Thursday, June 26, 2025
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Delhi Chemical Factory Fire: दिल्ली के रिठाला में केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, 4 लोगों की मौत, 3 अन्य घायल

Delhi Factory Fire: दिल्ली में रोहिणी के रिठाला इलाके में एक केमिकल फैक्ट्री में आग लग जाने से 4 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 3 लोग घायल हो गए. दमकल विभाग ने बताया कि आग मंगलवार को रोहिणी सेक्टर-5 इलाके में 5 मंजिला इमारत में लगी और आग बुझाने के लिए दमकल की 16 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया.

दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारी ने दी ये जानकारी

दिल्ली अग्निशमन सेवा (DFS) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि घटना रिठाला मेट्रो स्टेशन के पास स्थित परिसर में होने की सूचना मिली थी. आग लगने का कारण अभी ज्ञात नहीं है और इस संबंध में आगे की जांच की जा रही है. मलबे में कोई दबा है या नहीं यह पता लगाने के लिए तलाश अभियान जारी है. पुलिस ने अब तक आग में झुलसे 4 लोगों के शव बरामद किए हैं. 3 घायल लोगों को बाबा साहब अम्बेडकर (बीएसए) अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनकी पहचान नितिन बंसल (31), राकेश (30) और विरेंद्र (25) के रूप में हुई है. नितिन बंसल और राकेश आग में 80 प्रतिशत तक झुलस गए हैं जबकि विरेंद्र मामूली रूप से झुलसा है. नितिन और राकेश को बाद में आगे के उपचार के लिए राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल भेज दिया गया.’

5 मंजिला इमारत में कई निर्माण इकाइयां

पुलिस के अनुसार आग लगने की सूचना मंगलवार को शाम 7 बजकर 29 मिनट पर बुध विहार थाने के पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को फोन पर मिली थी. इसके बाद स्थानीय पुलिस के साथ आपातकालीन अधिकारी रिठाला में राणा कॉम्प्लेक्स, गेट नंबर 2 स्थित घटनास्थल पर पहुंचे, जहां जलती हुई इमारत के अंदर कई लोगों के फंसे होने की सूचना मिली. पांच मंजिला इमारत में कई निर्माण इकाइयां मौजूद हैं. भवन के मालिक सुरेश बंसल के बेटे नितिन बंसल द्वारा भूतल और प्रथम तल का उपयोग रेडीमेड और प्लास्टिक बैग बनाने के लिए किया जाता था. दूसरी मंजिल आनंद नामक व्यक्ति को कपड़े से संबंधित काम के लिए किराए पर दी गई थी, जबकि तीसरी और सबसे ऊपरी मंजिल का उपयोग राकेश अरोड़ा नामक व्यक्ति द्वारा गोदाम के रूप में किया जा रहा था, जो डिस्पोजेबल (इस्तेमाल के बाद फेंक दिए जाने वाले) वस्तुओं का कारोबार करते हैं.

अधिकारी ने बताया कि रात करीब 1 बजकर 15 मिनट पर दमकल कर्मियों ने पहली मंजिल से 3 लोगों के शव बरामद किए जो झुलसे हुए थे. मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है. बाद में एक और शव बरामद किया गया. दमकल अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह 6 बजे तक निचली मंजिलों पर आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन भारी धुएं के कारण तीसरी और सबसे ऊपरी मंजिल पर अब भी अग्निशमन कार्य जारी है.

