Monday, June 23, 2025
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Special Interview : मोदी क्या गारंटी दे रहे हैं, वे तो कल के बाद 5 साल तक राजस्थान नहीं आएंगे : गहलोत

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राजस्थान को गारंटी दिए जाने पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को सवाल उठाया कि मोदी क्या गारंटी दे रहे हैं और वह तो 23 नवंबर के बाद पांच साल तक राजस्थान आएंगे ही नहीं। इसके साथ ही गहलोत ने दावा किया कि राज्य के विधानसभा चुनाव में ‘जादू’ चलेगा और मतगणना के दिन साफ हो जाएगा कि कौन ‘छूमंतर’ होगा। गहलोत ने बुधवार को एक साक्षात्कार में ‘लाल डायरी’ के मुद्दे को ‘बकवास’ करार देते हुए कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोपों में कोई दम है तो इस डायरी को प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग या सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। एक बर्खास्त मंत्री ने आरोप लगाया था कि लाल डायरी में गहलोत सरकार की कथित वित्तीय अनियमितताओं का विवरण है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में गहलोत पर कटाक्ष करते हुए कहा है, ‘‘कुछ लोग यहां खुद को जादूगर कहते हैं…।’’ प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘जादू चलेगा। वो कहते हैं कि (कांग्रेस) ‘छू मंतर’ हो जाएगी लेकिन (हम) बताएंगे कि ‘छू मंतर’ कौन होगा।’’ गहलोत बचपन में अपने जादूगर पिता के साथ जादू प्रदर्शन के कार्यक्रमों में जाया करते थे। उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड को चुनावी मुद्दा बनाने की भाजपा की कोशिश पर पलटवार करते हुए गहलोत ने दावा किया कि आरोपियों के संबंध भाजपा से थे और आरोपियों को अब तक फांसी हो जानी चाहिए थी ‘लेकिन राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा की जा रही जांच में देरी हुई क्योंकि राज्य में चुनाव आ रहे थे।’’

**EDS: TO GO WITH STORY** Jaipur: Rajasthan Chief Minister Askok Gelot speaks during an interview with PTI, in Jaipur, Wednesday, Nov. 22, 2023. (PTI Photo/Sandeep Dahiya)(PTI11_22_2023_000085B)

कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच में एनआईए ने की देरी

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि (जांच) में देरी इसलिए हुई क्योंकि चुनाव आ रहे थे, और वे (भाजपा वाले) इसके बारे में बोलते रहेंगे। यही कारण है कि एनआईए उस तरह से आगे नहीं बढ़ रही है जिस ढंग से बढ़ना चाहिए था, इसी वजह से मुझे शक है।’’ गहलोत ने कहा कि इस मामले के आरोपियों को पुलिस ने पहले एक अलग मामले में पकड़ा था लेकिन भाजपा के लोगों ने उन्हें थाने से छुड़ा लिया। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने दो घंटे में गिरफ्तार कर लिया था लेकिन एनआईए ने मामले को अपने हाथ में ले लिया।

ऐसी घटनाओं पर सबको साथ आना चाहिए, राजनीति नहीं करना चाहिए

मुख्यमंत्री ने कहा कि उस घटना के बाद उन्हें उम्मीद थी कि भाजपा और कांग्रेस के नेतागण मिलकर काम करेंगे ताकि राज्य में कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हो और हालात नियंत्रण में रहें। गहलोत ने कहा कि उन्होंने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए और पीड़ित के घर गए। वहीं भाजपा नेताओं ने हैदराबाद में अपने सम्मेलन में भाग लेने को वरीयता दी। उन्होंने कहा कि यह घटना गुलाब चंद कटारिया के विधानसभा क्षेत्र में हुई थी, जो अब असम के राज्यपाल हैं, लेकिन भाजपा के नेतागण अपने कार्यक्रम रद्द करने के बजाय हैदराबाद चले गए। उन्होंने कहा, ‘‘अब कन्हैया लाल का परिवार कह रहा है कि एनआईए उन्हें नहीं बता रही कि मामले में क्या कार्रवाई हो रही है।”

**EDS: IMAGE VIA @ashokgehlot51** Jodhpur: Rajasthan Chief Minister and Congress leader Ashok Gehlot with party chief Mallikarjun Kharge upon the latter’s arrival in the state ahead of the State Assembly elections, in Jodhpur, Monday, Nov. 6, 2023. (PTI Photo)(PTI11_06_2023_000107B)

