Saturday, June 14, 2025
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कोटा, कोचिंग हब या सुसाइड हब ?

कोटा। कोचिंग हब कोटा में सुसाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोटा में एक और कोचिंग छात्र के फांसी लगाने की खबर सामने आई है। आत्महत्या करने वाला छात्र मनजोत सिंह यूपी के रामपुर का रहने वाला था। वो कोटा में रहकर मेडिकल (NEET) की तैयारी कर रहा था। मनजोत सिंह 18 साल का था अप्रैल में ही कोटा आया था।

मनजोत  के मामले में माता-पिता ने संस्थान और हॉस्टल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे की हत्या की गई है। वो सुसाइड नहीं कर सकता। छात्र के परिजन एसपी से मिलने पहुंचे और मामले की जांच की मांग की। माता पिता का कहना है कि बच्चे के मुंह पर पॉलीथिन डालकर गले में रस्सी बंधी थी. पीछे से हाथ बंधे थे तो वह सुसाइड कैसे कर सकता है. उसकी हत्या की गई है और सुसाइड नोट तो कोई भी लिख सकता है. एक छात्र की मां ने कहा कि पुलिस के आने से पहले ही हॉस्टल स्टॉफ और संस्थान से कुछ लोग आए थे, उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया था.

मृतक छात्र के पिता हरजोत सिंह ने कहा कि पुलिस हत्या को सुसाइड बनाने में लगी हुई है। हॉस्टल के मालिक और दोनों मैनेजर के खिलाफ नामजद शिकायत की है जो भी बच्चे के मर्डर में शामिल है, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। छात्र के पिता ने कहा कि बच्चे का कत्ल किया गया है, उसे बेरहमी से मारा गया है। रूम की खिड़की के पीछे के दोनों दरवाजे कटे हुए हैं, दोनों हाथ रस्सी से टाइट बंधे हुए हैं, मुंह पर पन्नी डालकर गला घोंटा गया है।

कोटा में इस साल जनवरी से अब तक 19 छात्रों ने आत्महत्या की है। इससे पहले रविवार रात को भी एक छात्र की आत्महत्या की खबर सामने आई थी। आपको बता दें सुसाइड करने वाले अधिकतर छात्रों की उम्र 15 से 18 साल के बीच ही है। वहीं कई छात्र ऐसे हैं जिन्हें यहां आए हुए 1 या 2 महीने या इससे भी कम समय हुआ था।

वहीं डेढ़ महीने पहले उत्तर प्रदेश के जौनपुर से 17 वर्षीय छात्र आदित्य सेठ कोटा आया था। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी के लिए उसने विद्यापीठ कोचिंग संस्थान में एडमिशन लिया था, फिर 27 जून को छात्र आद‍ित्य ने आत्महत्या कर ली और अपने पीछे एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अपनी इच्छा से यह कदम उठाया है। 

गौरतलब है कि कोटा में मेडिकल-इंजीनियरिंग सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में देशभर से 2 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं आते हैं। एक कोचिंग की सालाना फीस 2 से 3 लाख रुपए है।

Rajasthan New District: 50 जिलों का हुआ राजस्थान, 3 नए संभाग पर भी लगी कैबिनेट मुहर

जयपुर। सीएम अशोक गहलोत ने आज 19 नए जिले और 3 संभागो का गठन किया। CMR पर आज कैबिनेट की बैठक हुई। इस कैबिनेट ने 19 नए जिलों के साथ 3 नए संभागो पर मुहर लग गई. कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम गहलोत ने प्रेस कांफ्रेस की. प्रेस कांफ्रेस में सीएम गहलोत ने कहा कि मै तो राजस्थान का सेवक हूं सीएम गहलोत से जब पूछा गया कि आप 2024 में पीएम पद के दावेदार हो सकते है क्या ? तो सीएम गहलोत ने कहा कि मैं मरते दम तक राजस्थान की ही सेवा करता रहूंगा. कांग्रेस पार्टी से पीएम पद के दावेदार राहुल गांधी है.

