नई दिल्ली। सनातन धर्म पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। अब भारतीय जनता पार्टी ने भी इसे लेकर विपक्ष पर हमला तेज कर दिया है। भाजपा ने कांग्रेस से सवाल किया है कि क्या ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) ने धर्म को निशाना बनाने के लिए मुंबई में बैठक की थी। पार्टी ने विपक्षी नेताओं को आगाह किया कि वे हिंदू भावनाओं के साथ ना खेलें।
बयान को दोहराना, हतप्रभ करने वाला
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उदयनिधि ने जो कहा है, वह चौंकाने वाला और शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि उदयनिधि द्वारा अपने बयान को दोहराया जाना और भी हतप्रभ करने वाला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम, जिनके पिता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भ्रष्टाचार के एक मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं, वह भी उदयनिधि के बयान का बचाव कर रहे हैं। उन्होंने कहा, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी जैसे विपक्षी नेता चुप क्यों हैं? क्या आप वोटों के लिए हिंदू भावनाओं के साथ खेल रहे हैं? उन्हें पता होना चाहिए कि सैकड़ों साल का इस्लामी शासन सनातन धर्म को खत्म नहीं कर सका और ब्रिटिश साम्राज्यवाद इसे कमजोर नहीं कर सका।
वेणुगोपाल पर लगाया धर्म के खिलाफ जहर उगलने का आरोप
प्रसाद ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक एक घोषित सनातनी हैं। केंद्रीय विधि व न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कांग्रेस से पूछा कि क्या ‘इंडिया’ ने सनातन धर्म के खिलाफ अपने एजेंडे को अंतिम रूप देने और उसे पूरे देश में समाप्त करने के लिए मुंबई में बैठक की थी। उन्होंने कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल पर धर्म के खिलाफ जहर उगलने का आरोप लगाते हुए कहा, क्या यह आपकी मोहब्बत की दुकान है।
पूछा, मंदिरों में फोटो खिंचवाने वाले चुप क्यों
एक अन्य केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने आरोप लगाया कि सनातन धर्म पर हमला मुंबई में विपक्षी दलों की बैठक के दौरान तय की गई साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि मंदिरों में फोटो खिंचवाने वालों की चुप्पी बयां कर रही है, चाहे वह राहुल गांधी हों या अरविंद केजरीवाल।
यह कहा था उदयनिधि स्टालिन ने
गौरतलब है कि भाजपा नेताओं की यह प्रतिक्रिया तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘सनातन धर्म’ समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इसका उन्मूलन किया जाना चाहिए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, और डेंगू के बुखार से करते हुए कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्मूलन किया जाना चाहिए।