सबको बोल दिया, आप खुद को गहलोत मानकर ही प्रचार करें, मैं सब जगह नहीं जा सकता

राज्य के चुनावी परिदृश्य और जमीनी संभावनाओं की चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘राज्य की 200 में से करीब 150 सीटों से (चुनाव प्रचार के लिए आने की) मांग आ रही है। मैं कह रहा हूं कि मैं सभी जगह नहीं आ पाऊंगा… आप समझ लीजिए सभी सीटों पर मैं ही चुनाव लड़ रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय स्तर पर छोटी मोटी कमियां हो सकती हैं… स्थानीय विधायक से शिकायतें हो सकती हैं…राजनीति में स्थानीय मुद्दे होते हैं… लेकिन लोग उनको दरकिनार करते हुए राज्य हित में हमारी कांग्रेस सरकार को रिपीट करें। हमने जो भी काम किया है, आने वाले समय में हम और मजबूती से काम करेंगे, मौजूदा योजनाओं को मजबूत करेंगे और नई योजनाएं लाएंगे।’’

भाजपा विधानसभा का चुनाव लड़ रही है या लोकसभा का, पहले ये तो तय करें

गहलोत ने कहा कि यह विधानसभा चुनाव है, संसद का चुनाव नहीं तो भाजपा मोदी के चेहरे पर चुनाव क्यों लड़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह चुनाव संसद के लिए नहीं हो रहा, यह विधानसभा के लिए है। उनकी ऐसी दुर्गति क्यों हुई कि उन्हें प्रधानमंत्री के चेहरे पर चुनाव लड़ना पड़ रहा है। यह नौबत क्यों आई?’’ मुख्यमंत्री गहलोत ने महंगाई और ईंधन की ऊंची कीमतों के लिए राजस्थान को जिम्मेदार ठहराने के लिए भी प्रधानमंत्री पर पलटवार किया और लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मोदी को राजस्थान में पेट्रोल व डीजल की कीमतों की तुलना उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बजाय भाजपा शासित मध्य प्रदेश से करनी चाहिए क्योंकि राजस्थान और मध्य प्रदेश की स्थितियां और दृष्टिकोण समान हैं जबकि हरियाणा और पंजाब की स्थिति राजस्थान से अलग हैं।

प्रधानमंत्री जी आएं और हमसे योजनाओं पर बहस करें, हम तैयार हैं

राजस्थान में अपने प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री बार-बार ‘मोदी की गारंटी’ की बात कर रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा, ‘‘वह क्या गारंटी दे रहे हैं?… मोदी तो 23 (नवंबर) तक ही हैं यहांर। उसके बाद पांच साल के लिए प्रधानमंत्री तो आएंगे नहीं यहां। काम तो हम लोगों को करना है यहां राजस्थान के नेताओं को। तो वे किस बात की गारंटी दे रहे हैं?… भड़काने वाली बातें कर रहे हैं।’ गहलोत ने कहा कि भाजपा नेताओं एवं मोदी को राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा दी गई गांरटी पर बहस करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमने जो गारंटी दी है उस पर बहस करें। हमने पांच साल में कहां कमी रखी है, हमारी योजनाएं धरातल पर उतरी हैं या नहीं.. उनकी कमियां बताएं… कानून पास किये हैं उनमें क्या कमी है ये बतायें… उस पर बहस ही नहीं हो रही है राजस्थान में.. और जनता चाहती है कि उस पर बहस हो।’’

Study on Social Media : सोशल मीडिया से दूरी बनाना इतना अच्छा नहीं होता, जितना आप सोचते हैं

डरहम (ब्रिटेन)। चाहे आप ‘इनफ्लुएंसर’ हों, कभी-कभी कुछ पोस्ट साझा करने वाले हों या फिर किसी चर्चा में हिस्सा न लेकर सिर्फ गतिविधियों पर नजर रखने वाले हों, आप संभवतः सोशल मीडिया पर अपनी इच्छा से अधिक समय बिताते हैं। दुनियाभर में इंटरनेट तक पहुंच रखने वाले कामकाजी लोग हर दिन इंस्टाग्राम, फेसबुक और ‘एक्स’ (ट्विटर) पर ढाई घंटे से अधिक समय बिताते हैं। सोशल मीडिया का उपयोग स्कूल या काम में हस्तक्षेप होने पर समस्याग्रस्त हो सकता है, यह आपके रिश्तों में टकराव का कारण बनता सकता है या आपके मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि सोशल मीडिया के अत्यधिक इस्तेमाल को औपचारिक रूप से मानसिक स्वास्थ्य विकार नहीं माना जाता, लेकिन कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यह एक “लत” है।