Axiom 4 Mission : PM मोदी बोले- अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गए हैं

Axiom 4 Mission Launch: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक्सिओम-4 मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत किया और कहा कि इस मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अपने साथ 140 करोड़ भारतीयों की शुभेच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गए हैं।

मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, हम भारत, हंगरी, पोलैंड और अमेरिका के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर रवाना हुए अंतरिक्ष मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रुप कैप्टन शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनने की राह पर हैं।

शुक्ला 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदें लेकर गए : पीएम मोदी

मोदी ने कहा, वह अपने साथ 1.4 अरब भारतीयों की शुभेच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गए हैं। उन्हें और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को सफलता की शुभकामनाएं।

एक्सिओम-4 मिशन को बुधवार को दोपहर 12:01 बजे फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से प्रक्षेपित किया गया। अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 14 दिन बिताएंगे और 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे।

Ostrava Golden Spike: गोल्डन स्पाइक जीत के बावजूद खुश नहीं हैं नीरज चोपड़ा, काश मैने बेहतर प्रदर्शन किया होता

Ostrava Golden Spike: भारत के भालाफेंक स्टार नीरज चोपड़ा ने भले ही पदार्पण के साथ गोल्डन स्पाइक खिताब जीत लिया हो लेकिन पूर्व ओलंपिक चैम्पियन अपने प्रदर्शन से खुश नहीं हैं। चोपड़ा ने 85 . 29 मीटर के थ्रो के साथ नौ खिलाड़ियों के बीच खिताब जीता।

मैं आज अपने प्रदर्शन से खुश नहीं हूं: नीरज चोपड़ा

जीत के बाद उन्होंने कहा, मैं आज अपने प्रदर्शन से खुश नहीं हूं लेकिन इस बात की खुशी है कि खिताब जीता । उन्होंने कहा, मैं बचपन में यह टूर्नामेंट देखा करता था। मैने जान जेलेंजी और उसेन बोल्ट जैसे दिग्गजों को गोल्डन स्पाइक जीतते देखा और मुझे लगता था कि मैं भी एक दिन जीतूंगा। आज वह सपना सच हो गया है ।

उन्होंने हालांकि कहा, मुझे पता है कि चेक गणराज्य में भालाफेंक काफी लोकप्रिय है । दर्शकों से हमें अपार समर्थन मिला । काश कि मैं बेहतर प्रदर्शन कर पाता । दूसरे दौर के बाद चोपड़ा तीसरे स्थान पर थे जिनकी शुरूआत फाउल से हुई लेकिन उसके बाद 83 . 45 मीटर का थ्रो फेंका । तीसरे दौर में 85 . 29 मीटर के थ्रो के साथ वह शीर्ष पर आये ।उनके अगले दो थ्रो 82 . 17 मीटर और 81 . 01 मीटर के रहे जबकि आखिरी थ्रो फाउल रहा। पिछले दो सत्र में वह यहां फिटनेस कारणों से खेल नहीं सके थे । उनके कोच जान जेलेंजी ने यहां नौ बार खिताब जीता है।

पेरिस डायमंड लीग में फेंका था 90 मीटर

27 वर्ष के चोपड़ा ने इस सत्र में मई में दोहा डायमंड लीग में 90 मीटर की बाधा पार करके दूसरा स्थान हासिल किया । इसके बाद पेरिस डायमंड लीग खिताब जीता। चोपड़ा यहां 2018 में आईएएएफ कांटिनेंटल कप में एशिया प्रशांत टीम का हिस्सा थे और 80 . 24 मीटर के थ्रो के साथ छठे स्थान पर रहे थे। अब वह बेंगलुरू में पांच जुलाई को नीरज चोपड़ा क्लासिक में भाग लेंगे जिसमें पीटर्स और रोहलेर भी खेल रहे हैं।

Reliance Jio : मुकेश अंबानी का खुलासा, जिओ में निवेश करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा जोखिम, क्योंकि इसमें हमारा पैसा लगा था

