Sunday, June 22, 2025
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सीएम का संदेश, अपराध छोड़ दो या फिर प्रदेश को

जयपुर। प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सख्त दिखे। उन्होंने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में अफसरों की मीटिंग ली और अपराधों की समीक्षा की। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस का अपराधियों को साफ संदेश है कि या तो अपराध छोड़ दो या फिर प्रदेश छोड़ दो। एनकाउंटर से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि फेक एनकाउंटर और सही एनकाउंटर में रात-दिन का फर्क होता है। जहां सही एनकाउंटर की जरूरत होती है, वहां पुलिस चूकती नहीं है। राजस्थान में फेक एनकाउंटर का रिवाज नहीं है। साथ ही उन्होंने मृतक कॉन्स्टेबल प्रह्लाद के परिवार को 1 करोड़ रुपए देने की घोषणा की। साथ ही गेलेंट्री प्रमोशन के लिए सरकार को लिखा जाएगा। परिवार को रहने के लिए आवास और अनुकंपा पर नौकरी भी दी जाएगी। इससे पहले हुई बैठक में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, मुख्य सचिव उषा शर्मा, डीजीपी उमेश मिश्रा सहित पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी भी मौजूद रहे।

दुष्कर्म में एमपी-यूपी आगे

सीएम गहलोत ने  कहा कि नाबालिग से दुष्कर्म के मामलों में साल 2021 में राजस्थान देश में 12वें स्थान पर रहा, जबकि मध्यप्रदेश पहले, उत्तर प्रदेश चौथे और गुजरात छठे स्थान पर रहा। दुष्कर्म के बाद हत्या के मामलों की बात करें तो राजस्थान देश में दसवें स्थान पर है। जबकि उत्तरप्रदेश पहले स्थान पर है, असम दूसरे और मध्यप्रदेश तीसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि इनामी अपराधी गिरफ्तार किए जाएंगे।

अपराध और पंजीकरण में है अंतर

उन्होंने कहा कि देश में आमतौर पर थानों में एफआईआर नहीं होती है। परिवादियों को भगा दिया जाता है। लेकिन हमने अनिवार्य एफआईआर दर्ज की व्यवस्था की है। इससे मामलों की संख्या बढ़ेगी। लेकिन हमें इसकी चिंता नहीं है। गहलोत ने एनसीआरबी की रिपोर्ट के एक संदेश का हवाला देते हुए कहा कि अपराध में वृद्धि और अपराध पंजीकरण में वृद्धि में अंतर है। कुछ लोग इन दोनों को एक मानने की गलती कर लेते हैं। यह गलती हमारी विपक्षी पार्टी के लोग जान-बूझकर कर रहे हैं। केंद्र में आज जो सरकार बैठी है, उनकी पार्टी के लोग जानबूझकर आमजन को गुमराह कर रहे हैं और पूरे देश में राजस्थान को बदनाम कर रहे हैं। जबकि हकीकत दूसरी है। यहां कोर्ट इस्तगासे के जरिए दर्ज होने वाले मामलों की संख्या घटी है। गहलोत ने कहा कि अनिवार्य एफआईआर की व्यवस्था के बावजूद अपराध के आंकड़े कमोबेश स्थिर हैं और कुछ अपराधों के आंकड़ों में तो कमी आई है। उन्होंने कहा कि कुल सजा की दर राजस्थान में 56 फीसदी से अधिक है। जबकि गुजरात मे सिर्फ 21.1 प्रतिशत और हरियाणा में 42.7 फीसदी है और मध्यप्रदेश में 53.5 प्रतिशत है।

चुनावों के मद्देनजर हुई बैठक

गहलोत ने आने वाले चुनाव को लेकर कहा- विपक्ष चुनाव को सांप्रदायिक बनाने का प्रयास कर रहा है। इसी को लेकर पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों के साथ मीटिंग की गई। चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से कराए जाएं। हिंसा या सांप्रदायिक घटना अगर प्रदेश में होती है तो उसे कड़ाई से देखा जाएगा। गहलोत ने कहा कि सरकार की योजनाएं लोगों को पसंद आई है। इसका आमजन फायदा उठा रहा है।