जब आप सोशल मीडिया का अत्यधिक इस्तेमाल करने लगते हैं तो समझ लीजिए कि आपके इससे दूर जाने का समय आ गया है। इस दौरान आप कुछ दिन के लिए पूरी तरह से सोशल मीडिया से दूरी बना सकते हैं। लेकिन हमारे नए अध्ययन में पता चला है कि इस दृष्टिकोण से सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रभाव में भी उतनी ही कमी आ सकती है, जितनी नकारात्मक प्रभावों में।

और वास्तव में, हम इस बात से आश्चर्यचकित हैं कि जब हमने अध्ययन में हिस्सा लेने वाले लोगों से सोशल मीडिया से दूर रहने के लिए कहा तो उनमें से बहुत कम प्रतिभागियों ने सोशल मीडिया का रुख किया। हमने अपने हालिया अध्ययन में लोगों से सोशल मीडिया से दूरी बनाने के लिए कहा। इनमें से 51 व्यक्ति एक सप्ताह तक सोशल मीडिया से दूर रहने का प्रयास किया । हमने उनके व्यवहार और अनुभवों का आकलन किया।

हमने पाया कि बहुत ही कम संख्या में लोग सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर रहे। हालांकि अधिकतर लोगों ने पहले की तुलना में सोशल मीडिया का कम इस्तेमाल किया। ये लोग अध्ययन शुरू होने से पहले एक दिन में औसतन तीन से चार घंटे सोशल मीडिया इस्तेमाल करते थे, जबकि अध्ययन के दौरान उन्होंने महज आधे घंटे इसका इस्तेमाल किया। सोशल मीडिया से दूरी बनाने की अवधि समाप्त होने के बाद भी प्रतिभागियों ने पहले की तुलना में इसका काफी कम इस्तेमाल किया।

इस अध्ययन के दौरान हमें सोशल मीडिया कम इस्तेमाल करने से पड़ने वाले प्रभावों के बारे में भी पता चला। हालांकि इस तरह के पिछले कुछ अध्ययनों के विपरीत हमने अपने प्रतिभागियों की आदतों में कोई सुधार नहीं देखा। इसके उलट, उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी की अवधि के दौरान सकारात्मक भावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के बारे में बताया। सोशल मीडिया पर लाइक, शेयर और फॉलोअर्स हासिल होने से लोग खुद को शक्तिशाली और सामाजिक मानने लगते हैं।इसके अलावा सोशल मीडिया से लोगों का मनोरंजन भी होता है। शोध से पता चलता है कि सोशल मीडिया पर मिलने वाली सराहना की वजह से ही लोग इसका इस्तेमाल करने के आदी हो जाते हैं।

मनुष्य सामाजिक प्राणी हैं – एक समूह का हिस्सा महसूस करना, स्वीकार किया जाना और प्रशंसा प्राप्त करना सार्वभौमिक आवश्यकताएं हैं। सोशल मीडिया इन जरूरतों को कभी भी और कहीं भी पूरा करने के लिए सुविधाजनक और सुलभ है, और लोगों से जुड़ने का एक अवसर प्रदान करता है। लेकिन ये सराहनाएं जल्दी ही अप्रिय अनुभवों में बदल सकती हैं। अगर किसी को सोशल मीडिया पर काफी लाइक मिलते हैं और फिर मिलने कम हो गए तो लोग परेशान हो जाते हैं और यदि आपकी पोस्ट पर उम्मीदों के मुताबिक प्रतिक्रिया नहीं मिलती तो निराशा की भावना पैदा हो सकती है।

दूसरों के जीवन को देखने से फोमो (खो जाने का डर) या ईर्ष्या हो सकती है। इसके अलावा कई बार सोशल मीडिया उपयोगकर्ता अप्रिय या घृणास्पद टिप्पणियों के शिकार हो सकते हैं, जो सबसे खराब स्थिति होती है। अंत में, जब प्रतिभागियों ने सोशल मीडिया का उपयोग कम कर दिया तो हमने नकारात्मक भावनाओं में भी कमी देखी। अध्ययन के दौरान उन्हें थोड़ा कम दुखी और असहज पाया। कुल मिलाकर, सोशल मीडिया से परहेज करने से सकारात्मक और नकारात्मक दोनों भावनाएं दूर हो जाती हैं – कुछ लोगों के लिए, सोशल मीडिया का उनके जीवन पर शून्य प्रभाव पड़ता है।

Rajasthan Election : अग्निपथ योजना लाकर देश की रक्षा करने के लाखों युवाओं के सपने तोड़ दिए : राहुल

धौलपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सेना में अल्पकालिक भर्ती की अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि यह योजना लाकर, देश की रक्षा करने के लाखों युवाओं के सपने तोड़ दिए गए। उन्होंने धौलपुर के राजाखेड़ा में चुनाव रैली में कहा, अग्निपथ योजना क्यों आई.. क्योंकि नरेन्द्र मोदी जी ने आपके जीएसटी का पैसा आपकी जेब से निकाल कर सीधा अडाणी की जेब में डाल दिया और लाखों युवा, जो चार बजे सुबह उठते हैं.. देश की रक्षा करना चाहते हैं.. उनका सपना खत्म कर दिया.. उनका दिल तोड़ दिया। धौलपुर के राजाखेड़ा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने संसद में केंद्र सरकार से जाति जनगणना कराने की मांग की, लेकिन जिस दिन मैंने संसद में यह बात कही, उस दिन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण बदल गए।

Dholpur: Congress leader Rahul Gandhi during a public meeting ahead of Rajasthan Assembly elections, at Rajakhera in Dholpur district, Wednesday, Nov. 22, 2023. (PTI Photo)(PTI11_22_2023_000102B)

राहुल गांधी ने दोहराया कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनते ही जाति जनगणना करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि देश में दलित, पिछड़े वर्ग के लोगों को अपनी वास्तविक जनसंख्या पता होना जरूरी है और इसके लिए जातीय जनगणना जरूरी है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि आज इस देश में धन को कैसे बांटा जा रहा है.. धन किसके हाथ जा रहा है.. क्या सचमुच में हिन्दुस्तान का धन भारत माता की जनता के हाथ में जा रहा है या फिर भारत माता का धन चुने हुए लोगों के हाथ में जा रहा है ?

Dholpur: Congress leader Rahul Gandhi speaks during a public meeting ahead of Rajasthan Assembly elections, at Rajakhera in Dholpur district, Wednesday, Nov. 22, 2023. (PTI Photo)(PTI11_22_2023_000104B)

उन्होंने कहा ‘‘पहले मोदी कहते थे कि वह ओबीसी हैं, लेकिन जब मैंने ओबीसी की आबादी का सवाल उठाया, उसके बाद से नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि हिंदुस्तान में सिर्फ एक जाति है.. वह है गरीब .. वोट लेने के लिये नरेन्द्र मोदी ओबीसी हो गए, मगर जब ओबीसी को भागीदारी देने का सवाल आया, उनकी आबादी पता लगाने की बात आयी तो नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि देश में ओबीसी हैं ही नहीं.. दलित हैं ही नहीं, आदिवासी हैं ही नहीं.. सामान्य वर्ग है ही नहीं.. सिर्फ एक जाति है और वह है गरीब।’’

Dholpur: Congress leader Rahul Gandhi speaks during a public meeting ahead of Rajasthan Assembly elections, at Rajakhera in Dholpur district, Wednesday, Nov. 22, 2023. (PTI Photo)(PTI11_22_2023_000100B)

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैंने मन बना लिया है कि अगर राजस्थान में हमारी सरकार आयेगी तो पहला काम राजस्थान में जाति जनगणना कराने का होगा और जैसे ही दिल्ली में हमारी सरकार आयेगी, कांग्रेस पार्टी पूरे देश में जाति जनगणना करवाएगी।’’

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘इधर उधर करने वाला नरेन्द्र मोदी…, जेब काटने वाला अडाणी.…, और बाद में लाठी मारने वाला अमित शाह….।’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जो भी हम करते हैं हम गरीब जनता के लिये करते हैं। चाहे वह स्वास्थ्य योजना हो, मनरेगा हो, भोजन का अधिकार हो, नहर योजना हो, सारा काम हम गरीब जनता के लिये करते हैं और वह (मोदी) पूरा का पूरा काम दो तीन बड़े उद्योगपतियों के लिये करते रहते हैं।’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘आपको निर्णय लेना है.. आप अडाणी की सरकार चाहते हो.. भाजपा की सरकार चाहते हो.. या आम जनता की, किसानों की, मजदूरों की, छोटे दुकानदारों की, युवाओं की सरकार चाहते हो।’’

सचिन पायलट से खुन्नस निकाल रही है कांग्रेस, क्योंकि….एक परिवार के खिलाफ बोला, वो मरा समझो; मोदी ने राजेश पायलट का जिक्र कर कांग्रेस को घेरा

भीलवाड़ा: राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के एक परिवार के सामने जो भी बोला वो मरा समझो। प्रधानमंत्री ने राजेश पायलट का जिक्र कर कहा कि कांग्रेस राजेश पायलट से साथ- साथ उनके बेटे सचिन पायलट को भी सजा देने में लगी है। कांग्रेस राजेश पायलट की खुन्नस बेटे से निकाल रही है। भीलवाड़ा के कोटड़ी में आयोजित जनसभा में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।

