Monday, July 7, 2025
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Indian Navy : एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी बने नए नौसेना प्रमुख,संभाला पदभार,जानें उनके बारे में ?

नई दिल्ली, संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने मंगलवार को देश के 26वें नौसेना अध्यक्ष का प्रभार संभाल लिया. उन्होंने आर हरि कुमार के सेवानिवृत्त होने पर नौसेना प्रमुख का कार्यभार संभाला है.रीवा के सैनिक स्कूल के भूतपूर्व छात्र एडमिरल त्रिपाठी इससे पहले नौसेना के उप प्रमुख का पद संभाल रहे थे.

संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ

एडमिरल त्रिपाठी का 15 मई 1964 को जन्म हुआ था और एक जुलाई 1985 में वह भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे. संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ वाइस एडमिरल त्रिपाठी का करीब 30 वर्ष का लंबा और विशिष्ट करियर रहा है.एडमिरल त्रिपाठी ने भारतीय नौसैन्य जहाज विनाश, किर्च और त्रिशूल की कमान भी संभाली है.

वाइस एडमिरल त्रिपाठी की नौसेना के हाइली डेकोरेटेड अधिकारियों में गिनती होती है.2019 में अतिविशिष्ट सेवा मेडल से नवाजा जा चुका है.इतना ही नहीं,उन्हें नौसेना मेडल से सम्मानित किया जा चुका है.

विभिन्न पदों पर रह चुके

नौसेना के उप प्रमुख का पद संभालने से पहले वह पश्चिमी नौसैन्य कमान के फ्लैट ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ रह चुके हैं. रियर एडमिरल के तौर पर वह ईस्टर्न फ्लीट के फ्लैट ऑफिसर कमांडिंग रह चुके हैं.वह भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला के कमांडेंट भी रह चुके हैं.

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खडकवासला के पूर्व छात्र वाइस एडमिरल त्रिपाठी ने गोवा के नेवल वॉर कॉलेज और अमेरिका के नेवल वॉर कॉलेज में भी कोर्स किया है.उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) और नौसेना पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है.एडमिरल हरि कुमार 4 दशकों के शानदार करियर के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं.

Lok Sabha Election : ‘भाजपा के गढ़ में भी प्रधानमंत्री इतने घबराए हुए क्यों हैं ?’,जयराम रमेश ने उठाए सवाल,जानें क्यों कही ये बात

नई दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने सूरत में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचित होने और इंदौर में नाम वापसी के अंतिम दिन कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा पर्चा वापस लेकर भाजपा में शामिल होने के बाद मंगलवार को सवाल किया कि अपनी पार्टी के मजबूत गढ़ में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इतना घबराए और डरे हुए क्यों हैं?

जयराम रमेश ने क्या कहा ?

रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘1984 के बाद से सूरत और इंदौर लोकसभा सीट कांग्रेस ने नहीं जीती.फिर भी 2024 में दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को अपना नामांकन वापस लेने के लिए डराया-धमकाया गया और उन पर दबाव डाला गया.उन्होंने सवाल किया कि भाजपा के गढ़ में भी प्रधानमंत्री इतने घबराए और डरे हुए क्यों हैं?

भाजपा पर लगाया बड़ा आरोप

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि इन दोनों लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवारों को नामांकन वापस लेने के लिए डराया और धमकाया गया.बता दें कि इंदौर से कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने पार्टी को तगड़ा झटका देते हुए सोमवार को नामांकन वापसी के आखिरी दिन अपना पर्चा वापस ले लिया. उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है.इससे पहले सूरत में भी कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया था.

Lok Sabha Election 2024: ‘कांग्रेस आरक्षण खत्म कर देने का झूठ फैला रही”,गुवाहाटी में बोले अमित शाह,जानिएं और क्या कहा ?

गुवाहाटी,केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस यह झूठ फैला रही है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आई तो उसका इरादा संविधान बदलने और आरक्षण समाप्त करने का है.शाह ने दावा किया कि जनता के आशीर्वाद और समर्थन से भाजपा लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीट जीतने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है.