Reliance Jio News : देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी ने 2016 में रिलायंस जियो के साथ दूरसंचार उद्योग में कदम रखने के फैसले को अपने जीवन का सबसे बड़ा जोखिम बताया है। उन्होंने कहा कि अगर विश्लेषकों की वित्तीय विफलता की भविष्यवाणी सच भी हो जाती तो भी भारत को डिजिटल रूप से बदलने में इसकी भूमिका को देखते हुए यह जोखिम उठाना उचित होता। वैश्विक प्रबंधन परामर्श कंपनी ‘मैकिन्से एंड कंपनी’ के साथ साक्षात्कार में एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 4जी मोबाइल नेटवर्क शुरू करने में अपने स्वयं के अरबों डॉलर का निवेश किया था। इसको लेकर कुछ विश्लेषकों का कहना था कि यह वित्तीय रूप से सफल नहीं हो सकता है क्योंकि भारत सबसे उन्नत डिजिटल प्रौद्योगिकी के लिए तैयार नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैंने अपने निदेशक मंडल से कहा कि सबसे खराब स्थिति यह होगी कि हमें ज्यादा ‘रिटर्न’ नहीं मिलेगा। तो यह ठीक है, क्योंकि यह हमारा अपना पैसा है लेकिन रिलायंस के रूप में, यह भारत में हमारा अब तक का सबसे बड़ा परोपकारी काम होगा क्योंकि हम भारत का डिजिटलीकरण कर देश को पूरी तरह बदल चुके होंगे।

भारतीय दूरसंचार बाजार में क्रांति ला दी : अंबानी

जियो को 2016 में पेश किए जाने के बाद से, जियो ने मुफ्त ‘वॉयस कॉल’ और बेहद कम लागत वाला डेटा प्रदान करके भारतीय दूरसंचार बाजार में क्रांति ला दी है, जिससे प्रतिस्पर्धियों को कीमतें कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा है और देश भर में तेजी से डिजिटल अपनाने को बढ़ावा मिला है। जियो के आने से पहले भारत में मोबाइल इंटरनेट अपेक्षाकृत महंगा था और आबादी के बड़े हिस्से की इस तक पहुंच नहीं थी। इसके आने से कीमतों में उतार-चढ़ाव शुरू हुआ जिससे डेटा की लागत में उल्लेखनीय कमी आई और ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों सहित लाखों भारतीयों के लिए इंटरनेट तक पहुंच सस्ती हो गई।

इसका नतीजा यह हुआ कि इंटरनेट की पहुंच बढ़ी। भारत में अब 80 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, और यह आंकड़ा इसे वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े ऑनलाइन बाजारों में से एक बनाता है। इसने डिजिटल समावेशन को तेज किया क्योंकि किफायती डेटा ने डिजिटल विभाजन को पाटने में मदद की है। ई-कॉमर्स, वित्तीय प्रौद्योगिकी, शिक्षा प्रौद्योगिकी और मनोरंजन जैसी डिजिटल सेवाओं के विकास को बढ़ावा दिया है।

जियो आज देश का सबसे बड़ा दूरसंचार संचालक है : अंबानी

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अंबानी ने कहा, ‘हमने हमेशा बड़े जोखिम उठाए हैं, क्योंकि हमारे लिए व्यापकता मायने रखती है। अब तक हमने जो सबसे बड़ा जोखिम उठाया है, वह जियो है। उस समय हम अपना पैसा लगा रहे थे और मैं सबसे बड़ा शेयरधारक था। हमारी सबसे खराब स्थिति तब होती जब यह वित्तीय रूप से सफल नहीं होता क्योंकि कुछ विश्लेषकों का मानना ​​था कि भारत सबसे उन्नत डिजिटल प्रौद्योगिकी के लिए तैयार नहीं है।

जियो आज देश का सबसे बड़ा दूरसंचार संचालक है, जिसके 47 करोड़ से अधिक ग्राहक है। 5जी, क्लाउड और कृत्रिम मेधा (एआई) सेवाओं में इसकी मौजूदगी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा, हमारा मानना ​​है कि आखिरकार आप इस दुनिया में बिना कुछ लिए आते हैं और बिना कुछ लिए चले जाते हैं। आप जो पीछे छोड़कर जाते हैं, वह एक संस्था है।

Rajasthan Accident News: जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर भीषण हादसा, केमिकल से भरा टैंकर पलटने के बाद लगी आग, चालक जिंदा जला

Jaipur Ajmer Highway Accident: जयपुर के पास बुधवार सुबह केमिलकल से भरा टैंकर पलटने से बड़ा हादसा हो गया. टैंकर के पलटने के बाद उसके कैबिन में आग लग गई जिससे चालक जिंदा जल गया. हादसे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैफिक को रोक दिया. बाद में दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची जिन्होंने आग पर काबू पाया.

