मुंबई, वैश्विक शेयर बाजारों में भारी बिकवाली और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी के बीच घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला सोमवार को लगातार चौथे दिन जारी रहा. प्रमुख मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 1,048 अंक का गोता लगाकर 77,000 अंक के नीचे आ गया, जबकि एनएसई निफ्टी में 345 अंक की गिरावट आई.
गिरावट की वजह
कारोबारियों के अनुसार, अमेरिका में रोजगार के अच्छे आंकड़ों से वहां नीतिगत दर में जल्दी कटौती की उम्मीद कम हुई है. इसके अलावा रुपये में एक दिन में दो साल की सबसे बड़ी गिरावट तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी जारी रहने से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई.
सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,048.90 अंक यानी 1.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76,330.01 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 1,129.19 अंक तक लुढ़क गया था. बीएसई में 3,562 शेयरों में गिरावट रही, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 345.55 अंक यानी 1.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,085.95 अंक पर बंद हुआ.
इन कंपनियों के शेयर में गिरावट
सेंसेक्स के तीस शेयरों में से जोमैटो, करीब सात प्रतिशत लुढ़क गया. इसके अलावा पावर ग्रिड, अडानी पोर्ट्स, टाटा स्टील, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स, सन फार्मा और अल्ट्राटेक सीमेंट में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही.
इन कंपनियों के शेयर रहे लाभ में
दूसरी तरफ, एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इंडसइंड बैंक के शेयर लाभ में रहे.
एशियाई और यूरोपीय शेयर बाजारों का हाल
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। जापान का बाजार अवकाश के कारण बंद था. यूरोपीय बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट रही. अमेरिकी बाजार में शुक्रवार को नुकसान में रहा.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 2,254.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने इस महीने अबतक भारतीय शेयर बाजारों से 22,194 करोड़ रुपये निकाले हैं. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.43 प्रतिशत उछलकर 80.90 डॉलर प्रति बैरल रहा.