राजेश पायलट की 1997 की बगावत 

आपको बता दें कि वर्ष 1997 में सचिन पायलट के पिता स्वर्गीय राजेश पायलट ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए ताल ठोक दी थी। हालांकि इस चुनाव में पायलट को हार का सामना करना पड़ा और गांधी परिवार के करीबी उनके प्रतिद्वंदी सीताराम केसरी ने जीत दर्ज की थी। दूसरा मौका साल 2000 में सामने आया। उस वक्त भी कांग्रेस से बगावत कर जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया गांधी के खिलाफ अध्यक्ष पद के लिए दावा ठोक दिया था। इस चुनाव में भी राजेश पायलट ने गांधी परिवार का साथ नहीं दिया। वे जितेंद्र प्रसाद के साथ खड़े नजर आए थे। हालांकि इस बार भी पायलट खेमे को हार का सामना करना पड़ा। जितेंद्र प्रसाद को हराकर सोनिया गांधी अध्यक्ष बनीं। 

राजेश पायलट की सियासत में एंट्री गांधी परिवार के जरिए 

राजस्थान में 2020 में कांग्रेस ने बगावती तेवर अख्तियार करने वाले सचिन पायलट को डिप्टी सीएम पद के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया था। सचिन पायलट की ही तरह उनके पिता राजेश पायलट भी कांग्रेस में रहते हुए बगावत कर चुके हैं। हालांकि उन्होंने आखिरी दम तक पार्टी नहीं छोड़ी थी। वायु सेना में स्क्वाड्रन लीडर रहे राजेश पायलट की सियासत में एंट्री गांधी परिवार के जरिए ही हुई थी, लेकिन जब मौका आया तो उन्होंने गांधी परिवार को ही चुनौती दे दी थी।

**EDS: IMAGE VIA @BJP4Rajasthan** Sagwara: Prime Minister Narendra Modi during a public meeting ahead of Rajasthan Assembly elections, in Sagwara, Wednesday, Nov. 22, 2023. (PTI Photo)(PTI11_22_2023_000130B)

Auto-Truck Accident: विशाखापत्तनम में ऑटो और लॉरी की टक्कर में 8 स्कूली बच्चे घायल हो गए

विशाखापत्तनम : एक ऑटो-रिक्शा चालक की लापरवाही और लापरवाही से गाड़ी चलाना बुधवार को बंदरगाह शहर के बेथनी स्कूल के छात्रों के लिए महंगा साबित हुआ , जब वाहन ने संगम शरत थिएटर जंक्शन पर एक चलती लॉरी को टक्कर मार दी, जिसके परिणामस्वरूप आठ छात्र, चार लड़के और चार लड़कियां घायल हो गईं। . एक छात्रा की हालत गंभीर बताई जा रही है क्योंकि एक कॉर्पोरेट अस्पताल के डॉक्टर अब उसके सिर की चोटों की सर्जरी कर रहे हैं। हादसा उस समय हुआ जब ऑटो रिक्शा स्कूल जा रहा था।

यह डायमंड पार्क रोड से अंबेडकर प्रतिमा रोड की ओर जा रहा था और पलटने से पहले रेलवे स्टेशन रोड से बस कॉम्प्लेक्स रोड की ओर जा रही लॉरी से सीधे टकराया।

दुर्घटना के बाद पांच छात्र ऑटो-रिक्शा से सड़क पर लुढ़क गए और तीन अन्य ऑटो के अंदर फंस गए। राहगीरों और मोटर चालकों ने तुरंत कार्रवाई की और क्षतिग्रस्त वाहन के अंदर फंसे छात्रों को बचाया, जबकि कुछ अन्य लोगों ने सड़क पर छात्रों की देखभाल की।

सिटी पुलिस ज़ोन I के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) के श्रीनिवास राव अपने कर्मचारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उस समय तक, छात्रों को कॉर्पोरेट अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। “तीन छात्रों को मामूली चोटों के कारण छुट्टी दे दी गई और डॉक्टरों ने कहा कि चार छात्र खतरे से बाहर हैं। केवल एक छात्रा को गंभीर चोटें आईं और उसे कॉर्पोरेट अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसकी बहन खतरे से बाहर बताई गई है, ”डीसीपी के श्रीनिवास राव ने कहा। मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वाईएसआरसीपी के क्षेत्रीय प्रभारी वाईवी सुब्बा रेड्डी, राज्य के आईटी मंत्री गुडीवाड़ा अमरनाथ और अन्य ने अस्पताल का दौरा किया और छात्रों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में ड्राइवर की लापरवाही और तेज गति से गाड़ी चलाने का पता चलता है, जिसे किंग जॉर्ज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार छात्रों के इलाज का खर्च उठाएगी. टीडीपी के पूर्व मंत्री गंता श्रीनिवास राव और अन्य नेताओं ने भी अस्पताल का दौरा किया।