”कांग्रेस फैला रही है झूठ”

उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा,”कांग्रेस इस तरह के झूठ फैला रही है कि भाजपा संविधान बदलेगी और आरक्षण समाप्त कर देगी.हम मतदाताओं को अल्पसंख्यक या बहुसंख्यक के रूप में नहीं देखते.भाजपा असम में 14 लोकसभा सीट में से 12 पर जीत दर्ज करेगी.”

”BJP धर्म के आधार पर आरक्षण में विश्वास नहीं रखती”

गृह मंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण में विश्वास नहीं रखती.हम देशभर में समान नागरिक संहिता लागू करने के पक्ष में हैं.उन्होंने कहा कि भाजपा को दक्षिणी राज्यों में भी मतदाताओं का बहुत अच्छा समर्थन मिल रहा है.
ल करने के लिए 3 महीने का समय दिया गया है.

Patanjali Ayurved : बाबा रामदेव को बड़ा झटका,उत्तराखंड सरकार ने पतंजलि के 14 उत्पादों के लाइसेंस किए रद्द, जानें उन प्रोडक्ट्स के नाम

भ्रामक विज्ञापन में सुप्रीम कोर्ट से फटकार के बाद पतंजलि को एक और झटका लगा है.उत्तराखंड सरकार ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के 14 उत्पादों के लाइसेंस तत्काल प्रभाव से कैंसल कर दिए हैं.इनमें पतंजलि की दृष्टि आई ड्रॉप से लेकर दिव्य फार्मेसी की मधुनाशिनी वटी तक शामिल है.उत्तराखंड सरकार की ओर से बाकायदा सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर इस बात की जानकारी दी गई है. हलफनामे में साफ बताया गया है कि पतंजलि आयुर्वेद द्वारा प्रोडक्ट्स के बार-बार भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित करने के कारण कंपनी के लाइसेंस को रोका गया है.

इन 14 प्रोड्क्टस का लाइसेंस सस्पेंड हुआ?

उत्तराखंड सरकार ने जिन 14 उत्पादों का लाइसेंस सस्पेंड किया है.उनमें
श्वासारि गोल्ड, श्वासारि वटी,श्वासारी प्रवाही, श्वासारि अवलेह,ब्रोंकोम, मुक्तावटी एक्सट्रा पावर,लिपिडोम, बीपी ग्रिड, मधुग्रिट, मधुनाशिनी वटी एक्सट्रा पावर, लिवामृत एडवांस, लिवोग्रिट,आईग्रिट गोल्ड,पतंजलि दृष्टि आई ड्रॉप शामिल हैं.

हरिद्वार के औषधि निरीक्षक/ जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी के द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि संबंधित फर्म द्वारा वांछित सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई और फर्म द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया.इसके अलावा संबंधित फर्म ने मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भ्रामक विज्ञापन प्रसारित कराए हैं, इसलिए ड्रग्स एवं कॉस्मेटिक एक्ट 1945 की धारा 159(1) के प्रावधानों के अनुसार तत्काल प्रभाव से सूचीबद्ध दवाओं के उत्पादन पर रोक लगाई जाती है.पतंजलि आयुर्वेद और दिव्य फार्मेसी को इस आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए 3 महीने का समय दिया गया है.

Covishield Vaccine : कोवीशील्ड वैक्सीन से हार्ट अटैक का खतरा,एस्ट्रोजेनेका ने कोर्ट में मानी बात,जानें और क्या हो सकते है साइड इफेक्ट्स ?

कोरोना महामारी के दौरान लोगों को बीमारी से बचाने के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रोजेनेका के वैक्सीन लगाए गए थे.भारत में इस वैक्सीन का उत्पादन अदार पूनावाला के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया गया था.जिसके बाद इसे भारत समेत दुनियाभर के करोड़ों लोगों को लगाया गया.ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्रोजेनेका के एक खुलासे से वैक्सीन लगाने वाला हर शख्स हिल गया है.वैक्सीन निर्माता ने कोर्ट में माना है कि कोविशील्ड वैक्सीन में Blood Clotting से लेकर TTS जैसे साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं.

