नई दिल्ली, लोकसभा में अडानी समूह से जुड़े मामले और उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. जिस चलते कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित के लिए स्थगित कर दिया गया.
हंगामे के बीच शुरू हुआ प्रश्नकाल
सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और अडानी समूह से जुड़े मामले को उठाने का प्रयास करने लगे. कुछ सदस्य कार्यस्थगन के नोटिस का भी उल्लेख करते सुने गए. सपा सदस्यों ने संभल की घटना को उठाने का प्रयास किया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच प्रश्नकाल शुरू कराया. कांग्रेस और सपा के कई सदस्य आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे.
बिरला ने कार्यवाही चलने देने का किया आग्रह
प्रश्नकाल में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य अरुण गोविल ने इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से संबंधित पूरक प्रश्न पूछे जिनके जवाब विभाग के मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिए. बिरला ने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की. उन्होंने गोविल का उल्लेख करते हुए कहा कि वह पहली बार प्रश्न पूछ रहे हैं, ऐसे में सदन की कार्यवाही चलने दी जाए. हालांकि, हंगामा नहीं थमा और विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी जारी रही.
पहले 12 बजे तक स्थगित की थी कार्यवाही
लोकसभा अध्यक्ष ने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ”प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय है, सबका समय है. आप प्रश्नकाल चलने दें, आपको हर मुद्दे पर चर्चा करने का अवसर दिया जाएगा. आप नियोजित तरीके से गतिरोध करना चाहते हैं, वो उचित नहीं है.’ इसके बाद उन्होंने सुबह करीब 11 बजकर 5 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
हंगामे के चलते कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित
फिर दोपहर 12 बजे निचले सदन की बैठक फिर शुरू हुई तो पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए. विपक्षी सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. सैकिया ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर बैठने और कार्यवाही चलने देने की अपील की.हालांकि, नारेबाजी जारी रही.शोर-शराबा जारी रहने पर उन्होंने करीब 12 बजकर 10 मिनट पर सदन की बैठक दिनभर के स्थगित कर दी.