टैंकर चालक जिंदा जला

पुलिस के अनुसार हादसा जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर मोखमपुरा के पास हुआ. केमिकल से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर राजमार्ग पर पलट गया और उसमें आग लग गई. पुलिस ने बताया कि चालक राजेंद्र केबिन के अंदर फंस गया और जिंदा जल गया.

हाईवे पर लंबे समय तक लगा रहा जाम

वहीं टैंकर के पलटकर आग लगने के बाद राजमार्ग से गुजर रहे अन्य वाहन रुक गए और उनमें सवार लोग उतरकर पास के खेतों में चले गए. हालांकि किसी के घायल होने का समाचार नहीं है. राजमार्ग पर काफी देर जाम लगा रहा और पुलिस व दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया.

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Shubhanshu Shukla Axiom 4 Mission Launch: शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष के लिए भरी उड़ान, रवाना होने के तुरंत बाद देशवासियों को दिया ये बड़ा मैसेज

Shubhanshu Shukla Axiom 4 Mission Launch: कैप्टन शुभांशु शुक्ला के एक्सिओम-4 मिशन की सफलता पूर्वक लॉन्चिंग हो गई है. शुभांशु ने अमेरिका के फ्लोरिडा में NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर से दोपहर 12 बजकर एक मिनट पर उड़ान भरी. यह 41 बाद है जब कोई भारतीय अंतरिक्ष में जा रहा है. इस मिशन का नेतृत्व कमांडर पैगी व्हिटसन कर रही हैं, जिसमें भारत के ग्रुप कैप्टन शुक्ला मिशन पायलट हैं और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कपू व पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की मिशन विशेषज्ञ हैं.

नासा मिशन की सफल लॉन्चिंग की दी जानकारी

नासा ने मिशन की सफल लॉन्चिंग की पुष्टि करते हुए बताया कि एक्सिओम-4 मिशन का मेन इंजन कटऑफ सफलतापूर्वक हो गया है. और अंतरिक्ष यान कक्षा में प्रवेश कर चुका है. बता दें कि यह लॉन्च प्रक्रिया का महत्वपूर्ण चरण होता है, जिससे पता चलता है कि यान अब सुरक्षित रूप से अंतरिक्ष की ओर जा रहा है. नासा ने बताया कि Axiom-4 मिशन की स्टेज-2 सफलतापूर्वक एक्टिव हो चुकी है.

शुभांशु शुक्ला ने उड़ान भरते ही देश को दिया बड़ा मैसेज

अंतरिक्ष में उड़ान भरते ही शुभांशु शुक्ला ने देश को दिया बड़ा. उन्होंने कहा-“नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों! क्या सफ़र है! हम 41 साल बाद वापस अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं. यह एक अद्भुत सफ़र है. मेरे कंधों पर मेरा तिरंगा मुझे बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं. यह मेरी यात्रा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की शुरुआत नहीं है, ये भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है. मैं चाहता हूं कि आप सभी इस सफ़र का हिस्सा बनें. आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए. आइए हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें। जय हिंद! जय भारत!”

