Thursday, June 26, 2025
Home Blog Page 4

Stock Market Update: शेयर बाजार में तेजी, Sensex 550 अंक उछला, निफ्टी 25,200 के स्तर पर, इन शेयरों में फायदा और नुकसान

Share Market Today: ईरान और इजराइल के बीच युद्ध विराम के बाद पश्चिम एशिया में तनाव कम होने के संकेतों के बीच वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच सेंसेक्स और निफ्टी में बुधवार को शुरुआती कारोबार में तेजी दर्ज की गई. बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 550 अंक चढ़कर 82,600 अंक पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 150 अंक की बढ़त के साथ 25,200 के स्तर पर पहुंच गया.

इन कंपनियों के शेयर में फायदा और नुकसान

सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से टाइटन, एचसीएल टेक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टाटा स्टील के शेयर सबसे ज्यादा लाभ में रहे. कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर नुकसान में रहे.

एशियाई और यूरोपीय शेयर बाजारों का हाल

एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट फायदे में रहे जबकि जापान का निक्की 225 में मामूली गिरावट दर्ज की गई. अमेरिकी बाजार मंगलवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे. अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.30 प्रतिशत की बढ़त के साथ 68.01 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा.

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 5,266.01 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 5,209.60 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

इसे भी पढ़ें: Axiom 4 Mission की आज होगी लॉन्चिंग, शुभांशु शुक्ला पर टिकी देश की निगाहें, SpaceX ने कहा उड़ान के लिए मौसम 90 प्रतिशत अनुकूल

Axiom 4 Mission की आज होगी लॉन्चिंग, शुभांशु शुक्ला पर टिकी देश की निगाहें, SpaceX ने कहा उड़ान के लिए मौसम 90 प्रतिशत अनुकूल

Axiom 4 Mission: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा के लिए एक्सिओम-4 मिशन का प्रक्षेपण कई बार टलने के बाद भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और 3 अन्य यात्री बुधवार को प्रक्षेपण के लिए तैयार हैं. स्पेसएक्स ने घोषणा की है कि उड़ान के लिए मौसम 90 प्रतिशत अनुकूल है. अमेरिका की निजी अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स इस अंतरिक्ष मिशन के लिए परिवहन सेवा प्रदान कर रही है.

SpaceX ने बताया उड़ान के लिए मौसम 90 प्रतिशत अनुकूल

स्पेसएक्स ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘बुधवार को अंतरिक्ष स्टेशन जाने के लिए एक्सिओम स्पेस के एएक्स-4 मिशन के प्रक्षेपण के लिहाज से सभी प्रणालियां दुरुस्त दिख रही हैं और उड़ान के लिए मौसम 90 प्रतिशत अनुकूल है.’

NASA ने बताया कितने बजे होगी लॉन्चिंग

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA(नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) ने कहा कि नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स ने अब अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन ‘एक्सिओम मिशन 4’ के प्रक्षेपण के लिए बुधवार, 25 जून को दोपहर 12 बजकर एक मिनट (भारतीय समयानुसार) का लक्ष्य रखा है. यह मिशन फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र के ‘लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए’ से प्रक्षेपित किया जाएगा.

Image Source: PTI

शुभांशु शुक्ला मिशन के पायलट

एक्सिऑम-4 वाणिज्यिक मिशन का नेतृत्व कमांडर पैगी व्हिटसन कर रही हैं, जिसमें शुक्ला मिशन पायलट हैं और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कपू व पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की मिशन विशेषज्ञ हैं.

Image Source: PTI

अब तक इतनी बार टला मिशन

इस मिशन के तहत प्रक्षेपण मूलतः 29 मई को होना था लेकिन फाल्कन-9 रॉकेट के बूस्टर में तरल ऑक्सीजन के रिसाव और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के पुराने रूसी मॉड्यूल में भी रिसाव होने का पता चलने के बाद पहले इसे आठ जून, फिर 10 जून और फिर 11 जून के लिए टाल दिया गया. इसके बाद प्रक्षेपण की योजना फिर 19 जून के लिए टाल दी गई और फिर नासा द्वारा रूसी मॉड्यूल में मरम्मत कार्यों के बाद कक्षीय प्रयोगशाला के संचालन का आकलन करने के लिए प्रक्षेपण की तिथि 22 जून तय की गई

इसे भी पढ़ें: Iran पर हमलों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ पेश महाभियोग प्रस्ताव खारिज, विरोध में 344 और पक्ष में 79 वोट पड़े

Iran पर हमलों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ पेश महाभियोग प्रस्ताव खारिज, विरोध में 344 और पक्ष में 79 वोट पड़े

Iran Israel Conflict: अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा ने संसदीय मंजूरी के बगैर ईरान के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग चलाने के प्रयासों के खिलाफ मंगलवार को बढ़-चढ़कर मतदान किया. इस संबंध में पेश प्रस्ताव के विरोध में 344 और पक्ष में 79 वोट पड़े. टेक्सास से डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद एल ग्रीन ने यह प्रस्ताव पेश किया, जिसपर संक्षिप्त चर्चा हुई और उनकी पार्टी में ही विभाजन हो गया. डेमोक्रेटिक पार्टी के कई सांसदों ने प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया.

