Sonbhadra Mine Collapse: यूपी के सोनभद्र जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के एक खनन क्षेत्र में शनिवार शाम को खदान धंस गई. जानकारी के मुताबिक, जब यह हादसा हुआ उस समय 18 मजदूर काम कर रहे थे. जिनमें से 3 मजदूरों के शव अब तक निकाले जा चुके हैं, जबकि 15 मजदूर अब भी दबे हुए हैं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.

पत्थर बड़े होने के कारण रेस्क्यू में लग रहा समय
वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) पीयूष मोर्डिया ने बताया कि बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में पहाड़ी से गिरे मलबे को हटाने का कार्य शनिवार रात से ही लगातार जारी है. उन्होंने बताया कि रविवार सुबह 3 शव बरामद किए और अन्य की तलाश जारी है. एडीजी ने बताया कि चूंकि पहाड़ी से गिरे पत्थर काफी बड़े हैं, इसलिए सावधानीपूर्वक कार्य किया जा रहा है और इसके कारण राहत कार्य में भी समय लग रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे पास पर्याप्त उपकरण एवं संसाधन उपलब्ध हैं और पूरा प्रशासन राहत कार्य में जुटा है.

कृष्णा माइंस का हिस्सा ढह जाने से हादसा
इससे पहले शनिवार शाम को जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि कृष्णा माइंस में एक हिस्सा ढह जाने से वहां कार्यरत कुछ मजदूर मलबे में दब गए हैं. उन्होंने कहा कि मशीनों की मदद से मलबा हटाकर दबे हुए लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम भी बचाव कार्य में जुटी है.

मंत्री संजीव कुमार गोंड ने किया घटनास्थल का दौरा
इस बीच, अधिकारियों के साथ घटनास्थल का दौरा करने के बाद उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री और स्थानीय विधायक संजीव कुमार गोंड ने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद लोगों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ढही हुई पत्थर की खदान के मलबे में करीब 12 मजदूरों के दबे होने की आशंका है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि फंसे हुए मजदूरों की सही संख्या अभी स्पष्ट नहीं है.





