Sunday, June 8, 2025
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ACB Action: सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अशोक जांगिड़ निकला धनकुबेर, 19 ठिकानों पर ACB का छापा, अवैध कमाई से बेटे-बेटी, पत्नी के नाम खरीदी करोड़ों की संपत्ति

ACB Action In Rajasthan: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने PHED के अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार जांगिड़ और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की. एसीबी की टीमों ने जयपुर सहित 6 जिलों के 19 ठिकानों पर छापेमारी की है. इस सर्च में 250 कर्मचारियों और अधिकारियों की टीम जुटी है. ACB टीम PHED कार्यालय बांसवाड़ा, खनिज कार्यालय उदयपुर, टोंक, अजमेर, जयपुर व उप पंजीयक कार्यालय पावटा, मौजमाबाद में भी तलाशी अभियान चला रही है.

11.50 करोड़ से अधिक संपत्ति अर्जित करने के सबूत मिले

एसीबी के अनुसार अशोक जांगिड़ ने सरकारी सेवा में नियुक्ति के बाद से 11.50 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित करने के सबूत मिले हैं. जो उनकी वैध आय से 161 फीसदी अधिक है. जांगिड़ बांसवाड़ा जिले में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) में अधीक्षण अभियंता के पद पर तैनात है.

परिवारजनों के कुल 22 बैंक खातों में करीब 21 लाख रुपये मिले

बयान के अनुसार अधिकारी द्वारा स्वयं के नाम 19 परिसंपत्तियां, पत्नी सुनीता शर्मा के नाम 3 परिसंपत्तियां, पुत्र निखिल जांगिड़ के नाम 32 परिसंपत्तियां जयपुर शहर, पावटा कोटपूतली, श्रीमाधोपुर, मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा टोंक, श्री मोहनगढ़ जैसलमेर में करीब 19 अहम स्थानों पर खरीदने व निर्माण पर करोड़ों रुपये व्यय किया जाना सामने आया है. अधिकारी व परिवारजनों के कुल 22 बैंक खातों में करीब 21 लाख रुपये होने की जानकारी मिली है. मामले में जांच जारी है.

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JD Vance India Visit: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस 4 दिवसीय भारत यात्रा के तहत सोमवार सुबह10 बजे पालम एयरबेस पर उतरेंगे. उसी शाम पीएम मोदी जेडी वेंस के साथ व्यापार, शुल्क, क्षेत्रीय सुरक्षा और समग्र द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों सहित कई प्रमुख मुद्दों पर बातचीत करेंगे और फिर शाम को उनके एवं भारतीय मूल की उनकी पत्नी उषा के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे.

टैरिफ वॉर के बीच जेडी वेंस की यात्रा

अमेरिका के उपराष्ट्रपति, उनकी पत्नी उषा और उनके तीन बच्चे – इवान, विवेक और मीराबेल – 4 दिवसीय भारत यात्रा के तहत सोमवार पूर्वाह्न 10 बजे पालम एयरबेस पर उतरेंगे. वेंस ऐसे समय में भारत की अपनी पहली यात्रा करेंगे जब कुछ सप्ताह पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सहित लगभग 60 देशों के खिलाफ व्यापक शुल्क व्यवस्था लागू करने के बाद उसे स्थगित कर दिया था. भारत और अमेरिका अब द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत कर रहे हैं, जिसमें शुल्क और बाजार तक पहुंच सहित कई मुद्दों को शामिल किए जाने की संभावना है।

जयपुर और आगरा भी जा सकते हैं अमेरिकी उपराष्ट्रपति

वेंस के यात्रा कार्यक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटों बाद वेंस और उनका परिवार स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर जाएगा और वे पारंपरिक भारतीय हस्तनिर्मित सामान बेचने वाले एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी जा सकते हैं. वेंस के भारत आगमन पर केंद्र का कोई वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री पालम एयरबेस पर उनका स्वागत करेगा. वेंस अपने परिवार के साथ दिल्ली के अलावा जयपुर और आगरा की भी यात्रा करेंगे.

पीएम मोदी और जेडी वेंस के बीच होगी द्विपक्षीय वार्ता

इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय एवं विदेश मंत्रालय के अधिकारियों सहित कम से कम 5 वरिष्ठ अधिकारियों के वेंस के साथ भारत आने की संभावना है. प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को शाम 6.30 बजे अपने 7 लोक कल्याण मार्ग निवास पर वेंस और उनके परिवार का स्वागत करेंगे जिसके बाद आधिकारिक वार्ता होगी. बैठक में प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार संधि साथ-साथ दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के तरीके पर चर्चा होने की संभावना है.

उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिसरी और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाले भारतीय दल का संभवत: हिस्सा होंगे.

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की जयपुर यात्रा

मोदी वार्ता के बाद वेंस और उनके साथ आए अमेरिकी अधिकारियों के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे. अमेरिकी उपराष्ट्रपति और उनका परिवार दिल्ली में आईटीसी मौर्य शेरेटन होटल में ठहरेगा. वेंस और उनका परिवार सोमवार रात जयपुर रवाना होगा. वेंस 22 अप्रैल को आमेर किले सहित कई ऐतिहासिक स्थलों पर जाएंगे. यह किला यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) विश्व धरोहर स्थल है. वेंस दोपहर में जयपुर स्थित राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र में एक सभा को संबोधित करेंगे.

वेंस अपने भाषण में अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के शासनकाल में भारत-अमेरिका संबंधों के व्यापक पहलुओं पर बात कर सकते हैं. इस कार्यक्रम में राजनयिकों, विदेश नीति विशेषज्ञों, भारत सरकार के अधिकारियों और शिक्षाविदों के भाग लेने की संभावना है.

23 अप्रैल को सुबह जाएंगे आगरा

अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति और उनका परिवार संभवत: 23 अप्रैल की सुबह आगरा जाएगा. वे वहां ताजमहल और शिल्पग्राम जाएंगे. शिल्पग्राम विभिन्न भारतीय कलाकृतियों को दर्शाने वाला एक खुला एम्पोरियम है, आगरा की यात्रा के बाद वेंस 23 अप्रैल को जयपुर लौटेंगे. अधिकारियो ने बताया कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति और उनका परिवार 24 अप्रैल को जयपुर से अमेरिका रवाना होंगे. जयपुर में वेंस भव्य रामबाग पैलेस में ठहरेंगे, जो एक आलीशान होटल है और कभी शाही लोगों का अतिथि गृह हुआ करता था। वेंस इटली की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद दिल्ली आएंगे.

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Uddhav-Raj: एक दूसरे से अलग हो चुके चचेरे भाइयों उद्धव और राज ठाकरे के बीच सुलह की अटकलों पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नाराज हो गए और पत्रकारों से कहा कि वह सरकार के काम के बारे में बात करें. शनिवार को जब शिंदे सतारा जिले में अपने पैतृक गांव दरे में थे, तो टीवी मराठी के एक पत्रकार ने उनसे शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे के बीच सुलह की चर्चा पर प्रतिक्रिया मांगी. शिंदे चिढ़ गए और उन्होंने पत्रकार की बात अनुसनी कर दी. शिवसेना नेता ने कहा, ‘काम के बारे में बात करें.’

राज ठाकरे ने फिल्म निर्माता महेश मांजरेकर को दिए साक्षात्कार में कहा कि उन्हें अविभाजित शिवसेना में उद्धव के साथ काम करने में कोई समस्या नहीं थी. इस बयान के बाद सुलह की अटकलें शुरू हुईं. राज ठाकरे ने कहा कि सवाल यह है कि क्या उद्धव उनके साथ काम करना चाहते हैं.

‘छोटी-मोटी लड़ाइयां भूलने के लिए तैयार’

उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच संभावित सुलह की अटकलों को हवा देते उनके बयानों से संकेत मिलता है कि वे ‘मामूली मुद्दों’ को नजरअंदाज कर सकते हैं और लगभग दो दशक के कटु मतभेद के बाद हाथ मिला सकते हैं. एक ओर, मनसे प्रमुख ने कहा है कि ‘मराठी मानुष’ के हित में एकजुट होना कठिन नहीं है, तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह छोटी-मोटी लड़ाइयां भूलने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वालों को तरजीह न दी जाए.

उद्धव का इशारा संभवत: हाल ही में राज ठाकरे आवास पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मेजबानी करने की ओर था. अपने चचेरे भाई का नाम लिए बिना उद्धव ठाकरे ने कहा था कि ‘चोरों’ की मदद करने से कुछ हासिल नहीं होने वाला. उनका स्पष्ट इशारा भाजपा और शिंदे नीत शिवसेना की ओर था.

