से लागत बढ़ेगी और राजस्थान की जनता परियोजना के लाभ से वंचित रहेगी.

सीएम गहलोत ने मुलाकात करने के बाद कहा कि राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने के लिए केंद्र सरकार से लगातार मांग की जा रही है. साथ ही सीएम गहलोत ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किए जाने पर राज्य सरकार द्वारा बजट प्रावधान कर प्रथम चरण के कार्य शुरू करा दिए गए है. सीएम ने संयुक्त मोर्चा के ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए शीघ्र परीक्षण कराकर समाधान कराने के लिए आश्वस्त किया. प्रतिनिधिमंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि ईआरसीपी को राष्ट्रीय दर्जा दिलाए जाने के लिए जन आंदोलन और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में पूर्व सांसद पंडित रामकिशन, जिला परिषद सदस्य मोहना गुर्जर, किसान नेता इंदल सिंह जाट, संयुक्त मोर्चा अध्यक्ष जवान सिंह, महासचिव पवन भजाक सहित विभिन्न जिलों से पदाधिकारी मौजूद रहें.

इस राज्य में डेंगू से हो रही मौतें, 4000 से अधिक लोग संक्रमित

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि राज्य में 26 जुलाई तक डेंगू के कारण 8 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 4,401 इससे संक्रमित हुए हैं। उन्होंने डेंगू के कारण उत्पन्न स्थिति पर चिंता भी प्रकट की।

बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि इस साल डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, क्योंकि पंचायतें स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि पंचायतें चुनाव के बाद बोर्ड का गठन नहीं कर सकी हैं। डेंगू से निपटने के लिए कड़े कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने निजी अस्पतालों में मरीजों का इलाज न किये जाने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू के खिलाफ लड़ाई बाधित हो रही है। उन्होंने निजी अस्पतालों से पैसों की चिंता किये बगैर मरीजों का उपचार करने को कहा है। बनर्जी ने कहा कि यदि अस्पताल स्वास्थ्य कार्ड स्वीकार करने से मना करता है तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। ज्यादातर मामले उत्तरी 24 परगना और नादिया जिलों से आ रहे हैं। इस बीच भाजपा के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंदोपाध्याय से सदन में डेंगू के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए समय देने का अनुरोध किया, लेकिन जब उनका अनुरोध खारिज कर दिया गया तो उन्होंने सदन से बहिर्गमन किया।

वृन्दावन में हो रही महिलाओं की मौत

मथुरा। मथुरा जिले में कथित तौर पर दूषित जल के प्रयोग से वृन्दावन के एक वृद्धाश्रम में रह रहीं 2 महिलाओं की मौत हो गई और करीब 24 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) प्रभारी डॉ. भूदेव प्रसाद ने बताया कि वृन्दावन के नगला रामताल क्षेत्र स्थित कृष्णा कुटीर आश्रय स्थल में रहने वाली वृद्ध और विधवा महिलाओं में से कई को 2 दिन से उल्टी, दस्त आदि परेशानियां हो रही थी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की रात और शनिवार को 2 महिलाओं की मौत होने की सूचना मिली थी जिनकी पहचान मध्य प्रदेश निवासी कौशल्या (70) और सावित्री (65) के रूप में हुई है।

इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा और आरआरटी प्रभारी डॉ. भूदेव प्रसाद चिकित्सकों की एक टीम के साथ आश्रय स्थल पहुंचे और मुआयना किया तो पता चला कि उन्हें यह सब शिकायतें वहां आपूर्ति किये जाने वाले पानी के प्रयोग से शुरू हुई। मुख्य चिकित्साधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि इन महिलाओं की मृत्यु पेयजल संक्रमण के चलते हुई। आश्रम में करीब ढाई सौ महिलाएं रहती हैं और यदि उनके बीमार पड़ने की जानकारी समय से दे दी गई होती, तो यह स्थिति नहीं बनती। रविवार से लगातार निगरानी एवं उपचार जारी है। करीब 24 वृद्धाओं की हालत ज्यादा खराब पाए जाने पर उन्हें वृन्दावन में ही स्थित अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। अन्य सभी बीमार महिलाओं का लगातार आश्रम में ही उपचार किया जा रहा है।

मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि राजस्थान की एक अन्य महिला जसकंवर (70) के बारे में भी यह कहा गया था कि उसकी मृत्यु भी अन्य 2 महिलाओं की तरह हुई है, लेकिन छानबीन में पता चला कि वह पहले से ही कैंसर से पीड़ित थी। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने आश्रम के भोजन, खान-पान की वस्तुओं और पानी के नमूने एकत्र किए हैं। उनकी जांच के बाद आधिकारिक रूप से स्पष्ट हो पाएगा कि मृत्यु का सही कारण क्या है।

C-20 के तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन का समापन समारोह आयोजित

जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने देश में विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी चुनौतियों पर भी ध्यान दिए जाने पर बल दिया है. मिश्र ने कहा कि सिविल संगठन समूहों को लैंगिक असमानता, सतत विकास, जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चुनौतियों को दूर करने की दिशा में कार्य करना चाहिए. सोमवार को होटल क्लार्क्स आमेर में G-20 के सहभागी समूह सिविल-20 (सी-20) के तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के समापन समारोह का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर राज्यपाल कलराज मिश्र संबोधित कर रहे थे. समारोह की अध्यक्षता आध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंदमयी देवी अम्मा द्वारा की गई.
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि भारतीय संस्कृति में प्रकृति पूजन की प्राचीन और अनूठी परम्परा है, जिसके प्रति जागरूकता लाने का कार्य वृहद स्तर पर किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जीव-जंतुओं के प्रति प्रेम-भाव रखते उनके संरक्षण की लोक परम्पराओं से आधुनिक पीढ़ी को जोड़े जाने की जरूरत है. मिश्र ने कहा कि आर्थिक असमानता, लैंगिक विषमता को दूर करने और सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि मनुष्य एक दूसरे के प्रति प्रेमभाव रखे. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से विकास के रास्ते पर बढ़ा है. देश में सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे और राष्ट्रीय मिशनों की शृंखला के मजबूत इकोसिस्टम के तहत गरीबी, लैंगिक और आर्थिक असमानता दूर करने के लिए प्रभावी योजनाएं लागू की गई हैं. राज्यपाल मिश्र ने सिविल-20 समूह की सराहना करते हुए इसे जी-20 समूह देशों के आर्थिक हितों एवं नागरिक हितों के मध्य संतुलन स्थापित करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण बताया.मिश्र ने कहा कि अम्मा ने G20 की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ को सही मायने में चरितार्थ किया है.
तीन दिवसीय समापन समारोह के कार्यक्रम में अध्यात्मिक गुरु एम., ब्राजीली दूतावास के प्रतिनिधि अथाइदे मोट्टा, प्रिंसिपल को-ऑर्डिनेटर शेरपा विजय नांबियार, विवेकानंद केन्द्र की डॉ. निवेदिता भिड़े, फ्रांस से एलिजाबेथ मोरेनो, यूएई के मोहम्मद हाजी अब्दुल्ला हुसैन अल खूरी सहित विश्वभर से आए नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधिगण, विशेषज्ञ और अधिकारीगण उपस्थित रहे. 

 

राजधानी में डेंगू का कहर

नई दिल्ली। दिल्ली में पिछले सप्ताह डेंगू के 56 नए मामले सामने आने के साथ ही कुल मामलों की संख्या 240 से अधिक हो गई है। नगर निगम की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। राष्ट्रीय राजधानी में 22 जुलाई तक मच्छर जनित बीमारी के 187 मामले दर्ज किए गए।

दिल्ली नगर निगम की नई रिपोर्ट के अनुसार, 28 जुलाई तक यह संख्या 243 थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि 1 जनवरी से 28 जुलाई की अवधि में मलेरिया के 72 मामले दर्ज किए गए। वहीं, जुलाई में अब तक डेंगू के 121 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि जून में 40 और मई में 23 मामले आए थे। पिछले साल इस अवधि (1 जनवरी-28 जुलाई) के दौरान डेंगू के 169 मामले थे, जबकि 2021 में 52, 2020 में 31, 2019 में 40 और 2018 में 56 मामले दर्ज किए गए थे।

दिल्ली की महापौर शेली ओबरॉय ने हाल ही में कहा था कि इस साल कई इलाकों में बाढ़ के कारण डेंगू और मलेरिया के मामलों में वृद्धि होने की आशंका है। उन्होंने यह भी कहा था कि संबंधित अधिकारियों को मच्छरों की रोकथाम और यमुना में बाढ़ से आई गाद और कीचड़ को साफ करने के निर्देश दिए गए हैं।

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