Friday, July 18, 2025
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जम्मू कश्मीर में PM Modi ने बताया लोकसभा चुनाव में क्यों भाजपा ने रखा 370 सीट का लक्ष्य ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू और कश्मीर में हजारों करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित किया और परिवारवाद की राजनीति पर विपक्षी दलों को भी घेरा। उन्होंने बगैर नाम लिए आरोप लगाए कि सरकारें सिर्फ एक ही परिवार को आगे बढ़ाने में लगी रहीं। उन्होंने कहा कि परिवारवाद की राजनीति में सबसे ज्यादा नुकसान युवाओं का होता है.

पीएम मोदी ने समझाई 370 की ताकत

पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 को दीवार बताया,उन्होंने कहा, ‘इस दीवार को भाजपा की सरकार ने हटा दिया है.अब जम्मू-कश्मीर एक संतुलित विकास की ओर बढ़ रहा है. मैंने सुना है कि इसी हफ्ते कोई फिल्म आने वाली है. मुझे लगता है कि आपका जय जयकार होने वाला है. मुझे नहीं पता कि कैसी फिल्म है, लेकिन मैंने टीवी पर इसके बारे में सुना.अच्छा है लोगों को जानकारी मिलने में काम आएगी.’

उन्होंने कहा, “370 की ताकत देखिए, 370 जाने के कारण आज मैंने हिम्मत के साथ देशवासियों को कहा है कि अगले चुनाव में भाजपा को 370 दीजिए और NDA को 400 पार कर दीजिए.अब प्रदेश का कोई भी इलाका पीछे नहीं रहेगा, सब मिलकर आगे बढ़ेंगे.’

Jammu: Prime Minister Narendra Modi speaks during the inauguration & foundation stone laying ceremony of multiple developmental projects, in Jammu, Tuesday, Feb. 20, 2024. (PTI Photo)(PTI02_20_2024_000105B)

”जम्मू-कश्मीर परिवारवाद की राजनीति का शिकार रहा”

पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर बहुत दशकों तक परिवारवाद की राजनीति का शिकार रहा है.परिवारवाद की राजनीति करने वालों ने सिर्फ अपना स्वार्थ देखा है.ऐसी परिवारवादी सरकारें युवाओं के लिए योजनाएं नहीं बनाती.सिर्फ अपने परिवार की सोचने वाले लोग कभी आपके परिवार की चिंता नहीं करेंगे.’

”70 वर्षों से अधूरे आपके सपने पूरा करेंगे”

आगे पीएम मोदी ने कहा ”हम विकसित जम्मू-कश्मीर बनाकर ही रहेंगे.70 वर्षों से अधूरे आपके सपने आने वाले कुछ ही सालों में मोदी पूरे करेगा.एक वह दिन थे जब जम्मू-कश्मीर से सिर्फ निराशा की खबरें आती थी.बम, बंदूक, अपहरण, अलगाव ऐसी ही बातें जम्मू-कश्मीर का दुर्भाग्य बना दी गई थी लेकिन आज जम्मू-कश्मीर विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है.

”मेरा यहां से 40 साल से ज्यादा पुराना नाता”

PM मोदी बोले-“मेरा यहां से 40 साल से भी ज्यादा पुराना नाता रहा है. बहुत कार्यक्रम किए हैं, बहुत बार आया हूं.जम्मू-कश्मीर के लोगों का प्यार हम सभी के लिए बहुत बड़ा आशीर्वाद है.”

छोटी बच्ची को देख बीच में रोका भाषण

भाषण के दौरान पीएम मोदी की नजर भीड़ में मौजूद हाथों में उठाई गई एक बच्ची पर पड़ी. इस पर उन्होंने कहा, ‘उस बच्ची को परेशान मत करो भाई, बहुत छोटी गुड़िया है.अगर यहां होती तो मैं उसे बहुत आशीर्वाद देता.इस ठंड में उसे परेशान मत कीजिए.’

