Tuesday, July 22, 2025
Home Blog Page 350

Delhi Excise Policy Case: अरविंद केजरीवाल को बेल मिलेगी या नहीं ?, 13 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा फैसला

नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट आबकारी नीति घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की 2 याचिकाओं पर शुक्रवार को फैसला सुनाएगा.केजरीवाल ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के मामले में अपनी गिरफ्तारी तथा जमानत से इनकार किए जाने को चुनौती देते हुए दो अलग-अलग याचिकाएं दायर की हैं.सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर 13 सितंबर को अपलोड की गई वाद सूची के अनुसार, न्यायमूर्ति सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ दोनों याचिकाओं पर फैसला सुनाएगी. पीठ में न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइंया भी शामिल हैं.

कोर्ट ने 5 सितंबर को फैसला रखा था सुरक्षित

पीठ ने 5 सितंबर को केजरीवाल की याचिकाओं पर फैसला सुरक्षित रख लिया था.सीबीआई ने इस मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख को 26 जून को गिरफ्तार किया था.उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट के 5 अगस्त के उस आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, जिसमें उच्च न्यायालय ने भ्रष्टाचार के इस मामले में उनकी गिरफ्तारी को बरकरार रखा था.

हाईकोर्ट ने फैसले में कही थी ये बात

हाईकोर्ट ने कहा था कि सीबीआई द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अब उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं और संबंधित साक्ष्यों को देखकर यह नहीं कहा जा सकता है कि गिरफ्तारी अकारण या अवैध थी.उच्च न्यायालय ने उन्हें जमानत संबंधी याचिका पर निचली अदालत से संपर्क करने की भी अनुमति दी थी.यह मामला दिल्ली सरकार की आबकारी नीति 2021-22 के निर्माण और क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा है. इस नीति को बाद में निरस्त कर दिया गया था.

शीर्ष अदालत ने धनशोधन (रोकथाम) अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ‘‘गिरफ्तारी की आवश्यकता और अनिवार्यता’’ के पहलू पर 3 सवालों के संदर्भ में गहन विचार के लिए इसे एक बड़ी पीठ (पांच-सदस्यीय संविधान पीठ) को भेज दिया.भ्रष्टाचार मामले में अपनी याचिका पर 5 सितंबर को सुनवाई के दौरान केजरीवाल ने CBI की उस दलील का जोरदार विरोध किया था कि उन्हें जमानत के लिए सबसे पहले निचली अदालत जाना चाहिए.

CBI की ओर से कही गई थी ये बात

सीबीआई की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस. वी. राजू ने केजरीवाल की याचिकाओं के गुण-दोष पर सवाल करते हुए सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया था कि ईडी की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका के संबंध में भी शीर्ष अदालत को उन्हें (केजरीवाल को) निचली अदालत जाने के लिए कहना चाहिए.

Paris Paralympics 2024: पैरालंपिक पदक विजेताओं से PM मोदी ने की मुलाकात, किसी ने मेडल पर लिया ऑटोग्राफ तो किसी ने खिंचवाई फोटो

नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को यहां अपने आवास पर भारत के पैरालंपियन खिलाड़ियों से मुलाकात की और उन्हें हाल ही में संपन्न पेरिस खेलों में रिकॉर्ड 29 पदक जीतने के लिए बधाई दी. खेल मंत्रालय द्वारा साझा किए गए 43 सेकेंड के वीडियो में प्रधानमंत्री को पैरालंपियन पदक विजेताओं को बधाई देते और उनसे बात करते हुए देखा जा सकता है.इस बातचीत के दौरान खेल मंत्री मनसुख मांडविया और भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) के प्रमुख देवेंद्र झाझडिया भी मौजूद थे.

पैरालंपिक पदक विजेताओं ने खिंचवाई पीएम के साथ तस्वीर

महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल (एसएच1) स्पर्धा में लगातार दूसरा पैरालंपिक स्वर्ण जीतने वाली निशानेबाज अवनी लेखरा और पैरालंपिक पदक जीते वाले भारत के पहले जूडो खिलाड़ी दृष्टिबाधित कपिल परमार उन लोगों में शामिल थे जिन्हें प्रधानमंत्री के साथ तस्वीर खिंचवाते देखा गया. परमार को प्रधानमंत्री मोदी से अपने पदक पर हस्ताक्षर करवाते देखा गया.