पीएम मोदी का बड़ा ऐलान, ‘शिव-शक्ति पॉइंट’ के नाम से जाना जाएगा चंद्रयान-3 स्थल

बेंगलुरू। शनिवार के पीएम मोदी ने ISRO कमांड सेंटर में वैज्ञानिकों से मुलाकात की. पीएम मोदी ने इसरो में वैज्ञानिकों को चंद्रयान-3 की सफलता की बधाई दी. पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिको को संबोधित करते हुए कहा कि जिस जगह चंद्रयान-3 उतरा उस जगह को ‘शिव शक्ति’ प्वाइंट के नाम से जाना जाएगा. और जिस जगह चंद्रयान-2 उतरा था उस जगह को ‘तिरंगा’ प्वाइंट के नाम से जाना जाएगा. इसके अलावा पीएम मोदी ने ऐलान किया कि 23 अगस्त को अब हर साल नेशनल स्पेस डे के रूप में मनाया जाएगा.

पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रमा की सतह पर जिस स्थान पर चंद्रयान-2 ने 2019 में अपने पदचिह्न छोड़े थे, उसे ‘तिरंगा पॉइंट’ के नाम से जाना जाएगा और चंद्रयान-3 लैंडर चंद्रमा की सतह पर जिस स्थान पर (टच डाउन पॉइंट) उतरा है, उसका नाम ‘शिव-शक्ति पॉइंट’ रखा जाएगा. पीएम मोदी ने आगे संबोधित करते हुए कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने की याद में भारत 23 अगस्त ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में मनाएगा.

इससे पहले पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों को चंद्रयान-3 मिशन की सफलता की बधाई देते हुए कहा, ‘‘यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है. यह अनंत ब्रह्मांड में भारत की वैज्ञानिक उपलब्धि की जोरदार उद्घोषणा है।’’ आपने एक पूरी पीढ़ी को जागृत किया है और उन पर गहरी छाप छोड़ी है. आप ‘मेक इन इंडिया’ को चंद्रमा तक लेकर गए।’’

देश का राष्ट्रीय गौरव चंद्रमा पर

पीएम मोदी ने आगे कहा कि अब भारत चंद्रमा पर है और देश का राष्ट्रीय गौरव भी चंद्रमा पर है. पीएम मोदी ने यहां से रवाना होने से पहले हवाई अड्डे के बाहर भी सभा को संबोधित किया. पीएम मोदी ने इस सभा में कहा कि विज्ञान और भविष्य में विश्वास करने वाले दुनियाभर के लोगों में भारत की इस उपलब्धि को लेकर उत्साह है।

ये बच्चे भारत का भविष्य हैं

पिछले दिनों मिशन मून की सफलता को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है  इस दौरान पीएम मोदी साउथ अफ्रीका और ग्रीश के दौरे पर थे अपने दौरे से लौटने के बाद पीएम मोदी इसरो के वैज्ञानिकों को धन्यवाद देने के लिए इसरो जाने से खुद को रोक नहीं पाए. पीएम मोदी ने लोगों में उत्साह को लेकर कहा कि  ‘‘न केवल भारतीयों, बल्कि विज्ञान में भरोसा रखने वाले, भविष्य की ओर देखने वाले और मानवता के प्रति समर्पित दुनियाभर के लोगों में उत्साह है।’’ पीएम  मोदी ने उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में आए बेंगलुरु के लोगों को धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं देख रहा हूं कि बच्चों समेत ये लोग सुबह इतनी जल्दी उठकर आए हैं। ये बच्चे भारत का भविष्य हैं।’

चंद्रयान-3 की स्मृतियां अमर हो गई

चंद्रयान-3 के चांद के साउथ गेट वाली जगह पर लैंड करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि  जिस जगह हम पहुंचे हैं वहां कोई नहीं पहुंचा था. हमने वो किया जो पहले कभी किसी ने नहीं किया. मेरी आंखों के सामने 23 अगस्त का वह दिन, वह एक-एक सेकंड बार-बार घूम रहा है. जब टच डाउन कंफर्म हुआ तो जिस तरह यहां ISRO सेंटर में, पूरे देश में लोग उछल पड़े, वह दृश्य कौन भूल सकता है. कुछ स्मृतियां अमर हो जाती हैं. वह पल अमर हो गया.

