जयपुर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साफ्ट हिंदुत्व का कार्ड खेलने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी गुरुवार को भाजपा को करारा जवाब दिया। उन्होंने प्रदेश में हिंदुत्व का चेहरा मानी जाने वाली साध्वी अनादि सरस्वती को कांग्रेस में शामिल कर लिया। साध्वी ने भी अपना टिकट कटने के बाद भाजपा का साथ छोड़ कांग्रेस का ‘हाथ’ थाम लिया। उन्होंने जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस अपना-अपना कुनबा बढ़ाने में लगी हुई हैं।
साध्वी अनादि सरस्वती ने कल (बुधवार) ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को अपना त्याग पत्र सौंपा था। पार्टी का प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए साध्वी ने अपने त्याग पत्र में लिखा था कि वो अपरिहार्य कारणों के चलते इस्तीफा दे रही हैं।
ऐसी अटकलें हैं कि अजमेर की साध्वी अनादि सरस्वती जिले की उत्तर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन टिकट कटने से नाराज साध्वी ने अब भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का पंजा थाम लिया है।