इससे पहले कैबिनेट की बैठक में सीएम गहलोत ने 19 नए जिलों पर मुहर लगाई. नए बनने वाले जिलों में अपूनगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन, दूदू,गंगापुरसिटी, जयपुर, जयपुर (ग्रामीण), केकड़ी,जोधपुर,जोधपुर (ग्रामीण), कोटपूतली बहरोड़, खैरथल तिजारा, नीम का थाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर, शाहपुरा है. आइए जानते है नए जिलों में कौन सी तहसील कौन से जिले में आएगी

अनूपगढ़– अनूपगढ़, रायसिंहनगर, श्रीविजयनगर, घड़साना, रावला, छत्तरगढ, सहित खाजूवाला तहसील को शामिल किया गया है.

बालोतरा– जिले में पचपदरा, कल्याणपुर, सिवाना, समदड़ी, बायतु, गिड़ा, सिणधरी को शामिल किया गया है.

ब्यावर– जिले में ब्यावर, टाटगढ़, जैतारण, रायपुर, मसूदा, विजयनगर, बदनोर को शामिल किया गया है.

डीग– नव निर्मित जिले डीग में डीग, जनथूर, कुम्हेर, रारह, नगर, सीकरी, कामां, जुरहरा, पहाड़ी तहसील को शामिल किया गया है

डीडवाना-कुचामन– जिले में डीडवाना, मौलासर, छोटी खाटू, लाडनूं, परबतसर, मकराना, नावां, कुचामनसिटी को शामिल किया गया है.

दूदू– जिले में मौजमाबाद, दूदू, फागी को शामिल किया गया हैं.

गंगापुर-सिटी– जिले में गंगापुर सिटी, तलावड़ा, बजीरपुर, बामनवास, बरनाला, टोडाभीम, नादोती को शामिल किया है.

जयपुर– जिले में जयपुर तहसील को नगर निगम जयपुर हेरीटेज व नगर निगम ग्रेटर के अन्तर्गत आने वाला समस्त भाग. तहसील कालवाड़ में जयपुर नगर निगम ग्रेटर के अन्तर्गत आने वाले समस्त भाग. आमेर तहसील के जयपुर नगर निगम हेरीटेज के अन्तर्गत आने वाला समस्त भाग.सांगानेर तहसील का जयपुर नगर निगम ग्रेटर के अन्तर्गत आने वाला समस्त भाग शामिल है.

जयपुर ग्रामीण– जयपुर ग्रामीण जिले में आमेर, जालसू, बस्सी, तूंगा, चाकसू, कोटखावदा, जमवारामगढ, चौमू, सांभरलेक, आंधी, चौमू, माधोराजपुरा, रामपुरा, डाबडी, किशनगढ़ रेनवाल, जोबनेर, जेवनेर, रामपुरा डावडी, माधोराजपुरा, फुलेरा  सांभरलेक को शामिल किया गया है.

केकड़ी– जिले में केकड़ी, सायर, भिनाय, सरवाड़, टांटोटी, टोड़ारायसिंह शामिल है

जोधपुर एवं जोधपुर ग्रामीण– जिले में चामूं, औसियां, बावड़ी, भोपालगढ़, तिंवरी, शेखकला, शेरगढ़, बालेसर, झांवर, लूनी, बिलारा, पीपाड़ सिटी शामिल है.

कोटपुतली-बहरोड– जिल में बहरोड़, बानसूर, नीमराणा, मांढव, नारायणपुर, कोटपुतली, विराटनगर, पावटा शामिल हैं.

खैरथल-तिजारा– जिले में तिजारा, किशनगढ़बास, खैरथल, कोटकासिम, हरसोली, टपूकड़ा, मुंडावर को शामिल किया है

नीम का थाना– जिले में नीम का थाना, पाटन, श्रीमाधोपुर, उदयपुरवाटी, खेतड़ी को शामिल किया गया है.

फलौदी– जिले में फलौदी, लोहावट, आऊ, देचू, सेतरावा, बाप, घंटियाली, बापिणी को शामिल किया.

सलूम्बर– जिले में सराड़, सेमारी, लसाडिया, सलूम्बर, झल्लारा को शामिल किया है

सांचौर– जिले में सांचौर, बागोड़ा, चितलवाना, रानीवाड़ा को शामिल किया है.

शाहपुरा– जिले में शाहपुरा, जहाजपुर, काछोला, फूलियाकलां, बनेड़ा, कोटडी को शामिल किया है.