महाभियोग प्रस्ताव पेश करने वाले सांसद ने कही ये बात

ग्रीन ने मतदान से पहले कहा, ‘मैं ऐसा इसलिए कर रहा हूं क्योंकि किसी भी व्यक्ति को अमेरिकी संसद से परामर्श किए बिना 30 करोड़ लोगों को युद्ध में झोंकने का अधिकार नहीं होनी चाहिए. मैं समझता हूं कि या तो संविधान सार्थक साबित होगा या निरर्थक बन जाएगा.’

ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले से नाखुश

ट्रंप पर महाभियोग की यह पहली कोशिश नहीं है, लेकिन यह दिखाता है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के कई सदस्य विशेष रूप से ईरान के परमाणु केंद्रों पर अचानक हमले के बाद से उनके प्रशासन से असहज हैं, जो पश्चिम एशिया के मामलों में एक जोखिम भरा हस्तक्षेप है. डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने ग्रीन की सीधे तौर पर तो आलोचना नहीं की, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि उनका ध्यान दूसरे मुद्दों पर है. महाभियोग के मामलों में आमतौर पर पार्टी नेतृत्व की ओर से किसी खास तरीके से वोट करने का दबाव नहीं होता.

कैलिफोर्निया से डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद और प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेटिक कॉकस के अध्यक्ष पीट एगुइलर ने आगामी दिनों संसद में पारित होने वाले ट्रंप के बड़े कर छूट पैकेज का जिक्र करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि इससे अलग किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करना ध्यान भटकाने वाला होगा, क्योंकि यही सबसे महत्वपूर्ण चीज है जिस पर हम ध्यान केंद्रित कर सकते हैं.’

डेमोक्रेटिक पार्टी 2 बार पेश कर चुकी महाभियोग प्रस्ताव

डेमोक्रेटिक पार्टी ट्रंप के राष्ट्रपति रहते उनके खिलाफ 2 बार महाभियोग प्रस्ताव पेश कर चुकी है। 2019 में रूस के सैन्य आक्रमण का सामना कर रहे यूक्रेन को दी जाने वाली धनराशि रोकने के लिए उनके खिलाफ पहली बार महाभियोग प्रस्ताव पेश किया गया था। ट्रंप के समर्थकों ने 2021 में राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रिटिक पार्टी के जो बाइडन की जीत के विरोध में 6 जनवरी को कैपिटल हिल पर हमला कर दिया था, जिसको लेकर ट्रंप के खिलाफ दूसरा महाभियोग प्रस्ताव पेश किया गया था. हालांकि दोनों महाभियोग मामलों में संसद के उच्च सदन सीनेट ने ट्रंप को आरोपों से बरी कर दिया था, जिसके बाद उन्हें दोबारा राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का मौका मिल गया था।

इसे भी पढ़ें: IND vs ENG: लीड्स टेस्ट में भारत को मिली हार, कप्तान शुभमन गिल ने बताया कहां हुई चूक, इस कमी पर जाहिर चिंता

IND vs ENG: लीड्स टेस्ट में भारत को मिली हार, कप्तान शुभमन गिल ने बताया कहां हुई चूक, इस कमी पर जाहिर चिंता

IND vs ENG: एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में भारतीय टीम को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट स्टेडियम में मंगलवार को मैच के आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 350 रन बनाने थे. उन्होंने यह लक्ष्य 5 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया. कप्तान शुभमन गिल ने खुद बताया कि हार की क्या वजह रहीं.

Image Source: PTI

भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 5 विकेट से मिली हार के बाद स्वीकार किया कि निचले क्रम के बल्लेबाजों से रन नहीं बन पाना हार का अहम कारण रहा. उपकप्तान ऋषभ पंत ने दोनों पारियों में शतक जमाया जबकि गिल, यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने भी शतक बनाए लेकिन भारत दोनों पारियों में अपेक्षित बड़ा स्कोर नहीं बना सका और कई अहम कैच भी छूटे. पहली पारी में एक समय स्कोर 3विकेट पर 359 रन रहने के बाद पूरी टीम 471 रन पर आउट हो गई. दूसरी पारी में भी आखिरी 6 विकेट 77 रन के भीतर गिर गए.

