रतन टाटा के निधन के बाद अब उनके भाई नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है. ट्रस्ट के पदाधिकारियों की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया.नोएल पहले से ही सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट में ट्रस्टी हैं.इसके साथ ही नोएल के कंधों पर अब टाटा समूह की जिम्मेदारी आ गई है. इस नियुक्ति के साथ ही नोएल सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के 11वें अध्यक्ष और सर रतन टाटा ट्रस्ट के छठे अध्यक्ष बन गए हैं. आइए आपको बताते हैं कौन हैं नोएल टाटा
कौन हैं नोएल टाटा ?
नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं. दरअसल रतन टाटा के पिता नवल टाटा ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली पत्नी सूनी टाटा थी. जिनसे उनके दो बेटे रतन टाटा और जिम्मी टाटा हुए. सूनी टाटा से अलग होने के बाद नवल टाटा ने सिमोन से साल 1955 में शादी की. नवल टाटा और सिमोन टाटा के बेटे हैं नोएल टाटा. वो फिलहाल Trent, Voltas, Tata Investment Corporation और टाटा इंटरनेशनल के चेयरमैन हैं.साथ ही टाटा स्टील और टाइटन में वाइस चेयरमैन भी हैं.वह 40 साल से अधिक समय से टाटा समूह से जुड़े हुए हैं.
टाटा ट्रस्ट्स की मिली जिम्मेदारी
रतन टाटा की छत्रछाया में अधिकतर काम करने के बाद नोएल (67) को अब ‘टाटा ट्रस्ट्स’ का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलेगी. इसमें मोटे तौर पर सर रतन टाटा ट्रस्ट एंड अलाइड ट्रस्ट्स और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट एंड अलाइड ट्रस्ट शामिल हैं, जिनके पास टाटा संस की नियंत्रक 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है.टाटा संस, टाटा समूह की कंपनियों की होल्डिंग और प्रवर्तक कंपनी है.
नोएल की पढ़ाई और करियर
ससेक्स विश्वविद्यालय (ब्रिटेन) से स्नातक नोएल ने 1994 में इनसीड से अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी कार्यक्रम (आईईपी) की पढ़ाई पूरी की थी.नोएल ने अगस्त, 2010 और नवंबर, 2021 के बीच टाटा समूह की व्यापार तथा वितरण इकाई टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में आखिरी बार कोई कार्यकारी पद संभाला था.इस दौरान उन्होंने कंपनी के कारोबार को 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर से तीन अरब डॉलर से अधिक तक पहुंचाया था.
नोएल के नाम यह उपलब्धि
नोएल, टाटा इंटरनेशनल में अपने कार्यकाल से पहले टाटा समूह की खुदरा इकाई ट्रेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत थे.उन्होंने 1998 में एक स्टोर से लेकर विभिन्न फॉर्मेट वाले 700 से अधिक स्टोर तक ट्रेंट की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
रतन टाटा ने किसी को नहीं बनाया था अपना उत्तराधिकारी
दिग्गज कारोबारी रतन टाटा का बुधवार को निधन हो गया. उनका गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया.रतन टाटा ने देहांत से पहले किसी को अपना उत्तराधिकारी नहीं बनाया था.ऐसे में रतन टाटा के उत्तराधिकारी का फैसला टाटा ट्रस्ट की मीटिंग में हुआ.
टाटा ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी है टाटा संस
टाटा ग्रुप की फिलहाल सबसे बड़ी कंपनी टाटा संस है.इसके चेयरमैन एन चंद्रशेखरन हैं.लेकिन, टाटा ट्रस्ट इस कंपनी के भी ऊपर है. इसकी कमान हमेशा से टाटा परिवार के सदस्य ही संभालते रहे हैं. रतन टाटा के निधन पहले तक वही टाटा ट्रस्ट के प्रमुख थे. अब उनकी जिम्मेदारी नोएल टाटा संभालेंगे.