अधीर रंजन चौधरी ने राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने का किया आग्रह

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष से मिलकर राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने का आग्रह किया। बिरला से मुलाकात के बाद चौधरी ने यह भी कहा कि उच्चतम न्यायालय से राहुल गांधी को राहत मिलना सच्चाई की जीत है। उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी बोलें।

चौधरी ने राहुल गांधी को मोदी उपनाम टिप्पणी से संबंधित मानहानि के मामले में उच्चतम न्यायालय से राहत मिलने के बाद शुक्रवार को लोकसभा में आसन से आग्रह किया कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष को सदन की बैठक में शामिल होने की अनुमति दी जाए। चौधरी ने पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल के समक्ष यह मांग उठाई। उन्होंने कहा हमारे नेता राहुल गांधी को उच्चतम न्यायालय से राहत मिल गई है। उन्हें सदन में आने की अनुमति दी जाए। यह हमारी मांग है। अग्रवाल ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष इस पर संज्ञान लेंगे।

उच्चतम न्यायालय ने मोदी उपनाम को लेकर की गई कथित विवादित टिप्पणी के संबंध में 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाते हुए शुक्रवार को उनकी लोकसभा की सदस्यता बहाल करने का रास्ता साफ कर दिया। शीर्ष अदालत गुजरात उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली राहुल की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। उच्च न्यायालय ने मोदी उपनाम से जुड़े मानहानि मामले में कांग्रेस नेता की दोषसिद्धि पर रोक लगाने के अनुरोध वाली उनकी याचिका खारिज कर दी थी।

गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी सभा में मोदी उपनाम के संबंध में की गई कथित विवादित टिप्पणी को लेकर राहुल के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। राहुल ने सभा में टिप्पणी की थी कि सभी चोरों का एक ही उपनाम मोदी कैसे हो सकता है?

शहीद बहादुरों का होगा सम्मान, ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान 9 अगस्त से होगा शुरु

नई दिल्ली। देशभर के 7,500 गांवों में शहीद बहादुरों को सम्मानित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान अगले सप्ताह 9 अगस्त से शुरु होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अगस्त को कर्तव्य पथ पर आजादी का अमृत महोत्सव के समापन के अवसर पर एक भव्य समारोह को संबोधित करेंगे। इस समारोह में 7,500 गांवों की मिट्टी विशेष कलशों में लाई जाएगी।

सरकार ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना के तहत राष्ट्रीय राजधानी में और 7,500 गांवों में स्वदेशी और स्थानीय पौधों का एक उद्यान ‘अमृत वाटिका’ बनाने की योजना तैयार की है। ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान में देश के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले बहादुरों और स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने के लिए ग्राम पंचायतों में स्मारक पट्टिकाएं शिलाफलकम भी स्थापित की जाएंगी। सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंदा ने बताया कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की सफलता के बाद सरकार आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक महत्वाकांक्षी भागीदारी कार्यक्रम लेकर आई है। आजादी का अमृत महोत्सव 12 मार्च, 2021 को शुरू किया गया था।

उन्होंने बताया कि बहादुरों को श्रद्धांजलि के तौर पर शिलाफलकम स्थापित करना, ‘मिट्टी का नमन’ और ‘वीरों का वंदन’ ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान के प्रमुख घटक हैं। ‘शिलाफलकम’ का उद्देश्य गांव, पंचायत, खंड, कस्बे, शहर, नगर, नगर पालिका में स्थानीय बहादुरों के बलिदान की भावना को सलाम करना है और इसे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित किया जाएगा। ‘शिलाफलकम’ में प्रधानमंत्री का संदेश होगा जिसमें उस क्षेत्र से संबंधित उन लोगों के नाम होंगे जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया। चंदा ने कहा कि शिलाफलकम गांव का एक युद्ध स्मारक होगा जिसमें सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के शहीदों के नाम अंकित होंगे। संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने बताया कि दिल्ली में ‘अमृत वाटिका’ बनाने के लिए 7,500 कलशों में देश के कोने-कोने से मिट्टी लेकर ‘अमृत कलश यात्रा’ निकाली जाएगी।

उन्होंने बताया कि इस पहल में बड़े पैमाने पर जन भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए, एक वेबसाइट भी शुरू की गई है जिसमें लोग मिट्टी या मिट्टी का दीपक पकड़कर सेल्फी अपलोड कर सकते हैं। ‘मेरी माटी, मेरा देश’ कार्यक्रम 9 अगस्त को, स्वतंत्रता दिवस तक चलने वाले कार्यक्रमों के साथ शुरू होगा। अधिकारियों ने बताया कि 16 अगस्त से खंड, नगर पालिका और राज्य स्तर पर कार्यक्रम होंगे।