पैरालंपिक खेलों में भारत ने हासिल किए 29 पदक

भारत ने पैरालंपिक खेलों में 29 पदक जीतकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जिसमें अभूतपूर्व 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं. पेरिस खेलों में भारत के 84 सदस्यीय दल ने हिस्सा लिया और 3 साल पहले टोक्यो खेलों में हासिल किए गए 19 पदकों के पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया.इन खेलों के दौरान भारत ने पहली बार एथलेटिक्स की ट्रैक स्पर्धाओं में पदक जीतने के अलावा तीरंदाजी में पहली बार स्वर्ण (हरविंदर सिंह के माध्यम से) पदक जीता.

पैरालंपिक खिलाड़ियों को सरकार ने दिया पुरस्कार

स्वदेश लौटने पर पैरालंपियन खिलाड़ियों को सरकार द्वारा सम्मानित किया गया है और खेल मंत्री मांडविया ने स्वर्ण पदक विजेताओं को 75 लाख रुपये, रजत पदक विजेताओं को 50 लाख रुपये और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 30 लाख रुपये का पुरस्कार दिया.राकेश कुमार के साथ मिलकर कांस्य पदक जीतने वाली बिना हाथ वाली तीरंदाज शीतल देवी जैसे मिश्रित टीम स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 22.5 लाख रुपये की राशि मिली.

Sanjauli Masjid controversy: संजौली मस्जिद विवाद में आया नया मोड़, मुस्लिम पक्ष ने नगर निगम से की अवैध हिस्सा गिराने की मांग

शिमला, शिमला में संजौली मस्जिद को लेकर बढ़ते तनाव के बीच स्थानीय मुस्लिम कल्याण समिति ने गुरुवार को नगर निगम आयुक्त से अनधिकृत हिस्से को सील करने का आग्रह किया और अदालत के आदेश के अनुसार इसे ध्वस्त करने की भी पेशकश की. समिति में मस्जिद के इमाम और वक्फ बोर्ड तथा मस्जिद प्रबंधन समिति के सदस्य शामिल हैं.

समिति ने मस्जिद के अनाधिकृत हिस्से को गिराने की मांगी अनुमति

समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर आयुक्त भूपेंद्र अत्री को सौंपे गए एक ज्ञापन में यह अनुरोध किया और कहा कि इलाके में रहने वाले मुसलमान हिमाचल प्रदेश के स्थायी निवासी हैं और समिति सद्भाव व भाईचारे को बनाए रखने के लिए यह कदम उठा रही है. कल्याण समिति के सदस्य मुफ्ती मोहम्मद शफी कासमी ने कहा, “हमने संजौली में स्थित मस्जिद के अनधिकृत हिस्से को गिराने के लिए शिमला नगर आयुक्त से अनुमति मांगी है.”

संजौली मस्जिद के इमाम ने कही ये बात

संजौली मस्जिद के इमाम ने कहा, “हम पर कोई दबाव नहीं है, हम दशकों से यहां रह रहे हैं और यह फैसला एक हिमाचली के तौर पर लिया गया है.हम शांति से रहना चाहते हैं और भाईचारा कायम रहना चाहिए.”अत्री ने ज्ञापन मिलने की पुष्टि की है.

देवभूमि संघर्ष समिति ने इस कदम का किया स्वागत

मस्जिद में अनधिकृत निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान करने वाले देव भूमि संघर्ष समिति के सदस्यों ने इस कदम का स्वागत किया. समिति के सदस्य विजय शर्मा ने कहा, “हम मुस्लिम समुदाय के कदम का स्वागत करते हैं और व्यापक हित में यह पहल करने के लिए हम सबसे पहले उनका अभिवादन करेंगे.”

हिंदू संगठनों ने किया था संजौली बंद का आह्वान

मस्जिद में विवादित ढांचे को गिराने और राज्य में आने वाले बाहरी लोगों के पंजीकरण की मांग कर रहे हिंदू संगठनों ने बुधवार को संजौली बंद का आह्वान किया था. मस्जिद में कुछ मंजिलों के अनधिकृत या अवैध निर्माण के मामले की सुनवाई नगर निगम की अदालत में हो रही है. पिछले गुरुवार को हिंदू समूहों ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा और संजौली के आसपास के चौरा मैदान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था.

Haryana Election 2024: हरियाणा में कांग्रेस ने 89 उम्मीदवारों के नाम का किया ऐलान, एक सीट माकपा को दी, जानें किसे कहां से मिला टिकट

नई दिल्ली, कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 89 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और गठबंधन के तहत एक सीट उसने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को दी है. मुख्य विपक्षी दल द्वारा हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 89 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) और समाजवादी पार्टी के साथ उसके गठबंधन की संभावना फिलहाल खत्म हो गई है.हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन का आज अंतिम दिन है.