साल 2022 में उद्धव ठाकरे को उस समय बड़ा झटका तब लगा था जब एकनाथ शिंदे ने शिवसेना को तोड़कर उनकी सरकार गिरा दी थी. इसके बाद शिंदे ने भाजपा के समर्थन से सरकार बनाई थी. पिछले वर्ष 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए हुआ चुनाव शिवसेना (उबाठा) ने विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी के तहत लड़ा था. पार्टी ने 95 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन 20 सीट पर ही उसे जीत मिली थी.

राज ठाकरे ने 2006 में छोड़ी थी शिवसेना

शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के भतीजे राज ने जनवरी 2006 में पार्टी छोड़ दी थी और अपने फैसले के लिए उद्धव को जिम्मेदार ठहराया था. इसके बाद उन्होंने मनसे की स्थापना की जिसने शुरू में उत्तर भारतीयों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया. लेकिन 2009 के विधानसभा चुनाव में 13 सीटें जीतने के बाद मनसे सिमटती चली गई. 2024 के विधानसभा चुनाव में उसका खाता भी नहीं खुला.

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RR vs LSG: ‘मैं मिचेल स्टार्क नहीं बनना चाहता’, लखनऊ के मैच विनर आवेश खान ने क्यों कही ये बात

Avesh Khan statement: लखनऊ सुपर जायंट्स की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल्स पर 2 रन की रोमांचक जीत में डेथ ओवरों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज आवेश खान ने कहा कि वह यॉर्कर पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे, जो मुश्किल परिस्थितियों में उनका मुख्य हथियार है. आवेश ने 18वें और 20वें ओवर में शानदार गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 5 और 6 रन दिए, जिससे लखनऊ शनिवार रात को खेले गए मैच में आखिरी 3 ओवरों में 25 रन का बचाव करने में सफल रहा.

‘मैं मिचेल स्टार्क नहीं बनना चाहता’

मैच के बाद आवेश खान ने मिचेल स्टार्क से तुलना करने पर कहा कि मैं मिचेल स्टार्क नहीं बनना चाहता, मैं सिर्फ एक अच्छा आवेश खान बनना चाहता हूं. यॉकर मेरी ताकत है और मैं इसे एग्जीक्यूट करने की कोशिश करता हूं. अगर में स्पष्टता के साथ गेंदबाजी करता हूं, तो मैं इसे अच्छी तरह से एग्जीक्यूट करता हूं. मैं स्कोर कार्ड देखते हुए गेंदबाजी नहीं करता. मैं पहली तीन गेंदों पर बाउंड्री नहीं देना चाहता था.”

आवेश ने कहा कि वह किसी तरह से दबाव में नहीं थे क्योंकि जब वह 18वें ओवर में गेंदबाजी करने आए तो रॉयल्स जीत की ओर बढ़ रहा था और उसके 8 विकेट बचे हुए थे. उन्होंने कहा, ”मैं हमेशा अपनी रणनीति पर अमल करने की कोशिश करता हूं. जब भी मैं गेंदबाजी के लिए आता हूं तो किसी तरह के दबाव में नहीं रहता हूं. मैं जो भी गेंद करता हूं उस पर पूरा भरोसा रखता हूं.”

आवेश ने कहा, ”आईपीएल में बड़े स्कोर बन रहे हैं और गेंदबाज काफी रन दे रहे हैं. पहले ओवर में मैंने भी 13 रन दिए लेकिन मैं हमेशा परिस्थितियों के अनुसार गेंदबाजी करता हूं और अपनी रणनीति को सही तरह से लागू करने पर ध्यान देता हूं.”

‘यशस्वी और रियान पराग के आउट होने का मिला फायदा’

इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि 18वें ओवर में यशस्वी जायसवाल और रियान पराग के आउट होने से लखनऊ को काफी फायदा मिला क्योंकि इससे डेथ ओवरों में दो नए बल्लेबाज क्रीज पर थे. उन्होंने कहा, ”अगर कोई नया बल्लेबाज आता है, तो उसके लिए यह इतना आसान नहीं होता है. नए बल्लेबाज के लिए, किसी भी स्थिति में आना मुश्किल होता है, खासकर जब गेंद थोड़ी नीचे रह रही हो.”

