Pankaj Udhas Death: मशहूर गजल गायक पंकज उधास का निधन,72 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया,बताया जा रहा है वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे.उनकी बेटी नायाब उधास ने इस खबर की पुष्टी की है,सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उन्होने लिखा-बेहद दुख के साथ हमें आपको बताना पड़ रहा है पद्यश्री पंकज उधास का 26 फरवरी 2024 को निधन हो गया है.वह लंबे समय से बीमार थे.
बंदूक की नोक पर गानी पड़ी थी गजल
पंकज उधास स्टेज शो भी किया करते थे.पंकज उधास ने एक इंटरव्यू के दौरान एक स्टेज शो का किस्सा शेयर करते हुए बताया था कि कैसे उन्हें बंदूक की नोक पर गजल गानी पड़ी थी,उन्होंने बताया कि वो एक स्टेज शो कर रहे थे,इस दौरान 4-5 गजल गाने के बाद उनके पास एक व्यक्ति आया और किसी गजल की फरमाइश करने लगा,पंकज को उस व्यक्ति का व्यवहार ठीक नहीं लगा तो उन्होंने गजल गाने से इनकार कर दिया,लेकिन कुछ देर बाद वो व्यक्ति फिर लौटा और उसके हाथ में बंदूक थी, बंदूक को देख पंकज उधास की हालत खराब हो गई और उन्होंने उस शख्स की फरमाइश जल्द पूरी कर दी.
किसी फिल्म से कम नहीं पंकज उधास की लव स्टोरी
पंकज भले ही गायक हो लेकिन उनकी प्रेम कहानी बेहद फिल्मी है.पंकज की पत्नी फरीदा से मुलाकात कराने में उनके पड़ोसी की काफी अहम भूमिका रही.उस वक्त पंकज उधास ग्रेजुएशन में पढ़ते थे,वहीं फरीदा एक एयरहोस्टेस थीं.पड़ोसी ने ही पंकज और फरीदा की दोस्ती कराई थी,इसके बाद दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला शुरू हो गया और दोनों एक दूसरे के करीब आ गये,दोनों ने फिर जल्द ही शादी करने का फैसला कर लिया,लेकिन दोनों की शादी के बीच धर्म की दीवार आ गई.दरअसल पंकज उधास हिंदू थे और फरीदा पारसी परिवार से थीं,ऐसे में दोनों की शादी में परेशानी आ गई.पंकज उधास का परिवार शादी के लिए राजी था लेकिन फरीदा का परिवार शादी को लेकर खुश नहीं था.थोड़े इंतजार के बाद फरीदा का परिवार भी शादी के लिए राजी हो गया और दोनों ने शादी कर ली.पकंज उदास और फरीदा की दो बेटियां है रेवा उधास और नायाब उधास.
पंकज उधास के बारे में
पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 को जेतपुर, गुजरात में हुआ था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1980 में आहट नाम से एक गजल एल्बम जारी करके की. जल्द ही, वह भारत में गजल संगीत का पर्याय बन गए. बॉलीवुड में उन्होंने संजय दत्त की फिल्म ‘नाम’ के लिए प्रतिष्ठित ट्रैक चिट्ठी आई है गाया था. यह गाना बहुत लोकप्रिय हुआ और इसने सभी को रुला दिया.
पंकज उधास को मिला था पद्म श्री
पंकज उधास को उनकी बेहतरीन आवाज के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया.उन्हें साल 2006 में पद्मश्री,साल 2012 में महाराष्ट्र गौरव पुरस्कार. 1985 में एल.एस.गाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.फिल्म ‘नाम’ के गाने ‘चिट्ठी आई है’ के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर कैटेगिरी में फिल्मफेयर पुरस्कार (1988) से नवाजा गया.