Image Source: PTI

शुभमन गिल ने बताई हार की ये वजह

गिल ने मैच के बाद कहा, ‘यह शानदार टेस्ट मैच था. हमारे पास मौके थे लेकिन हमने कैच छोड़े और निचले क्रम से भी रन नहीं बने. लेकिन टीम पर गर्व है और कुल मिलाकर अच्छा प्रयास था. कल हम 430 के करीब रन बनाकर पारी घोषित करने की सोच रहे थे लेकिन निचले क्रम पर रन नहीं बनने से मुश्किल हो गई.
उन्होंने कहा, ‘हमने निचले क्रम के योगदान पर बात की लेकिन यह इतनी जल्दी (विकेटों का पतन) हो गया. हमें आने वाले मैचों में इसमें सुधार करना होगा.’

Image Source: PTI

कैच छूटने पर फील्डर्स का किया बचाव

गिल ने कैच छूटने पर अपने क्षेत्ररक्षकों का बचाव करते हुए कहा,’ इस तरह की विकेटों पर आसानी से मौके नहीं मिलते. यह युवा टीम है और सीख रही है. उम्मीद है कि इन पहलुओं पर आगे बेहतर प्रदर्शन होगा.’

Image Source: PTI

बुमराह की उपलब्धता पर कही ये बात

कप्तान गिल ने कहा कि 2 जुलाई से बर्मिघम में होने वाले दूसरे टेस्ट में समय है और जसप्रीत बुमराह को लेकर मैच से पहले फैसला लिया जाएगा. बुमराह की उपलब्धता पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हम मैच दर मैच देखेंगे. दूसरे टेस्ट के करीब आने पर फैसला लिया जाएगा.’

Image Source: PTI

बेन डकेट और जैक क्रॉली को दिया जीत का श्रेय

इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने भारत की तारीफ की लेकिन अपने सलामी बल्लेबाजों बेन डकेट और जैक क्रॉली को जीत का श्रेय दिया जिन्होंने क्रमश: 149 और 65 रन बनाये. उन्होंने कहा,’ भारत ने पहले सत्र में शानदार खेल दिखाया. इंग्लैंड में चौथी पारी में खेलना आसान नहीं है लेकिन जैक और बेन ने शानदार साझेदारी करके जीत की नींव रखी.’

Image Source: PTI

डकेट ने की बुमराह की तारीफ

प्लेयर ऑफ द मैच डकेट ने कहा कि बुमराह का सामना करने का तरीका तलाशना अहम था.उन्होंने कहा, ‘वह विश्व स्तरीय गेंदबाज है और पहली पारी में उसने शानदार प्रदर्शन किया था. हमें खुशी है कि दूसरी पारी में उसे दोहराने नहीं दिया.’

Image Source: PTI

इसे भी पढ़ें: Axiom 4 Mission: शुभांशु शुक्ला भरेंगे ऐतिहासिक उड़ान, आज ISS के लिए होंगे रवाना, जानें मिशन के बारे में पूरी डिटेल

Axiom 4 Mission: शुभांशु शुक्ला भरेंगे ऐतिहासिक उड़ान, आज ISS के लिए होंगे रवाना, जानें मिशन के बारे में पूरी डिटेल

Shubhanshu Shukla Axiom Mission 4: भारतीय अंतरिक्ष यात्रा शुभांशु शुक्ला आज एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के लिए रवाना होंगे. राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले वे दूसरे भारतीय होंगे. बता दें कि मिशन में अब तक कई रुकावटें आई जिसके चलते मिशन में देरी हुई. इससे पहले, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगलवार को घोषणा की कि भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) लेजाने वाले एक्सिओम-4 मिशन के लिए प्रक्षेपण अब 25 जून को होगा. यह मिशन फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र के ‘लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए’ से आज दोपहर 12 बजे लॉन्च किया जाएगा. नासा के अनुसार‘डॉकिंग’ समय गुरुवार 26 जून को लगभग सुबह 7 बजे (भारतीय समयानुसार शाम 4.30 बजे) होगा.

एक्सिऑम-4 वाणिज्यिक मिशन का नेतृत्व कमांडर पैगी व्हिटसन कर रही हैं, जिसमें शुक्ला मिशन पायलट हैं और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कपू और पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की मिशन विशेषज्ञ हैं.

26 जून को होगी डॉकिंग

बता दें कि यह मिशन फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र के ‘लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए’ से प्रक्षेपित किया जाएगा. नासा ने कहा कि ‘डॉकिंग’ समय गुरुवार 26 जून को लगभग सुबह 7 बजे (भारतीय समयानुसार शाम साढ़े चार बजे) होगा.

अब तक कई बार टल चुका मिशन

इस मिशन के तहत प्रक्षेपण मूलतः 29 मई को होना था लेकिन फाल्कन-9 रॉकेट के बूस्टर में तरल ऑक्सीजन के रिसाव और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के पुराने रूसी मॉड्यूल में भी रिसाव होने का पता चलने के बाद पहले इसे आठ जून, फिर 10 जून और फिर 11 जून के लिए टाल दिया गया. इसके बाद प्रक्षेपण की योजना फिर 19 जून के लिए टाल दी गई और फिर नासा द्वारा रूसी मॉड्यूल में मरम्मत कार्यों के बाद कक्षीय प्रयोगशाला के संचालन का आकलन करने के लिए प्रक्षेपण की तिथि 22 जून तय की गई.

