Wednesday, April 30, 2025
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अगली महामारी के लिए तैयार रहने की है जरूरत : अजय बंगा

विद्यालय बंद रहने से हुआ पढ़ाई का नुकसान

नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के दौरान विद्यालयों के बंद रहने के कारण पढ़ाई-लिखाई का बहुत अधिक नुकसान हुआ है। यह बात विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने बुधवार को कही और अगली महामारी के आने से पहले ही एक प्रणाली तैयार करने की जरूरत को रेखांकित किया, ताकि ऐसी स्थिति को उत्पन्न होने से रोका जा सके।
बंगा ने कहा, महामारी के दौरान विद्यालय जाने वाली पीढ़ी को लेकर हमारे पास वास्तविक चुनौतियां हैं।

बोले बंगा—
”जब हम कोविड-19 महामारी की चपेट में आए तो विकसित और विकासशील देश इससे निपटना सीख रहे थे। इस अवधि में लंबे समय तक विद्यालय बंद रहने के कारण पढ़ाई-लिखाई का बहुत अधिक नुकसान हुआ और इस नुकसान से निपटना सिर्फ भारत की समस्या नहीं है, बल्कि यह दुनियाभर के लिए एक मुद्दा है। मेरा मत है कि हमें अब सबक लेना चाहिए। बहुत हद तक यह सुनिश्चित करना होगा कि, हम अगली महामारी से पहले ही एक प्रणाली तैयार करना सीख लें। अन्यथा हम वही भूलें दोबारा करेंगे। यह तो तय है कि अगली महामारी आएगी जरूर। सवाल यह है कि इसके आने से पहले हम कितना सीखते हैं? मेरे लिए यह एक बड़ा सवाल है।”

पहले ये बोला था विश्व बैंक
विश्व बैंक ने इससे पहले कहा था कि, महामारी के कारण भारत में विद्यालयों के लंबे समय तक बंद रहने से पढ़ाई में नुकसान के अलावा देश की भावी कमाई में 400 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो सकता है।

पहली बार भारत यात्रा पर
आपको बता दें कि 63 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी बंगा ने पिछले महीने ही विश्व बैंक के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया था। बंगा दो वैश्विक वित्तीय संस्थानों (विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) में—से किसी एक का प्रमुख बनने वाले पहले अश्वेत व्यक्ति हैं। यह पद संभालने के बाद वे पहली बार भारत यात्रा पर हैं। वह जी-20 वित्त मंत्रियों और सदस्य देशों के केंद्रीय बैंक के गवर्नर की अहमदाबाद में होने वाली बैठक में शामिल होंगे। बुधवार की सुबह उन्होंने द्वारका स्थित कौशल विकास केंद्र का दौरा किया और विद्यार्थियों से बातचीत की।

करण जौहर के लिए विशेष आयोजन करेगा आईएफएफएम

मुंबई। ‘इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न’ (आईएफएफएम) ने फिल्म निर्माता के तौर पर करण जौहर के इस साल 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विशेष आयोजन करने का बुधवार को ऐलान किया। आयोजकों ने बताया कि 11 – 20 अगस्त तक आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में करण जौहर की फिल्में दिखाई जाएंगी।

करण ने फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ के साथ 1998 में निर्देशन की शुरुआत की थी और भारतीय फिल्म उद्योग में सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में से एक बन गए। फिल्म निर्माता करण ने कहा आईएफएफएम के 14वें संस्करण का हिस्सा बनकर खुद को ‘बेहद सम्मानित’ महसूस कर रहा हूं। यह साल मेरे लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि मैं एक फिल्म निर्माता के तौर पर 25 साल पूरे कर रहा हूं और मुझे नहीं लगता कि इसके लिए आईएफएफएम से बेहतर कोई और मंच हो सकता है।

उन्होंने एक बयान में कहा मैं तीसरी बार इस समारोह में शामिल हो रहा हूं और ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों से मिले प्यार और समर्थन से काफी उत्साहित हूं। मैं समारोह के दौरान एक विशेष संवाद में शामिल होने के लिए काफी उत्सुक हूं। यहां मैं फिल्म निर्माता के तौर पर अपनी यात्रा से जुड़ी बातें भी साझा करूंगा।