‘शुभम दुबे का कैच छूटने से था तनाव में’

मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज ने कहा कि जब डेविड मिलर ने शुभम दुबे का कैच छोड़ा तो वह थोड़ा तनाव में थे. दुबे ने दो रन लिए जबकि रॉयल्स को जीत के लिए आखिरी गेंद पर 4 रन चाहिए थे. आवेश ने कहा, ”जैसे ही गेंद हवा में गई तो मैं सोच रहा था कि मिलर इसे पकड़ लेंगे. वह पूरी तरह से गेंद के नीचे थे. लेकिन जब कैच छूट गया तो मैं थोड़ा निराश हो गया. लेकिन मुझे आखिरी गेंद पर 4 रन बचाने का भरोसा था.”

आवेश ने कहा कि वह रोमांचक जीत का जश्न नहीं मना सके क्योंकि दुबे का शॉट फील्डर के पास जाने से पहले उनके टखने पर लगा था. उन्होंने कहा, ”मुझे जश्न मनाने का मौका भी नहीं मिला. शुरू में मुझे लगा कि गेंद मेरी हड्डी पर लगी है. मैं आसमान की तरफ देख रहा था और मुझे अपनी आंखें बंद करनी पड़ी.”

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Bengaluru Airport Accident: बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के एक खड़े हुए विमान से मिनी बस टकरा गई. एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने कहा कि अधिकारी ने बताया कि यह बस विमान के अंडरकैरेज (निचले ढांचे) से टकरा गई. हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.

एक बयान में कहा गया, ”18 अप्रैल 2025 को दोपहर लगभग 12:15 बजे, रखरखाव के काम से जुड़ी एक एजेंसी (थर्ड पार्टी) द्वारा संचालित वाहन केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर खड़े एक विमान के अंडरकैरेज से टकरा गया. संबंधित पक्षों के साथ समन्वय कर सभी आवश्यक प्रोटोकॉल तत्काल लागू किए गए हैं। यात्रियों और हवाई अड्डा कर्मियों की सुरक्षा और संरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.

इंडिगो की तरफ से कही गई ये बात

इंडिगो एयरलाइंस ने कहा, ‘हम बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पार्क किए गए इंडिगो विमान और एक ‘थर्ड पार्टी’ के वाहन के बीच हुई घटना से अवगत हैं. मामले की जांच जारी है और जरूरत के अनुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.’

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Jammu kashmir Cloud Burst: जम्मू कश्मीर में रामबन जिले के एक गांव में रविवार को भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आ गई. जिसके बाद 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. रामबन के सेरी बागना गांव में बादल फटने से 3 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में से दो की पहचान अकीब अहमद और मोहम्मद साकिब के रूप में की गई है. दोनों भाई थे. गांव में राहत एवं बचाव अभियान जारी है.

करीब 40 मकान क्षतिग्रस्त

अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाशरी और बनिहाल के बीच करीब एक दर्जन स्थानों पर भूस्खलन और मिट्टी धंसने की घटनाएं हुईं जिनके कारण यातायात को रोक दिया गया. उन्होंने बताया कि धर्म कुंड गांव में अचानक आई बाढ़ के कारण करीब 40 मकान क्षतिग्रस्त हो गए.

पुलिस ने 100 से अधिक लोगों को बचाया

अधिकारियों ने बताया कि बादल फटने और लगातार बारिश के बावजूद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने फंसे हुए 100 से अधिक ग्रामीणों को बचाया. उन्होंने बताया कि एक जलाशय के उफान पर होने के कारण कई वाहन बह गए.

जम्मू श्रीनगर हाईवे पर वाहनों की आवाजाही रोकी

यातायात विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि नाशरी और बनिहाल के बीच कई स्थानों पर भूस्खलन, मिट्टी धंसने और पत्थर गिरने की घटनाओं के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है. राजमार्ग पर बारिश जारी है और लोगों को मौसम में सुधार होने तथा सड़क साफ होने तक मुख्य सड़क पर यात्रा न करने की सलाह दी गई है.

सीएम उमर अब्दुल्ला ने जताया दुख

जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन पर दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा-‘रामबन में हुए दुखद भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से बेहद दुखी हूं, जिससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ है. इस मुश्किल घड़ी में मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं. हम स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं, ताकि जहां भी जरूरत हो, तत्काल बचाव कार्य सुनिश्चित किया जा सके. आज बाद में, मैं बहाली, राहत और मरम्मत योजनाओं की समीक्षा करूंगा. फिलहाल, जमीनी स्तर पर स्थिति को संभालने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा संबंधी सलाह का पालन करें और संवेदनशील क्षेत्रों में अनावश्यक आवाजाही से बचें.

धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार, राष्ट्रपति को सलाह देने वाले कानून बनाने लगे तो संसद बंद कर दें : भाजपा सांसद दुबे

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की ओर से राष्ट्रपति को विधेयकों पर फैसला लेने के लिए समय सीमा तय करने का विवाद बढ़ता जा रहा है। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी इस पर ऐतराज जताया। सांसद ने कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति राष्ट्रपति करते हैं। ऐसे में आप यानी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया किसी अपॉइंटिंग अथॉरिटी को निर्देश कैसे दे सकते हैं? उन्होंने कहा कि संसद इस देश का कानून बनाती है। क्या आप उस संसद को निर्देश देंगे? देश में गृह युद्ध के लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना जिम्मेदार हैं। वहीं धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार हैं।

उन्होंने कहा कि कोर्ट अपनी सीमाओं से बाहर जा रहा है। अगर हर किसी को सारे मामलों के लिए सर्वोच्च अदालत जाना पड़े तो संसद और विधानसभा बंद कर देनी चाहिए। मामला तमिलनाडु गवर्नर और राज्य सरकार के बीच हुए विवाद से उठा था। सुप्रीम कोर्ट ने 8 अप्रैल को आदेश दिया कि राज्यपाल के पास कोई वीटो पावर नहीं है। वहीं बिल पर राष्ट्रपति को 3 महीने के भीतर फैसला लेना होगा। यह ऑर्डर 11 अप्रैल को सामने आया था।

धारा 377, आईटी एक्ट और मंदिर-मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाए

  • आर्टिकल 377: एक आर्टिकल 377 था, जिसमें समलैंगिकता एक अपराध था। अमेरिका में ट्रम्प सरकार ने कहा कि दुनिया में केवल दो ही लिंग है, एक- पुरुष, दूसरा- महिला। तीसरे की कोई जगह नहीं है। जितने भी धर्म हैं, चाहे हिंदू हो, मुस्लिम हो, जैन हो, सिख हो, ईसाई हो। सभी मानते हैं कि समलैंगिकता एक अपराध है। सुप्रीम कोर्ट एक सुबह उठती है वे कहते हैं कि हम यह आर्टिकल खत्म करते हैं। हमने आईटी एक्ट बनाया। जिसके तहत महिलाओं और बच्चों के पोर्न पर लगाम लगाने का काम किया गया। एक दिन सुप्रीम कोर्ट कहता है कि वे 66A आईटी एक्ट को खत्म कर रहे हैं।
  • आर्टिकल 141: मैंने आर्टिकल 141 का अध्ययन किया है। यह आर्टिकल कहता है कि हम जो कानून बनाते हैं वो लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लागू होता है। आर्टिकल 368 कहता है कि इस देश की संसद को कानून बनाने का अधिकार है और इसकी व्याख्या करने का अधिकार सुप्रीम कोर्ट को है।
  • मंदिर-मस्जिद विवाद: हमारे देश में सनातन की परंपरा रही है। लाखों साल की परंपरा है। जब राम मंदिर का विषय आता है तो आप कहते हैं कि कागज दिखाओ। कृष्णजन्मभूमि का मामला आएगा तो कहेंगे कि कागज दिखाओ। यही बात ज्ञानवापी केस में कहेंगे। इस देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सिर्फ और सिर्फ सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है।
**EDS: VIDEO GRAB VIA SANSAD TV** New Delhi: Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar conducts proceedings in the House during the Winter session of Parliament, in New Delhi, Wednesday, Dec. 11, 2024. (PTI Photo)(PTI12_11_2024_000047B)

धनखड़ बोले- अदालतें राष्ट्रपति को आदेश नहीं दे सकतीं

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 17 अप्रैल को राज्यसभा इंटर्न के एक ग्रुप को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की उस सलाह पर आपत्ति जताई, जिसमें राष्ट्रपति और राज्यपालों को बिलों को मंजूरी देने की समय सीमा तय की थी। धनखड़ ने कहा था, अदालतें राष्ट्रपति को आदेश नहीं दे सकतीं। संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत कोर्ट को मिला विशेष अधिकार लोकतांत्रिक शक्तियों के खिलाफ 24×7 उपलब्ध न्यूक्लियर मिसाइल बन गया है। जज सुपर पार्लियामेंट की तरह काम कर रहे हैं।