शुभांश शुक्ला अंतरिक्ष में करेंगे 7 प्रयोग

शुभांश शुक्ला अंतरिक्ष में 7 प्रयोग करेंगे, जिनका उद्देश्य भारत में माइक्रोग्रैविटी अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने ISS पर प्रयोग करने के लिए भारत-केंद्रित भोजन पर ध्यान केंद्रित करने की योजना तैयार की है, जिसमें माइक्रोग्रैविटी स्थितियों में हरा चना या मेथी और मूंग को अंकुरित करना शामिल है.

DGCA ने प्रमुख हवाई अड्डों पर निगरानी के दौरान विमानन पारिस्थितिकी तंत्र में कई खामियां पाई

DGCA News : नई दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मंगलवार को कहा कि प्रमुख हवाई अड्डों पर की गई निगरानी में विमानन पारिस्थितिकी तंत्र में कई खामियां सामने आई हैं। नियामक ने कहा कि इनमें कई ऐसे मामले शामिल हैं, जहां विमान में खामियां फिर से दिखाई दीं और रनवे पर केंद्र रेखा का निशान धुंधला हो गया था। अहमदाबाद में 12 जून को एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की पृष्ठभूमि में की गई इस जांच में उड़ान संचालन, उड़ान योग्यता, रैंप सुरक्षा, हवाई यातायात नियंत्रण, संचार, नेविगेशन प्रणाली और उड़ान-पूर्व चिकित्सा मूल्यांकन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को शामिल किया गया था।

नागर विमानन महानिदेशालय ने बयान में विमानन पारिस्थितिकी तंत्र में एयरलाइन कंपनियों या किसी अन्य इकाई का नाम बताए बिना कहा कि सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए संबंधित पक्षों को सात दिन के भीतर निष्कर्षों के बारे में बता दिया गया। बयान में कहा गया कि निगरानी के दौरान, एक अनुसूचित एयरलाइन की घरेलू उड़ान घिसे हुए टायरों के कारण रुकी हुई पाई गई और आवश्यक सुधार के बाद ही उसे छोड़ा गया। नियामक ने कहा कि ऐसे कई मामले थे, जिनमें पहले पता चल चुकी खामियां विमान में फिर से दिखाई दीं, जिससे अप्रभावी निगरानी और अपर्याप्त सुधार का संकेत मिलता है।

नियामक ने यह भी पाया कि एक सिम्युलेटर विमान की बनावट से मेल नहीं खा रहा था और सॉफ्टवेयर भी वर्तमान संस्करण में ‘अपडेट’ नहीं किया गया था। संयुक्त महानिदेशक के नेतृत्व में दो दलों ने दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों सहित प्रमुख हवाई अड्डों पर रात और सुबह के समय निगरानी की।

बयान में कहा गया कि निगरानी के दौरान ‘बैगेज ट्रॉली’ जैसे उपकरण खराब पाए गए। विमान के रखरखाव के दौरान कार्य आदेश का पालन नहीं किया गया था और अनुपयोगी ‘थ्रस्ट रिवर्सर’ प्रणाली और ‘फ्लैप स्लैट लीवर’ को लॉक नहीं किया गया था। बयान में कहा गया, ”रखरखाव के दौरान, एएमई (विमान रखरखाव इंजीनियर) द्वारा एएमएम (विमान रखरखाव मैनुअल) के अनुसार सुरक्षा सावधानियां नहीं बरती गईं।” डीजीसीए ने पाया कि विमान में कई जीवन रक्षक जैकेट उनकी निर्धारित सीट के नीचे ठीक से नहीं रखे गए थे।

कई हवाई अड्डों के आसपास नए निर्माण के बावजूद कोई सर्वेक्षण नहीं किया गया था। हालांकि, इन हवाई अड्डों के नाम का खुलासा नहीं किया गया। डीजीसीए ने कहा कि विमानन पारिस्थितिकी तंत्र में जोखिमों का पता लगाने के लिए भविष्य में व्यापक निगरानी जारी रहेगी।

Iran Israel Ceasefire : सीजफायर तोड़ने पर भड़के अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, ईरान और इजरायल को दी चेतावनी

