Punjab News: देश में टमाटर की बढ़ती कीमतों ने हर किसी की सब्जी का जायजा खराब कर दिया है. टमाटर की बढ़ी कीमतों से आम आदमी बहुत प्रभावित हुआ है. लेकिन अब टमाटर का प्रयोग तो पंजाब के राज भवन में भी नहीं होने वाला. ये फैसला लिया है पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने. बढ़ती खाद्य कीमतों के प्रभाव का सामना कर रहे पंजाब के आम लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए राजभवन में टमाटर का उपयोग करने की मनाही की गई है.
क्या बोले राज्यपाल पुरोहित?
राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित की तरफ से कहा गया कि किसी वस्तु की खपत रोकने या कम करने से उसकी कीमत पर असर पड़ना तय है. क्योंकि अगर मांग कम होगी तो कीमत अपने आप कम होती चली जाएगी. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि लोग फिलहाल अपने घरों में टमाटर के विकल्पों का उपयोग करके इसकी कीमतों में वृद्धि को कम करने में मदद करेंगे. राज्यपाल ने टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए सप्लाई चेन में परेशानी, मार्केट डायनेमिक को जिम्मेदार ठहराया.
टमाटर के लगातार बढ़ रहे दाम
टमाटर की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है. केंद्रशासित प्रदेशों के अलावा लगभग सभी राज्यों में टमाटर के दाम लगातार बढ़ रहे है. टमाटर की बढ़ती कीमतों के लिए जलवायु परिस्थितियों के अलावा कई चीजों को जिम्मेदारी ठहराया गया है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने स्थिति को देखते हुए 14 जुलाई से रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी. जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में तो टमाटर की कीमतों में कमी आने लगी थी, लेकिन टमाटर की आपूर्ति कम होने से कीमतों में फिर बढ़ोतरी होने लगी. बुधवार को टमाटर की खुदरा कीमत 203 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई थी. टमाटर के थोक व्यापारियों के अनुसार टमाटर की कीमत 300 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकती है. आवक कम होने से टमाटर के दाम बढ़ सकते है.