इटावा। भारतीय रेलवे में हादसे थम नहीं रहे हैं। दरभंगा एक्सप्रेस में आग की दुर्घटना के कुछ घंटों बाद एक और बर्निंग ट्रेन ने कोहराम मचा दिया। इटावा में वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में आग लग गई है। ट्रेन नंबर 12554 दिल्ली से सहरसा जा रही थी। इस बीच फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके के मैनपुरी आउटर फाटक के पास ट्रेन के कोच में अचानक आग लग गई। हादसे में 19 यात्री घायल हो गए, जिनमें से 11 यात्रियों को सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा गया है। वहीं, आठ यात्रियों को मुख्यालय के डॉ.भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
डिप्टी सीएमओ श्रीनिवास यादव ने बताया कि दिल्ली से सहरसा जा रही वैशाली एक्सप्रेस के बाथरूम में आग लगी। बोगी में कोई नुकसान नहीं हुआ है। इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है और आग लगने के कारणों का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। उन्होंने कहा कि गाड़ी को स्टेशन पर पहुंचा दिया गया है और घटनास्थल पर मौके पर एंबुलेंस पहुंच गई है। हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।
SP ग्रामीण सत्यपाल सिंह ने बताया कि दिल्ली से सहरसा जा रही वैशाली एक्सप्रेस की S-6 कोच में आग लगी। रेस्क्यू टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई और इस घटना में अब तक कोई घायल नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि समय रहते लोग ट्रेन से उतार दिए गए थे। हालांकि ट्रेन कुछ मिनटों तक वहां रूकी रही और आग लगने की वजह अबतक सामने नहीं आ पाई है और मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि ट्रेन को स्टेशन पर पहुंचा दिया गया है। हालांकि एक से दो यात्रियों को धुआं लगने के कारण अस्पताल भिजवा दिया गया है।
इससे पहले बुधवार की शाम दरभंगा जा रही ट्रेन की तीन बोगियों में आग लग गई थी। यह आग स्लीपर कोच में और दो जनरल बोगियों में लगी थी। जानकारी के मुताबिक इस घटना में सभी यात्री सुरक्षित थे। आग पर काबू पाने के लिए ट्रेन की तीनों बोगियों को ट्रेन से अलग कर दिया गया। इसके बाद आग पर काबू पाया गया। बता दें कि काफी देर ट्रेन रूकने के बाद यात्रियों को अन्य कोचों में बिठाकर रवाना किया गया। जानकारी के मुताबिक इन तीन कोचों में 500 से अधिक यात्री सवार थे। यात्रियों का कहना था कि यह आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। हालांकि रेलवे कर्मचारियों का कहना है कि आग के कारणों का अबतक पता नहीं चल सका है।