शुभांशु शुक्ला के पिता ने मिशन सफल लॉन्चिंग पर कही ये बात

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा, “बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत खुशी है। मैं भगवान का धन्यवाद करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि उसका मिशन सफल रहे, भगवान उसे आशीर्वाद दें।”

शुभांशु शुक्ला की बहन ने कही ये बात

IAF ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की बहन शुचि मिश्रा ने कहा, “यह बहुत भावुक पल था, मेरे पास शब्द नहीं हैं। हम बहुत खुश हैं कि पहला स्टेज अच्छे से पार हो गया लेकिन यह बस शुरुआत है, अभी बहुत कुछ बाकी है।”

IAF ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की मां आशा शुक्ला ने कहा, “यह बहुत अच्छा अनुभव है, हम सब बहुत भावुक हो गए थे। बहुत खुशी है।”

IND vs ENG: पहले टेस्ट में मिली हार के बाद इंग्लिश दिग्गज ने दी भारतीय टीम को ये खास सलाह, एक्स फैक्टर को बुलाओ

IND vs ENG: इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम को पहले टेस्ट मैच में करारी शिकस्त मिली है। इंग्लैंड ने 5 विकेट से लीड्स टेस्ट जीतकर टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। ऐसे भारतीय टीम को बर्मिंघम में होने वाले दूसरे टेस्ट को जीतकर इंग्लैंड का हिसाब चुकता करना चाहेगी। इसी बीच इग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर का मानना ​​है कि भारत को बर्मिंघम में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर की जगह कुलदीप यादव को मौका देना चाहिए जहां स्पिनर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

कुलदीप यादव को मौका देना चाहिए

भारतीय गेंदबाज लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में 371 रन के लक्ष्य का बचाव नहीं कर पाए जिसके बाद मेहमान टीम के आक्रमण को लेकर सवाल उठने लग गए हैं। पनेसर ने पीटीआई वीडियो से कहा, एजबेस्टन में भारत रविंद्र जडेजा को अंतिम एकादश में बरकरार रख सकता है और कुलदीप यादव को एक्स फैक्टर के रूप में टीम में शामिल कर सकता है। एजबेस्टन का विकेट थोड़ा टर्न लेता है। इसलिए आपके पास वह एक्स फैक्टर है, जो मुझे लगता है कि बेहतर विकल्प होगा। उसमें कुछ खास बात है।

उन्होंने कहा, कुलदीप को टर्निंग ट्रैक की जरूरत नहीं है। हमने आईपीएल के दौरान देखा कि वह विकेट से खास टर्न नहीं मिलने के बावजूद बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकता है। पनेसर ने कहा, अगर शार्दुल ठाकुर केवल छह से आठ ओवर ही गेंदबाजी करेंगे और पूरे दिन में 15 ओवर भी नहीं कर पाएंगे तो उन्हें टीम में रखने का कोई मतलब नहीं है।

जडेजा की जगह कुलदीप को मौका देना चाहिए

जब पनेसर से पूछा गया कि क्या भारत को जडेजा की जगह कुलदीप को चुनना चाहिए तो उन्होंने कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि उन्हें कुलदीप को टीम में रखने की जरूरत है क्योंकि उनमें एक्स फैक्टर ज्यादा है। उनमें कुछ खास बात है। अगर आपको टीम में एक ही स्पिनर रखना है तो फिर जडेजा की जगह कुलदीप को अंतिम एकादश में रखना चाहिए।

Iran का परमाणु कार्यक्रम कुछ महीने पीछे गया, पूरी तरह तबाह नहीं हुआ, खुफिया रिपोर्ट में दावा, ट्रंप ने बताया बदनाम करने की साजिश

US intelligence Report On Iran: अमेरिका की एक नई खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी हमले के बाद ईरान का परमाणु कार्यक्रम कुछ महीने पीछे चला गया है लेकिन पूरी तरह से तबाह नहीं हुआ है, जैसा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है. रक्षा खुफिया एजेंसी की ओर से सोमवार को जारी यह रिपोर्ट ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों की स्थिति को लेकर ट्रंप और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बयानों के विपरीत है. शुरुआती आकलन से अवगत 2 व्यक्तियों ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी.

ईरान ने संवर्धित यूरेनियम को कर दिया था ट्रांसफर

जानकारी देने वाले व्यक्तियों ने बताया कि रिपोर्ट में पता चला है कि ईरान के फोर्दो, नतांज और इस्फहान परमाणु स्थलों पर शनिवार को हुए हमलों से अच्छा खासा नुकसान हुआ है, लेकिन वे पूरी तरह नष्ट नहीं हुए हैं. अमेरिका के हमलों से पहले ही ईरान के अत्यंत संवर्धित यूरेनियम के एक हिस्से को दूसरी जगहों पर स्थानांतरित कर दिया गया था.

भूमिगत ढांचा नहीं हुआ क्षतिग्रस्त

मामले की जानकारी देने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि फोर्दो में बहुत अंदर स्थित यूरेनियम संवर्धन संयंत्र का प्रवेश भाग ढह गया है और अवसंरचना को भी नुकसान हुआ है, लेकिन भूमिगत ढांचा क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है.

व्हाइट हाउस ने दावे को बताया गलत, कही ये बात

CNN ने मंगलवार को इस आकलन के बारे में सबसे पहले खबर दी. अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस ने इस आकलन को गलत बताकर खारिज कर दिया है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने एक बयान में कहा, ‘इस कथित आकलन को उजागर करना राष्ट्रपति ट्रंप को नीचा दिखाने और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करने के लिए एक बेहतरीन मिशन को अंजाम देने वाले बहादुर लड़ाकू पायलटों को बदनाम करने का एक स्पष्ट प्रयास है.’हर कोई जानता है कि जब आप 30,000 पाउंड के 14 बम लक्ष्य पर सटीक रूप से गिराते हैं तो क्या होता है: संपूर्ण विनाश.’

ट्रंप और नेतन्याहू कर चुके परमाणु ठिकाने नष्ट होने का दावा

ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि हमलों के कारण ईरान में परमाणु स्थल पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं और ईरान कभी भी अपने परमाणु प्रतिष्ठानों का पुनर्निर्माण नहीं कर पाएगा. नेतन्याहू ने मंगलवार को टेलीविजन पर दिए गए बयान में कहा, ‘मैं वर्षों से आपसे वादा करता आया हूं कि ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने देंगे और वास्तव में हमने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बर्बाद कर दिया.’

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क्या जंग में चीन ने दिया ईरान को धोखा? बयानबाजी और कूटनीति का रास्ता अपनाया, रूस ने निभाई सच्ची दोस्ती

Iran China Friendship : ईरान इजरायल की जंग अब खत्म हो चुकी है और दोनों देशों ने सीजफायर की पुष्टि की है। ईरान को इस जंग से अपने पड़ोसी देशों के बारे में भी पता चल गया है कि कौन अपने साथ खड़ा था और कौन खोखले वादे कर रहा था। हालांकि रूस ने ईरान को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था और कहा था कि जंग बढ़ी तो हम कूद जायेंगे। लेकिन ईरान का पुराने मित्र चीन ने ईरान की कोई भी मदद नहीं की और सिर्फ बयानबाजी ही करता रहा है।

चीन ने नहीं की थी ईरान की मदद

इजराइल ने जब दो सप्ताह पहले ईरान पर हमला किया तो तेहरान के पुराने मित्र चीन ने तुरंत हरकत में आते हुए हमलों की निंदा की। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन करके संघर्ष विराम कराने का आह्वान किया। विदेश मंत्री वांग यी ने ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची से फोन पर बात की। लेकिन इसके बाद चीन यहीं थम गया। फिर हमेशा की तरह ही बयानबाजी की गई। तनाव कम करने और बातचीत का आह्वान किया गया। लेकिन ईरान को उसने कोई सहायता नहीं दी।