आईएफएफएम के निदेशक मितु भौमिक लांगे ने कहा कि करण जौहर ‘भारतीय सिनेमा के एक आइकन’ हैं और फिल्म उद्योग पर उनके प्रभाव को कम नहीं आंका जा सकता। भौमिक ने कहा इस साल आईएफएफएम में हमें करन जौहर के असाधारण करियर और भारतीय फिल्म जगत में उनके योगदान का सम्मान करने का सौभाग्य मिला है।

एक निर्देशक के रूप में जौहर के खाते में ‘कभी खुशी कभी गम’, ‘कभी अलविदा ना कहना’ और ‘माई नेम इज खान’ शामिल हैं, जबकि एक निर्माता के रूप में उनके नाम ‘कल हो ना हो’, ‘ये जवानी है दीवानी’, ‘कपूर एंड संस’ और ‘राजी’ जैसी फिल्में हैं। वह सेलिब्रिटी चैट शो ‘कॉफी विद करण’ की मेजबानी भी करते हैं।

भूमि पेडनेकर ने की बड़ी घोषणा

मुंबई। अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने जल्द ही एक गैर लाभकारी संगठन शुरू करने की घोषणा की है, जो उन लोगों के सशक्तिकरण की दिशा में काम करेगा जिन्होंने अपना जीवन पृथ्वी और देश की सुरक्षा के लिए समर्पित किया है।

‘दम लगा के हईशा’, ‘शुभ मंगल सावधान’ और ‘बधाई हो’ जैसी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से मशहूर हुई भूमि ने अपने 34वें जन्मदिन के मौके पर यह घोषणा की। जानकारी के अनुसार ‘भूमि फाउंडेशन’ को आने वाले महीने में शुरू किया जाएगा। प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, ”वास्तविक बदलाव तभी हो सकता है जब हम अपने कार्यों के प्रति जवाबदेही शुरू करें और बड़े पैमाने पर समाज व मानवता के लिए सही काम करने के लिए आगे बढ़ें। मैं अपनी धरती के साथ सही काम करना चाहती हूं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर ग्रह छोड़ने का प्रयास करना चाहती हूं।”

अभिनेत्री ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, ‘मैं अपने गैर-लाभकारी संगठन भूमि फाउंडेशन के माध्यम से ऐसा करने का संकल्प लेती हूं, जिसे अगले कुछ महीनों में शुरू किया जाएगा।” भूमि ने कहा, ”मुझे बहुत खुशी होगी अगर भूमि फाउंडेशन उन लोगों को सशक्त बनाकर पर्यावरण को बचाने में प्रमुख भूमिका निभा सके, जिन्होंने पृथ्वी और हमारे देश की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया।” पेडनेकर ने कहा, ”जब भूमि फाउंडेशन शुरू होगा तो यह जलवायु संरक्षणवादियों और पर्यावरणविदों की मदद करेगा, जो ग्रह के लिए काम करने के एकीकृत दृष्टिकोण को साझा करते हैं।”

भक्तों को रोका मां वैष्णो देवी के दर्शन करने से

हेलिकॉप्टर और बैटरी कार सेवा रोकी
जम्मू में भारी बारिश,राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात ठप
कटरा में 315.4 मिलीमीटर तक रिकॉर्ड तोड़ बारिश

जम्मू। जम्मू क्षेत्र के कई हिस्सों में रात भर भारी बारिश होने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों ने डोडा और किश्तवाड़ जिले में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए हेलिकॉप्टर और बैटरी कार सेवा भी खराब मौसम के कारण रोक दी गई है। बारिश के कारण राजमार्ग पर कई जगहों पर भूस्खलन हुआ। पहाड़ों से मिट्टी खिसकने और भूस्खलन के कारण यातायात को रोकना पड़ा। यातायात विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘राजमार्ग अब भी बंद है और जब तक मार्ग से भूस्खलन का मलबा हटा नहीं दिया जाता तब तक लोगों को यात्रा नहीं करने की हिदायत दी गई है।’’ अधिकारियों ने बताया कि कठुआ जिले में जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर भी यातायात परिवर्तित किया गया है, जहां तरनाह नाला में अचानक आई बाढ़ की वजह से एक पुल के दो खंभे क्षतिग्रस्त हो गए।