Tata ने लॉन्च की Exter से भी सस्ती Punch CNG, SUV मार्केट में देगी दमदार टक्कर

देश की प्रमुख वाहन कंपीन Tata ने अपनी नयी SUV लांच की है. CNG वैरियंट में आने वाली यह एसयूवी Exter से भी सस्ती है. Tata की इस नयी Punch के लांच होने के बाद SUV का मार्केट में और भी रोमांच बन गया. वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने 4 अगस्त को अपनी एसयूवी Punch CNG को आधिकारिक तौर पर बिक्री के लिए कुल 5 वेरिएंट्स में लॉन्च कर दिया. Tata Punch की शुरुआती कीमत 7.10 लाख रुपये से लेकर 9.68 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच पेश रखा गया है
Tata Pucnh Suv की कीमत सबसे नजदीकी प्रतिद्वंदी Hyundai Exter के सीएनजी वेरिएंट से काफी कम रखी गई है. इसके लांच होने के बाद ये Exter CNG को टक्कर देगी. Exter  की शुरुआती कीमत 8.24 लाख रुपये है.
Tata Punch का CNG वैरियंट तीन ट्रिम्स में उपलब्ध है- प्योर, एडवेंचर और एक्म्प्लिश्ड – टाटा टॉप-स्पेक क्रिएटिव ट्रिम में CNG का विकल्प नहीं मिलता है. टाटा टियागो, टिगोर और अल्ट्रोज़ के बाद यह टाटा की तरफ से पेश की जाने वाली चौथा CNG मॉडल है. Tata Punch लांच होने के साथ हा टाटा का CNG पोर्टफोलियो को और भी मजबूती मिली है. CNG वेरिएंट प्रत्येक पेट्रोल ट्रिम के मुकाबले तकरीबन 1.60 लाख रुपये तक महंगा है. Tata Punch के पेट्रोल वेरिएंट की शुरुआती कीमत 6 लाख रुपये है.Tata Punch CNG को कंपनी ने पहली बार बीते ऑटो एक्सपो के दौरान प्रदर्शित किया था, SUV सेग्मेंट में Tata ने अपीन सबसे सुरक्षित Punch ने CNG में कंपनी ने 1.2-लीटर, तीन-सिलेंडर इंजन का इस्तेमाल किया है जो कि पेट्रोल वेरिएंट में मिलता है. यह इंजन पेट्रोल के साथ 86hp की पावर और 113Nm का टॉर्क जेनरेट करता है, और CNG मोड में 73.4hp की पावर और 103Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है, और इसे केवल 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ पेश किया गया है. यानी कि, CNG के ग्राहकों को ऑटोमेटिक का लाभ नहीं मिलेगा.

इसी के साथ SUV कारों में से एक है, ग्लोबल NCAP. क्रैश टेस्ट में इस कार को 5-स्टार रेटिंग मिली है. Tata Punch की इस SUV में CNG होने के बावजूद आपको बूट-स्पेस से कोई समझौता नहीं करना होगा. इसमें CNG के सिलिंडर को बूट के नीचे स्थापित किया गया है और ऊपर से एक मजबूत ट्रे दी गई है, जो इसके बूट को ऊपर-नीचे दो हिस्सों में बांटता है. टाटा मोटर्स का दावा है कि ये देश की पहली सीएनजी SUV है जो कि डुअल सिलिंडर टेक्नोलॉजी के साथ आती हैं. यानी कि एक कार में दो सिलिंडर दिए गए हैं. इसमें 30-30 लीटर की धारिता का कुल 60 लीटर का सीएनजी टैंक मिलता है. Hyundai ने हाल ही में भारतीय बाजार में अपनी सबसे किफायती SUV Exter को लॉन्च किया है. इस SUV के पेट्रोल वेरिएंट की शुरुआती कीमत 6 लाख रुपये है, और CNG वेरिएंट की कीमत 8.24 लाख रुपये से शुरू होती है. कीमत के मामले पंच सीएनजी तकरीबन 1.15 लाख रुपये सस्ती है. दोनो कारों का भारतीय बाजार में प्रदर्शन कितना किफायती होगा यह देखने वाली बात होगी.