PM in Rajasthan Election : राजस्थान में कभी गहलोत सरकार नहीं आएगी, मैं मावजी महाराज की धरती से भविष्यवाणी कर रहा हूं : मोदी

सागवाड़ा (डूंगरपुर)। प्रदेश में विधानसभा चुनाव में प्रचार का गुरुवार को अंतिम दिन है। इससे पहले सभी राजनीतिक दल अपनी ताकत को झोंक रहे हैं। 23 नवंबर की शाम 5 बजे तक चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसी कड़ी में चुनावी अभियान के आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सागवाड़ा में सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मावजी महाराज की पवित्र धरती से यह बात बोल रहा हूं और भविष्यवाणी कर रहा हूं कि इस बार ही नहीं, राजस्थान में अब कभी भी अशाेक गहलोत की सरकार नहीं बनेगी।पीएम नरेंद्र मोदी ने डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा स्थित राजकीय भीखा भाई महाविद्यालय में चुनावी जनसभा को संबोधित किया।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ये वो मिट्टी है जिसने ऐसे वीर पैदा किए हैं। जिन वीरों ने महाराणा प्रताप की कीर्ति बढ़ाने में अपने खून-पसीने का योगदान दिया था। मैं कालीबाई के बलिदान को, मानगढ़ धाम में बलिदान देने वाले गोविंद गुरू की अनुयायियों को भी श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। उन्होंने दावा किया कि जिस धरती को सटीक भविष्यवाणी के लिए मावजी महाराज का आशीर्वाद मिला है। वहां ये साफ-साफ दिख रहा है- भाजपा आ रही है।’

पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं मावजी महाराज जी का आशीर्वाद लेते हुए एक भविष्यवाणी करने की हिम्मत कर रहा हूं। इस पवित्र धरती की ताकत है कि मेरे मन में ये विचार आया है और मैं मावजी महाराज से क्षमा मांगकर ये हिम्मत कर रहा हूं। अब राजस्थान में कभी भी अशोक गहलोत की सरकार नहीं बनेगी। गहलोत सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान के कोने-कोने से एक ही आवाज आ रही है- गहलोत जी, कोनी मिले वोट जी।

मोदी ने कहा, कांग्रेस के पाले हुए पेपर लीक माफियाओं ने राजस्थान के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है। आज कांग्रेस के नेताओं के घर से छापे में जो निकल रहा है, लॉकर से सोने की ईंटें निकल रही हैं, काले कारनामों की लाल डायरी..ये लाल डायरी के जो पन्ने खुल रहे हैं उसमें कांग्रेस की काली सच्चाई है। इस बार कांग्रेस का सूपड़ा साफ करो और राजस्थान से अत्याचार, भ्रष्टाचार से मुक्त करो। कांग्रेस सरकार की विदाई इसलिए भी जरूरी है ताकि यहां केन्द्र की हर योजना तेजी से लागू हो।

मोदी की गारंटी कांग्रेस के हर झूठे वादों पर भारी

पीएम ने कहा, मोदी की गारंटी कांग्रेस के हर झूठे वादों पर भारी है। जहां कांग्रेस से उम्मीद खत्म होती है, वहां से मोदी की गारंटी शुरू होती है। कांग्रेस ने दशकों के अपने शासन काल में जो सोचा तक नहीं, वो बीते 10 साल में आपके सेवक ने देशवासियों के चरणों में समर्पित कर दिया। किसी ने कल्पना नहीं की थी कि देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलेगा।

Uttarakhand Tunnel Collapse: ड्रिलिंग वर्तमान में अमेरिकी निर्मित ऑगर मशीन से, लेकिन पांच बैकअप योजनाएं तैयार रखी

Uttarakhand: उत्तराखंड की सुरंग में 10 दिनों से फंसे इकतालीस मजदूरों को ड्रिलिंग मशीन की मदद से अगले दो दिनों के भीतर बाहर निकाला जा सकता है, लेकिन अगर इससे काम नहीं बना तो बचाव कार्य 15 दिनों तक भी खिंच सकता है, एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा कहा है।

12 नवंबर की शुरुआत में उत्तराखंड राज्य में 4.5 किलोमीटर लंबी सुरंग के ढह जाने के बाद से मजदूर इसमें फंस गए हैं। उन्हें स्टील पाइप के माध्यम से भोजन, पानी और दवाओं की आपूर्ति की जा रही है।सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने कहा कि अमेरिकी निर्मित ऑगर ड्रिलिंग मशीन, जो पहले से ही काम में है, अभी सबसे अच्छा विकल्प है और श्रमिक 2.5 दिनों के भीतर बाहर हो सकते हैं। शुक्रवार दोपहर को बरमा मशीन एक कठोर चट्टान के पार आ गई, जिससे कंपन शुरू हो गया जिससे सुरक्षा चिंताओं के कारण बचावकर्मियों को अभियान रोकना पड़ा।