Don 3: खत्‍म हुआ डॉन 3 की लीड एक्‍ट्रेस पर सस्‍पेंस, रणवीर संग एक्‍शन करती नजर आएंगीं कियारा आडवाणी

Kiara Advani In Don 3: डॉन 3 के मेकर्स ने एक बड़ी अनाउंसमेंट करके फैंस को सरप्राइज दे दिया है. फैंस को इस बार डॉन में नई जोड़ी देखने को मिलने वाली है. रणवीर सिंह की एंट्री की अनाउंसमेंट करने के बाद फैंस को इंतजार था कि उनके अपोजिट कौन नजर आने वाला है. अब इस बात की भी अनाउंसमेंट कर दी गई है. रणवीर सिंह के अपोजिट फिल्म में कियारा आडवाणी लीड रोल में नजर आने वाली हैं. मेकर्स ने कियारा की एंट्री की जानकारी दे दी है.

एक्सेल मूवी ने कियारा की एंट्री का एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें लिखा है- ‘कियारा आडवाणी का डॉन यूनिवर्स में स्वागत है.’ इस वीडियो को देखकर फैंस बहुत एक्साइटेड हो गए हैं. वह पोस्ट पर ढेर सारे कमेंट कर रहे हैं.

एक्सेल मूवी ने कियारा की एंट्री का एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें लिखा है- ‘कियारा आडवाणी का डॉन यूनिवर्स में स्वागत है.’ इस वीडियो को देखकर फैंस बहुत एक्साइटेड हो गए हैं. वह पोस्ट पर ढेर सारे कमेंट कर रहे हैं.

रोमा का किरदार निभाएंगी कियारा

मतलब इस बार डॉन 3 की कास्टिंग एकदम नए सिरे से की गई है. फिल्‍म में रणवीर सिंह ने शाहरुख खान को रिप्लेस किया है. वहीं प्रियंका चोपड़ा की जगह पर अब कियारा आडवाणी नजर आएंगीं. कियारा फिल्‍म में रोमा का किरदार निभाएंगीं. बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस कियारा आडवाणी को आखिरी बार फिल्म ‘सत्यप्रेम की कथा’ में देखा गया था. वो पहली बार रणवीर सिंह के अपोजिट काम करती हुई नजर आएंगीं.

कियारा अब रणवीर संग करेंगी एक्शन

कियारा आडवाणी, जो अपनी अदाएं और प्रभावशाली एक्टिंग के लिए जानी जाती हैं.अब वह डॉन की दुनिया में एक्शन का तड़का लगाने वाली हैं.इस उत्साह को और भी बढ़ाते हुए फैंस कियारा और रणवीर के बीच की केमिस्ट्री और ऑन स्क्रीन प्रेजेंस को साथ में देखने के लिए बेहद उत्साहित हैं.बता दें कि दोनों स्टार्स अपने क्राफ्ट में बेहतरीन हैं और ऑन स्क्रीन अपनी चमक बिखेरने के लिए मशहूर हैं.ऐसे में अब जब दोनों पहली बार साथ आए हैं, तो ये कहा जा सकता है कि यह फ्रेश जोड़ी अपनी अमिट छाप दर्शकों पर छोड़ सकती है.

Kagney Linn Karter Death: एडल्ट फिल्म स्टार काग्नी लिन कार्टर ने मौत को लगाया गले, 36 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा

मशहूर एडल्ट फिल्म स्टार काग्नी लिन कार्टर का 36 साल की उम्र में निधन हो गया है. उनकी मौत की वजह सुसाइड बताई जा रही है. यह दिल दहला देने वाली खबर एक्ट्रेस के दोस्तों ने ऑनलाइन साझा की है. टीएमजेड ने बाद में सोमवार को उनके सुसाइड की जानकारी दी. वेबसाइट के मुताबिक, काग्नी लिन कार्टर का गुरुवार को ओएच के पर्मा स्थित उनके आवास पर निधन हो गया.

