नई दिल्ली। कांग्रेस ने सरकार द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाने के फैसले पर अपने सवाल दाग दिए हैं. गुरुवार को कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि अडाणी समूह के खिलाफ नये खुलासे होने और विपक्ष की बैठक के चलते समाचारों का प्रबंधन करने की कवायद के तहत विशेष सत्र की घोषणा गई है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि इस विशेष सत्र के दौरान भी अडाणी समूह के मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की मांग सदन के भीतर और बाहर जारी रहेगी. भाजपा पर निशाना साधते हुए जयराम रमेश ने कहा कि ‘‘समाचारों का प्रबंधन, मोदी शैली है। आज समाचारों में ‘मोडानी घोटाले’ पर नवीनतम खुलासे छाए हुए हैं। कल मुंबई में उभरते भारतीय दलों की बैठक होगी। कैसे प्रतिकार करें? जब मानसून सत्र तीन सप्ताह पहले ही समाप्त हुआ है तो ऐसे समय संसद के 5 दिवसीय विशेष सत्र की घोषणा की गई।’’ ‘‘बहरहाल, जेपीसी की मांग संसद के अंदर और बाहर गूंजती रहेगी।’’
18 सितंबर से 22 सितंबर तक चलेगा संसद का विशेष सत्र
इससे पहले गुरुवार को संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाजा जाएगा. इस सत्र में 10 महत्वपूर्ण बिल पास होने का संभावना है साथ ही इस सत्र को 5 बैठकों के साथ बुलाया जा रहा है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर एक पोस्ट करते हुए बताया कि संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा. इसमें 5 बैठकें होंगी. पार्लियामेंट का यह 5 दिवसीय विशेष सत्र नए संसद भवन में होगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संसद के इस विशेष सत्र में 10 से ज्यादा महत्वपूर्ण बिल पेश किए जाएंगे. प्रह्लाद जोशी ने लिखा कि अमृत काल के बीच संसद में सार्थक चर्चा और बहस का इंतजार कर रहा हूं.