Iran Israel Ceasefire : मिडिल ईस्ट में चल रही ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान सामने आया है। ट्रंप ने दोनों पक्षों द्वारा संघर्षविराम (सीजफायर) के उल्लंघन की आलोचना की, लेकिन खासतौर पर इजराइल के रुख को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा है संघर्षविराम के बाद इतना बड़ा हमला नहीं करता चाहिए था।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, इजराइल, उन बमों को मत गिराओ। अगर तुम ऐसा करते हो तो यह एक बड़ा उल्लंघन है। अपने पायलटों को तुरंत घर वापस बुलाओ। ट्रंप ने कहा, मुझे यह पसंद नहीं आया कि इजरायल ने संघर्षविराम पर सहमति जताने के बाद तुरंत हमला कर दिया।

ट्रंप का दो टूक बयान, ईरान से खुश नहीं, लेकिन इज़राइल से बहुत नाखुश हूं

डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब इज़राइल ने हाल ही में ईरान पर संघर्षविराम के उल्लंघन का आरोप लगाया था। हालांकि, ईरान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस मुद्दे पर साफ रुख अपनाते हुए कहा, ईरान कभी भी अपना परमाणु कार्यक्रम फिर से शुरू नहीं करेगा। हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि वह ईरान की गतिविधियों से संतुष्ट नहीं हैं। ट्रंप ने अपने बयान में इज़राइल को लेकर और भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, मैं ईरान से खुश नहीं हूं — लेकिन इजराइल से बहुत नाखुश हूं।

ईरान-ईरान के संघर्षविराम में कतर भूमिका

ईरान ने इज़राइल के उन आरोपों को खारिज कर दिया है जिसमें उस पर संघर्षविराम के उल्लंघन का दावा किया गया था। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने अंतिम मिसाइल उस वक्त दागी थी जब इज़राइली शहर बीयरशेवा पर हमला हो रहा था, और यह घटना संघर्षविराम की आधिकारिक घोषणा से पहले की है। ईरान ने इस कार्रवाई को आत्मरक्षा करार देते हुए सीजफायर की शर्तों के उल्लंघन से साफ इनकार किया है।

एक रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कतर के अमीर से फोन पर बातचीत की और उनसे अनुरोध किया कि वे ईरान को अमेरिका समर्थित संघर्षविराम प्रस्ताव स्वीकार करने के लिए राजी करें। ट्रंप की इस पहल के बाद कतर ने तुरंत सक्रियता दिखाई। कतर के प्रधानमंत्री ने राजनयिक पहल की अगुवाई करते हुए ईरान से संपर्क साधा और उसे शांति प्रस्ताव मानने के लिए तैयार किया। इस रणनीतिक प्रयास के बारे में एक अमेरिकी अधिकारी ने जानकारी दी कि, “कतर के अमीर ने ईरान को अमेरिका समर्थित सीजफायर प्रस्ताव पर सहमति दिलाई। यह पूरी पहल ट्रंप और अमीर के बीच बातचीत के बाद संभव हो सकी।

कथावाचक की पिटाई पर भड़के अखिलेश यादव, भागवत कथा सबके लिए है जब सुन सकते हैं तो सुना क्यों नहीं सकते

UP News : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार द्वारा हर असंवैधानिक काम का समर्थन किये जाने की वजह से ‘प्रभुत्ववादी’ और ‘वर्चस्ववादी’ तत्वों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को ‘हार्टलेस’ (बेरहम) और ‘अलोकतांत्रिक’ करार दिया। यादव ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान दावा किया कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि ढाई हजार लोग ही इस सरकार को चला रहे हैं। सपा प्रमुख ने इटावा में यादव समाज के कथावाचक का सिर मुंडवाकर अपमानित किये जाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि दरअसल सरकार का जो मिजाज होता है, समाज की शक्तियों का संचालन भी उसी दृष्टि से होता है।

वर्चस्ववादी’ तत्वों के हौसले बुलंद : अखिलेश यादव

अखिलेश ने कहा, मुझे यह लगता है कि समाज के कुछ लोग ऐसा समझने लगे हैं कि यह सरकार उनके दिल और मन की सरकार है। इसी वजह से वे दलितों और पिछड़ों पर अत्याचार कर रहे है। सरकार ने कहीं भी यह संदेश देने की कोशिश नहीं की कि कोई इस प्रकार की किसी घटना में शामिल होगा तो उसका अंजाम क्या होगा। यह सारा काम सरकार के संरक्षण में हो रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा राजनीतिक लाभ लेने के लिए घटनाएं को होने देना चाहती है।

अखिलेश ने कहा कि सरकार में बैठे लोग अगर न्याय देने लगें तो बहुत सारी घटनाएं होंगी ही नहीं, लेकिन यह सरकार ‘हार्टलेस’ (बेरहम) और अलोकतांत्रिक है और हर असंवैधानिक काम का समर्थन करती है। उन्होंने इटावा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार में बैठे लोग लगातार अन्याय कर रहे हैं तथा प्रभुत्ववादी और वर्चस्ववादी लोग लगातार पीडीए परिवार के लोगों को डरा रहे हैं, धमका रहे हैं, अपमानित कर रहे हैं। सपा प्रमुख ने कहा कि पीडीए समाज पर बढ़ते हमलों का असली कारण यह है कि वर्चस्ववादियों को लगता है कि उनके पीछे आज भाजपा की वह सरकार खड़ी है जो सदियों से शक्तिशाली रहे लोगों की सरकार है और वह उन्हें बचा लेगी, लेकिन अब पीडीए समाज की एकता और एकजुटता इसका जवाब डटकर देगी।

