कुआलालंपुर। स्पिनरों के उम्दा प्रदर्शन के बाद जी कमालिनी के अर्धशतक की बदौलत भारत ने शुक्रवार को यहां एकतरफा सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 9 विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह बना ली. भारत रविवार को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा. दक्षिण अफ्रीका ने पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर पहली बार ICC महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया.
इंग्लैंड को 8 विकेट से दी मात
भारत ने बाएं हाथ की स्पिनरों पारुनिका सिसोदिया (21 रन पर 3 विकेट) और वैष्णवी शर्मा (23 रन 3 विकेट) की फिरकी के जादू से इंग्लैंड को 8 विकेट पर 113 रन पर रोक दिया और फिर सलामी बल्लेबाज जी त्रिशा (35 रन, 29 गेंद, पांच चौके) और कमालिनी (नाबाद 56 रन, 50 गेंद, आठ चौके) की पारियों की बदौलत 15 ओवर में एक विकेट पर 117 रन बनाकर जीत दर्ज की.
त्रिशा ने भारत को दिलाई आक्रामक शुरुआत
त्रिशा ने आक्रामक शुरुआत की जिससे भारत ने पावर प्ले में बिना किसी नुकसान के 44 रन बनाए. कमालिनी को किस्मत का भी साथ मिला जब इंग्लैंड की कप्तान एबिगेल नोरग्रोव ने तेज गेंदबाज अमु सुरेनकुमार की गेंद पर उनका कैच टपका दिया. कमालिनी के साथ 60 रन की साझेदारी करने के बाद त्रिशा को बाएं हाथ की स्पिनर फोबे ब्रेट ने बोल्ड किया. कमालिनी ने इसके बाद सानिका चाल्के (नाबाद 11) के साथ दूसरे विकेट के लिए 57 रन की अटूट साझेदारी करके भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया.
इंग्लैंड की बल्लेबाजों ने स्वीप और पैडल शॉट खेलकर गंवाए विकेट
इससे पहले इंग्लैंड की बल्लेबाजों ने लगातार स्वीप और पैडल शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए. ऐसे शॉट खेलने के प्रयास में बोल्ड होने वाली 6 में से 5 बल्लेबाज शामिल थीं. इंग्लैंड ने चौथे ओवर तक बिना विकेट खोए 37 रन बनाकर अच्छी शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए.
पारुनिका ने जेमिमा स्पेंस (09) को बोल्ड करके भारत को पहली सफलता दिलाई.
पारुनिका को चुना गया सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनी गईं पारुनिका ने कहा, ‘‘मैंने एक ही जगह पर गेंदबाजी की और गेंद को अपना काम करने दिया. इससे मुझे मदद मिलती है. मुझे नई चीजों को आजमाने के लिए अपने सामने एक बल्लेबाज की जरूरत थी. फाइनल में खेलना हमारी इच्छा थी और हम सभी के लिए यही लक्ष्य है.”