सरकारी व निजी स्कूल बंद
एहतियात के तौर पर डोडा और किश्तवाड़ जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को दिन भर के लिए बंद कर दिया गया। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण चिनाब और उसकी सहायक नदियों का जल स्तर भी बढ़ रहा है और छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है।

1980 में हुई थी ऐसी बारिश
मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के आधार शिविर कटरा में 315.4 मिलीमीटर बारिश हुई, जो अब तक की सबसे ज्यादा बारिश है। इससे पहले 1980 में ऐसी बारिश हुई थी।
कई जगहों पर, विशेषरूप से कठुआ और सांबा जिले में नदी और नाले भर चुके हैं या फिर जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। वहीं, मौसम विभाग ने दोपहर तक और बारिश की आशंका जताई है।

कठुआ और सांबा में बाढ़ जैसे हालात
‘‘कठुआ और सांबा में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। कठुआ में उझ और बसंतर नदी खतरे के निशान को पार कर गई है जबकि जम्मू में तावी, चिनाब और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच चुका है।’’

ऑरेंज अलर्ट, भारी से अत्याधिक भारी बारिश की संभावना

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मुंबई। मुंबई के कई हिस्सों में बुधवार को सुबह भारी बारिश हुई और मौसम विभाग ने शहर के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए कुछ हिस्सों में आज भारी से अत्याधिक भारी बारिश की संभावना जताई है।

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवराज मानसपुरे ने बताया कि सुबह नौ बजकर 40 मिनट पर पनवेल में तकनीकी खराबी के कारण पनवेल-बेलापुर हार्बर रेल मार्ग पर सेवाएं प्रभावित हो गई। अधिकारी ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी)-बेलापुर मार्ग पर रेलगाड़ियां सामान्य चल रही हैं। उधर, मध्य रेलवे के कई यात्रियों ने रेलगाड़ियां के 10 से 15 मिनट की देरी से चलने का दावा किया है। पश्चिमी रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि उनकी सेवाएं सामान्य हैं। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह किसी जगह बड़े जलभराव की सूचना नहीं मिली।

बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) की बस सेवाएं भी सामान्य रूप से चल रही हैं और उनके मार्ग में कोई बदलाव नहीं किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुंबई केंद्र ने मंगलवार को मुंबई और ठाणे जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था, जिसमें बुधवार को कुछ स्थानों पर भारी से अत्याधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।

रायगढ़ और पालघर जिले के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और कहीं कहीं अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। एक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि IMD मुंबई ने अपने दैनिक मौसम पूर्वानुमान में अगले 24 घंटों में ‘शहर और उपनगरों में भारी बारिश और कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना’ का अनुमान जताया है।

स्थानीय निकाय के अनुसार, दोपहर एक बजकर 23 मिनट के आसपास समुद्र में ज्वार आने के कारण 4.23 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। बुधवार को सुबह आठ बजकर 30 मिनट तक पिछले 24 घंटे के दौरान द्वीप शहर में औसतन 47.42 मिलीमीटर, पूर्वी शहर में 50.04 मिमी और पश्चिमी उपनगरों में 50.99 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

एक और जत्था, बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना

जत्थे में शामिल हैं करीब पांच हजार तीर्थ यात्री
31 अगस्त को समाप्त होगी यात्रा

जम्मू। दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 4 हजार 900 से अधिक तीर्थ यात्रियों का एक और जत्था भारी बारिश के बावजूद बुधवार को जम्मू आधार शिविर से रवाना हुआ। जम्मू में तड़के से ही भारी बारिश हो रही है।
पहलगाम की ओर जाने वाले 2 हजार 566 तीर्थयात्री 107 वाहनों के काफिले में घाटी के लिए रवाना हुए। वहीं, 81 वाहनों का एक और काफिला 2 हजार 354 तीर्थयात्रियों को लेकर बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ। श्रद्धालुओं का पहला जत्था 30 जून को रवाना हुआ था। उसके बाद से अब तक एक लाख से अधिक तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं।

