नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री ने गुरुवार को देश को संबोधित करते हुए कहा कि उनके लिए देश में केवल चार जातियां हैं। इनमें गरीब, युवा, महिलाएं और किसान शामिल हैं। मैं इन चारों जातियों के सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा हूं। मेरा मानना है कि मूल आस्था और धर्म को छोड़कर इन चार मूल जातियों के उत्थान से देश प्रगति करेगा। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं की संपूर्ण पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है। जाति को लेकर प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है] जब आगामी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दल जाति आधारित जनगणना को मुद्दा बनाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, मैं जो ये संकल्प यात्रा लेकर निकला हूं, इसके पीछे मेरा मकसद यही है कि जिनको सरकार की योजनाओं का लाभ मिला है, उनके अनुभव जानना है और जिनको नहीं मिला उन्हें 5 साल में उन योजनाओं का लाभ देना है। इसलिए देश के हर गांव में मोदी के विकास की गारंटी की गाड़ी पहुंचने वाली है। आज विकसित भारत संकल्प यात्रा के 15 दिन पूरे हो रहे हैं। हमने इस गाड़ी का नाम रखा था विकास रथ, लेकिन इन 15 दिनों में लोगों ने इसका नाम बदल कर मोदी की गारंटी वाली गाड़ी रख दिया। मुझे ये जानकर अच्छा लगा कि आपको मोदी पर इतना विश्वास है। मैं भी आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपको दी हुई सभी गारंटियों को मैं पूरा करूंगा।
मोदी ने कहा, जिस तरह से लोग विकसित भारत रथों का स्वागत कर रहे हैं, रथ के साथ चल रहे हैं. जिस तरह युवा और समाज के हर वर्ग के लोग विकसित भारत यात्रा से जुड़ रहे हैं। वह प्रेरित करने वाले हैं। सभी लोग अपने गांव की कहानी सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं। लेकिन आप लोग इन कहानियों को नमो एप पर जरूर अपलोड करें क्योंकि मैं नमो एप पर इन गतिविधियों को प्रतिदिन देखता हूं।
पीएम ने कहा, देश के लोगों ने वह दौर भी देखा है, जब पहले की सरकारें खुद को जनता का माई बाप समझती थी। इस कारण आजादी के अनेक दशकों बाद तक देश की बहुत बड़ी आबादी मूल सुविधाओं से वंचित रही, निराशा की स्थिति को हमारी सरकार ने बदला है। आज देश में जो सरकार है, वह जनता-जनार्दन को ईश्वर का रूप मानने वाली सरकार है. हम सत्ता भाव से नहीं, सेवा भाव से काम करने वाले हैं।
महिला किसान ड्रोन केंद्र की शुरुआत की
पीएम मोदी ने इस दौरान महिला किसान ड्रोन केंद्र की भी शुरुआत की। यह केन्द्र महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन प्रदान करेगा ताकि वे इस तकनीक का इस्तेमाल आजीविका सहायता के लिए कर सकें। इस योजना के तहत अगले तीन सालों में महिला स्वयं सहायता समूहों को 15,000 ड्रोन उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्हें इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी. यह पहल कृषि में प्रौद्योगिकी के उपयोग को प्रोत्साहित करेगी। पीएम ने देश में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की परियोजना की शुरुआत की। उन्होंने झारखंड के देवघर में 10,000वें जन औषधि केंद्र को जनता के लिए समर्पित भी किया।