देश में कई नाम ऐसे हैं जिन्होंने बहुत कम उम्र में ही खुद को आध्यात्म की तरफ मोड़ लिया और संन्यासी बन गए। ऐसा ही एक नाम है साध्वी अनादि सरस्वती का। युवा साध्वी अनादि सरस्वती को आज बड़ी संख्या में लोग फॉलो करते हैं। वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। सोशल मीडिया में तो उनका क्रेज किसी फिल्मी सेलेब से कम नहीं है। आइए जानते हैं आखिर कौन हैं साध्वी अनादि सरस्वती:
राजस्थान के अजमेर की रहने वाली 44 वर्षीय साध्वी अनादि सरस्वती ने समाजशास्त्र से एमए किया है । पढ़ाई के बाद अनादि सरस्वती ने पतंजलि योगदर्शन, भगवद् गीता और वेदांत का ज्ञान भी हासिल किया। इसके बाद उन्होंने खुद को अध्यात्म के रास्ता पर छोड़ दिया। उन्होंने पतंजलि योगदर्शन, भगवद् गीता और वेदांत का भी ज्ञान लिया।
साल 1995 में अनादि सरस्वती इस साधना से जुड़ गई। सात 2008 में साध्वी अनादि सरस्वती ने प्रेमानंद सरस्वती से महानिर्वाण अखाड़े की पवित्र परंपरा के अनुसार दीक्षा ली। उन्होंने शंकाराचार्य के महानिर्वाण अखाड़े की पवित्र परंपरा के अनुसार दीक्षा हासिल की।
सोशल मीडिया में वे अपनी हर बात ओम नम: शिवाय के साथ रखती हैं। उनको “BEST FEMALE SAINT of India” के अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
मुम्बई के इस्कॉन ऑडिटोरियम जुहू में हुए भव्य समारोह में चिति संधान योग केन्द्र की चेयरपर्सन स्वामी अनादि सरस्वती को ‘टॉप 50 इण्डियन आइकन अवार्ड-2016‘ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें अध्यात्म के माध्यम से भारतीय समाज को उन्नति की ओर ले जाने के सार्थक प्रयासों के बहुमूल्य योगदान के लिए दिया गया।
साध्वी अनादि सरस्वती बाकी संतों से अलग हटकर सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव रहती है। बड़ी संख्या में उनके फॉलोवर हैं। वे अमर शहीद हेमू कालानी की वंशज बताती हैं।
आनादि साध्वी को राजस्थान की योगी भी कहा जाता है। वे खुद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को फॉलो करती हैं और उनकी ही तरह सेवा कार्य से जुटी रहती हैं।
आज की नारी होने के कारण सोशल मीडिया का अच्छा यूज करती हैं, सनातन धर्म से संबधी प्रचार प्रसार सोशल मीडिया के माध्यम से भी करती हैं। यही कारण है कि उनकी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है। धर्म की प्रचारक के अलावा वो मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। कई कंपनियां उनको मोटिवेशन स्पीच के लिए बुलाती हैं।