Kapil Sibbal on National Herald Case
Image: PTI

सिब्बल बोले- भारत में राष्ट्रपति नाममात्र का मुखिया

राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कि जब कार्यपालिका काम नहीं करेगी तो न्यायपालिका को हस्तक्षेप करना ही पड़ेगा। भारत में राष्ट्रपति नाममात्र का मुखिया है। राष्ट्रपति-राज्यपाल को सरकारों की सलाह पर काम करना होता है। मैं उपराष्ट्रपति की बात सुनकर हैरान हूं, दुखी भी हूं। उन्हें किसी पार्टी की तरफदारी करने वाली बात नहीं करनी चाहिए। सिब्बल ने 24 जून 1975 को सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का जिक्र करते हुए कहा- ‘लोगों को याद होगा जब इंदिरा गांधी के चुनाव को लेकर फैसला आया था, तब केवल एक जज, जस्टिस कृष्ण अय्यर ने फैसला सुनाया था। उस वक्त इंदिरा को सांसदी गंवानी पड़ी थी। तब धनखड़ जी को यह मंजूर था। लेकिन अब सरकार के खिलाफ दो जजों की बेंच के फैसले पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

Kishtwar: BJP supporters during a public meeting of Union Home Minister Amit Shah ahead of J&K Assembly elections, in Kishtwar district, Jammu & Kashmir, Monday, Sept. 16, 2024. (PTI Photo)(PTI09_16_2024_000099B)

विवाद सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से शुरू हुआ

सुप्रीम कोर्ट ने 8 अप्रैल को तमिलनाडु गवर्नर और राज्य सरकार के केस में गवर्नर के अधिकार की सीमा तय कर दी थी। जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस आर महादेवन की बेंच ने कहा था, ‘राज्यपाल के पास कोई वीटो पावर नहीं है।’ सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के 10 जरूरी बिलों को राज्यपाल की ओर से रोके जाने को अवैध भी बताया था। इसी फैसले के दौरान अदालत ने राज्यपालों की ओर से राष्ट्रपति को भेजे गए बिल पर भी स्थिति स्पष्ट की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राज्यपाल की तरफ से भेजे गए बिल पर राष्ट्रपति को 3 महीने के भीतर फैसला लेना होगा। यह ऑर्डर 11 अप्रैल को सार्वजनिक किया गया।

UPSC Recruitment 2025: यूपीएससी में 111 पदों पर निकली वैकेंसी, जल्द करें अप्लाई, पात्रता समेत अन्य डिटेल यहां चेक करें

UPSC Recruitment 2025: संघ लोक सेवा आयोग( UPSC)ने असिस्टेंट पब्लिक प्रॉसिक्यूटर समेत कई पदों पर वैकेंसी निकाली है. आवेदन के इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट upsconline.gov.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं. बता दें कि इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया 12 अप्रैल 2025 से शुरू हो चुकी है.

UPSC Recruitment 2025: आवेदन की लास्ट डेट

संघ लोक सेवा आयोग की इस भर्ती के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट 1 मई 2025 तय की गई है. आवेदन के इच्छुक उम्मीदवार अंतिम तारीख से पहले जरूर अप्लाई कर दें.

UPSC Recruitment 2025: पदों का विवरण

संघ लोक सेवा आयोग के इस भर्ती अभियान के माध्यम से कुल 111 पदों पर भर्ती की जाएगी. जिसमें असिस्टेंट पब्लिक प्रोसिक्यूटर के 66 पद, डिप्टी कंट्रोलर ऑफ एक्सप्लोसिव के 18 पद, जॉइंट असिस्टेंट डायरेक्टर के 13 पद, असिस्टेंट इंजीनियर के 9 पद, असिस्टेंट लेजिस्लेटिव काउंसल के 4 पद, सिस्टम एनालिस्ट के 1 पद पर नियुक्ति की जाएगी.

UPSC Recruitment 2025: शैक्षणिक योग्यता

संघ लोक सेवा आयोग की इस भर्ती में पदों के हिसाब से शैक्षणिक योग्यता अलग-अलग निर्धारित की गई है. ज्यादा जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट या जॉब नोटिफिकेशन देखें.