अब तक ढाई लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

बता दें कि, दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में 3 हजार 888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदेरबल जिले के बालटाल से शुरू हुई थी। अब तक तकरीबन ढाई लाख श्रद्धालु अमरनाथ में शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं। ये यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होगी।

टमाटर ने बनाया करोड़पति  

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पुणे। टमाटर की बढ़ती कीमतों ने जहां आम आदमी की जेब पर बड़ा असर डाला है, वहीं महाराष्ट्र के पुणे के एक किसान के लिए यह बड़े लाभ का सौदा साबित हुआ है। पुणे के इस किसान ने तमाम चुनौतियों से पार पाते हुए पिछले एक माह में टमाटर की फसल बेचकर 3 करोड़ रुपये की कमाई की है।

पुणे जिले की जुन्नार तहसील के पचघर गांव के किसान ईश्वर गायकर (36) को इस साल मई में कम दाम की वजह से बड़ी मात्रा में टमाटर की फसल को फेंकना पड़ा था। इस झटके के बावजूद इस किसान ने अटूट दृढ़ संकल्प दिखाते हुए अपने 12 एकड़ के खेत पर टमाटर की खेती की।

अब टमाटर की आसमान छूती कीमतों के बीच गायकर की कड़ी मेहनत ने शानदार नतीजे दिए हैं और वह करोड़पति बन गया है। गायकर का दावा है कि उन्होंने 11 जून से 18 जुलाई के बीच अपनी टमाटर की उपज बेचकर 3 करोड़ रुपये की कमाई की है। गायकर ने कहा, ‘‘इस अवधि के दौरान उन्होंने जुन्नार तहसील के नारायणगांव में कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) में 3 करोड़ रुपये में टमाटर के 18,000 क्रेट (प्रत्येक क्रेट में 20 किलोग्राम टमाटर) बेचे हैं।

उनका इरादा टमाटर के 4,000 शेष क्रेट बेचकर करीब 50 लाख रुपये की कमाई करने का है। गायकर ने बताया कि उन्होंने टमाटर की खेती और परिवहन पर कुल 40 लाख रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास 18 एकड़ के खेत हैं। इनमें से 12 एकड़ में मैंने टमाटर की खेती की। 11 जून से टमाटर के 18,000 क्रेट बेचकर मैं 3 करोड़ रुपये कमा चुका हूं।’’

गायकर ने 11 जून को 770 रुपये प्रति क्रेट (37 से 38 रुपये प्रति किलोग्राम) के भाव पर टमाटर बेचा। 18 जुलाई को उन्हें प्रति क्रेट 2,200 रुपये (110 रुपये प्रति किलोग्राम) का भाव मिला। गायकर ने याद करते हुए कहा कि कैसे 2 माह पहले कम भाव की वजह से उन्हें अपनी टमाटर की कटी फसल को फेंकना पड़ा था। उन्होंने कहा, ‘‘’यह टमाटर उत्पादकों के लिए सबसे अच्छा समय है, लेकिन हमने सबसे खराब समय भी देखा है। मई के महीने में मैंने 1 एकड़ जमीन पर टमाटर उगाए, लेकिन कीमतें बहुत कम होने के कारण बड़ी मात्रा में उपज को फेंकना पड़ा। मैंने उपज फेंक दी थी क्योंकि प्रति क्रेट दर सिर्फ 50 रुपये थी, यानी 2.50 रुपये प्रति किलोग्राम।’’

गायकर ने बताया कि 2021 में उन्हें 15 लाख से 16 लाख रुपये का घाटा हुआ था और पिछले साल भी उन्होंने मामूली लाभ ही कमाया था।