स्ट्रोक और हार्ट अटैक का बन सकती है कारण

एस्ट्रोजेनेका ने माना है कि उसकी कोरोना वैक्सीन, जो कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया नाम के तहत पूरी दुनिया में बेची गई थी.इससे लोगों में खून का थक्का जमने से लेकर कई साइड इफैक्ट्स हो सकते हैं कई गंभीर मामलों में यह स्ट्रोक और हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है.कंपनी ने इसके साथ ही यह भी कहा है कि ऐसा बेहद दुर्लभ मामलों में ही होगा और आम लोगों को डरने की जरूरत नहीं है.

कोर्ट तक कैसे पहुंचा मामला

ब्रिटेन में जेमी स्कॉट नाम के व्यक्ति ने एस्ट्राजेनेका कंपनी के खिलाफ कोर्ट में केस किया है. जेमी का कहना है कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगवाने के बाद वे ब्रेन डैमेज के शिकार हुए.उनकी तरह कई अन्य परिवारों ने भी वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स को लेकर कोर्ट में कंप्लेन फाइल की है.

कंपनी ने कोर्ट में कबूली यह बात

यूके हाईकोर्ट में अपना जवाब दाखिल करते हुए कंपनी ने स्वीकार किया कि बेहद दुर्लभ मामलों में उनकी वैक्सीन थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) की वजह बन सकता है. इसकी वजह से लोगों को हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है. इस कबूलनामे के बावजूद कंपनी लोगों की मुआवजे की मांग का विरोध कर रही है.

थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) क्या होता है ?

TTS की वजह से शरीर के अंदर Blood Clotting होने लगती है. ये छोटे-छोटे थक्के रक्त वाहिकाओं में खून के प्रवाह में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं,जिससे स्ट्रोक और हार्ट अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती हैं,इस सिंड्रोम के चलते शरीर में प्लेटलेट्स की मात्रा भी कम हो सकती है.

Bengal Teacher Recruitment Scam : ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत,स्कूल भर्ती घोटाले में CBI जांच पर लगाई रोक,जानें कोर्ट ने क्या कहा ?

नई दिल्ली, उच्चतम न्यायालय ने शिक्षक भर्ती मामले में पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों की भूमिका की CBI जांच का निर्देश देने संबंधी कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर सोमवार को रोक लगा दी. शीर्ष अदालत राज्य संचालित और राज्य सहायता प्राप्त स्कूलों में स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) द्वारा की गई 25,753 शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति को रद्द करने वाले उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका पर सुनवाई कर रही थी.

पीठ ने मामले पर क्या कहा ?

प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि वह इस मामले पर 6 मई को सुनवाई करेगी.पीठ ने कहा,”हम उस निर्देश पर रोक लगाएंगे जिसमें कहा गया है कि CBI राज्य सरकार के अधिकारियों के खिलाफ आगे की जांच करेगी.”

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने दिया था ये आदेश

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कहा था कि CBI अवैध नियुक्तियों को समायोजित करने के लिए अतिरिक्त पद के सृजन को मंजूरी देने में शामिल राज्य सरकार के अधिकारियों की भूमिका के संबंध में आगे की जांच करेगी.उच्च न्यायालय ने कहा था कि यदि आवश्यक हुआ तो CBI इसमें शामिल ऐसे लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी.

आदेश को चुनौती देते हुए राज्य सरकार ने उच्चतम न्यायालय के समक्ष दायर अपनी अपील में कहा कि उच्च न्यायालय ने नियुक्तियों को ‘‘मनमाने ढंग से’’ रद्द कर दिया.

Flood In Kenya : पश्चिमी केन्या में भारी बारिश के चलते टूट गया बांध,घरों में घुसा पानी,40 लोगों की मौत,जानें ताजा हालात

नैरोबी, अफ्रीकी देश केन्या के पश्चिमी इलाके में सोमवार को सुबह एक बांध के टूटने के कारण कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई है.केन्या पुलिस ने यह जानकारी दी.पुलिस के मुताबिक, बांध का पानी आस-पास के इलाके में स्थित लोगों के घरों में घुस गया और पानी के बहाव के परिणामस्वरूप एक प्रमुख सड़क से संपर्क कट गया.