UPSC Recruitment 2025: आवेदन शुल्क

संघ लोक सेवा आयोग की इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले सभी उम्मीदवारों को 25 रुपए के आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा. वहीं महिला/SC/ST/बेंचमार्क दिव्यांग उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क के भुगतान से छूट दी गई है.

UPSC Recruitment 2025 Notification

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार : फिर हिन्दू नेता की पीट-पीटकर हत्या, घर से उठाकर ले गए और अधमरी हालत में वापस छोड़ा

बांग्लादेश। भारत की ओर से चेतावनी देने के बावजूद बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार कम नहीं हो रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में अज्ञात लोगों ने एक बड़े हिंदू नेता की हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक भाबेश चंद्र रॉय (58) को गुरुवार दोपहर को पहले उनके घर से किडनैप किया और बाद में पीट-पीटकर मार डाला। वे बांग्लादेश पूजा उद्यापन परिषद की बीराल इकाई के उपाध्यक्ष थे। हिंदू समुदाय में उनकी बड़ी पकड़ थी। पुलिस ने बताया कि वे ढाका से 330 किमी दूर दिनाजपुर के बसुदेवपुर गांव के रहने वाले थे।

भाबेश चंद्र रॉय की पत्नी शांतना ने बताया कि गुरुवार करीब 4:30 बजे उनके पति को एक फोन आया। फोन करने वाला सिर्फ यह जानना चाहता था कि भाबेश घर पर हैं या नहीं। इसके करीब आधे घंटे बाद दो बाइक पर सवार चार लोग उनके घर आए और भाबेश को जबरदस्ती उठाकर ले गए। चश्मदीदों के मुताबिक उन्हें पास के नराबाड़ी गांव ले जाया गया और वहां बेरहमी से पीटा गया। शाम को ही हमलावरों ने उसको बेहोश हालत में वैन से उनके घर भिजवा दिया। पहले उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, फिर दिनाजपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एक दिन पहले यानी शुक्रवार को भारत ने बांग्लादेश से कहा था कि पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर नैतिक उपदेश देने के बजाय अपने यहां अल्पसंख्यकों की रक्षा पर ध्यान दे। भारत ने कड़ा विरोध करते हुए कहा कि बांग्लादेश का यह बयान धूर्तता और कपट से भरा है। वह अपने यहां अल्पसंख्यकों के नरसंहार से ध्यान भटकाना चाहता है।

पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया, शांतना ने कहा, मैं पहचान लूंगी

बीराल पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अब्दुस सबूर ने कहा कि इस मामले में केस दर्ज करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस संदिग्धों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए काम कर रही है। भाबेश की पत्नी शांतना ने कहा कि वह हमलावरों में से दो को पहचान सकती हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस के प्रेस सेक्रेटरी ने कहा था कि भारत को उन अल्पसंख्यक मुस्लिमों की रक्षा करनी चाहिए, जो पिछले हफ्ते बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा से प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि इस हिंसा को भड़काने में बांग्लादेश का हाथ है।

अगस्त 2024 से दिसंबर 2024 के बीच बांग्लादेश में 32 हिंदुओं की जान गई

5 अगस्त, 2024 को बांग्लादेश में लंबे छात्र आंदोलन के बाद शेख हसीना सरकार का तख्तापलट हुआ था। हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा। इसके साथ ही बांग्लादेश में हालात बिगड़ गए। पुलिस रातों-रात अंडरग्राउंड हो गई। लॉ एंड ऑर्डर ध्वस्त हो गया।

बेकाबू भीड़ के निशाने पर सबसे ज्यादा अल्पसंख्यक, खासतौर पर हिंदू आए। बांग्लादेश हिंदू बुद्धिस्ट क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां सांप्रदायिक हिंसा में 32 हिंदुओं की जान चली गई। रेप और महिलाओं से उत्पीड़न के 13 केस सामने आए। करीब 133 मंदिर हमलों का शिकार हुए। ये घटनाएं 4 अगस्त 2024 से 31 दिसंबर 2024 के बीच हुईं।

काउंसिल के मुताबिक, तख्तापलट के बाद महज 15 दिनों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की 2010 घटनाएं हुईं। 11 जनवरी 2025 को बांग्लादेश सरकार ने इनमें से 1769 केस कन्फर्म किए। इनमें से 1415 मामलों में जांच पूरी हो चुकी है। 354 मामलों का रिव्यू किया जा रहा है।