अमेरिका को टक्कर देने वाले देश के रूप में अपने प्रभाव और वैश्विक मंच पर बड़ी भूमिका निभाने की महत्वाकांक्षा के बावजूद चीन ने ईरान को सैन्य सहायता देने से परहेज किया। इस फैसले ने पश्चिम एशिया में उसके सामने मौजूद सीमाओं को उजागर कर दिया। गैर-लाभकारी वैश्विक नीति थिंकटैंक ‘रैंड’ में चाइना रिसर्च सेंटर के निदेशक जूड ब्लैंचैट ने कहा, ‘बीजिंग के पास कूटनीतिक क्षमता और जोखिम उठाने के माद्दे का अभाव है, जिसके दम पर वह इस तेजी से बदलते और अस्थिर हालात में तुरंत हस्तक्षेप करके उनसे सफलतापूर्वक निपट सके।’ उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया की उलझी हुई राजनीति को देखते हुए चीन वहां के मामलों में पड़ने का इच्छुक नहीं है, इसके बजाय वह ‘एक संतुलित, जोखिम से बचने वाला सहयोगी’ बने रहने का विकल्प चुनता है।

पश्चिम एशिया में अस्थिरता चीन के हित में नहीं : डीन झू फेंग

पूर्वी चीन में नानजिंग विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय संबंध विद्यालय के डीन झू फेंग का मानना है कि पश्चिम एशिया में अस्थिरता चीन के हित में नहीं है। झू ने कहा, चीन के दृष्टिकोण से, इजराइल-ईरान संघर्ष से चीन के व्यापारिक हितों और आर्थिक सुरक्षा के सामने चुनौती पैदा होती है। और वह ऐसा नहीं होने देना चाहता। ईरान की संसद में पिछले हफ्ते के आखिर में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान पर स्थित होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने की योजना पेश की गई, जिसका चीन ने विरोध किया।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने ईरानी संसद में योजना पेश किए जाने के बाद कहा, चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संघर्षों को खत्म करने और क्षेत्रीय उथल-पुथल से वैश्विक आर्थिक विकास पर पड़ने वाले प्रभाव को रोकने के लिए प्रयास तेज करने का आह्वान करता है। मंगलवार को युद्ध विराम की घोषणा के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, ‘चीन अब ईरान से तेल खरीदना जारी रख सकता है।’

युद्ध विराम से ईरानी तेल उत्पादन में व्यवधान को रोका जा सकेगा : ट्रंप

ट्रंप के इस बयान से संकेत मिलता है कि युद्ध विराम से ईरानी तेल उत्पादन में व्यवधान को रोका जा सकेगा। अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन की 2024 की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि ईरान द्वारा निर्यात किए जाने वाले तेल का लगभग 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा चीन को जाता है। ईरान से मिलने वाले लगभग 1.2 मिलियन बैरल तेल और अन्य जीवाश्म ईंधन के बिना चीन को अपने औद्योगिक उत्पादन को बरकरार रखने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है।

वाशिंगटन में स्थित थिंक टैंक ‘फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज ‘ के वरिष्ठ चीनी फेलो क्रेग सिंगलटन ने बीजिंग की प्रतिक्रिया को ‘तेल की निरंतर खरीद और बातचीत के लिए औपचारिक आह्वान’ करार दिया। सिंगलटन ने कहा, ‘बस यही बात है। चीन ने ईरान को न तो कोई ड्रोन या मिसाइल उपकरण दिए और न ही कोई आपातकालीन ऋण प्रदान किया। तेहरान को शांत करने के लिए सिर्फ बयान जारी किए ताकि सऊदी अरब को कोई समस्या न हो और न ही अमेरिका कोई प्रतिबंध लगाए।

चीन का मकसद खाड़ी के देशों के साथ व्यापार करना: सिंगलटन

सिंगलटन ने कहा, चीन का मकसद खाड़ी के देशों के साथ व्यापार करना है, युद्ध में उलझना नहीं। ईरान से उसकी बहुचर्चित रणनीतिक साझेदारी युद्ध के समय केवल बयानबाजी तक सीमित रह जाती है। चीन ने बयानबाजी के जरिए ईरान का पक्ष लिया और मध्यस्थता कराने का वादा किया। युद्ध की शुरुआत के बाद से चीन ईरान के पक्ष में खड़ा रहा और बातचीत का आग्रह किया। चीन ने 2023 में ईरान और सऊदी अरब के बीच कूटनीतिक तालमेल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