उदयपुर को मिलेगी नि:शुल्क 145 एकड़ जमीन…

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर हवाई अड्डे के विकास और विस्तार के लिए अतिरिक्त 145 एकड़ भूमि निःशुल्क उपलब्ध कराने को मंजूरी दे दी है।

एक सरकारी बयान के अनुसार इस जमीन के अधिग्रहण पर लगभग 83.50 करोड़ रुपये की लागत आएगी जो उदयपुर नगर विकास न्यास वहन करेगा।

इसके अनुसार गहलोत द्वारा दी गई इस स्वीकृति से उदयपुर हवाई अड्डे पर सुविधाओं का विस्तार हो सकेगा, जिससे यात्रियों को सुगमता होगी।

प्रस्तावित भूमि उदयपुर के वर्तमान हवाई अड्डे के नजदीकी 4 गांवों डबोक, घणोली, दुस डांगीयान और भदेसर में स्थित है।

एक अन्य फैसले के तहत गहलोत ने राज्य के आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों के लिए वर्दी खरीद की मद में 125.80 करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रावधान को मंजूरी दी है। इससे आंगनबाड़ी केन्द्रों के 3 से 6 वर्ष के प्रत्येक बच्चे को 2 जोड़ी रेडीमेड वर्दी (2 टी-शर्ट एवं 2 पेन्ट) उपलब्ध करवाई जाएगी। इससे 62 हजार आंगनबाड़ी केन्द्रों के 16.89 लाख बच्चे लाभान्वित होंगे।

देश के विकास पर नेताओं को पार्टी के बंधनों से ऊपर उठना चाहिए – धनखड़

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को अफसोस जताया कि न्यायपालिका और कार्यपालिका बेहतरी के लिए जरूरत से ज्यादा काम कर रही हैं, लेकिन विधायिका में स्थिति निराशाजनक है। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में लोगों को राजनीति करने के सभी अधिकार हैं, लेकिन जब देश के विकास की बात आती है, तो नेताओं को पार्टी के बंधनों से ऊपर उठना चाहिए।

धनखड़ ने यहां नई दिल्ली प्रबंधन संस्थान के 25वें वार्षिक दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत की न्याय प्रणाली बहुत मजबूत है और सर्वश्रेष्ठ स्तर पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली कार्यपालिका बेहतर काम करने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। उन्होंने कहा लेकिन जब विधायिका… आपके प्रतिनिधियों की बात आती है, तो परिदृश्य निराशाजनक होता है। राज्यसभा के सभापति के रूप में, मैं बहस, संवाद, चर्चा नहीं देखता हूं। मैं व्यवधान, अशांति देख रहा हूं।

उन्होंने छात्रों से कहा कि उन्हें एक ऐसी व्यवस्था बनानी होगी, जहां जो लोग काम करते हैं, जो अपने काम को सही साबित करते हैं, जो संवैधानिक उम्मीदों पर खरे उतरते हैं, उनकी सराहना हो। उन्होंने कहा कि लोगों को उन लोगों के खिलाफ बोलना होगा, जो अपने जनादेश को पूरा करने में विफल रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब उच्चतम न्यायालय और कार्यपालिका नतीजे दे रही है, तो विधायिका को क्यों विफल होना चाहिए। शासन के मुद्दे का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश की सत्ता के गलियारे कभी सत्ता के दलालों और बिचौलियों से भरे हुए थे।

उन्होंने कहा सत्ता के उन गलियारों को साफ किया गया है। सत्ता के दलालों की संस्था मर चुकी है, यह कभी पुनर्जीवित नहीं हो सकती। धनखड़ ने कहा कि पारदर्शिता और जवाबदेही शासन की पहचान है। उन्होंने कहा यह सब एक अच्छे कारण से हो रहा है… भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। कुछ विपक्षी नेताओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी पर कानून के उल्लंघन, भ्रष्टाचार या अपराध के लिए मामला दर्ज किया जाता है, तो क्या उन्हें सड़कों पर उतरना चाहिए या अदालत जाना चाहिए।

स्‍मृति ईरानी ने अमेठी को लेकर राहुल पर साधा निशाना…

अमेठी। केन्द्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी ने शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि अमेठी छोड़ कर जब वो दक्षिण भारत गये तो वहां से उन्होंने अमेठी की जनता, अमेठी का अपमान किया। स्मृति ईरानी ने ट्रामा सेंटर जगदीशपुर में सिटी स्कैन एवं डायग्नोस्टिक सेंटर का शुक्रवार को उद्घाटन किया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने के सवाल पर स्मृति ने कहा लोकतंत्र में किसी को भी कहीं से भी चुनाव लड़ने का अधिकार है। वह (राहुल गांधी) अपनी पार्टी के मालिक हैं, लेकिन मैं अपनी पार्टी की एक साधारण सी कार्यकर्ता हूं।