प्रभुत्ववादी लोग कथावाचन में अपना एकाधिकार समझते हैं : अखिलेश

अखिलेश ने बिना कोई सदंर्भ दिये दावा किया कि पीडीए समाज पर जुल्म इसलिए हो रहा है कि ढाई हजार लोग ही इस सरकार को चला रहे हैं और इधर-उधर वे ढाई हजार लोग ही खेल खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ वर्चस्ववादी और प्रभुत्ववादी लोग कथा वाचन में अपना एकाधिकार बनाए रखना चाहते हैं। अखिलेश ने कहा, इटावा में ‘कथा वाचन पीडीए अपमान कांड’ कुछ प्रभुत्ववादी और वर्चस्ववादी लोगों की वजह से घटित हुआ है। ये लोग आखिर इतनी ताकत कहां से पा रहे हैं? अगर उन्हें पीडीए समाज के लोगों से इतना ही परहेज है तो वे घोषित कर दें कि परंपरागत रूप से कथा कहने वाले वर्चस्ववादी लोग पीडीए समाज द्वारा दिए गए चढ़ावे, चंदे, दान और दक्षिणा इत्यादि को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।

मुख्यमंत्री ने खुद पर लगी कौन सी धारा वापस ली?

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भाजपा को लगता है कि भागवत या कोई कथा कहने पर एक वर्ग विशेष का ही अधिकार है तो फिर वह इसके लिए भी कानून बनाकर दिखाएं कि पीडीए समाज का कोई भी व्यक्ति कथा वाचन नहीं कर सकता। अखिलेश ने कहा कि जिस दिन पीडीए समाज ने अपनी कथा अलग से कहनी शुरू कर दी, उस दिन इन परंपरागत शक्तियों का साम्राज्य ढह जाएगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा राज में पीडीए समाज को हेय दृष्टि से देखा जाता है। अखिलेश ने कहा कि सच यह है कि जैसे-जैसे पीडीए समाज में चेतना और जागरूकता बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए वर्चस्ववादी लोगों के पीडीए समाज पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं।

सपा प्रमुख ने एक सवाल पर पूरी भाजपा को ‘हिस्ट्रीशीटर’ करार दिया। अखिलेश ने कहा, पूरी भाजपा हिस्ट्रीशीटर है। आप बताओ कि मुख्यमंत्री ने खुद पर लगी कौन सी धारा वापस ली? उप मुख्यमंत्री ने कौन सी धारा वापस ली? आखिरकार व्यवस्था को खराब किसने किया है? हम न्याय कहां मांगने जाएं? कौशांबी में पाल समाज की एक बेटी के साथ घटना हुई। पुलिस ने उसी के पिता पर इनाम घोषित करके जेल भेज दिया, लेकिन सरकार में बैठे लोग अपने केस वापस ले रहे हैं। यादव ने इटावा की घटना के पीड़ित कथा वाचक और उनके साथियों को शॉल ओढ़ाकर और 21-21 हजार रुपये देकर सम्मानित किया।

Operation Sindoor : PM मोदी का पाकिस्तान को सख्त संदेश, खून बहाने वालों का कोई ठिकाना सुरक्षित नही, 22 मिनट में झुकाया

Operation Sindoor : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का सख्त रुख दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है और उनकी सरकार राष्ट्रीय हित में जो भी कदम उचित हों, उठाती है। आध्यात्मिक संत और समाज सुधारक श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच बातचीत के शताब्दी समारोह के अवसर पर मोदी ने देश का नाम लिए बिना कहा कि भारत में निर्मित हथियारों ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष के दौरान अपना प्रभाव दिखाया।

उन्होंने कहा, हमने दिखाया है कि भारतीयों का खून बहाने वाले आतंकवादियों के लिए कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने आध्यात्मिक संत श्री नारायण गुरु के आदर्शों पर काम किया है, जो भेदभाव से मुक्त मजबूत भारत चाहते थे। मोदी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में उनकी सरकार ने सामाजिक, आर्थिक और रक्षा क्षेत्रों में भारत को मजबूत बनाने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरे देशों पर भारत की निर्भरता कम हो रही है और यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है।

आंतकियों का कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा नागरिकों की हत्या के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों के संदर्भ में कहा कि भारतीय सेना ने 22 मिनट में भारत में निर्मित हथियारों से दुश्मन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भविष्य में भारत में निर्मित हथियारों को दुनिया भर में सराहा जाएगा।