वेस्टइंडीज ने भारत को 4 रनों से हराया, कप्तान रोवमैन पॉवेल ने खेली 48 रनों की कप्तानी पारी

पोर्ट ऑफ स्पेन। गुरुवार को भारत- वेस्टइंडीज के बीच पाचं T-20 मैचो की सीरीज कता पहला मैच खेला गया. वेस्टइंडीज ने भारत को पहले खेलते हुए 150 रनों का लक्ष्य दिया. 150 रनों के आसान से  लक्ष्य को भारतीय टीन चेज नहीं कर पाई. भारतीय टीम को वेस्टइंडीज ने सीरीज के पहले मुकाबले में 4 रन से हरा दिया. भारतीय टीम की हालत इतनी खस्ता हो गई कि आखिरी 30 गेंदों में 37 रन बना नहीं सकी. इस हार के बाद हार्दिक पंड्या की कप्तानी वाली टीम 5 मुकाबलों की सीरीज में 1-0 से पिछ़ड गई. सीरीज का अगला मुकाबला 6 अगस्त को गुयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में खेला जाएगा.

पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 149 रन बनाए. जवाब में टीम इंडिया 9 विकेट पर 145 रन ही बना सकी. तेज गेंदबाज जेसन होल्डर प्लेयर ऑफ द मैच रहे. उन्होंने 19 रन देकर 2 विकेट लिए

Modi Surname Defamation Case: राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को बड़ी राहत दी है। SC (Supreme Court) ने मानहानि (Defamation) मामले में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की 2 साल की सजा पर रोक लगा दी है। जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच ने आदेश में कहा कि ट्रायल कोर्ट (Trial Court) के जज को अपने फैसले में अधिकतम सजा सुनाने की वजहें भी बतानी चाहिए थीं।  

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कहा कि अगर राहुल (Rahul Gandhi) को 1 साल 11 महीने की सजा होती तो उन्‍हें बतौर सांसद अयोग्‍य नहीं करार दिया जाता। SC (Supreme Court) में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ओर से सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) ने दलीलें पेश कीं।  

शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी (Purnesh Modi) की तरफ से वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी (Mahesh Jethmalani) ने तर्क रखे। राहुल (Rahul Gandhi) की याचिका पीठ ने सुनी। बता दें अदालत की ओर से दोनों पक्षों को 15-15 मिनट का समय दिया गया था। राहुल (Rahul Gandhi) ने मोदी सरनेम मानहानि मामले में सजा पर निलंबन से गुजरात हाई कोर्ट के इनकार को चुनौती दी थी।

इस दौरान कोर्ट ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के विरोध में दलीलें दे रहे शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी (Purnesh Modi) के वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी (Mahesh Jethmalani) से पूछा कि अदालत ने अधिकतम सजा देने के क्या ग्राउंड दिए हैं, कम सजा भी तो दी जा सकती थी। उससे संसदीय क्षेत्र की जनता का अधिकार भी बरकरार रहता। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सुनाई सजा के फैसले पर रोक लगा दी है। जब तक अपील लंबित रहेगी, तब तक सजा पर रोक बरकरार रहेगी। आपको बता दें कोर्ट के इस आदेश के साथ ही राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता भी बहाल हो गई है। अब वे संसद सत्र में भी हिस्सा ले सकेंगे, वहीं कोर्ट का फैसला आने के बाद कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा- यह नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत है. सत्यमेव जयते – जय हिंद।      

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का आदेश ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की टिप्पणी गुड टेस्ट में नहीं थी। उनका बयान ठीक नहीं था। पब्लिक लाइफ में इस पर सतर्क रहना चहिए। वहीं कोर्ट ने कहा कि निचली अदालत ने अपने आदेश में यह साफ नहीं किया कि अधिकतम सजा की जरूरत क्यों थी? जज को अधिकतम सजा की वजह साफ करनी चाहिए थी। ये मामला असंज्ञेय कैटेगरी में आता है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कहा कि दोनों अदालतों ने बड़े पैमाने पर पन्ने लिखे गए, लेकिन राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को अधिकतम सजा क्यों दी, इस पहलू पर विचार नहीं किया गया।    

आपको बता दें कि सूरत की सेशन कोर्ट ने 23 मार्च को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को आपराधिक मानहानि (Defamation) मामले में दोषी करार दिया था और 2 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुजरात हाईकोर्ट (Gujarat High Court) में याचिका लगाकर निचली अदालत के फैसले पर रोक लगाने की मांग की थी। याचिका खारिज होने पर राहुल (Rahul Gandhi) ने गुजरात हाईकोर्ट (Gujarat High Court) के दोष पर रोक लगाने से इनकार करने वाले फैसले के खिलाफ केस किया। सूरत की सेशन कोर्ट ने 23 मार्च को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को आपराधिक मानहानि (Defamation) मामले में दोषी करार दिया था, साथ ही 2 साल की सजा भी सुनाई थी। बता दें निचली अदालत ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को जमानत तो दे दी थी, लेकिन दोषी करार दिए जाने पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।    

दोष सिद्धि पर रोक ना लगने की वजह से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता रद्द हो गई थी। इस मामले में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से पहले ही शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी (Purnesh Modi) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में कैविएट दाखिल कर दिया था। पूर्णेश मोदी (Purnesh Modi) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से अपील की है कि बिना उनके पक्ष को सुने कोर्ट कोई आदेश पारित ना करे।

गौरतलब है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कर्नाटक के कोलार में 13 अप्रैल 2019 को चुनावी रैली में कहा था नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी का सरनेम कॉमन क्यों है? सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है? राहुल (Rahul Gandhi) के इस बयान को लेकर BJP विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी (Purnesh Modi) ने उनके खिलाफ धारा 499, 500 के तहत आपराधिक मानहानि (Defamation) का केस दर्ज कराया था। अपनी शिकायत में BJP विधायक ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 2019 में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पूरे मोदी समुदाय को कथित रूप से यह कहकर बदनाम किया कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?     

लिफ्ट में फंसी महिला, हुई मौत

नोएडा। नोएडा पुलिस ने एक आवासीय परिसर में लिफ्ट का तार टूटने से उसमें फंसी 73 वर्षीय महिला की मौत के मामले में उक्त सोसायटी की प्रबंधन कंपनी, निवासी संघ के पदाधिकारियों और जर्मन लिफ्ट निर्माता कंपनी थीसेनक्रुप्प के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक, गुरुवार शाम सेक्टर 137 स्थित बहुमंजिला सोसाइटी में लिफ्ट का तार टूट जाने से उसमें फंसी 72 वर्षीय एक महिला की संभवतः हृदय गति रुकने से मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार, जब लिफ्ट का तार टूटा, तब सुशीला देवी उसमें अकेली थीं। उसने बताया कि अचानक तार टूटने के कारण लिफ्ट सीधे जमीन से नहीं टकराई, बल्कि बीच की कुछ मंजिलों से टकराते हुए 25वीं मंजिल पर फंस गई। पुलिस उपायुक्त (मध्य नोएडा) अनिल कुमार यादव ने बताया कि महिला के बेटे की शिकायत के आधार पर सोसायटी की प्रबंधन कंपनी के अधिकारियों, अपार्टमेंट निवासी संघ (एओए) के पदाधिकारियों और थीसेनक्रुप्प सहित 7 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 287 (मशीन के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण) और 304ए (लापरवाही से मौत का कारण बनना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। यादव ने कहा कि मामले की जांच जारी है।

उन्होंने बताया कि जिन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, उनमें प्रबंधन कंपनी एएन सिक्योर के निदेशक अजय सिंह शेखावत और संतोष कुमार, परिसर प्रबंधक मोनिका शर्मा, एओए के अध्यक्ष रमेश गौतम, उपाध्यक्ष अनंग पाल चौहान, कोषाध्यक्ष नीतू सालार और थीसेनक्रुप्प शामिल हैं। गुरुवार को हुई इस घटना के बाद सोसायटी के कई निवासी परिसर में सुविधाओं का उचित रखरखाव न किए जाने का आरोप लगाते हुए एकत्र हुए और एओए के पदाधिकारियों से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की।

कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए परिसर में पुलिस बल तैनात करना पड़ा। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि घटना शाम को करीब साढ़े 4 बजे हुई, लेकिन पुलिस को 7 बजे के बाद ही इसकी जानकारी दी गई और तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। हालांकि महिला को अस्पताल ले जाया गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अधिकारी के मुताबिक, गुरुवार रात को हालत बिगड़ने के बाद एओए के अध्यक्ष रमेश गौतम को अस्तपाल ले जाना पड़ा था।

