राजधानी जयपुर में उत्कर्ष कोचिंग क्लासेज में देर शाम 10 छात्र-छात्राओं के बेहोश होने के मामले में नगर निगम ग्रेटर का एक्शन देखने को मिला है. नगर निगम ग्रेटर की टीम ने सोमवार सुबह कोचिंग को सील कर दिया. इसके अलावा मौके पर पहुंची FSL टीम ने कोचिंग के सीवरेज से पानी के सैंपल भी लिए हैं. उधर निगम की सीज की कार्रवाई का उत्कर्ष कोचिंग में पढ़ने वाले स्टूडेंट ने विरोध किया.
कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों ने किया सील करने का विरोध
उत्कर्ष कोचिंग में स्टूडेंट्स की तबीयत खराब होने के मामले में नगर निगम ने कोचिंग को सील कर दिया है. कोचिंग को सील करने की कार्रवाई का कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों ने विरोध किया. उन्होंने कहा- अगर कोचिंग बंद हो गया तो उनका करियर बर्बाद हो जाएगा. मामले में जांच होने चाहिए, लेकिन राजनीति नहीं होनी चाहिए. वहीं कार्रवाई के विरोध में कोचिंग स्टूडेंट्स ने धरना भी शुरू कर दिया है. उनका कहना है किया जब तक कोचिंग को वापस नहीं खोला जाएगा. धरना जारी रहेगा.
जांच के लिए 6 सदस्यीय कमेटी गठित
जयपुर ग्रेटर नगर निगम के मानसरोवर जोन के उपायुक्त लक्ष्मीकांत कटारा ने बताया कि निगम और FSL की एक टीम आज घटना की जांच के लिए कोचिंग संस्थान पहुंची. उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर टीम ने कल शाम सीवेज लाइन की जांच की, लेकिन वह सही पाई गई और प्रथम दृष्टया वहां से कोई जहरीली गैस नहीं निकली. आज इमारत को अस्थायी रूप से सील कर दिया गया, ताकि विस्तृत जांच की जा सके. उपायुक्त ने जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति गठित की है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल रविवार देर शाम उत्कर्ष कोचिंग में पढ़ने वाले 10 स्टूडेंट्स की तबीयक अचानक खराब हो गई. जिसके चलते क्लास में बैठे छात्र बेहोश होने लगे. 10 से ज्यादा छात्र बेहोश होने से हड़कंप मच गया. इस बात की सूचना तुरंत 108 एंबुलेंस को दी गई. फिर बेहोश स्टूडेंट्स को एंबुलेंस की सहायता से निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसमें से 2 स्टूडेंट्स हालत गंभीर होने पर उन्हें सीके बिरला अस्पताल रेफर कर दिया गया था.
लापरवाही बरतने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई हो : सचिन पायलट
उत्कर्ष कोचिंग में स्टूडेंट्स की तबीयत बिगड़ने के मामले में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा-‘जयपुर के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में गैस रिसाव के कारण कई स्टूडेंट्स तबीयत बिगड़ने के कारण बेहोश हो गए. यह बेहद चिंताजनक घटना है और इसकी जांच होनी चाहिए. दूरदराज इलाकों से स्टूडेंट्स पढ़ने शहर आते है और सुरक्षा नियमों की पालना नहीं होने के कारण यदि कोई अनहोनी हो जाए तो उसका ज़िम्मेदार कौन है? राज्य सरकार से मेरी मांग है कि इस हादसे की गहनता से जांच हो एवं लापरवाही बरतने वाले लोगों पर सख्त कार्यवाही हो. इसके साथ ही सरकार समस्त कोचिंग संस्थानों के लिए सुरक्षा नियम जारी कर उनकी सख़्ती से पालना करवाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो.’