दोस्त कर रहे अंतिम संस्कार के लिए फंड जमा

एडल्ट स्टार की मौत की खबर से उनके चाहने वाले दुखी हैं.एक्ट्रेस की मौत की खबर उनके दोस्तों ने सोशल मीडिया के माध्यम से गो फंड नाम की वेबसाइट पर लोगों से अंतिम संस्कार के लिए फंड देने की अपील की है.साथ ही ये भी कहा है कि जो पैसा बचेगा उसे पशु बचाव के लिए काम में लाया जाएगा.

मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रही थीं काग्नी

एडल्ट स्टार (Adult film star) के फैन्स के अनुसार, काग्नी लिन कार्टर वर्षों से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रही थीं. काग्नी एक शानदार पोल डांसर, कलाकार, सिंगर और डांसर थीं. काग्नी ने 2000 के दशक के मध्य में एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत की थी. उनके टैलेंट ने उन्हें कई एवीएन पुरस्कार दिलाए. 2019 में, उन्होने लॉस एंजिल्स से रिलोकेट होने का निर्णय लिया और पोल डांसिंग के अपने प्यार में लौट आई. अंततः वह ओहियो स्टूडियो में नियमित हो गईं.

Swami Prasad Maurya ने छोड़ी समाजवादी पार्टी और विधान परिषद की सदस्यता से भी दिया इस्तीफा,बताई यह वजह

यूपी के कद्दावर दलित नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को अपना इस्तीफा भेजकर इसमें इसकी वजह भी बताई.इसके साथ ही उन्होंने विधान परिषद के सभापति को पत्र भेजकर परिषद की सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया,MLC पद छोड़ते हुए उन्होंने सभापति से इसे स्वीकार करने का अनुरोध किया. स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने दोनों इस्तीफे को सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर भी शेयर किया.

अखिलेश यादव पर बातचीत के लिए पहल नहीं करने का लगाया आरोप

अखिलेश यादव को भेजे इस्तीफे में उन्होंने लिखा,’आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ,किंतु 12 फरवरी को हुई वार्ता और 13 फरवरी को प्रेषित पत्र पर किसी भी प्रकार की वार्ता के लिए पहल नहीं करने के परिणामस्‍वरूप मैं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी त्याग पत्र दे रहा हूं.’

सब फायदे के लिए भाग रहे: अखिलेश

एक दिन पहले ही अखिलेश ने मौर्य के महासचिव पद से इस्तीफा देने पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. उन्होंने कहा था, ‘किस व्यक्ति के अंदर क्या चल रहा है, यह बात कोई नहीं जानता है. यहां हर कोई सिर्फ फायदे के लिए भाग रहा है.’ अखिलेश के इस बयान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था, ‘वे (अखिलेश) केंद्र या राज्य में पावर में नहीं हैं. वह कुछ देने की स्थिति में भी नहीं हैं. अब तक उन्होंने मुझे जो कुछ भी दिया है, मैं सबकुछ उन्हें वापस करूंगा. मेरे लिए विचारधारा ज्यादा मायने रखती है, पद नहीं. सभी वर्गों के अधिकार और उनका कल्याण मेरी प्राथमिकता है. अगर इन पर हमला किया जाएगा तो मैं आवाज जरूर उठाऊंगा.

Rajasthan Politics: अमित शाह का राजस्थान दौरा आज,बीकानेर,उदयपुर और जयपुर में कार्यकर्ताओं को देंगे जीत का मंत्र,पढ़ें क्यों खास है यह दौरा ?

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का मंगलवार को राजस्थान में ताबड़तोड़ दौरा है. कई जिलों में क्लस्टर अभियान के तहत बैठकें होंगी. जिसे लेकर बीजेपी (BJP) संगठन में पूरी तैयारी है. अध्यक्ष से लेकर बूथ स्तर तक बीजेपी कार्यकर्ता पूरे जोश में हैं. बड़ी बात है कि जयपुर में शाम को 4 बजे गृहमंत्री अमित शाह प्रबुद्धजन सम्मेलन को सम्बोधित भी करेंगे. सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में सरकार का फीडबैक भी लिया जाएगा कि, राजस्थान की सरकार और पार्टी की तरफ से क्या और करना चाहिए.

पहले बीकानेर-उदयपुर में भरेंगे जोश

जयपुर से पहले शाह बीकानेर और उदयपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.वे बीकानेर में बीकानेर, श्रीगंगानगर और चूरू लोकसभा की प्रबंधन समिति और कोर कमेटियों की बैठक लेंगे.दोपहर बाद उदयपुर जाकर उदयपुर, बांसवाड़ा-डूंगरपुर और चित्तौड़गढ़ लोकसभा के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे.फिर शाम को जयपुर पहुंचेंगे.

बीकानेर में कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद दोपहर 3 बजे वह उदयपुर जाएंगे.वहां कृषि उपज मंडी में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करेंगे.अमित शाह के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित पार्टी के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहेंगे.अपने दौरे के दौरान अमित शाह लोकसभा चुनाव को लेकर बनाई गई रणनीति को धरातल उतारने का आह्वान करेंगे और कार्यकर्ताओं में जीत का मंत्र फूंकेंगे.

इन 9 सीटों पर अमित शाह फूकेंगे चुनाव बिगुल

उदयपुर दौरे के जरिए उदयपुर, चित्तौड़ और डूंगरपुर सीट को साधेंगे. वहीं, बीकानेर दौरा से बीकानेर, गंगानगर और चूरू लोकसभा सीट को साधेंगे. जबकि जयपुर दौरे के जरिए जयपुर, जयपुर ग्रामीण और दौसा सीट को साधने की तैयारी है.

सभी 25 सीटें जीतने का दावा

राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटें हैं. पिछले दो लोकसभा चुनावों वर्ष 2014 और 2019 में बीजेपी ने प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी.इस बार पार्टी एक बार फिर हैट्रिक लगाने की तैयारी में है. राजस्थान के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब बीजेपी ने लगातार दो बार सभी सीटों पर जीत दर्ज की और अब तीसरी बार भी सभी सीटें जीतने के करीब बताई जा रही है.पार्टी बूथ लेवल तक मैनेजमेंट करने में जुटी है ताकि सभी सीटों पर एक बार फिर से जीत दर्ज की जा सके.

Kisan Andolan:कारोबार पर किसान आंदोलन की मार, अब तक 2 हजार करोड़ का नुकसान, जानिए किस सेक्टर को अब तक कितना नुकसान ?

एमएसपी, कर्ज माफी एवं अन्य मांगों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन से जहां आम आदमी प्रभावित है. वहीं, पंजाब का उद्योग जगत भी इससे खासा प्रभावित है. उद्यमियों का दावा है कि आंदोलन के कारण एक तरफ कच्चे माल की सप्लाई चेन प्रभावित हो रही है, वहीं दूसरे राज्यों से खरीदार भी पंजाब का रुख नहीं कर रहे हैं। नतीजतन नए ऑर्डर मिलने में भी दिक्कत आ रही है और पहले से लिए ऑर्डर भी कैंसिल हो रहे हैं.

इस आंदोलन के चलते उद्योगों को अब तक दो हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान उद्यमी लगा रहे हैं.इसके अलावा माल भाड़े में भी दस फीसदी तक का इजाफा देखा जा रहा है.उधर, चालू वित्त वर्ष खत्म होने की कगार पर है, ऐसे में उद्यमियों के लिए निर्यात टारगेट को पूरा करना भी टेढ़ी खीर साबित हो रहा है.उद्यमियों का मानना है कि यदि आंदोलन लंबा चलता है, तो सूबे की इंडस्ट्री बेपटरी हो सकती है.उद्यमियों ने सरकार से भी गुहार लगाई है कि आंदोलन को खत्म कराने के लिए ठोस उपाय किए जाएं.

अंबाला: किसान आंदोलन पार्ट- 2 का असर अब पूरे प्रदेश पर पड़ने लगा है. मुख्य मार्ग बंद होने से हर वर्ग के लोगों को परेशानी हो रही है. अब इस आंदोलन का असर जनता की जेब पर भी पड़ने लग गया है. अंबाला कपड़ा मार्केट के व्यापारी भी व्यापार न चलने की वजह से परेशान हो गए हैं. व्यापारियों का कहना है की रोजाना उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है. ऑनलाइन पेमेंट नहीं चल रही और रास्ते बंद होने की वजह से पंजाब हिमाचल और हरियाणा के कई जिलों से ग्राहक नहीं आ पा रहे हैं.

पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज का गढ़ है. यहां पर एक लाख से अधिक छोटी बड़ी औद्योगिक इकाइयां हैं.लुधियाना में प्रमुख तौर पर हौजरी, टेक्सटाइल एवं इंजीनियरिंग उद्योग का दबदबा है. इंजीनियरिंग में सेकेंडरी स्टील निर्माता, साइकिल एवं साइकिल पार्ट्स, हैंड टूल्स, मशीन टूल्स, सिलाई मशीन, फास्टनर, ऑटो पार्ट्स, डीजल इंजन पार्ट्स इत्यादि प्रमुख हैं. होजरी टेक्सटाइल में रेडीमेड गारमेंट्स, स्पीनिंग, डाइंग, निटिंग इत्यादि हैं.

कच्चे माल की इनवेंट्री खत्म हो रही है: जिंदल

ऑल इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष बदीश जिंदल कहते हैं कि किसान आंदोलन सूबे के उद्योगों पर विपरीत असर डाल रहा है.सूबे में रोजाना पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक का औद्योगिक उत्पादन होता है. राज्य की सीमाओं पर दिक्कत के कारण ऑटोमोबाइल निर्माता ऑर्डर कैंसिल करने लगे हैं. सूबे में प्रति माह तीन लाख टन स्टील आता है.इसमें से तीस फीसद सड़क मार्ग से पंजाब आता है.इसमें परेशानी हो रही है.इसके अलावा केमिकल, यार्न, कॉटन समेत कई तरह का कच्चा माल दूसरे राज्यों से आता है.जिंदल का कहना है कि इंडस्ट्री के पास कच्चे माल की इनवेंट्री खत्म हो रही है.

निर्यात लक्ष्य पूरा करना कठिन हो रहा है: रल्हन

फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्टर्स ऑर्गेनाइजेशन-फियो के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एससी रल्हन कहते हैं कि किसान आंदोलन ने निर्यातकों की भी नींद उड़ा दी है.एक तरफ कच्चा माल वक्त पर नहीं मिल रहा. उधर, माल भाड़ा भी दस फीसद तक बढ़ गया है.वक्त भी अधिक लग रहा है। इन हालात में निर्यात लक्ष्य पूरा करना कठिन हो रहा है.

आंदोलन खत्म हो,उद्योगों को मिले रफ्तार: थापर

निटवियर एंड टेक्सटाइल क्लब के प्रेसिडेंट विनोद थापर का कहना है कि होजरी में समर सीजन पीक पर है। इस बार पिछले साल के मुकाबले ऑर्डर अच्छे मिले थे, लेकिन किसान आंदोलन से सब पानी फेर दिया है. सीमाएं सील होने के कारण दूसरे राज्यों से खरीदार नहीं आ रहे हैं. इससे गणित गड़बड़ा रहा है। हौजरी उद्यमियों में घबराहट का आलम है. ऐसे में सरकार इस आंदोलन को शीघ्र खत्म कराए, ताकि उद्योगों को रफ्तार दी जा सके.

Kisan Andolan:किसानों ने खारिज किया मोदी सरकार का प्रस्ताव, 21 फरवरी को ‘दिल्ली कूच’ का ऐलान, बताया आगे का प्लान

चंडीगढ़ ,‘दिल्ली चलो’ आंदोलन में भाग ले रहे किसान नेताओं ने सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक ‘दाल, मक्का और कपास’ की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किए जाने के केंद्र के प्रस्ताव को सोमवार को खारिज करते हुए कहा कि यह किसानों के हित में नहीं है और उन्होंने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी कूच करने की घोषणा की. किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, ‘हम सरकार से अपील करते हैं कि या तो हमारे मुद्दों का समाधान किया जाए या अवरोधक हटाकर हमें शांतिपूर्वक विरोध-प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाने की अनुमति दी जाए.’ किसानों के साथ वार्ता के बाद तीन केंद्रीय मंत्रियों की एक समिति ने दाल, मक्का और कपास सरकारी एजेंसियों द्वारा एमएसपी पर खरीदने के लिए 5 वर्षीय समझौते का प्रस्ताव दिया था.

