Puri Stampede: ओडिशा के पुरी में श्री गुंडिचा मंदिर के पास रविवार को मची भगदड़ में कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई और करीब 50 अन्य घायल हो गए. पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ एस. स्वैन ने बताया कि घटना तड़के करीब 4 बजे हुई, जब सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर के पास एकत्रित हुए. उन्होंने बताया कि घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और 6 लोगों की हालत गंभीर है.
कैसे मची भगदड़ ?
अधिकारियों ने बताया कि अनुष्ठान के लिए सामग्री ले जा रहे 2 ट्रकों के भगवान जगन्नाथ और उनके भाई भगवान बलभद्र एवं देवी सुभद्रा के रथों के पास भीड़भाड़ वाले स्थान पर घुसने के बाद अफरा-तफरी मच गई. मृतकों की पहचान बोलागढ़ की निवासी बसंती साहू और बालीपटना के निवासी प्रेमकांत मोहंती व प्रवती दास के रूप में हुई है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है.
भगदड़ को लेकर शख्स ने कही ये बात
भगदड़ में अपनी पत्नी को खोने वाले एक व्यक्ति ने कहा, “जब यह घटना हुई, तो किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं की, न ही अग्निशमन अधिकारियों ने, न ही बचाव दल ने, न ही अस्पताल की टीम ने. यह एक दयनीय घटना है जिसे व्यक्त नहीं किया जा सकता.”
पुरी, ओडिशा: भगदड़ में अपनी पत्नी को खोने वाले एक व्यक्ति ने कहा, "जब यह घटना हुई, तो किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं की, न ही अग्निशमन अधिकारियों ने, न ही बचाव दल ने, न ही अस्पताल की टीम ने। यह एक दयनीय घटना है जिसे व्यक्त नहीं किया जा सकता…" https://t.co/n596aJuXTE pic.twitter.com/SBOi4DcfRv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 29, 2025
क्या VIP कल्चर बना हादसे का कारण ?
पुरी निवासी स्वाधीन कुमार पंडा ने कहा, “मैं कल रात 2-3 बजे तक मंदिर के पास ही था, लेकिन व्यवस्था ठीक नहीं थी. VIP के लिए नया रास्ता बनाया गया था, और आम लोगों को दूर से ही बाहर निकलने के लिए कहा गया था. लोग प्रवेश द्वार से ही बाहर निकलने लगे, जिससे भीड़ बढ़ गई. यातायात व्यवस्था भी ठीक नहीं थी, क्योंकि कई अनधिकृत पास वाले वाहन मंदिर के पास आ गए. प्रशासन ने भीड़ को ठीक से नियंत्रित नहीं किया. सबसे बड़ी समस्या निकास द्वार की थी. रथ यात्रा के दिन भी कई लोगों की मृत्यु हुई, लेकिन सरकार और प्रशासन ने इसका खुलासा नहीं किया और कहा कि कोई हताहत नहीं हुआ. आज 3 लोगों की मृत्यु हुई है – 2 महिलाएं, एक पुरुष. इसके लिए ओडिशा प्रशासन जिम्मेदार है. रात में वहां कोई पुलिस, प्रशासन नहीं था.”
#WATCH | पुरी, ओडिशा: पुरी निवासी स्वाधीन कुमार पंडा ने कहा, "मैं कल रात 2-3 बजे तक मंदिर के पास ही था, लेकिन व्यवस्था ठीक नहीं थी… VIP के लिए नया रास्ता बनाया गया था, और आम लोगों को दूर से ही बाहर निकलने के लिए कहा गया था। लोग प्रवेश द्वार से ही बाहर निकलने लगे, जिससे भीड़ बढ़… https://t.co/n596aJuq46 pic.twitter.com/6e5PXB6RfA
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पूर्व सीएम नवीन पटनायक ने हादसे पर जताया दुख
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और LoP नवीन पटनायक ने हादसे पर दुख जताते हुए एक्स पर लिखा, “मैं पुरी के सारधाबली में हुई दुखद भगदड़ में अपनी जान गंवाने वाले तीन भक्तों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और इस विनाशकारी घटना में घायल हुए भक्तों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं. आज की भगदड़, रथ यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन की घोर विफलता के ठीक एक दिन बाद हुई है जिसमें सैकड़ों लोग घायल हो गए थे, यह भक्तों के लिए एक शांतिपूर्ण उत्सव सुनिश्चित करने में सरकार की स्पष्ट अक्षमता को उजागर करता है.”
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