नई दिल्ली, पेरिस ओलंपिक से स्वदेश लौटने पर भव्य स्वागत से अभिभूत पहलवान विनेश फोगाट ने कहा है कि भारतीय कुश्ती की बेहतरी के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी और सच्चाई की जीत होगी. ओलंपिक में 50 किग्रा फाइनल में पहुंचने के बाद अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित की गईं विनेश का शनिवार को यहां पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. विनेश ने अपनी अयोग्यता के खिलाफ खेल पंचाट में अपील की थी लेकिन उसके तदर्थ प्रभाग ने उसे खारिज कर दिया था.
”सच्चाई की जीत होगी”
विनेश ने अपने प्रशंसकों को संबोधित करते हुए कहा, ”हमारी लड़ाई खत्म नहीं हुई है. लड़ाई जारी रहेगी और मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि सच्चाई की जीत होगी.”
गौरतलब है कि विनेश और उनके साथी ओलंपियन बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 1 साल से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. विनेश सहित 6 पहलवान पिछले साल WFI के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे.
”मैं वापस कुश्ती में लौट सकती हूं”
विनेश ने यह भी कहा कि उनका जिस तरह से शानदार स्वागत किया गया उससे उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली है,मुझे अपने देशवासियों, मेरे गांव और परिवार के सदस्यों से जो प्यार मिला उससे मुझे इस झटके से उबरने में मदद मिलेगी. मैं वापस कुश्ती में लौट सकती हूं.”
”पदक से चूकना मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा झटका”
उन्होंने कहा,”ओलंपिक पदक से चूकना मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा झटका है. मैं नहीं जानती कि मुझे इससे उबरने में कितना समय लगेगा.मैं नहीं जानती कि मैं कुश्ती में वापसी करूंगी या नहीं लेकिन आज मुझे जो साहस मिला है उसका मैं सही दिशा में इस्तेमाल करना चाहती हूं.”