जयपुर। आखिर प्रदेश की साढ़े पांच करोड़ जनता के लिए वह घड़ी आ ही गई, जब उन्हें ये पता चल जाएगा कि उनके चुने जनप्रतिनिधि राजस्थान सरकार में क्या भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सरकार चलाने के लिए कई मजबूत हाथ मिल जाएंगे। राजस्थान सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार का दिन और समय शुक्रवार को अंतत: घोषित हो गया। नई सरकार के सितारे शनिवार, 30 दिसम्बर को दोपहर 3.15 बजे शपथ लेंगे। राज्यपाल कलराज मिश्र नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे।
इससे पहले सीएम भजन लाल शुक्रवार शाम को फिर दिल्ली के लिए रवाना हुए। सीएम बनने के बाद ये तीसरा अवसर है, जब वे आलाकमान से मिलने के लिए गए हैं। कैबिनेट में कौन-कौन मंत्री हाेंगे, भले ये तय हो गया। पर इस पर अंतिम मुहर लगना जरूरी है और इसके लिए वे कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता। शर्मा का दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात का कार्यक्रम है। इसमें वे मंत्रियों के लिए पोर्टफोलियो तय करेंगे।
मंत्रियों के नामों पर सहमति बनाने के लिए बीती रात भी देर तक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, वरिष्ठ नेता राजेन्द्र राठौड़ और प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर के बीच लम्बी बैठक हुई थी। माना जा रहा है कि इस बैठक में लगभग सभी नाम फाइनल कर लिए गए हैं।
इनकी खुल सकती है लॉटरी, फिलहाल संस्पेंस बरकरार
पूर्वी राजस्थान के सबसे कद्दावर नेताओं में शामिल डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के मंत्रिमंडल में शामिल होने की प्रबल सम्भावना है। हिंदूवादी चेहरा और तिजारा से विधायक बाबा बालकनाथ भी भजनलाल मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं। महिला चेहरों में अनिता भदेल, दीप्ति माहेश्वरी और पहली बार विधायक बनीं नौक्षम चौधरी भी सम्भावित नाम हैं।
इनके अलावा दलित वर्ग से जितेन्द्र गोठवाल और वरिष्ठ विधायक मदन दिलावर को मंत्री बनाया जा सकता है। राजपूत समाज से पुष्पेन्द्र सिंह राणावत, सिद्धि कुमारी जैसे वरिष्ठ विधायकों के समर्थकों को उम्मीद है कि उनके नेता इस बार मंत्री जरूर बनेंगे। ब्राह्मण समाज को भी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के बाद समाज के एक-दो विधायक भी मंत्री बन सकते हैं। ऐसे में संजय शर्मा, संदीप शर्मा, जेठानंद व्यास जैसे विधायक भी रेस में बने हैं।
नए मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा नजरें जाट समाज को मिलने वाले प्रतिनिधित्व पर टिकी होंगी, क्योंकि मुख्यमंत्री, दो उप मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष जैसे एक भी पद पर जाट चेहरे को मौका नहीं दिया गया है। ऐसे में अब लोगों की नजरें इस पर टिकी हैं कि 12 जाट विधायकों में से कितने लोगों को मंत्री बनाया जाएगा।
15 दिसम्बर को भजनलाल शर्मा ने ली थी मुख्यमंत्री पद की शपथ
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 15 दिसम्बर को पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। उनके साथ दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने भी उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित बीजेपी शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे। शपथ लेने के बाद सीएम भजनलाल ने कहा था कि मैं भावुक और नतमस्तक हूं। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का संकल्प सर्वोपरि है। राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।