नई दिल्ली,कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में कथित दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर गुरुवार को भाजपा पर निशाना साधा और दावा किया कि भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार में न्याय की मांग करना गुनाह है.वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी उत्तर प्रदेश के कानपुर में 2 बच्चियों के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर आरोप लगाया कि राज्य में ‘जंगल राज’ है, जहां कानून नाम की चीज नहीं बची है.
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया के मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा कि नरेन्द्र मोदी की डबल इंजन सरकारों में हो रहे ‘डबल अन्याय’ को इन 2 घटनाओं से समझिए! उत्तर प्रदेश में 2 बहनों ने अपने साथ हुए दुष्कर्म के बाद फांसी लगा ली,अब न्याय न मिलने और मुकदमा वापस लेने के दबाव पर उनके पिता को भी फांसी लगानी पड़ी.मध्य प्रदेश में एक महिला की इज्जत सरेबाज़ार तार-तार हुई.गरीब पति ने न्याय की गुहार लगाई, लेकिन सुनवाई न होने से निराश होकर वह अपने दोनों बच्चों के साथ फांसी पर झूल गया. साथ ही उन्होंने दावा किया कि ‘डबल इंजन सरकार’में न्याय मांगना गुनाह है.
राहुल गांधी ने आगे कहा,”मित्र मीडिया द्वारा बड़ी मेहनत से गढ़ी गई झूठी छवि की रक्षा के लिए पीड़ित ही नहीं, बल्कि उनके परिवारों तक से दुश्मन जैसा व्यवहार भाजपा शासित राज्यों में परंपरा बन चुकी है.उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राज में हाथरस से लेकर उन्नाव और मंदसौर से लेकर पौड़ी तक महिलाओं के खिलाफ हुए अत्याचार के बाद उनके परिवारों को न्याय के लिए तरसाया गया. राहुल गांधी ने आगे कहा कि इस भयंकर अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाइए, वरना आज नहीं तो कल इस अत्याचार की आग आप तक भी पहुंचेगी.
इससे पहले प्रियंका गांधी ने भी बीजेपी घेरा,प्रियंका ने सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘कानपुर में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित दो नाबालिग बच्चियों ने आत्महत्या कर ली.अब उन बच्चियों के पिता ने भी आत्महत्या कर ली है.आरोप है कि पीड़ित परिवार पर समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा था.उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में पीड़ित बच्चियां-महिलाएं अगर न्याय मांगती हैं तो उनके परिवारों को बर्बाद कर देना नियम बन चुका है.उन्नाव, हाथरस से लेकर कानपुर तक- जहां भी महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ, उनके परिवार बर्बाद कर दिए गए.कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि इस ‘जंगलराज’ में महिला होना मात्र अपराध हो गया है, जहां कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है.प्रियंका गांधी ने सवाल किया, ‘आखिर प्रदेश की करोड़ों महिलाएं क्या करें, कहां जाएं?’