नयी दिल्ली। आज देश के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की 5वीं पुण्यतिथि है. इस अवसर पर सैदव अटल स्मारक पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. प्रार्थना सभा से पहले स्व, अटल बिहारी वाजपेयी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
वर्ष 2018 में आज ही के दिन दिल्ली के AIIMS हास्पिटल में अटल जी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘अटल जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने में भारत के 140 करोड़ लोगों के साथ मैं भी शामिल हूं. उनके नेतृत्व से भारत को बहुत लाभ हुआ. उन्होंने हमारे देश की प्रगति को बढ़ावा देने और इसे विभिन्न क्षेत्रों में 21 वीं सदी में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’
पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “मैं भारत के 140 करोड़ लोगों के साथ मिलकर उल्लेखनीय अटल जी को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके नेतृत्व से भारत को बहुत लाभ हुआ। उन्होंने हमारे देश की प्रगति को बढ़ावा देने और कई क्षेत्रों में इसे 21वीं सदी में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई”
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व से और सुशासन पर उनके ध्यान से एक महत्वपूर्ण अवधि के दौरान भारत के भाग्य को आकार मिला. उन्होंने कहा कि वाजपेयी की विरासत सभी को प्रेरित करती है.
भाजपा पार्टी को शून्य से शिखर तक पहुंचाने अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान अमूल्य रहा. वाजपेयी को 2015 में देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ प्रदान किया गया था. वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में एक थे. वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने. उनका पहला कार्यकाल 1996 में मात्र 13 दिनों का था. इसके बाद, वह 1998 में फिर प्रधानमंत्री बनें और उन्होंने 13 महीने तक इस पद को संभाला. वर्ष 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने. वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया.