Share Market Update : स्थानीय शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली से तेजी लौटी और बीएसई सेंसक्स 79 अंक के लाभ में रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत से निर्यात होने वाले सामान पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा के बाद भी बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से लगभग 926 अंक चढ़ा। यह अंत में 79.27 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,623.26 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स कारोबार के दौरान ज्यादातर समय नुकसान में रहा और एक समय निचले स्तर 79,811.29 अंक तक आ गया।
हालांकि, कारोबार समाप्त होने से पहले लिवाली से नुकसान की भरपाई हुई और एक समय यह 80,737.55 अंक पर पहुंच गया था। पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी 21.95 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,596.15 अंक पर बंद हुआ। अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत शुल्क के अलावा रूस से कच्चे तेल के आयात को लेकर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की है। यानी कुल मिलाकर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की गयी है।
इससे कपड़ा, समुद्री उत्पाद और चमड़ा निर्यात जैसे क्षेत्रों पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है। भारत ने इस कदम की कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘अनुचित और अविवेकपूर्ण’ बताया है। भारत के साथ-साथ ब्राजील पर सबसे अधिक 50 प्रतिशत अमेरिकी शुल्क लगेगा। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, इटर्नल, एक्सिस बैंक, मारुति, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक और एशियन पेंट्स के शेयर बढ़त में रहे। हालांकि, अदाणी पोर्ट्स, ट्रेंट, टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एनटीपीसी के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों की साप्ताहिक समाप्ति के दिन उतार-चढ़ाव के बीच घरेलू शेयर बाजार ने दिन के निचले स्तर से उबरते हुए बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि, भारत पर अमेरिकी शुल्क में भारी बढ़ोतरी के बाद व्यापक बिकवाली ने शुरुआती कारोबार को धीमा किया, लेकिन कारोबार के अंत में ट्रंप, रूस और यूक्रेन के बीच संभावित शांति वार्ता की खबरों से व्यापार पर अमेरिका के नरम रुख की उम्मीदें बढ़ गईं।
नायर ने कहा, इस नई उम्मीद से वाहन, औषधि, धातु और ऊर्जा क्षेत्रों में मजबूत वापसी हुई और बाजार को अपनी गति वापस पाने में मदद मिली। मझोली कंपनियों से जुड़ा बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.30 प्रतिशत चढ़ा, जबकि छोटी कंपनियों का स्मॉलकैप सूचकांक 0.18 प्रतिशत टूटा। बीएसई के 2,193 शेयरों में गिरावट रही जबकि 1,844 बढ़त में रहे। वहीं 154 के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ। एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 4,999.10 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.72 प्रतिशत बढ़कर 67.37 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। सेंसेक्स बुधवार को 166.26 अंक टूटा था जबकि एनएसई निफ्टी में 75.35 अंक की गिरावट रही थी।