श्री जैन ने कहा कि उन्होंने पांच अन्य कार्य योजनाएं तैयार रखी हैं, लेकिन उनमें 12-15 दिन तक का समय लग सकता है।”हम एक विकल्प पर क्लिक करने की प्रतीक्षा करने के बजाय सभी विकल्पों पर एक साथ काम कर रहे हैं। सुरंग के समानांतर एक उद्घाटन बनाने के लिए बरमा और क्षैतिज बोरिंग। एक क्षैतिज उद्घाटन बनाने में 12-15 दिन लग सकते हैं।”

अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए 30 सेकंड के वीडियो में फंसे हुए लगभग एक दर्जन लोग कैमरे के सामने अर्धवृत्त में खड़े हैं, जो सुरंग में रोशनी की पृष्ठभूमि में अपने कपड़ों के ऊपर हेलमेट और निर्माण श्रमिक जैकेट पहने हुए हैं। एक बचावकर्मी को उन लोगों से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वे एक-एक करके कैमरे के सामने पेश हों, ताकि भेजे गए वॉकी-टॉकी गियर पर उनकी पहचान की पुष्टि हो सके। बचाव नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने कहा कि क्लिप में, फंसे हुए लोग ठीक दिख रहे हैं, उन्होंने अपनी भलाई के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि वे बिल्कुल ठीक हैं।

How to maintain Spark

You’ve experienced your personal special rom-com instant, overcome your fair share of difficulties, and endured a lot of disagreements. However, the miracle may begin to wear off once the certificates have been paid and your relation https://www.adamfergusonphoto.com/hot-korean-women/ is no longer a top focus. After all, there are a lot of dates, plans, and errands in life, not to mention chores.

You must put time into your connection and give it priority if you want to maintain the spark intact. This may entail going for a long walk together, setting up meeting night, or just making spontaneous plans. It https://www.match.com/cpx/en-us/partner/astrology/channel/ also entails expressing your gratitude to your partner in kind, whether it be through a handwritten letter, drama seat, or other kind of wonder present.

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How to maintain flash

Everyone is curious about the key to a successful and healthy connection. Even though every relationship is unique, people who have kept the flash for centuries or even years can typically teach us something. We asked some authentic couples to discuss the items they do to maintain their fire in order to learn what their mysteries are. Their responses were touching, perceptive, and occasionally unexpected. ( You can read this article, which was originally published by Business Insider, here. )

National Herald Case : सोनिया और राहुल गांधी को झटका, यंग इंडिया की 751 करोड़ की संपत्ति जब्त

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड केस में यंग इंडिया की 751.9 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है। ये कार्रवाई यंग इंडिया के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई। इस केस में ईडी ने पिछले साल 3 अगस्त को दिल्ली में यंग इंडिया कंपनी का ऑफिस सील कर दिया था। एजेंसी की टीम ने नेशनल हेराल्ड दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया और सांसद राहुल गांधी से पूछताछ के बाद की गई थी। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की दिल्ली, मुंबई और लखनऊ सहित कई शहरों की जब्त की गई संपत्ति शामिल है। इसकी कीमत 661.69 करोड़ है। यंग की संपत्ति की कीमत 90.21 करोड़ रुपये है।

संपत्ति का दुरुपयोग करने का आरोप


ईडी ने साल 2014 के आदेश के तहत शिकायत का संज्ञान लेने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की। अदालत ने माना कि यंग इंडिया सहित सात आरोपियों ने धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति का दुरुपयोग करने का अपराध किया।

कांग्रेस ने क्या कहा, ये भाजपा की हताशा है


ईडी की इस कार्रवाई पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंधवी ने कहा,  ”ईडी के एजेएल संपत्तियों की कुर्की की खबरें प्रदेशों में चल रहे चुनावों में निश्चित हार से ध्यान हटाने की उनकी हताशा को दिखाती है।’ बीजेपी के गठबंधन सहयोगी सीबीआई, ईडी या आईटी इनकी (बीजेपी) की हार को चुनाव में नहीं रोक सकता। आए दिन कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाती है। इसको खारिज करते हुए बीजेपी कहती है कि सबूत के आधार पर एजेंसियां जांच कर रही है। बता दें कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। वहीं राजस्थान और तेलंगाना में चुनाव होना है। पांचों राज्यों में हुए इलेक्शन का परिणाम 3 दिसंबर को आएगा।