प्रधानमंत्री ने आवास, पेयजल और स्वास्थ्य बीमा सहित अन्य क्षेत्रों में अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि इनसे समाज के वंचित और पिछड़े वर्गों को सशक्त बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में, इससे पहले की तुलना में अधिक संख्या में आईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे संस्थान खोले गए हैं।

भारत दुनिया की सबसे बड़ी तीसरी अर्थव्यवस्था : पीएम मोदी

मोदी ने कहा कि देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा, ‘‘नारायण गुरु ने सभी तरह के भेदभाव से मुक्त समाज की परिकल्पना की थी। आज, देश भेदभाव की प्रत्येक संभावना को समाप्त करने के लिए काम कर रहा है।’’ उन्होंने कहा कि ‘स्किल इंडिया’ जैसे मिशन युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बना रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब भी वह समाज के वंचित, शोषित और पिछड़े वर्गों की बेहतरी के लिए बड़े फैसले लेते हैं, तो समाज सुधारक को याद करते हैं।

पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के कई दशक होने के बावजूद, एक दशक पहले तक लाखों नागरिक बेहद कठिन परिस्थितियों में रहने को मजबूर थे। उन्होंने कहा कि करोड़ों परिवारों के पास आश्रय नहीं था और लाखों गांवों में स्वच्छ पेयजल नहीं पहुंच रहा था, जबकि स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण छोटी-मोटी बीमारियों का भी इलाज नहीं हो पाता था। मोदी ने कहा कि गरीब लोग और महिलाएं बुनियादी मानवीय गरिमा से वंचित थीं।

सरकार की कल्याणकारी योजनाओं ने चिंता को दूर किया : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं ने इन चिंताओं को दूर किया है और अब समाज के सबसे निचले पायदान पर रहने वालों को भी नई उम्मीद मिली है। उन्होंने कहा, ये पहल न केवल उनके जीवन को बदल रही हैं, बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका भी दे रही हैं। मोदी ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, जो शिक्षा को आधुनिक और अधिक समावेशी बनाती है, का सबसे बड़ा लाभार्थी वर्ग समाज के वंचित और हाशिए पर पड़े लोग हैं, क्योंकि यह मातृभाषा में सीखने को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि नारायण गुरु के आदर्श मानवता के लिए महान खजाना हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का चेहरा रहे महात्मा गांधी और नारायण गुरु के बीच बातचीत एक ऐतिहासिक घटना थी, जिसने स्वतंत्रता के लिए आंदोलन को एक नई दिशा दी और इसे ठोस उद्देश्य प्रदान किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसने सामाजिक सद्भाव और विकसित भारत के सामूहिक लक्ष्यों के लिए ऊर्जा के एक शक्तिशाली स्रोत के रूप में कार्य किया।

मोदी ने शिवगिरी मठ के साथ जुड़ाव का जिक्र किया

मोदी ने शिवगिरी मठ के साथ अपने लंबे जुड़ाव का जिक्र किया, जिसकी स्थापना नारायण गुरु ने की थी। उन्होंने कहा कि जब 2013 में प्राकृतिक आपदा के बाद केदारनाथ में मठ के सदस्य और अनुयायी फंस गए थे, उस समय वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो मठ ने केंद्र सरकार की बजाय उनसे मदद मांगी, क्योंकि वे उन्हें अपना मानते थे। उन्होंने कहा कि गुरु ने ‘मानवता के लिए एक जाति, एक धर्म, एक ईश्वर’ के मंत्र का समर्थन किया।

मोदी ने कहा कि इस मंत्र ने उनकी सरकार की अनेक पहलों के लिए प्रेरणा दी जिनमें ‘एक विश्व, एक स्वास्थ्य, एक सूर्य, एक पृथ्वी, एक ग्रिड’ और गत 21 जून को आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ शामिल हैं। एक सरकारी बयान में कहा गया कि नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच ऐतिहासिक बातचीत 12 मार्च, 1925 को शिवगिरी मठ में हुई थी।

Tejas Aircraft News : एचएएल प्रमुख का दावा- भारतीय वायुसेना को मार्च 2026 तक 6 तेजस विमान मिल जाएंगे

Tejas Aircraft News : भारतीय वायुसेना को मार्च 2026 तक कम से कम आधा दर्जन हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) ‘तेजस’ मिल जाएंगे। इन अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों का निर्माण कर रही कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के प्रमुख ने यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा है कि तेजस की आपूर्ति में हुई देरी के लिए जीई एयरोस्पेस द्वारा इंजन की आपूर्ति में विलंब जिम्मेदार है। एलसीए तेजस के एमके-1ए संस्करण की आपूर्ति में देरी का मामला वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने हाल ही में उठाया था, जिसके बाद यह बड़ा मुद्दा बन गया था।