उन्होंने कहा लेकिन अमेठी छोड़ कर जब वो दक्षिण भारत गये तो वहां से उन्होंने अमेठी की जनता का अपमान किया, अमेठी का अपमान किया। अमेठी उसे भूली नहीं है। राहुल की तरह दो जगह से चुनाव लड़ने के सवाल पर स्मृति ने कहा भागने की प्रथा उनके यहां है, मेरे यहां नहीं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय ने गुरुवार को कहा कांग्रेस और राहुल गांधी का अमेठी से रिश्ता राजनीतिक नहीं बल्कि पीढ़ियों का है और उन्हें विश्वास है कि आगामी लोकसभा चुनाव में अमेठी के लोग भारी अंतर से राहुल की जीत सुनिश्चित करेंगे।

अध्‍यक्ष नियुक्‍त होने के बाद राय ने कहा था कि अमेठी की जनता चाहती है कि राहुल गांधी अमेठी से ही चुनाव लड़ें। ईरानी ने कहा वह कभी भी अमेठी में अकेले चुनाव नहीं लड़ पाए हैं, अमेठी में साइकिल पर बैठकर सड़कों पर घूमा करते थे, फिर भी इनको तीन-तीन लोगों का समर्थन होता था और एक तरफ हम अकेले होते थे। इसके पहले समारोह को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने गांधी-नेहरू परिवार का नाम लिए बिना तीखा हमला करते हुए कहा  एक कुल के राजनीतिक परिवार को यहां के लोगों ने लंबे समय तक महिमा मंडित किया, संसद भेजा पर उन्होंने यहां के विषय में नहीं सोचा।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा लंबे समय तक इस परिवार का व्यक्ति अमेठी में कांग्रेस का सांसद रहा और माताजी की सरकार रही, लेकिन अमेठी में मेडिकल कॉलेज बाईपास ट्रामा सेंटर सिटी स्कैन और डायग्नोस्टिक सेंटर की स्थापना तब हुई, जब केंद्र में नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी। स्मृति ने कहा कि अमेठी ने उस वक्त को देखा है जब गरीबों को अपने हाल पर छोड़ दिया जाता था, उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगों को मदद पहुंचाने में हमने कहीं भी राजनीति नहीं की। कई कांग्रेस के लोगों से भी मैंने कहा कि आपको कोई दिक्कत होती है आप मुझे बताइएगा इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए।

फीस नहीं भरने की सज़ा, परीक्षा में छात्र को बैठाया फर्श पर…

तिरूवनंतपुरम। केरल के एक निजी स्कूल में मासिक फीस जमा न करने पर एक स्कूली छात्र को फर्श पर बैठकर परीक्षा देने के लिए मजबूर किया गया। परिवार ने बताया कि कक्षा 7 के छात्र को तिरुवनंतपुरम के मध्य में स्थित वेल्लायमबलम के एक स्कूल में प्रिंसिपल द्वारा उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। स्कूल प्रबंधन परिवार के आरोप से सहमत था क्योंकि उसने स्वीकार किया कि ट्यूशन फीस भुगतान में देरी के लिए लड़के को फर्श पर बैठाना प्रिंसिपल की गलती थी।

छात्र के परिवार के अनुसार, परीक्षा के दौरान परीक्षा हॉल में आए प्रिंसिपल ने उन छात्रों से खड़े होने के लिए कहा, जिनकी फीस अभी तक जमा नहीं हुई थी। लड़के ने एक न्यूज चैनल को बताया जब सर (प्रिंसिपल) ने मुझसे कहा कि मैंने फीस जमा नहीं की है, तो मैंने उनसे मेरे पिता से पूछने का अनुरोध किया। लेकिन वह मेरी बात सुनने को तैयार नहीं थे और उन्होंने मुझसे बाहर आकर फर्श पर बैठने को कहा।