एक अन्य किसान राजू महाले ने भी चालू सीजन में टमाटर के ढाई हजार क्रेट बेचकर 20 लाख रुपये कमाये हैं। नारायणगांव कृषि उपज मंडी समिति के व्यापारी अक्षय सोलात ने गायकर की उपज खरीदी है। सोलात ने कहा कि इस समय टमाटर बाजार उछाल पर है। उन्होंने टमाटर 2,400 रुपये प्रति क्रेट के भाव पर खरीदा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिछले 15 साल से इस कारोबार में हूं। लेकिन टमाटर में इस तरह की तेजी पहले कभी देखने को नहीं मिली है।’’

इंदौर में G-20 बैठक शुरू

मध्यप्रदेश। श्रम, रोजगार और कर्मियों को सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्रों की मौजूदा वैश्विक चुनौतियों का हल ढूंढने के मकसद से भारत की अध्यक्षता वाले G-20  समूह के रोजगार कार्य समूह (EWG) की चौथी और अंतिम बैठक इंदौर में बुधवार से शुरू हो गई।

जानकारी के अनुसार 2 दिन तक चलने वाली यह बैठक EWG की जोधपुर, गुवाहाटी और जिनेवा में आयोजित पिछली 3 बैठकों के प्रयासों को बल देकर मंत्रिमंडलीय घोषणा और परिणाम दस्तावेजों (मसौदा) को अंतिम रूप प्रदान करने पर केंद्रित है। इस बैठक में 86 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में EWG की चौथी बैठक में स्वतंत्र रूप से अस्थायी कार्य और ऑनलाइन मंचों पर काम करने वाले कर्मियों (गिग और प्लेटफॉर्म कर्मचारी) से जुड़ी अर्थव्यवस्था, दोनों श्रेणियों के कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ देने और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों को टिकाऊ वित्तपोषण प्रदान करने जैसे विषयों पर पिछली 3 बैठकों में हुई चर्चाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा।

भारत के श्रम और रोजगार मंत्रालय की सचिव आरती आहूजा G-20  के EWG की अध्यक्ष हैं। उन्होंने EWG की चौथी और अंतिम बैठक की पूर्व संध्या पर मंगलवार को बताया था, ‘‘हम G-20  के जरिये कोशिश कर रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) और आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) को एक खाका तैयार करने की जिम्मेदारी दी जाए। यह खाका इस बात पर केंद्रित होगा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में किस तरह के हुनरमंद लोगों का अभाव है और इस कमी को दूर करने के लिए लोगों को कौन-से हुनर सीखने की जरूरत है।’’   

अधिकारियों ने बताया कि भारत के श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को G-20  समूह के देशों के उनके समकक्षों की बैठक होगी। श्रम एवं रोजगार मंत्रियों के इस जमावड़े में EWG के तय मसौदे को अपनाने पर चर्चा होगी।

जोधपुर में सामूहिक हत्याकांड

जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में सामूहिक हत्याकांड का मामला सामने आया है। यहां 6 महीने की मासूम सहित एक ही परिवार के 4 लोगों को मारकर जला दिया गया। आपको बता दें आरोपियों ने पूरे परिवार की सोते समय हत्या की फिर उसके बाद घसीटकर आंगन में लाए और आग लगा दी। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह यादव मौके पर पहुंचे।

घटना जोधपुर के ओसियां उपखंड के चेराई गांव की बताई जा रही है। यहां बीती रात एक परिवार जब सो रहा था, उसी समय कुछ आरोपियों ने घर में घुसकर 4 लोगों की हत्या कर दी। इनमें 6 माह की बच्ची भी शामिल है। हत्या के बाद आरोपियों ने शवों को आंगन में आग लगा दी। सुबह गांव के लोगों ने घर से धुआं उठते देखा तब लोगों ने जाकर देखा तो आंगन में चार लाशें जली पड़ी थीं। इनमें 6 महीने की बच्ची का शव भी था, जो लगभग पूरी तरह जल चुका था वहीं अन्य शव अधजली हालत में थे।

लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी इसके बाद एसपी ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। फोरेंसिक एक्सपर्ट घटनास्थल से सबूत इकट्ठे कर रहे हैं। लोगों ने बताया की मृतक परिवार खेती किसानी का काम करता था। आपको बता दें फिलहाल अभी तक घटना के कारणों और आरोपियों का कोई पता नहीं लगा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