तीन केंद्रीय मंत्रियों –पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय की समिति ने रविवार को चंडीगढ़ में चौथे दौर की वार्ता के दौरान किसानों के समक्ष यह प्रस्ताव रखा था. इससे पहले, 2020-21 में किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सरकार के प्रस्ताव को सोमवार को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इसमें किसानों की एमएसपी की मांग को ‘भटकाने और कमजोर करने’ की कोशिश की गई है और वे स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट में अनुशंसित एमएसपी के लिए ‘सी -2 प्लस 50 प्रतिशत’ फूर्मला से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे.

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ‘हमारे दो मंचों पर (केंद्र के प्रस्ताव पर) चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि केंद्र का प्रस्ताव किसानों के हित में नहीं है और हम इस प्रस्ताव को अस्वीकार करते हैं.’ यह पूछे जाने पर कि क्या ‘दिल्ली मार्च’ का उनका आह्वान अभी भी बरकरार है, पंधेर ने कहा, ‘हम 21 फरवरी को सुबह 11 बजे दिल्ली के लिए शांतिपूर्वक कूच करेंगे.’ उन्होंने कहा कि सरकार को अब निर्णय लेना चाहिए, और उन्हें लगता है कि आगे चर्चा की कोई जरूरत नहीं है. डल्लेवाल ने सरकार के प्रस्ताव को खारिज करने की वजह बताते हुए कहा, ‘हमें प्रस्ताव में कुछ भी नहीं मिला.’

Gujarat News:गुजरात विधानसभा में नारेबाजी पर कार्रवाई,कांग्रेस के 10 विधायक पूरे दिन के लिए हुए सस्पेंड

गुजरात विधानसभा में नारेबाजी करने पर 10 कांग्रेस विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है. इस समय गुजरात विधानसभा का सत्र चल रहा है.एक महीने तक चलने वाले इस शीतकालीन सत्र में सरकार कई सवालों के जवाब दे रही है.आज कांग्रेस विधायकों ने एक बार फिर सदन में सरकार के खिलाफ फर्जी घोटाले का मुद्दा उठाया और जमकर हंगामा किया.इतना ही नहीं विधायकों ने वॉकआउट भी किया.

विधानसभा सदन में कांग्रेस और भाजपा विधायकों ने सदन में आमने-सामने जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस विधायकों ने एक-दूसरे को रोकने के लिए नारे लगाए तो भाजपा ने भी नारे लगाकर विरोध जताया.

गुजरात विधानसभा में हंगामा

शीतकालीन सत्र में आज कांग्रेस विधायकों ने सरकार से सवाल किए और जवाब मांगा, जिसमें ‘जालसाजी’ का मुद्दा आज विधानसभा में गूंजा. फर्जी दफ्तर, फर्जी पुलिस, फर्जी अफसर के मुद्दे पर कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया. इस मुद्दे पर आज कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट कर दिया है. संसदीय मंत्री ऋषिकेष पटेल ने प्रस्ताव रखा कि विपक्ष उपप्रश्न पूछ सकता है, लेकिन व्यवहार अनुचित है.

राहुल गांधी को मानहानि मामले में मिली जमानत, अमित शाह के खिलाफ की थी ये टिप्पणी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को 2018 के मानहानि मामले में आज यानी 20 फरवरी को जमानत मिल गई.सुल्तानपुर एमपी/एमएलए कोर्ट ने उन्हें जमानत दी. राहुल ने 2018 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर टिप्पणी की थी, जिस पर भाजपा नेता ने मानहानि का मामला दर्ज कराया था. राहुल गांधी के खिलाफ दो धाराओं 499 और 500 के तहत केस दर्ज किया गया है.इस मामले में दो साल तक की जेल का प्रावधान है.