जयपुर टाइगर फेस्टिवल में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन, राज्यपाल मिश्र ने प्रदान किए पुरस्कार

जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के लिए नई पीढ़ी में वन्यजीवों के प्रति जागरूकता लाए जाने पर बल दिया है. उन्होंने कहा कि बाघ संरक्षण के लिए जन-चेतना कार्यक्रम चला कर सतत प्रयत्न किए जाने की आवश्यकता है गुरुवार को होटल क्लार्क्स आमेर में जयपुर टाइगर फेस्टिवल के पुरस्कार वितरण समारोह में सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आज विश्व के 75 प्रतिशत बाघों की संख्या अकेले हमारे देश में हैं. उन्होंने बाघों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ उनके संरक्षण के लिए भी सभी स्तरों पर समुचित कार्य किए जाने पर बल दिया.
राज्यपाल ने बाघों के संरक्षण के साथ वन प्रबंधन में और बेहतर कार्य करते हुए राजस्थान को इस क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि बाघों का होना पारिस्थितिकी संतुलन और जैव विविधता संरक्षण के लिए जरूरी है. उन्होंने बाघों सहित अन्य वन्य जीवों के संकुचित हो रहे प्राकृतिक आवासों पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि बढ़ती आबादी के दबाव में वन कॉन्क्रिट के जंगलों में तब्दील नहीं हों, इस पर सभी स्तरों पर चिंतन करने की जरूरत है. उन्होने कहा कि बाघ क्षेत्रों में पर्यटन का विकास इस तरह से होना चाहिए कि वन्य जीवों को किसी तरह की हानि नहीं पहुंचे. राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता वाइल्डलाइफ फिल्म निर्माता एस. नल्लामुत्थु द्वारा बाघ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए तैयार टाइगर एन्थम भी कार्यक्रम में स्क्रीन पर प्रस्तुत किया गया. नल्लामुत्थु एवं वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर सितारा कार्तिकेयन की जूरी द्वारा पुरस्कृत फोटोग्राफ का चयन किया गया 
कार्यक्रम में राजस्थान आवासन मण्डल आयुक्त पवन अरोड़ा, समाजसेवी डॉ. एस. एस. अग्रवाल, राजस्थान हेरिटेज आर्ट एंड कल्चर फाउंडेशन के ट्रस्टी आनन्द अग्रवाल, जयपुर टाइगर फेस्टिवल के संस्थापक संरक्षक धीरेन्द्र गोधा सहित गणमान्यजन उपस्थित रहे।

Manipur Violence :  कर्फ्यू में 7 घंटे की ढील  

इंफाल। मणिपुर सरकार ने आम लोगों को आवश्यक सामान खरीदने की सुविधा देने के लिए इंफाल ईस्ट और वेस्ट जिलों में शुक्रवार को सुबह 5 बजे से 7 घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसा की ताजा घटनाओं के बाद प्रशासन ने गुरुवार को पूर्व घोषित छूट को वापस लेते हुए एहतियात के तौर पर दोनों जिलों में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया था।

इंफाल ईस्ट और वेस्ट के जिला मजिस्ट्रेटों द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि आम लोगों को दवाओं और खाद्य सामग्री सहित आवश्यक सामान खरीदने की सुविधा प्रदान करने के लिए शुक्रवार को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है। भीड़ जुटने पर लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद गुरुवार को बिष्णुपुर जिले के कांगवई और फौगाकचाओ में शवों को दफनाए जाने वाले प्रस्तावित स्थल की ओर निकाले जा रहे जुलूस को रोकने के लिए सेना और त्वरित कार्रवाई बल (RAF) के जवानों ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान हुई इड़पों में 25 से अधिक लोग घायल हो गए।

पुलिस ने बताया कि इंफाल वेस्ट जिले के सेंजाम चिरांग में गुरुवार को हुई गोलीबारी में मणिपुर राइफल्स के एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई, और एक व्यक्ति घायल हो गया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बिष्णुपुर जिले के नारानसेना स्थित द्वितीय इंडिया रिजर्व बटालियन (IRB) के मुख्यालय में घुसकर भीड़ ने हथियार और गोला-बारूद लूट लिए।

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