जयपुर : प्रदेशभर में 25 अगस्त को अस्पतालों की व्यवस्था डगमगाने के पूरे आसार हैं और अस्पतालों का रुख करने वाले मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, 25 अगस्त को राज्यभर में 11 सूत्री मांगों को लेकर नर्सिंगकर्मी छुटि्टयों पर रहेंगे। इस दौरान राजधानी जयपुर में विशाल रैली निकाली जाएगी, जिसका मूल उद्देश्य राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण करना है। राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति के प्रांतीय आह्वान पर प्रस्तावित रैली में जयपुर के अलावा प्रदेश के सभी जिलों से नर्सिंगकर्मी यहां आएंगे। प्रदेश प्रवक्ता अनेश सैनी ने बताया कि रैली में विभिन्न जिलों से करीब 30 हजार से अधिक नर्सिंगकर्मी शामिल होंगे, जबकि शेष 40 हजार से अधिक नर्सिंगकर्मी अपने गृह जिलों में कार्य बहिष्कार एवं छुटि्टयों के जरिए मांग पत्र को लेकर प्रदर्शन करेंगे। सैनी ने बताया कि अस्पतालों में नर्सिंगकर्मियों का महत्वपूर्ण रोल होता है, इसके बावजूद उनकी अनदेखी की जा रही है, जो गलत है।
इन मांगों को लेकर उठाई आवाज़
11 सूत्री मांग पत्र में प्रमुख तौर पर वेतन विसंगति, कैडर रिव्यू, एएनएम नर्सिंग ट्यूटर का पदनाम परिवर्तन, संविदा कर्मियों का संविदा काल का नोशनल लाभ, ठेका प्रथा पर प्रतिबंध, स्वतंत्र नर्सिंग निदेशालय, उच्च शिक्षा भत्ता इत्यादि शामिल हैं। इन्हीं मांगों को लेकर एसएमएस अस्पताल के गेट नम्बर 3 पर रविवार को 34वें दिन भी धरना जारी रहा। इस कड़ी में सोमवार को सुबह 8 से 10 बजे तक सभी अस्पतालों के मुख्य द्वार पर गायत्री सद्बुबुद्धि यज्ञ का आयोजन किया जाएगा और राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण करने की कोशिश की जाएगी।
इन नेताओं ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
संघर्ष समिति के अनुसार, करीब 60 विधायकों ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर 11 सूत्री मांग पत्र को पूरा करने का आग्रह किया है। इनमें राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के मंत्री रमेश चन्द मीना, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रफीक मंडेलिया के अलावा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल सहित अन्य विधायक व सांसद प्रमुख है। पत्र के जरिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मामले में तत्काल सकारात्मक पहल करने की मांग की है।