भिवानी सीट माकपा को दी

कांग्रेस ने बुधवार देर रात 40 उम्मीदवार घोषित किए. फिर उसने गुरुवार तड़के 5, सुबह 2 और दोपहर के समय 1 उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया. उसने 41 प्रत्याशियों की घोषणा पहले कर दी थी.कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार, पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने भिवानी विधानसभा सीट माकपा को देने का फैसला किया है.पहले यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि सोहना विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी (सपा) के खाते में जा सकती है. हालांकि कांग्रेस ने गुरुवार को यहां से रोहताश खटाना को उम्मीदवार घोषित कर दिया.

कांग्रेस और आप में नहीं हो सका गठबंधन

कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत की थी, जिसमें दोनों पक्षों के बीच गतिरोध पैदा हो गया था. हरियाणा के कुछ कांग्रेस नेताओं ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ गठबंधन पर आपत्ति व्यक्त की थी.केजरीवाल की पार्टी ने भी 89 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.दोनों दलों के उम्मीदवार घोषित होने के बाद गठबंधन की संभावना फिलहाल खत्म है.

सर्व मित्र कंबोज को रानिया सीट से बनाया उम्मीदवार

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख उदय भान की मौजूदगी में हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पत्रकार सर्व मित्र कंबोज को सिरसा जिले की रानिया सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार में ऊर्जा एवं जेल मंत्री की जिम्मेदारी निभाने वाले रणजीत चौटाला पिछली बार रानिया से निर्दलीय विधायक चुने गए थे. लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने से पहले उन्होंने हिसार से चुनाव लड़ने के लिए विधानसभा की सदस्यता छोड़ दी थी. लोकसभा चुनाव में वह हार गए.

कैथल से सुरजेवाला का पुत्र चुनावी मैदान में

अपनी पांचवीं सूची में, कांग्रेस ने उकलाना (सुरक्षित) से नरेश सेलवाल और नारनौद से जसबीर सिंह के नामों की घोषणा की. कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला के पुत्र आदित्य सुरजेवाला को कैथल से टिकट दिया गया है. सुरजेवाला के पुत्र पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में सुरजेवाला कैथल से चुनाव हार गए थे.

कांग्रेस ने पंचकूला से पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्र मोहन, हिसार से राम निवास रारा, बवानी खेड़ा से प्रदीप नरवाल, अंबाला शहर से निर्मल सिंह, ऐलनाबाद से भरत सिंह बेनीवाल और आदमपुर से चंद्र प्रकाश को उम्मीदवार बनाया है. फरीदाबाद से लखन कुमार सिंघला, बल्लभगढ़ से पराग शर्मा, फतेहाबाद से बलवान सिंह दौलतपुरिया और हथीन से मोहमद इसराइल को चुनावी मैदान में उतारा है. हरियाणा की 90 विधानसभा सीट पर एक चरण में 5 अक्टूबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी.

Hindenburg On Madhabi Buch: हिंडनबर्ग ने नए आरोपों पर सेबी प्रमुख माधबी बुच की चुप्पी पर उठाए सवाल, कही ये बात

नई दिल्ली, अमेरिका की शोध एवं निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच की ‘अनुचित व्यवहार, हितों के टकराव और बाजार नियामक के सदस्य के रूप में कार्य करते हुए कंपनियों से भुगतान स्वीकार करने के नए आरोपों को लेकर चुप्पी पर सवाल उठाया है.

हिंडनबर्ग ने बुच पर लगाया था ये आरोप

हिंडनबर्ग ने जनवरी, 2023 में अडानी समूह पर स्थानीय बाजार नियमों से बचने के लिए कर पनाहगाह क्षेत्रों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. शोध-निवेश कंपनी ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि अडानी समूह के खिलाफ धीमी जांच के पीछे बाजार नियामक सेबी की चेयरपर्सन बुच के पिछले निवेश और सौदे हो सकते हैं. हालांकि, बुच और अडानी समूह ने पिछले महीने के आरोपों से इनकार किया था,

कांग्रेस ने सेबी प्रमुख पर लगाए ये आरोप

विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने हाल के दिनों में सेबी प्रमुख के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं. कांग्रेस का कहना है कि एक ऐसी कंपनी में 99 प्रतिशत शेयर रखना जो ‘आज तक सक्रिय रूप से सलाहकार/परामर्श सेवाएं प्रदान कर रही है’और उनके पति धवल बुच द्वारा उन कंपनियों से आय अर्जित करना अनुचित है,जिनका निर्णय उनके द्वारा किया जा रहा था.

बुच ने अभी तक आरोपों पर नहीं दी कोई प्रतिक्रिया

बता दें कि बुच ने अभी तक आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. वह गुरुवार को मुंबई में ‘एनबीएफआईडी इंफ्रास्ट्रक्चर कॉन्क्लेव’ में जाने वाली थीं लेकिन उन्होंने बाद में वहां जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया.बुच को सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में बुलाया गया था.

हिंडनबर्ग ने सोशल मीडिया पर लिखी ये बात

हिंडनबर्ग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “नए आरोप सामने आए हैं कि निजी परामर्श कंपनी, जिसका 99 प्रतिशत स्वामित्व सेबी प्रमुख माधबी बुच के पास है, ने सेबी द्वारा विनियमित कई सूचीबद्ध कंपनियों से सेबी पूर्णकालिक सदस्य के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान भुगतान स्वीकार किया. इन कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, डॉ. रेड्डीज और पिडिलाइट शामिल हैं.”

हिंडनबर्ग ने कहा कि इसमें कहा गया है कि ये आरोप ‘बुच की भारतीय परामर्शदाता इकाई पर लागू होते हैं, जबकि बुच की सिंगापुर स्थित इकाई के बारे में अभी तक कोई विवरण नहीं दिया गया है. हिंडनबर्ग ने कहा कि ‘बुच ने सभी उभरते मुद्दों पर हफ्तों तक पूरी तरह से चुप्पी बनाए रखी है.’

हिंडनबर्ग ने 11 अगस्त को आरोप लगाया था कि बुच ने पहले भी एक विदेशी कोष में निवेश किया था, जिसका इस्तेमाल अडानी समूह द्वारा भी किया गया था.बुच और उनके पति ने इन आरोपों से इनकार किया था. इसके बाद से कांग्रेस और ज़ी समूह के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने उन पर आरोप लगाए हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है.

Jodhpur में तरंग शक्ति 2024 में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कहा- ‘रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा भारत’

जोधपुर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि दुनिया के मौजूदा विकट हालात में भारत का लक्ष्य एक-दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलना है. उन्होंने सहयोगी देशों से अपनी भागीदारी और सहयोग को नई ऊंचाई पर ले जाने का आह्वान किया.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कही ये बात

रक्षा मंत्री ने यहां वायु सेना के युद्ध अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ के दौरान अपने संबोधन में कहा, ”आज के समय में जब दुनिया में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी हुई है.कई स्थानों पर तो अलग-अलग देशों के बीच लगातार युद्ध चल रहे हैं.इन विकट परिस्थितियों में भारत का लक्ष्य यही है कि हम एक दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलें.”

”भारतीय रक्षा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है”

राजनाथ ने कहा, ”पूरी दुनिया में जिस तरह से बदलाव हो रहे हैं और जिस तरह से पूरी दुनिया के समक्ष नई-नई चुनौतियां आ रही हैं, उसे देखते हुए हमें अपनी भागीदारी व सहयोग को नई ऊंचाई तक ले जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्प के साथ भारतीय रक्षा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है और आज दुनिया भर के श्रेष्ठ और आधुनिक विमानों और अगली पीढ़ी के उपकरणों के साथ, भारतीय वायुसेना ने खुद का रूपांतरण किया है.”

”हमारा रक्षा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा”

राजनाथ सिंह ने कहा, ”हमारी वायुसेना, और हमारा रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्प के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है. आज हल्के लड़ाकू विमान, सेंसर, राडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर जैसी चीजों में हम बहुत हद तक आत्मनिर्भर हो चुके हैं, और इन क्षेत्रों में लगातार आगे बढ़ने के लिए हम प्रयासरत हैं.”

RUHS Recruitment 2024 : मेडिकल ऑफिसर के 1200 से ज्यादा पदों पर निकली वैकेंसी, इतनी मिलेगी सैलरी, जानें डिटेल्स

मेडिकल फील्ड में सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा मौका है. राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज ( RUHS) ने मेडिकल ऑफिसर के पदों पर भर्ती निकाली है. इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 11 सितंबर से शुरू हो चुकी है. इस भर्ती प्रक्रिया के जरिए कुल 1220 पदों पर कैंडिडेट्स की नियुक्ति की जाएगी.इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट ruhsraj.org पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.

RUHS Recruitment 2024: आवेदन करने की अंतिम तिथि

RUHS की इस भर्ती के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 1 अक्टूबर 2024 तय की गई है. इस तारीख के बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे. जो भी कैंडिडेट आवेदन करना चाहते हैं. इस डेट से पहले जरूर आवेदन कर दें.

RUHS Recruitment 2024: आयु सीमा

RUHS की इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार की आयु 22 वर्ष से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए. इसके अलावा, आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को ऊपरी आयु सीमा में छूट दी जाएगी.

RUHS Recruitment 2024: आवेदन शुल्क

RUHS की इस भर्ती के लिए आवेदन करने के दौरान उम्मीदवारों को 5000 रुपये का आवेदन शुल्क देना होगा. वहीं राज्य के SC और ST वर्ग के उम्मीदवारों को 2500 रुपये का आवेदन शुल्क देना होगा.

RUHS Medical Officer Recruitment 2024 Notification

इस खबर को भी पढ़ें : जूट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में नौकरी पाने का सुनहरा मौका

Haryana Elections 2024: नामांकन के अंतिम दिन JJP-आजाद समाज पार्टी ने जारी की छठी सूची, 13 और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान

चंडीगढ़, जननायक जनता पार्टी (जजपा)-आजाद समाज पार्टी (आसपा) गठबंधन ने हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को अपनी छठी सूची में 13 और उम्मीदवारों के नाम घोषित किए. गठबंधन ने वरिष्ठ नेता रमेश खटक को खरखौदा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. इन 13 उम्मीदवारों में से आसपा भिवानी, बहादुरगढ़, महेंद्रगढ़ और बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ रही है.

दोनों सहयोगी दलों ने 77 उम्मीदवार की घोषणा की

सूची के अनुसार, जजपा ने सोनीपत में खरखौदा सीट के साथ करनाल, पानीपत शहर, नरवाना, उकलाना, नारनौंद, लोहारू, नांगल चौधरी और बड़खल सीटों से उम्मीदवार उतारे हैं. दोनों सहयोगी दलों ने 90 सीट में से अब तक 77 पर उम्मीदवारों की घोषणा की है. इनमें से 61 जजपा से हैं. गुरुवार यानि आज नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है.

गठबंधन सहयोगियों ने चुनाव के लिए बुधवार को 34 नामों की घोषणा की थी. गठबंधन ने 4 सितंबर को 19 उम्मीदवारों की अपनी सूची जारी की थी जिसमें पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अपनी उचाना कलां सीट से चुनाव मैदान में हैं. जजपा ने दुष्यंत के भाई और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह चौटाला को भी मैदान में उतारा है.पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा और चंद्र शेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशी राम) ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में गठबंधन की घोषणा की थी और कहा था कि जजपा 90 विधानसभा सीट में से 70 पर चुनाव लड़ेगी जबकि शेष पर आजाद समाज पार्टी चुनाव लड़ेगी.
हालांकि बाद में दोनों पार्टियों ने टिकट नहीं मिलने के कारण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़ चुके पूर्व मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को रानिया विधानसभा सीट पर समर्थन देने का फैसला किया.

रूस- यूक्रेन युद्ध रुकवाने के लिए भारत ने उठाया कदम, अजीत डोभाल ने की रूसी NSA से मुलाकात

नई दिल्ली, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सेंट पीटर्सबर्ग में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु से मुलाकात की और यूक्रेन तथा रूस के बीच संघर्ष को समाप्त कराने में भारत की संभावित भूमिका पर चर्चाओं के बीच आपसी हितों के अनेक मुद्दों पर बातचीत की. डोभाल-शोइगु की यह मुलाकात ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के एक सम्मेलन से इतर बुधवार शाम को हुई.

भारतीय दूतावास ने कही ये बात

डोभाल और शोइगु के बीच वार्ता पर रूस में भारतीय दूतावास ने कहा, ”दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की और परस्पर हितों के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की.”डोभाल की ये रूस यात्रा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यूक्रेन की राजधानी कीव की ‘हाई प्रोफाइल’ यात्रा के ढाई हफ्ते बाद हुई है.

पीएम मोदी ने कही थी युद्ध खत्म करने की बात

जेलेंस्की से बातचीत में मोदी ने कहा था कि युद्ध को खत्म करने के लिए यूक्रेन और रूस दोनों को बिना समय गंवाए बैठकर बात करनी चाहिए और भारत क्षेत्र में शांति बहाल करने में सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार है.प्रधानमंत्री ने कहा था कि संघर्ष की शुरुआत से ही भारत शांति का पक्षधर रहा है और वह संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए व्यक्तिगत रूप से भी योगदान दे सकते हैं.

मॉस्को में शिखर वार्ता के 6 हफ्ते बाद मोदी ने की थी यूक्रेन की यात्रा

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मॉस्को में शिखर वार्ता के 6 हफ्ते बाद मोदी ने यूक्रेन की यात्रा की थी. वर्ष 1991 में यूक्रेन के स्वतंत्र होने के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यूक्रेन यात्रा थी. पिछले कुछ दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ताओं को गति देने में भारत की संभावित भूमिकाओं पर चर्चा हो रही है क्योंकि भारत के दोनों देशों के साथ अच्छे रिश्ते रहे हैं.इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने शनिवार को जेलेंस्की के साथ बातचीत के बाद कहा था कि भारत और चीन युद्ध खत्म करने के लिए समधान तलाशने में भूमिका निभा सकते हैं.

रूस के राष्ट्रपति ने कही थी ये बात

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पिछले गुरुवार को रूसी शहर व्लादिवोस्तोक में पूर्वी आर्थिक मंच में एक पैनल चर्चा में संभावित मध्यस्थों में भारत, ब्राजील और चीन का नाम लेते हुए कहा था कि वे संघर्ष खत्म करने में भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने कहा, ”मैं अपने सहयोगियों – चीन, ब्राजील और भारत के साथ संपर्क में हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि इन देशों के नेता इसमें पूरी रूचि दिखाएंगे और मदद का हाथ आगे बढ़ाएंगे क्योंकि हमारे बीच विश्वास और भरोसे का रिश्ता है.”
रूस और यूक्रेन के बीच संभावित मध्यस्थ देश कौन-कौन हो सकते हैं, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यह टिप्पणी की. बता दें कि भारत यह कहता रहा है कि यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष का निश्चित रूप से वार्ता और कूटनीति के जरिए समाधान होना चाहिए.

AFG vs NZ Test: बारिश के कारण अफगानिस्तान न्यूजीलैंड टेस्ट के चौथे दिन का खेल धुला, इस मैच में नहीं फेंकी जा एक भी गेंद

ग्रेटर नोएडा, बारिश के कारण अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच एकमात्र क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन का खेल धुल गया. दोनों टीमों के बीच टॉस सुबह 9 बजे होना था लेकिन भारी बारिश के कारण चौथे दिन भी खेल रद्द करना पड़ा. अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान में कहा,” अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड टीमों के बीच चौथे दिन का खेल लगातार बारिश के कारण नहीं हो सकेगा.इसमें कहा गया,”स्टेडियम का मुआयना करके कल सुबह खेल 8 बजे शुरू करने के बारे में फैसला लिया जाएगा.”

4 दिन में मैच में नहीं फेंकी गई एक भी गेंद

बता दें कि पिछले 4 दिन में इस मैच में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी है. पहले 2 दिन आउटफील्ड गीली थी जिससे अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी के लिए इस मैदान की तैयारी पर भी सवाल उठे हैं.टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अभी तक 7 ही मैच ऐसे हुए हैं जो एक भी गेंद फेंके बिना रद्द किये गए हों. न्यूजीलैंड टीम का 1998 में डुनेडिन टेस्ट भी बारिश के कारण इसी तरह रद्द हुआ था.

अफगानिस्तान इस मैच की मेजबान है जिसे शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने का मौका नहीं मिलता.ICC से 2017 में टेस्ट टीम का दर्जा मिलने के बाद यह उसका दसवां टेस्ट है. यह टेस्ट आईसीसी विश्व चैम्पियनशिप चक्र का हिस्सा नहीं है. न्यूजीलैंड टीम अब श्रीलंका में 2 टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी जिसके बाद भारत में 16 अक्टूबर से 3 टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली जाएगी.

Met Gala 2025: Bollywood Celebrities जिसने लूटी महफ़िल – शाहरुख, आलिया और भी कई सितारे ₹25,000 के अंदर बेस्ट Phones: Top 7 Smartphones with Best Features & Performance! महाशिवरात्रि 2025: जानिए पूजा विधि, मंत्र जाप और रहस्यमयी महत्व Naga Sadhu Facts: नागा साधुओं के बारे में 7 रोचक तथ्य: रहस्य, साधना और जीवनशैली Best Indoor Cat Breeds- सबसे अच्छी इनडोर बिल्लियाँ