उस छात्र को अपने दोस्तों के सामने अपमानित महसूस हुआ, इसलिए छात्र अगले दिन परीक्षा देने के लिए स्कूल जाने में अनिच्छुक था। उसके पिता ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने उत्पीड़न की घटना के बारे में पूछताछ करने के लिए प्रिंसिपल को फोन किया तो उन्होंने उन्हें भी अपमानित किया। उन्होंने बताया कि जब मैंने उन्हें फोन किया तो प्रिंसिपल ने मेरा मजाक उड़ाया और कहा कि मेरे बेटे को अच्छे फर्श पर बिठाया गया था।

स्कूल के प्रशासक प्रसाद ने कहा यह प्रिंसिपल की गलती थी। हम छात्र के पिता से व्यक्तिगत तौर पर बात कर मामले को सुलझाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने छात्रा को परेशान करने के लिए प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करने के भी बात कही। हालांकि छात्र के पिता ने कहा कि वह किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं हैं और लड़के को दूसरे स्कूल में स्थानांतरित कर देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अब किसी अन्य बच्चे के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए।

Emergency Alert : क्या आपके मोबाइल पर भी तेज आवाज के साथ आ रहा है अलर्ट, जानें पूरा मामला…

अब आपको सुनामी, बारिश, बाढ़, भूकम्प सहित अन्य इमरजेंसी (Emergency) स्थितियों की जानकारी मोबाइल (Mobile) पर मिलेगी। जी हां, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) आमजन को खतरे की जानकारी तत्काल मिले और जनहानि से बचाया जा सके इसके लिए काम कर रहा है। दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications) ने प्राधिकरण की प्लानिंग के आधार पर ट्रायल (Trial) का दायरा बढ़ा दिया है। अब सभी दूरसंचार कंपनियो (Telecom Companies) ने आपातकालीन टोन (Emergency Tone) के अलर्ट संदेश (Alert Message) भेजना शुरू कर दिया है।

बता दें 27 अगस्त तक उपभोक्ताओं (Consumers) के मोबाइल पर परीक्षण (Test) के तौर पर अलर्ट संदेश संदेश (Alert Message) पहुंचते ही मोबाइल में एक विशेष तरह की चेतावनी भरी रिंग टोन बजेगी और संदेश भी आएगा। दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications) के अपर महानिदेशक संजय अग्रवाल ने बताया कि लोग इससे घबराएं नहीं, ऐसा मैसेज आने पर ओके का विकल्प दबाते ही मैसेज स्वत: बंद हो जाएगा। परीक्षण (Test)  करने के लिए दूरसंचार विभाग कार्यालय, झालाना में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं मोबाइल ऑपरेटर के अधिकारी मौजूद रहे और जिला स्तर पर जिला कलक्टर की निगरानी में संबंधित कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

यह सेवा अभी परीक्षण (Test) स्तर पर है और आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) के जरिए नवम्बर से देशव्यापी (Nationwide) शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि आपातकालीन संदेश (Emergency Message) को अपने मोबाइल में एक्टिवेट (Activate) करने के लिए मोबाइल की सेटिंग (Setting) में जाकर वायरलेस इमरजेंसी अलर्ट (Wireless Emergency Alert) विकल्प चुनना होगा। इसके बाद अलर्ट के सभी विकल्प जैसे वाइब्रेशन, टोन को एक्टिव करने पर यह सेवा शुरू हो जाएगी।

क्लास में फंदे से लटका मिला दलित छात्र का शव

जयपुर। राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले के प्रागपुरा इलाके में जवाहर नवोदय स्कूल की 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक दलित छात्र का शव उसकी कक्षा में फंदे से लटका हुआ पाया गया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार घटना बुधवार की है और छात्र के परिवार के सदस्यों ने 2 आरोपी शिक्षकों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना देते हुए शव नहीं लिया है। उनका आरोप है कि छात्र की हत्या कर शव को फंदे से लटका दिया गया।

कोटपूतली-बहरोड़ की पुलिस अधीक्षक (एसपी) रंजीता शर्मा ने कहा कि 15 वर्षीय लड़के का शव बुधवार सुबह उसकी कक्षा में लटका हुआ मिला। उसके परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि लड़के की 2 शिक्षकों ने हत्या कर दी और शव को कक्षा में लटका दिया। एसपी ने कहा कि छात्र के परिवार वालों ने दोनों शिक्षक पर उसे परेशान करने का आरोप लगाया था।