बांग्लादेश सरकार ने इन हमलों के मामलों में 10 दिसंबर तक 70 लोगों को कस्टडी में लिया। वहीं, कुल 88 केस दर्ज किए।

Summer Health Tips: गर्मियों के दिनों में सेहत का कैसे रखे ख्याल? खाने-पीने में इन बातों का रखें ध्यान, फॉलो करें ये जरूरी टिप्स

Health Care In Summer: बढ़ती गर्मी में सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी हो जाता है. क्योंकि जरा सी लापरवाही आपको बीमार बना सकती है. गर्मी के मौसम में खान-पान में बदलाव करना भी जरूरी हो जाता है. क्यों कि जैसे-जैसे बाहर का तापमान बढ़ता है. वैसे-वैसे हमारे शरीर में भोजन को पचाने का काम करने वाली जठराग्नि के काम करने की क्षमता में भी कमी आने लगती है और वह कमजोर हो जाती है. जिससे हमारा शरीर गर्मी में ज्यादा गरिष्ठ भोजन को पचा नहीं पाता. इसीलिए गर्मी के मौसम में हल्का और सुपाच्य भोजन करना चाहिए. आपको बताते हैं गर्मियों में क्या खाना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

गर्मियों में क्या खाना चाहिए ?

गर्मी के दिनों में भोजन हल्का और सुपाच्य होना चाहिए. इस मौसम में गरिष्ठ भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए. जैसे पूड़ी, परांठे खाने की बजाय कम घी लगी रोटी खाना सही है. भोजन में हरी सब्जियों की मात्रा बढ़ाए, सलाद को प्रचुर मात्रा में खाएं. ककड़ी, टमाटर, खीरा, प्याज, मूली जैसी चीजों को सलाद में शामिल कर सकते हैं.

सत्तू का सेवन करें

गर्मी के दिनों में चना, जौ आदि अनाजों से बना सत्तू खाना सही रहता है. इससे पेट में गर्मी नहीं बढ़ती है. दही, छाछ को भी भोजन के साथ ले सकते हैं. छाछ में नमक, भुना जीरा मिला देने से इसका स्वाद अधिक रुचिकर हो जाता है. दही में नमक मिर्च या शक्कर डालकर भी खाया जा सकता है. मीठी लस्सी के रूप में भी ले सकते हैं. खाना खाने के बाद एक गिलास छाछ पीने से भोजन आसानी से पच जाता है. आंवले और बेल का मुरब्बा, पेठा जैसी चीजों को गर्मियों में मिठाई से तौर पर खा सकते हैं.

मौसमी फल का सेवन जरूर करें

गर्मी के मौसम में रसदार फलों का सेवन करना चाहिए. इस मौसम में मौसमी, संतरा, तरबूज, खरबूजा, अंगूर, लीची जैसे फल आने लगते हैं. इन फलों को अपने आहार का हिस्सा बनाना चाहिए. क्यों कि रसदार फल शरीर में पानी की उचित मात्रा बनाए रखने में मदद करते हैं. पानी भी उचित मात्रा में पीना चाहिए. घंटे डेढ़ घंटे के अंतराल पर पानी पीते रहना चाहिए और दिनभर में 8-10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए. तरल पदार्थों के सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है. नींबू की शिकंजी, गन्ने का रस, नारियल पानी पीना भी फायदेमंद रहता है.

गर्मी के दिनों में क्या खाने से बचना चाहिए.

गर्मी के दिनों में ज्यादा तली भुनी, मसालेदार, बांसी और खट्टी चीजों का सेवन कम से कम करना चाहिए. क्यों कि यह आपकी पाचन शक्ति पर बुरा असर डालती हैं. फूड पॉइजनिंग का शिकार भी हो सकते हैं. फूल गोभी, पत्ता गोभी, बैंगन जैसी सब्जियों का इस्तेमाल भी कम कर देना उचित रहता है. गर्मी के दिनों तेल और घी के इस्तेमाल में भी कमी करना सही रहता है. ज्यादा तेल वाला भोजन करने से भी आपके पाचन तंत्र पर असर पड़ता है. पिज्जा, बर्गर और फास्ट फूड खाने से तो हमेशा ही बचना चाहिए. साथ ही गर्मी के दिनों चाय और कॉफी का सेवन भी कम करना चाहिए. क्यों कि यह आपके शरीर में गर्मी बढ़ाती हैं और ड्रीहाइड्रेशन की प्रॉब्लम को जन्म देती हैं.

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