संयुक्त राष्ट्र में, सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य चीन ने रूस और पाकिस्तान के साथ मिलकर ईरान में परमाणु स्थलों और सुविधाओं पर हमलों की ‘कड़े शब्दों में’ निंदा करते हुए एक मसौदा प्रस्ताव पेश किया। दोनों देशों ने ‘तत्काल और बिना शर्त युद्ध विराम’ का आह्वान किया। हालांकि परिषद के एक अन्य स्थायी सदस्य अमेरिका द्वारा प्रस्ताव को वीटो करना लगभग तय था। ईरान शी चिनफिंग की महत्वाकांक्षी वैश्विक परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में एक महत्वपूर्ण कड़ी है और वह 2023 में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में शामिल हुआ था। एससीओ अमेरिका के नेतृत्व वाले उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का मुकाबला करने के लिए बनाया गया रूस और चीन का एक सुरक्षा समूह है। चीन ने ईरान के साथ संयुक्त अभ्यास किए हैं, जिसमें इस साल ओमान की खाड़ी में ‘समुद्री सुरक्षा बेल्ट 2025’ भी शामिल है। इस अभ्यास में रूस ने भी हिस्सा लिया था। बुधवार को बीजिंग एससीओ सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक बुलाएगा।

Fifty Years Of Emergency: ‘कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया था’ बोले पीएम मोदी, जानें अमित शाह, जेपी नड्डा समेत बीजेपी नेताओं ने क्या कहा ?

Fifty Years Of Emergency: बीजेपी आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मना रही है. पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने आज के दिन को भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक बताया.

‘कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया था’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक, आपातकाल लागू होने के 50 साल पूरे हो गए हैं. भारत के लोग इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाते हैं. इस दिन, भारतीय संविधान में निहित मूल्यों को दरकिनार कर दिया गया, मौलिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया, प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया गया और कई राजनीतिक नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और आम नागरिकों को जेल में डाल दिया गया। ऐसा लग रहा था जैसे उस समय सत्ताधारी कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया था.”

कांग्रेस में अब भी वही तानाशाही मानसिकता: जेपी नड्डा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कहा कि ‘ कांग्रेस में अब भी वही तानाशाही मानसिकता है जो 50 साल पहले आपातकाल लगाने के पीछे थी. कांग्रेस का मानना ​​है कि देश पर शासन करने का अधिकार केवल एक परिवार को है. आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर नड्डा ने अपनी टिप्पणी में कहा कि कांग्रेस अब भी नरेन्द्र मोदी जैसे साधारण पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाने के विचार को स्वीकार नहीं कर पा रही है. राहुल गांधी और कांग्रेस संविधान की बातें करते हैं, लेकिन विपक्षी पार्टी ने आज तक आपातकाल की उस 21 महीने की अवधि के लिए माफी नहीं मांगी है जब जून 1975 से मार्च 1977 के बीच विपक्षी दलों के नेताओं को जेल में डाल दिया गया था, प्रेस पर पाबंदियां लगाई गई थीं और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नागरिक स्वतंत्रता को निलंबित कर दिया था. उस समय संविधान में अलोकतांत्रिक संशोधन किए गए और इसकी आत्मा को विकृत किया गया.

अमित शाह ने कही ये बात

आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- ‘आपातकाल कोई राष्ट्रीय आवश्यकता नहीं, बल्कि कांग्रेस और एक व्यक्ति की लोकतंत्र विरोधी मानसिकता का परिचायक था. प्रेस की स्वतंत्रता कुचली गई, न्यायपालिका के हाथ बांध दिए गए और सामाजिक कार्यकर्ताओं को जेल में डाला गया. देशवासियों ने ‘सिंहासन खाली करो’ का शंखनाद किया और तानाशाह कांग्रेस को उखाड़ फेंका. इस संघर्ष में बलिदान देने वाले सभी वीरों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि.

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