बांध टूटने ढहने की घटना

पुलिस अधिकारी स्टीफन किरुई ने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि यह घटना सोमवार की सुबह ग्रेट रिफ्ट घाटी क्षेत्र के माई माहिउ इलाके में स्थित ‘ओल्ड किजाबे बांध’ के ढहने के बाद हुई. ग्रेट रिफ्ट घाटी क्षेत्र में अचानक बाढ़ आने का खतरा बना रहता है.बांध टूटने के बाद पानी नीचे की ओर बहने लगा.

बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति

केन्या में बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.बाढ़ के कारण अब तक करीब 100 लोगों की मौत हो चुकी है और स्कूलों के खुलने में भी देरी हो रही है.केन्या में मार्च के मध्य से ही भारी बारिश का दौर जारी है. मौसम विज्ञान विभाग ने और बारिश की चेतावनी दी है.

तंजानिया में बाढ़ के कारण 155 लोगों की मौत

भारी बारिश के कारण पूर्वी अफ्रीकी क्षेत्र के कई देशों को बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है.तंजानिया में बाढ़ के कारण 155 लोगों की मौत होने की खबर है, जबकि पड़ोसी देश बुरुंडी में 2 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं.

एयरपोर्ट पर भरा पानी,फ्लाइट करनी पड़ी डायवर्ट

केन्या के प्रमुख हवाईअड्डे पर शनिवार को पानी भर गया, जिससे कुछ उड़ानों के मार्ग परिवर्तित करने पड़े.लोगों ने रनवे, टर्मिनल और कार्गो सेक्शन में पानी भर जाने के वीडियो ऑनलाइन साझा किए गए.पूरे केन्या में दो लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घर जलमग्न हो गए हैं और लोग स्कूलों में शरण ले रहे हैं.केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो ने राष्ट्रीय युवा सेवा संगठन को बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी शिविर हेतु जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.

Share Market : शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल, Sensex में 941 अंक का उछाल, Nifty 22,600 के पार पहुंचा,जानें ताजा हाल

मुंबई, वैश्विक बाजारों में मजबूती के बीच घरेलू स्तर पर बैंकों एवं ढांचागत कंपनियों के शेयरों में तगड़ी खरीदारी होने से सोमवार को BSE सेंसेक्स ने 941 अंक उछल गया जबकि एनएसई Nifty 22,600 के स्तर से ऊपर पहुंच गया.

बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 941.12 अंक यानी 1.28 प्रतिशत उछलकर 74,671.28 अंक पर बंद हुआ.कारोबार के दौरान एक समय यह 990.99 अंक तक बढ़कर 74,721.15 पर पहुंच गया था.नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 223.45 अंक यानी एक प्रतिशत बढ़कर 22,643.40 अंक पर बंद हुआ.

इन शेयरों में रही बढ़त

सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से आसीआईसीआई बैंक में लगभग 5 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई.मार्च तिमाही में बैंक का समेकित शुद्ध लाभ 18.5 प्रतिशत बढ़कर 11,672 करोड़ रुपये हो जाने से इसके शेयरों को रफ्तार मिली.इसके अलावा इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी बैंक के शेयर भी बढ़त लेने में सफल रहे.

इन शेयरों में रही गिरावट

हालांकि एचसीएल टेक्नोलॉजीज के तिमाही नतीजे निवेशकों का उत्साह जगाने में नाकाम रहे और कंपनी के शेयर करीब 6 प्रतिशत गिर गए.इसके अलावा आईटीसी, विप्रो और बजाज फिनसर्व में भी गिरावट का रुख रहा.