उन्होंने कहा अब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है क्योंकि परिवार के लोग धरना दे रहे हैं। उन्हें मनाने की कोशिशें जारी हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी शिक्षकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 सहित संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

नीरज चोपड़ा पहुंचे विश्व चैम्पियनशिप फाइनल में

बुडापेस्ट। नीरज चोपड़ा ने यहां विश्व चैम्पियनशिप भालाफेंक स्पर्धा में शुक्रवार को पहले ही प्रयास में 88 . 77 मीटर का थ्रो फेंककर फाइनल में प्रवेश किया और इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक 2024 के लिये भी क्वालीफाई कर लिया।

तोक्यो ओलंपिक चैम्पियन चोपड़ा ने कैरियर का चौथा सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका। वह क्वालीफिकेशन दौर में ग्रुप ए में थे। पेरिस ओलंपिक का क्वालीफाइंग मानक 85 . 50 मीटर था। क्वालीफाइंग विंडो 1 जुलाई से खुली है।

चोपड़ा का सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत थ्रो 89 . 94 मीटर है जो उन्होंने 30 जून 2022 को स्टॉकहोम डायमंड लीग में फेंका था। रविवार को होने वाले आखिरी दौर के लिये ग्रुप ए और बी से शीर्ष 12 या 83 मीटर से ऊपर थ्रो फेंकने वाले खिलाड़ी क्वालीफाई करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय ने की स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन की शुरूआत…

नई दिल्ली। शिक्षा मंत्रालय के नवाचार प्रकोष्ठ और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के नवोन्मेष प्रकोष्ठ ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (SIH) के छठे संस्करण की शुरूआत की है। इसके तहत सीनियर SIH में हिस्सा लेने के लिए नवोन्मेषी विचार 30 सितंबर तक और जूनियर SIH के लिए 30 अक्टूबर तक प्रस्तुत किये जा सकते हैं।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, AICTE के नवोन्मेष प्रकोष्ठ ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2023 की शुरूआत की बुधवार को घोषणा की जो इसका छठा संस्करण है। इस अवसर पर उच्च शिक्षा सचिव के. संजय मूर्ति ने कहा कि इस वर्ष G20 समूह की भारत की अध्यक्षता के दौरान हमने यूनेस्को भारत-अफ्रीका हैकाथॉन की मेजबानी की जिसमें 22 अफ्रीकी देशों ने हिस्सा लिया और भारतीय छात्रों को उनके साथ टीम के रूप में अफ्रीकी देशों की समस्याओं से जुड़े विषय पर काम करने का मौका मिला।

AICTE के अध्यक्ष टी जी सीताराम ने भविष्य को आकार प्रदान करने में नवाचार की भूमिका के रेखांकित करते हुए कहा कि भविष्य का निर्माण नवाचार पर आधारित होता है और 7500 नवोन्मेषी संस्थानों के नेटवर्क के साथ स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में हिस्सा लेने वालों को समस्याओं पर काम करने का महत्वपूर्ण अवसर मिलता है और उन्हें समस्याओं का गैर पारंपरिक समाधन ढूंढने की प्रेरणा मिलती है। इसमें कहा गया है कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के तहत सीनियर SIH में हिस्सा लेने के लिए नवोन्मेषी विचार 30 सितंबर तक और जूनियर SIH के लिए 30 अक्टूबर तक प्रस्तुत किये जा सकते हैं।

इसमें समस्याओं से संबंधित 239 विषय शामिल हैं जिसमें 182 सॉफ्टवेयर संबंधी और 57 हार्डवेयर से जुड़े विषय हैं। SIH में 26 केंद्रीय मंत्रालय, 6 राज्य मंत्रालय और 4 उद्योग सहयोगी जुड़े हैं। SIH के विषयों में कृषि, ब्लाक चेन, साइबर सुरक्षा, खाद्य प्रौद्योगिकी, ग्रामीण विकास, स्वच्छ एवं हरित प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन, खेल, धरोहर एवं संस्कृति, जैव प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय एवं टिकाऊ ऊर्जा, स्मार्ट शिक्षा, स्मार्ट वाहन, परिवहन, यात्रा, पर्यटन, खिलौने आदि शामिल हैं।

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