जयपुर, राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आदिवासियों को लेकर की गई अपनी टिप्पणी को लेकर गुरुवार को विधानसभा में खेद प्रकट किया.दिलावर ने सदन की बैठक शुरू होने पर कहा,”ये (आदिवासी) हिंदू समाज का श्रेष्ठ अंग है. मेरे शब्दों से विपक्ष को या किसी आदिवासी बंधु को, जो मेरी जाति के हैं, कोई कष्ट हुआ हो तो मैं खेद प्रकट करता हूं.”
विधानसभा में हो रहा था दिलावर का विरोध
उल्लेखनीय है कि दिलावर की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सहित ‘इंडिया’ गठबंधन के विधायक दिलावर का सदन में विरोध कर रहे थे.विपक्ष दिलावर के माफी मांगने और पद से हटाने की मांग कर रहा था.
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही दिलावर ने मांगी माफी
गुरुवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि शिक्षामंत्री अपनी बात रखना चाहते हैं.दिलावर ने विपक्ष के कुछ विधायकों की टोकाटाकी के बीच अपनी बात रखी और खेद प्रकट किया.
दिलावर की इस टिप्पणी पर छिड़ा था विवाद
बता दें कि दिलावर और बांसवाड़ा के नवनिर्वाचित सांसद राजकुमार रोत के बीच 22 जून को जुबानी जंग छिड़ गई थी.मंत्री ने कथित तौर पर आदिवासी नेता के हिंदू होने या न होने की पुष्टि के लिए DNA टेस्ट कराने का सुझाव दिया था.हाल ही में रोत ने कहा था कि वह आदिवासी समुदाय से हैं और हिंदू धर्म सहित संगठित धर्मों से अलग आस्था पद्धति को मानते हैं.इस पर दिलावर ने कहा था,”BAP के नेता खुद को हिंदू नहीं मानते हैं तो उनके DNA की जांच करा लेंगे.’ कांग्रेस व बीएपी (भारत आदिवासी पार्टी)के विधायकों ने विधानसभा के बजट सत्र में दिलावर का विरोध करना जारी रखा था.