एशिया के अन्य बाजारों का हाल

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए. यूरोप के बाजार मिले-जुले रुख के साथ कारोबार कर रहे थे.अमेरिकी बाजार शुक्रवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों के बढ़िया तिमाही नतीजों और बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट आने से घरेलू स्तर पर बाजारों में तगड़ी उछाल देखी गई.बैंक निफ्टी ने चौथी तिमाही में अपने मजबूत प्रदर्शन से बाकी को पीछे छोड़ दिया.”

नायर ने कहा कि पश्चिम एशिया का तनाव नरम पड़ने और कंपनियों के स्थिर तिमाही नतीजों से सकारात्मक धारणा को बल मिलने की उम्मीद है.इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत गिरकर 89.04 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 3,408.88 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी.सेंसेक्स शुक्रवार को 609.28 अंक गिरकर 73,730.16 अंक और निफ्टी 150.40 अंक टूटकर 22,419.95 अंक पर आ गया था.

Amit Shah Reservation Video : अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में एक्शन में दिल्ली पुलिस,तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी समेत 5 लोगों को भेजा नोटिस,जानें पूरा मामला ?

नई दिल्ली, दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर फैलाए गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कथित फर्जी वीडियो के सिलसिले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को 1 मई को जांच में शामिल होने को कहा है. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी

पुलिस ने रेवंत रेड्डी समेत 5 लोगों को भेजा नोटिस

सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने रेड्डी समेत 5 लोगों को नोटिस भेजा है. रेड्डी ने उक्त वीडियो ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था. सूत्रों ने बताया कि रेड्डी को पूछताछ के दौरान अपना मोबाइल फोन साथ में लाने को कहा गया है जिसका इस्तेमाल कथित रूप से फर्जी वीडियो ‘एक्स’ पर साझा करने में किया गया था.रेड्डी, कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष भी हैं.

दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने सोशल मीडिया मंचों पर शाह का फर्जी वीडियो फैलाए जाने के सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद रविवार को मामला दर्ज किया था.

अमित शाह के फर्जी वीडियो में क्या है ?

कथित फर्जी वीडियो में, तेलंगाना में धार्मिक आधार पर मुसलमानों के लिए आरक्षण समाप्त करने की प्रतिबद्धता जताने का संकेत देने संबंधी शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर इस तरह दिखाया गया है जैसे कि वह हर तरह का आरक्षण समाप्त करने की वकालत कर रहे हों.

मामले में हो सकती गिरफ्तारियां

अधिकारियों ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के अनेक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के सूत्रों ने बताया कि देशभर में इस मामले में गिरफ्तारियां हो सकती हैं.

Arvind Kejriwal Bail : ‘अधीनस्थ अदालत में जमानत अर्जी क्यों नहीं की दायर ?’,सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल से पूछा सवाल

नई दिल्ली, उच्चतम न्यायालय ने कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के एक मामले में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सोमवार को पूछा कि उन्होंने अधीनस्थ अदालत में जमानत याचिका दायर क्यों नहीं की.न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली आम आदमी पार्टी (आप) नेता की याचिका पर सुनवाई कर रही है.

पीठ ने केजरीवाल से पूछा यह सवाल

पीठ ने केजरीवाल की ओर से उपस्थित हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी से पूछा,”आपने जमानत के लिए कोई अर्जी अधीनस्थ अदालत में दायर नहीं की थी?”सिंघवी ने जवाब दिया, नहीं,न्यायालय ने पूछा,”आपने जमानत के लिए कोई अर्जी क्यों नहीं दायर की?”केजरीवाल के वकील ने कहा कि इसके कई कारण हैं जिनमें मुख्यमंत्री की ‘‘गैरकानूनी’’ गिरफ्तारी भी शामिल है.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को केजरीवाल को गिरफ्तार किया था.इससे पहले, दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्हें धन शोधन रोधी एजेंसी की दंडात्मक कार्रवाई से राहत देने से इनकार कर दिया था. मुख्यमंत्री वर्तमान में यहां तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में हैं.शीर्ष अदालत ने 15 अप्रैल को ईडी को एक नोटिस जारी किया था और केजरीवाल की याचिका पर उसका जवाब मांगा था.

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