अडाणी ने ‘मातृभूमि’ का दिया हवाला,हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को बताया बदनाम करने की साजिश

कहा, भारत पर एक सोचा-समझा हमला

नई दिल्ली। अरबपति उद्योगपति गौतम अडाणी ने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट गलत है और इसमें दुर्भावना के चलते समूह को बदनाम करने के लिए आरोप लगाए गए थे। उन्होंने मातृभूमि भारत की वृद्धि संभावनाओं और अपने व्यापारिक साम्राज्य के लिए इसके महत्व का जिक्र भी किया।

अडाणी ने शेयरधारकों की वार्षिक बैठक में कहा कि इस साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने रिपोर्ट उस समय प्रकाशित की, जब समूह भारत के इतिहास में सबसे बड़े अनुवर्ती सार्वजनिक पेशकश (एफपीओ) की योजना बना रहा था। उन्होंने कहा कि समूह की संपत्ति और परिचालन नकदी प्रवाह मजबूत है और उनका समूह अपने कॉरपोरेट प्रशासन तथा खुलासा मानकों को पूरा करने के लिए आश्वस्त है।

बेबुनियादी आरोपों को किया ​तैयार

उन्होंने कहा, रिपोर्ट गलत सूचना और बेबुनियाद आरोपों को मिलाकर तैयार की गई थी, जिनमें से ज्यादातर आरोप 2004 से 2015 तक के थे। अडाणी ने कहा, उन सभी आरोपों का निपटारा उस समय उपयुक्त अधिकारियों ने किया था। यह रिपोर्ट दुर्भावनापूर्ण प्रयास की आड़ में जानबूझकर बनाई गई थी, जिसका मकसद हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना और हमारे शेयरों की कीमतों में अल्पकालिक गिरावट से मुनाफा कमाना था। इस रिपोर्ट के बाद भी समूह के एफपीओ को पूरा अभिदान मिल गया था, लेकिन निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए उनका धन वापस करने का फैसला किया गया।

कुछ लोग कर रहे फायदा उठाने का प्रयास

उन्होंने कहा, इन आरोपों की जांच के लिए गठित विशेषज्ञ समिति को कोई नियामकीय विफलता नहीं मिली। सेबी को अब भी अपनी रिपोर्ट सौंपना बाकी है, लेकिन हम अपने कामकाज के संचालन और स्पष्ट मानकों के प्रति पूरा विश्वास रखते हैं। यह मेरी प्रतिबद्धता है कि हम हर दिन इनमें सुधार लाने का प्रयास करते रहेंगे। उन्होंने कहा, हमने तुरंत इसका एक व्यापक खंडन जारी किया, लेकिन निहित स्वार्थों के चलते कुछ लोगों ने शॉर्ट-सेलर के दावों से फायदा उठाने की कोशिश की। इन्होंने विभिन्न समाचारों और सोशल मीडिया मंचों पर झूठी कहानियों को बढ़ावा दिया।

भारत पर एक सोचा-समझा हमला

अडाणी ने कहा, उस राष्ट्र के भविष्य में मेरा दृढ़ विश्वास है जिसे हम अपनी मातृभूमि कहते हैं। उन्होंने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं कि भारत, जो पहले ही दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, वह वर्ष 2030 से पहले ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2050 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने आगे कहा, हमारे देश के जनसांख्यिकीय लाभ को देखते हुए उम्मीद है कि इससे खपत बढ़ेगी और कर भुगतान करने वाले समाज की रिकॉर्ड गति से वृद्धि होगी। संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या कोष का अनुमान है कि 2050 में भी भारत की औसत आयु सिर्फ 38 वर्ष होगी। अडाणी के मुताबिक, हमारे बही-खाते, संपत्ति और परिचालन नकदी प्रवाह लगातार मजबूत हो रहे हैं और अब पहले से कहीं अधिक बेहतर हैं। अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों खंडन किया और इसे ‘भारत पर एक सोचा-समझा हमला’ बताया है।

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