अमेरिका ने इंजन की आपूर्ति में की देरी

एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) डी के सुनील ने कहा कि यह देरी केवल अमेरिकी कंपनी जीई एयरोस्पेस द्वारा समय पर एफ404 इंजन की आपूर्ति करने में असमर्थता के कारण हुई। एचएएल प्रमुख ने ‘पीटीआई वीडियो’ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि जीई एयरोस्पेस द्वारा चालू वित्त वर्ष में 12 इंजन की आपूर्ति किये जाने की उम्मीद है। इससे भारतीय वायुसेना को लड़ाकू विमानों की आपूर्ति में आसानी होगी।

उन्होंने कहा, हर कंपनी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा होता (ही) है। दुर्भाग्य से, एलसीए मार्क-1ए के मामले में (भी ऐसा ही हुआ है), हमने विमान बना लिये हैं। आज की तारीख में, हमारे पास छह विमान तैयार हैं। उन्होंने कहा, लेकिन जीई एयरोस्पेस से इंजन की आपूर्ति नहीं हुई है। उसे (जीई को) 2023 में इंजन की आपूर्ति करनी थी। अब तक, हमें केवल एक इंजन मिला है। जीई की ओर से देरी शुरू में कोविड महामारी के दौरान उत्पादन में विलंब और उसके बाद कंपनी से कई वरिष्ठ इंजीनियरों के चले जाने के कारण हुई, जिससे आपूर्ति शृंखला में बाधा उत्पन्न हुई।

जीई एयरोस्पेस के साथ तकनीकी मुद्दे हल

सुनील के मुताबिक, जीई एयरोस्पेस के साथ तकनीकी मुद्दों को सुलझा लिया गया है और एचएएल को मार्च 2026 तक 12 जेट इंजन मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि आज की तारीख में छह विमान तैयार हैं। हमारी ओर से कोई कमी नहीं है। हम लगातार इन विमानों का निर्माण कर रहे हैं और उन्हें तैयार कर रहे हैं तथा हम (इस वित्त वर्ष के अंत तक) उन्हें आपूर्ति करने की स्थिति में होंगे।

एचएएल ने आने वाले वर्ष में 16 जेट के उत्पादन की योजना बनाई है, बशर्ते जीई एयरोस्पेस से इंजन की आपूर्ति निरंतर संभव हो सके। रक्षा मंत्रालय ने फरवरी 2021 में वायुसेना के लिए 83 तेजस एमके-1ए जेट की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया।

मंत्रालय 67,000 करोड़ रुपये की लागत से 97 और एलसीए एमके-1ए खरीदने की प्रक्रिया में है। एकल इंजन वाला एमके-1ए भारतीय वायुसेना के मिग-21 लड़ाकू विमानों की जगह लेगा। भारतीय वायुसेना इन लड़ाकू विमानों को अपने बेड़े में शामिल करने पर विचार कर रही है, क्योंकि इसके लड़ाकू स्क्वाड्रन की संख्या आधिकारिक रूप से स्वीकृत 42 से घटकर 31 रह गई है।

तेजस एमके-1ए एक विश्व-स्तरीय विमान : सुनील

तेजस एकल इंजन वाला बहु-उपयोगी लड़ाकू विमान है, जो उच्च-खतरे वाले हवाई क्षेत्रों में संचालन में सक्षम है। इसे वायु रक्षा, समुद्री टोही और हमलावर भूमिकाओं के लिए डिजाइन किया गया है। सुनील ने कहा कि तेजस एमके-1ए एक विश्व-स्तरीय विमान है, जो उच्च गुणवत्ता वाले रडार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली और कई तरह की मिसाइल से युक्त है।

उन्होंने कहा, इसमें पूरी तरह से अत्याधुनिक एवियोनिक्स और हथियार प्रणाली शामिल है, जो इस विमान को बहुत शक्तिशाली प्लेटफॉर्म बनाते हैं। यह हमारी वायुसेना के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। सुनील ने कहा कि कई देशों ने तेजस में रुचि दिखाई है और निर्माता कंपनी (एचएएल) उनमें से कुछ के साथ बातचीत कर रही है। उन्होंने इस बारे में विस्तारपूर्वक बताने से इनकार करते हुए कहा, हम तेजस पर कई देशों से बात कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि हमें जल्द ही सफलता मिलेगी।

Met Gala 2025: Bollywood Celebrities जिसने लूटी महफ़िल – शाहरुख, आलिया और भी कई सितारे ₹25,000 के अंदर बेस्ट Phones: Top 7 Smartphones with Best Features & Performance! महाशिवरात्रि 2025: जानिए पूजा विधि, मंत्र जाप और रहस्यमयी महत्व Naga Sadhu Facts: नागा साधुओं के बारे में 7 रोचक तथ्य: रहस्य, साधना और जीवनशैली Best Indoor Cat Breeds- सबसे अच्छी इनडोर बिल्लियाँ