क्या है मामला

दरअसल, राहुल गांधी ने साल 2018 में बेंगलुरु की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी नेता और गृहमंत्री अमित शाह पर हमला बोलते हुए कथित तौर पर उन्हें ‘हत्यारा’ कह दिया था. इस पर विजय मिश्रा नाम के बीजेपी कार्यकर्ता ने राहुल गांधी के खिलाफ 4 अगस्त 2018 को जिला एवं सत्र न्यायालय में मुकदमा दर्ज कराया था. जज योगेश कुमार यादव ने राहुल गांधी को इस मामले में समन भेजा था.जानकारी के मुताबिक, अगर पर्याप्त सबूतों के बाद राहुल गांधी को दोषी करार दिया जाता तो उन्हें दो साल की सजा हो सकती थी.

खुद को बताया बेक़सूर

राहुल गांधी जब कोर्ट रूम में पहुंचे तो उन्होंने खुद को बेक़सूर बताया.उन्होंने कहा कि उनपर लगे आरोप गलत है. इसके बाद राहुल गांधी के वकील ने जज के सामने दलील पेश की. फिर कोर्ट ने राहुल गांधी को जमानत देते हुए उन्हें अगली तारीख दे दी.

Rituraj Singh Died:नहीं रहे ‘अनुपमा’ फेम एक्टर ऋतुराज सिंह,कार्डियक अरेस्ट के चलते हुआ निधन

मशहूर टीवी एक्‍टर ऋतुराज सिंह का 59 साल की उम्र में निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि बीती रात कार्डिएक अरेस्‍ट आने के कारण उनकी मौत हो गई है. ऋतुराज कई वेबसीरीज, फिल्‍मों और टीवी सीरियल्‍स में काम कर चुके हैं. आखिरी बार उन्‍हें नंबर वन टीआरपी वाले सीरियल अनुपमा (Anupama) में देखा गया था. बता दें कि ऋतुराज पैनक्रियाज की समस्‍या से जूझ रहे थे और अस्‍पताल में भर्ती थे. ऋतुराज के निधन की खबर उनके करीबी दोस्त एक्टर अमित बहल ने कन्फर्म की है.

उन्होंने 1993 में टीवी पर प्रसारित ‘होगी अपनी बात’, ‘ज्योति’, ‘हिटलर दीदी’, ‘शपथ’, ‘वॉरियर हाई’, ‘आहट और अदालत’, ‘दीया और बाती’ हम जैसे कई भारतीय टीवी शो में अपनी अलग-अलग भूमिकाएं निभाई थी। अभिनेता के अचानक निधन की खबर सुनकर फैंस काफी शॉक हो गए हैं। अभिनेता की मौत हार्ट अटैक से हुई है।

ऋतुराज सिंह इन दिनों टीवी के लोकप्रिय शो ‘अनुपमा’ में नजर आ रहे थे। अभिनेता की अचानक निधन की खबर सुनकर टीवी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। ऋतुराज ने कई और लोकप्रिय टीवी शोज में भी काम किया है, जिसमें ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ भी शामिल है। अभिनेता के निजी जीवन की बात करें तो ऋतुराज सिंह का पूरा नाम ऋतुराज सिंह चंद्रावत सिसोदिया था। उनका जन्म कोटा, राजस्थान में एक सिसोदिया राजपूत परिवार में हुआ था।

ऋतुराज सिंह ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली में पूरी की थी। साल 1993 में मुंबई चले आए और अभिनय को बतौर करियर के रूप में चुना। ऋतुराज अब तक कई हिंदी फिल्मों में अभिनय कर चुके थे, जिनमे एक खेल राजनीति, बद्रीनाथ की दुल्हनिया आदि फिल्में शामिल थीं। ऋतुराज सिंह ने 12 वर्षों तक बैरी जॉन के थिएटर एक्शन ग्रुप (TAG) के साथ दिल्ली में थिएटर में काम किया था और जी टीवी पर प्रसारित लोकप्रिय हिंदी टीवी गेम शो, तोल मोल के बोल में अभिनय किया है.

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