ये संदेश ईडी ने किया ट्वीट

नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने करोड़ों रुपये की संपत्ति को अस्थायी तौर पर कुर्क करने का आदेश जारी किया है। धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में 751.9 करोड़ रुपये की जांच की गई, जिसमें पता चला कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के पास भारत के कई शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में फैली 661.69 करोड़ की संपत्तियां अपराध से प्राप्त की गई है। – प्रवर्तन निदेशालय

Sri Lanka Cricket : श्रीलंका के लिए कुछ भी सही नहीं हो रहा, ICC ने अंडर-19 विश्व कप दक्षिण अफ्रीका किया शिफ्ट

अहमदाबाद। लगता है श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के लिए कुछ भी सही नहीं हाे रहा है। इन दिनों कई विवादों से जूझ रहे श्रीलंकन क्रिकेट बोर्ड को एक और निराशा हाथ लगी है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के बोर्ड ने अगले साल होने वाले पुरुष अंडर-19 विश्व कप को श्रीलंका से दक्षिण अफ्रीका स्थानांतरित कर दिया। आईसीसी के बोर्ड ने वैश्विक संचालन संस्था द्वारा श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) को सरकारी हस्तक्षेप के कारण अस्थाई रूप से निलंबित करने के 11 दिन बाद यह कदम उठाया। एसएलसी ने ही आईसीसी से संपर्क करके देश में क्रिकेट के संचालन में सरकारी हस्तक्षेप की जानकारी दी थी।

एसएलसी और खेल मंत्रालय पिछले कुछ समय से आमने-सामने हैं। सरकार ने एसएलसी अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन में शामिल होने का आरोप लगाया है। आईसीसी बोर्ड के सदस्य ने कहा, ‘‘अंडर-19 विश्व कप को एसएलसी के निलंबन के कारण श्रीलंका से दक्षिण अफ्रीका स्थानांतरित कर दिया गया है। प्रतिभागी देशों को एसएलसी को निलंबित करने के बाद कुछ दिन पहले इस बारे में जानकारी दी गई थी। दक्षिण अफ्रीका ने 2020 में भी अंडर-19 विश्व कप की मेजबानी की थी। इस फैसले को अहमदाबाद में आईसी बोर्ड की बैठक में स्वीकृति मिली।’’

उन्होंने कहा, ‘‘श्रीलंका की द्विपक्षीय श्रृंखलाएं और घरेलू क्रिकेट इससे प्रभावित नहीं होगा।’’ एसएलसी अध्यक्ष शम्मी सिल्वा ने हाल में चेताया था कि सरकारी हस्तक्षेप जारी रहा तो देश 13 जनवरी से चार फरवरी तक होने वाले अंडर-19 विश्व कप की मेजबानी का अधिकार खो सकता है।

एसएलसी ने बयान जारी करके कहा, ‘‘एसएलसी का ध्यान निलंबन समस्या को हल करने पर केंद्रित है। ऐसा प्रतीत होता है कि खेल मंत्री आरोपों को लेकर कानूनी रास्ता अपनाए बिना मीडिया हेरफेर के माध्यम से एक अलग एजेंडा अपना रहे हैं। इसका उद्देश्य अपनी शक्तियों के दुरुपयोग के माध्यम से एसएलसी पर नियंत्रण हासिल करना है।’’

कब से होगी टूर्नामेंट की शुरुआत

अंडर-19 विश्व कप का आगाज 14 जनवरी 2024 से होना है। साउथ अफ्रीका की धरती पर टूर्नामेंट का अब आयोजन होगा। अंडर-19 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच 15 फरवरी को खेला जाएगा। यानी एक महीने लंबी लड़ाई लड़ने के बाद अंडर-19 चैंपियन टीम का फैसला हो सकेगा। हालांकि, टूर्नामेंट का टकराव साउथ अफ्रीका टी-20 लीग की तारीखों के साथ होगा, जिसका आयोजन 10 जनवरी से 10 फरवरी के बीच होना है। इसके बावजूद साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि बोर्ड दोनों टूर्नामेंट का आयोजन अच्छी तरह से करने में सफल रहेगा।

श्रीलंका टीम ले सकेगी टूर्नामेंट में हिस्सा

हालांकि, आईसीसी ने साफ किया है कि श्रीलंका क्रिकेट टीम अंडर-19 वर्ल्ड कप में हिस्सा ले पाएगी। श्रीलंका बाकी टीमों की तरह ही टूर्नामेंट में खेलेगी, जिसकी पुष्टि खुद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने की है। विश्व कप की मेजबानी हाथ से जाना श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के लिए यकीनन बड़ा झटका भी है।

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